Sports – Ekolkata24: Latest Hindi News Updates from Kolkata – Breaking Stories and More https://ekolkata24.com Stay updated with Ekolkata24 for the latest Hindi news, headlines, and Khabar from Kolkata, West Bengal, India, and the world. Trusted source for comprehensive updates Wed, 18 Jun 2025 10:07:49 +0000 en-US hourly 1 https://ekolkata24.com/wp-content/uploads/2024/03/cropped-ekolkata24-32x32.png Sports – Ekolkata24: Latest Hindi News Updates from Kolkata – Breaking Stories and More https://ekolkata24.com 32 32 मेसी कोलकाता के ईडन गार्डन्स में, शुरू होगा GOAT कप https://ekolkata24.com/sports-news/lionel-messi-to-visit-kolkatas-eden-gardens-for-goat-cup-not-yuba-bharati-in-december-2025 Wed, 18 Jun 2025 10:07:49 +0000 https://ekolkata24.com/?p=51818 2025 का दिसंबर महीना भारतीय फुटबॉल प्रेमियों के लिए एक ऐतिहासिक अवसर लेकर आ रहा है। फुटबॉल की दुनिया के जीवंत महानायक और अर्जेंटीना के कप्तान लियोनेल मेसी (Lionel Messi) 13 से 15 दिसंबर के बीच भारत के तीन प्रमुख शहरों—कोलकाता, दिल्ली और मुंबई—का दौरा करेंगे। इससे पहले वह केरल में एक अंतरराष्ट्रीय फ्रेंडली मैच में हिस्सा लेंगे।

कोलकाता से होगी भारत दौरे की शुरुआत
मेसी का भारत दौरा कोलकाता से शुरू होगा, जो फुटबॉल के प्रति अपने जुनून के लिए जाना जाता है। कोलकाता मेसी के लिए भी खास है—2011 में यहीं सॉल्टलेक स्टेडियम में उन्होंने अर्जेंटीना की कप्तानी में पहला मैच खेला था। अब 14 साल बाद, एक बार फिर कोलकाता की ज़मीन पर कदम रखने जा रहे हैं।

इस बार मेसी को कोलकाता के ऐतिहासिक ईडन गार्डेन्स में विशेष सम्मान दिया जाएगा। इस समारोह में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और सांसद अभिषेक बनर्जी के शामिल होने की संभावना है।

ईडन गार्डेन्स में ही एक खास “GOAT Cup” (Greatest of All Time) नामक सात-सदस्यीय फुटबॉल टूर्नामेंट का आयोजन होगा, जो मेसी को समर्पित रहेगा।

इसके अलावा, मेसी कोलकाता में बच्चों और किशोरों के लिए एक फुटबॉल वर्कशॉप और ‘फुटबॉल क्लिनिक’ भी लॉन्च करेंगे, जिससे युवा फुटबॉलरों को प्रेरणा और प्रशिक्षण मिलेगा।

दिल्ली में प्रधानमंत्री से मुलाकात की संभावना
कोलकाता के बाद मेसी दिल्ली जाएंगे, जहां उनकी भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की संभावना है। दिल्ली में उनके सम्मान में एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया जा सकता है—संभावित स्थल हैं जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम या फिरोज शाह कोटला मैदान।

यहां भी युवाओं के लिए फुटबॉल वर्कशॉप आयोजित की जाएगी, जिसमें उभरते खिलाड़ी मेसी से सीधे मार्गदर्शन प्राप्त करेंगे।

मुंबई में क्रिकेट और फुटबॉल का संगम
मेसी का दौरे का अंतिम पड़ाव होगा मुंबई, जहां ब्रैबोर्न स्टेडियम में एक विशेष कार्यक्रम में वह भारतीय क्रिकेट के दिग्गज सचिन तेंदुलकर से मुलाकात करेंगे। यह लम्हा भारतीय खेल प्रेमियों के लिए एक यादगार क्षण बन जाएगा—दो महान खिलाड़ियों की ऐतिहासिक भेंट।

मुंबई में भी बच्चों और युवाओं के लिए फुटबॉल-आधारित वर्कशॉप और ग्रासरूट कार्यक्रमों का आयोजन होगा।

इससे पहले, केरल में होगा अर्जेंटीना का मैच
मेसी के भारत दौरे से पहले अक्टूबर महीने में केरल में एक अंतरराष्ट्रीय फ्रेंडली मैच आयोजित होगा, जिसमें अर्जेंटीना टीम मैदान में उतरेगी और मेसी टीम की अगुवाई करेंगे। हालांकि प्रतिद्वंद्वी टीम और स्थान की घोषणा अभी नहीं हुई है, लेकिन यह मैच भी ऐतिहासिक होने वाला है।

भारत में फुटबॉल को देगा नई ऊर्जा
लियोनेल मेसी का यह भारत दौरा सिर्फ एक महान खिलाड़ी की यात्रा नहीं है, बल्कि यह भारतीय फुटबॉल के लिए नई संभावनाओं के द्वार खोलने जा रहा है। इससे बच्चों और युवाओं में फुटबॉल के प्रति उत्साह बढ़ेगा, भारत की वैश्विक छवि मजबूत होगी और खेल संस्कृति को मिलेगा नया आयाम।

कोलकाता, दिल्ली और मुंबई में दिसंबर का महीना एक फुटबॉल महोत्सव के रूप में मनाया जाएगा। और जब खुद मेसी भारतीय ज़मीन पर होंगे, तब जोश और उत्साह अपने चरम पर होगा।

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शुभमन गिल के नेतृत्व में इंग्लैंड दौरा https://ekolkata24.com/sports-news/indias-young-brigade-under-shubman-gill-faces-tough-england-test-series-challenge Thu, 12 Jun 2025 11:28:39 +0000 https://ekolkata24.com/?p=51400 भारतीय क्रिकेट में एक नए युग की शुरुआत हो चुकी है। रोहित शर्मा और विराट कोहली के टेस्ट कप्तानी के दौर के बाद अब कमान संभाली है युवा बल्लेबाज शुभमन गिल (Shubman Gill) ने। 20 जून से शुरू होने वाली इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में 25 वर्षीय गिल भारतीय टीम का नेतृत्व करेंगे। उनके कंधों पर इंग्लैंड की सरजमीं पर 18 साल के टेस्ट सीरीज जीत के सूखे को खत्म करने की जिम्मेदारी है। 2007 में राहुल द्रविड़ की कप्तानी में भारत ने आखिरी बार इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज जीती थी। इसके बाद 2011, 2014, 2018 और 2021-22 में चार दौरे करने के बावजूद भारत को सीरीज जीत नसीब नहीं हुई। अब गिल के नेतृत्व में एक युवा और अपेक्षाकृत अनुभवहीन टीम इस चुनौती को स्वीकार करने के लिए तैयार है।

इतिहास दोहराने का सपना
2007 में भारत ने राहुल द्रविड़ की अगुआई में 1-0 से इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज जीती थी। तब से भारत कई बार कोशिश कर चुका है, लेकिन वह सफलता दोहरा नहीं सका। 2021-22 की सीरीज 2-2 से ड्रॉ रही, लेकिन पूर्ण जीत भारत के लिए मायावी रही। इस बार शुभमन गिल के नेतृत्व में युवा भारतीय टीम के पास इतिहास रचने का मौका है। 20 जून से लीड्स में शुरू होने वाले पहले टेस्ट के साथ इस सीरीज का आगाज होगा।

इंग्लैंड की चुनौती
इंग्लैंड इस बार कमजोर स्थिति में है। उनके प्रमुख तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर पहले टेस्ट में नहीं खेलेंगे, मार्क वुड की पूरी सीरीज में भागीदारी संदिग्ध है, और गस एटकिंसन की चोट अभी ठीक नहीं हुई है। ऐसे में क्रिस वोक्स के नेतृत्व में युवा गेंदबाजों पर निर्भरता बढ़ेगी। हालांकि, इंग्लैंड के कोच ब्रेंडन मैकुलम आत्मविश्वास से भरे हैं। उन्होंने कहा, “हमारे गेंदबाजी आक्रमण में विविधता है। क्रिस वोक्स, सैम कुक, ब्रायडन कार्स, जेमी ओवरटॉन और जोश टंग जैसे तेज गेंदबाज हैं। इसके अलावा युवा स्पिनर शोएब बशीर हर टेस्ट में बेहतर प्रदर्शन कर रहा है।” मैकुलम का मानना है कि भारत के खिलाफ यह सीरीज एक कठिन परीक्षा होगी, लेकिन उनकी टीम तैयार है।

शुभमन गिल की कप्तानी
शुभमन गिल के लिए यह सिर्फ एक सीरीज नहीं, बल्कि खुद को साबित करने का बड़ा मंच है। बल्लेबाज के रूप में वह पहले ही अपनी प्रतिभा दिखा चुके हैं। आईपीएल और घरेलू क्रिकेट में उनकी कप्तानी का अनुभव उन्हें इस जिम्मेदारी के लिए तैयार करता है। हालांकि, इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज की कप्तानी उनके करियर की सबसे बड़ी चुनौती है। उनकी टीम में अनुभव की कमी है, लेकिन यशस्वी जायसवाल और रियान पराग जैसे युवा खिलाड़ी आक्रामक खेल से प्रभाव डाल सकते हैं।

इंग्लैंड की युवा प्रतिभा
इंग्लैंड के पास भी युवा प्रतिभाओं की कमी नहीं है। मैकुलम ने 21 वर्षीय जैकब बेथेल की खास तारीफ की है। आईपीएल में खेलकर अनुभव बटोरने वाले बेथेल ड्रेसिंग रूम में नेतृत्व की भूमिका निभा रहे हैं। मैकुलम ने कहा, “जैकब के पास अपार संभावनाएं हैं। उनका आत्मविश्वास और प्रतिभा उन्हें बहुत आगे ले जाएगी।”

यह टेस्ट सीरीज शुभमन गिल की कप्तानी की पहली बड़ी परीक्षा है। साथ ही, यह भारतीय क्रिकेट की नई पीढ़ी के लिए खुद को साबित करने का मंच है। अगर यह युवा टीम इंग्लैंड में 18 साल के सूखे को खत्म कर पाती है, तो वह इतिहास के पन्नों में अमर हो जाएगी। दूसरी ओर, इंग्लैंड अपनी जमीन पर दबदबा बनाए रखने के लिए बेताब है। यह मुकाबला क्रिकेट प्रेमियों के लिए रोमांच से भरा होगा।

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रिदमिक योग में उत्तर बंगाल की चमकदार कामयाबी https://ekolkata24.com/sports-news/dayanhattas-jagrity-acharya-crowned-champion-at-35th-national-yogasana-championship Wed, 11 Jun 2025 17:49:45 +0000 https://ekolkata24.com/?p=51364 अयान दे, कूचबिहार: उत्तर 24 परगना के कांचरापाड़ा में 6 से 8 जून तक 35वीं अखिल भारतीय राष्ट्रीय रिदमिक योगासन चैंपियनशिप (National Rhythmic Yogasana Championship) का आयोजन किया गया। इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता में देश भर से 1,000 से अधिक प्रतियोगियों ने हिस्सा लिया। इस प्रतियोगिता में कूचबिहार के दिनहाटा महामाया पाट व्यायाम विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने शानदार प्रदर्शन कर सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा। सबसे बड़ी उपलब्धि रही 6-10 वर्ष आयु वर्ग में जागृति आचार्य की राष्ट्रीय चैंपियन बनने की।

जागृति आचार्य की यह उपलब्धि न केवल उनकी व्यक्तिगत जीत है, बल्कि दिनहाटा जैसे छोटे शहर के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है। उन्होंने अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति, कठिन परिश्रम और प्रशिक्षण के दम पर यह खिताब हासिल किया। उसी आयु वर्ग में मनीत बर्मन ने दूसरा स्थान और सौहार्द्य विश्वास ने छठा स्थान प्राप्त कर विद्यालय की सफलता को और मजबूत किया।

इसके अलावा, 10-15 वर्ष आयु वर्ग में भी दिनहाटा के प्रतियोगियों ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। अनिबर्ण कर्मकार ने चौथा, सूर्य साहा ने छठा और राजबीर कर्मकार ने आठवां स्थान हासिल किया। युगल श्रेणी में भी विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने शानदार प्रदर्शन किया। जागृति आचार्य और अन्नेषा साहा की जोड़ी ने सातवां स्थान और मनीत बर्मन व अनिबर्ण कर्मकार की जोड़ी ने नौवां स्थान प्राप्त किया।

नीहार चक्रवर्ती, अंकुर बर्मन, रुद्र साहा, सृजा साहा सहित विद्यालय के अन्य प्रतियोगियों ने भी अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से राष्ट्रीय मंच पर अपनी प्रतिभा का परचम लहराया। इस सफलता के पीछे दिनहाटा महामाया पाट व्यायाम विद्यालय के समर्पित प्रशिक्षकों की मेहनत और प्रतियोगियों का कठिन अभ्यास है।

विद्यालय के सेक्रेटरी जनरल बिभु रंजन साहा ने गर्व के साथ कहा, “जागृति की यह भारतस्तरीय सफलता हमारे लिए बेहद गौरव का क्षण है। यह न केवल दिनहाटा, बल्कि पूरे उत्तर बंगाल की शान है। हम दिनहाटा लौटकर एक भव्य सम्मान समारोह का आयोजन करेंगे, जिसमें पूरा शहर इस उत्सव में शामिल होगा।”

दिनहाटा की इस उपलब्धि ने कूचबिहार जिले के लिए नई संभावनाओं के द्वार खोले हैं। योगासन जैसे विशेष खेल में राष्ट्रीय स्तर की ऐसी सफलता इस बात का प्रमाण है कि उचित प्रशिक्षण और अवसर मिलने पर छोटे शहरों की प्रतिभाएं भी देश के शीर्ष पर पहुंच सकती हैं। जागृति और उनके सहप्रतियोगियों की यह उपलब्धि भविष्य के खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी।

यह ऐतिहासिक जीत उत्तर बंगाल के लोगों में उत्सव का माहौल पैदा कर चुकी है। दिनहाटा की गलियों में जागृति आचार्य का नाम गर्व के साथ लिया जा रहा है। स्थानीय निवासी इस सफलता को केवल एक खेल जीत के रूप में नहीं, बल्कि अपने क्षेत्र की संभावनाओं के प्रतीक के रूप में देख रहे हैं। सभी को उम्मीद है कि आने वाले दिनों में दिनहाटा से और भी प्रतिभाएं सामने आएंगी।

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किशनगंज की चार बालिकाएं राज्य शतरंज में शामिल https://ekolkata24.com/sports-news/kishanganj-girls-shine-at-bihar-under-11-chess-championship-in-begusarai Tue, 10 Jun 2025 16:08:18 +0000 https://ekolkata24.com/?p=51323 शुभम कुमार, किशनगंज: बेगूसराय के रमजानपुर स्थित दून पब्लिक स्कूल में बिहार राज्य अंडर-11 बालक-बालिका शतरंज प्रतियोगिता (Under-11 Chess Championship) शुरू हो गई है। अखिल बिहार शतरंज संघ द्वारा आयोजित इस चार दिवसीय प्रतियोगिता में प्रदेश के विभिन्न जिलों से 29 बालिका खिलाड़ी हिस्सा ले रही हैं।

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किशनगंज से धान्वी कर्मकार, आस्था कुमारी, दिव्यांशा रंजन और लिसा साह प्रतियोगिता में भाग ले रही हैं। टीम के साथ श्रीमती दिव्या कर्मकार मैनेजर और श्री कमल कर्मकार कोच के रूप में मौजूद हैं। खिलाड़ियों के अभिभावक श्रीमती पूजा कुमारी, श्रीमती कविता साहा और श्रीमती दीपा कुमारी भी प्रतियोगिता स्थल पर उपस्थित हैं। इन खिलाड़ियों के राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में शामिल होने पर जिले भर से इन्हें बधाइयां मिल रही है।

बाल मंदिर सीनियर सेकेंडरी स्कूल की कक्षा 5 की छात्रा धान्वी कर्मकार पिछले वर्ष की विजेता हैं। वह कोच कमल-दिव्या कर्मकार की बेटी हैं। इस वर्ष भी वह राष्ट्रीय स्तर पर बिहार का प्रतिनिधित्व करने की प्रबल दावेदार हैं। अन्य तीनों खिलाड़ी भी अच्छी तैयारी के साथ प्रतियोगिता में उतरी हैं।

शतरंज संघ के पदाधिकारियों में कार्यकारी अध्यक्ष श्रीमती आंची देवी जैन, युगल किशोर तोषनीवाल, डॉ. राजकरण दफ्तरी समेत कई गणमान्य लोगों ने खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दी हैं। प्रतियोगिता में पटना, दरभंगा, मुंगेर, लखीसराय, मधुबनी, रोहतास, पूर्णिया और बेगूसराय सहित कई जिलों की खिलाड़ी हिस्सा ले रही हैं।

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Deepika Padukone ने पिता प्रकाश पादुकोण के 70वें जन्मदिन पर 75 बैडमिंटन केंद्रों की शुरुआत की https://ekolkata24.com/entertainment/deepika-padukone-launches-75-badminton-centers-honoring-fathers-70th-birthday Tue, 10 Jun 2025 09:20:50 +0000 https://ekolkata24.com/?p=51305 बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री दीपिका पादुकोण (Deepika Padukone ) ने अपने पिता और बैडमिंटन किंवदंती प्रकाश पादुकोण के 70वें जन्मदिन के विशेष अवसर पर 10 जून 2025 को एक खास पहल की शुरुआत की। उन्होंने भारत के 18 शहरों में पादुकोण स्कूल ऑफ बैडमिंटन (पीएसबी) के तहत 75 कोचिंग केंद्रों की स्थापना की घोषणा की। यह पहल दीपिका द्वारा स्थापित और वित्त पोषित है, जिसका उद्देश्य पेशेवर बैडमिंटन प्रशिक्षण प्रदान करने के साथ-साथ स्वास्थ्य, अनुशासन और खेल भावना को बढ़ावा देना है। पूर्व विश्व नंबर 1 और ऑल इंग्लैंड चैंपियन प्रकाश पादुकोण इस स्कूल के मेंटर और सलाहकार हैं, जो भारतीय बैडमिंटन के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।

दीपिका ने अपने इंस्टाग्राम पर अपने पिता के साथ एक तस्वीर साझा करते हुए एक भावनात्मक संदेश लिखा। उन्होंने लिखा, “बैडमिंटन खेलते हुए बड़ी होने के कारण मैंने स्वयं अनुभव किया है कि यह खेल किसी के जीवन को शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक रूप से कितना आकार दे सकता है। पादुकोण स्कूल ऑफ बैडमिंटन के माध्यम से हम समाज के हर वर्ग के लोगों तक इस खेल की खुशी और अनुशासन लाना चाहते हैं और एक स्वस्थ, केंद्रिता और खेल से प्रेरित पीढ़ी का निर्माण करना चाहते हैं।” उन्होंने आगे लिखा, “पापा, जो लोग आपको अच्छी तरह जानते हैं, वे इस खेल के प्रति आपके जुनून को समझते हैं। 70 साल की उम्र में भी आप बैडमिंटन के बारे में सोचते हैं, खाते हैं और सांस लेते हैं। हम आपके इस जुनून को वास्तविकता में बदलने के लिए प्रतिबद्ध हैं: सबके लिए बैडमिंटन! जन्मदिन की शुभकामनाएं पापा!”

पीएसबी ने भारत के 18 शहरों में 75 ग्रासरूट कोचिंग केंद्र स्थापित किए हैं, जिनमें बेंगलुरु, मुंबई, चेन्नई, एनसीआर, पुणे, मैसूर, जयपुर, देहरादून, कोयंबटूर, सांगली, सूरत, नासिक, पानीपत, उदयपुर आदि शामिल हैं। इस स्कूल का लक्ष्य इस साल के अंत तक 100 केंद्रों और अगले तीन वर्षों में 250 केंद्रों तक विस्तार करना है। प्रकाश पादुकोण के मार्गदर्शन में विकसित एक मानकीकृत और स्केलेबल कोचिंग पद्धति के माध्यम से पीएसबी स्कूल बच्चों से लेकर कामकाजी पेशेवरों तक बैडमिंटन के प्रति रुचि जगाना चाहता है। इसके अलावा, 100 से अधिक कोचों को एक मानकीकृत सर्टिफिकेशन प्रोग्राम के माध्यम से प्रशिक्षित किया गया है, ताकि निरंतर और उच्च गुणवत्ता वाला प्रशिक्षण सुनिश्चित हो सके।

प्रकाश पादुकोण, पीएसबी के मेंटर, ने कहा, “खेल बड़ा होने का एक अभिन्न अंग है। यह अनुशासन, लचीलापन और जीतने की मानसिकता पैदा करता है, जो कोर्ट के बाहर भी प्रभाव डालता है। पीएसबी के माध्यम से हमारा लक्ष्य गुणवत्तापूर्ण कोचिंग को सभी के लिए किफायती और सुलभ बनाना, ग्रासरूट स्तर पर प्रतिभा का पोषण करना और भारतीय बैडमिंटन के भविष्य के लिए एक मजबूत नींव तैयार करना है।”

दीपिका स्वयं एक राष्ट्रीय स्तर की बैडमिंटन खिलाड़ी रह चुकी हैं और उनका बचपन बैडमिंटन कोर्ट पर बीता है। नेशनल जियो के ‘मेगा आइकन्स’ शो में उन्होंने कहा था, “मेरा जीवन बैडमिंटन था। सुबह 4-5 बजे उठकर शारीरिक प्रशिक्षण, फिर स्कूल, स्कूल खत्म होने के बाद कोर्ट पर वापस। दोस्तों के साथ समय बिताने, टीवी देखने या सिनेमा देखने का समय नहीं था।” हालांकि, बाद में उन्होंने मॉडलिंग और अभिनय का रास्ता चुना, जिसने उन्हें बॉलीवुड के शीर्ष पर पहुंचा दिया।

पेशेवर जीवन में, दीपिका हाल ही में निर्देशक अटली के आगामी प्रोजेक्ट ‘AA22 x A6’ में तेलुगु सुपरस्टार अल्लु अर्जुन के साथ शामिल हुई हैं। यह उनके दक्षिण भारतीय सिनेमा में पहला प्रवेश है और इस तिकड़ी का पहला सहयोग है। 7 जून को सन पिक्चर्स द्वारा जारी घोषणा वीडियो ने सोशल मीडिया पर व्यापक उत्साह पैदा किया है, जिसमें दीपिका को ‘द क्वीन’ के रूप में स्वागत किया गया है।

पादुकोण स्कूल ऑफ बैडमिंटन भारत के खेल परिदृश्य में एक नया अध्याय शुरू कर रहा है। दीपिका की यह पहल उनके पिता की विरासत को आगे ले जा रही है और भारत को एक खेलप्रिय राष्ट्र बनाने में मदद कर रही है।

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जो रूट भारत के खिलाफ बना सकते हैं टेस्ट इतिहास https://ekolkata24.com/sports-news/india-tour-joe-root-set-to-break-multiple-records-in-upcoming-test-series Mon, 09 Jun 2025 09:16:13 +0000 https://ekolkata24.com/?p=51222 लीड्स में 20 जून से शुरू होने वाली भारत और इंग्लैंड के बीच पांच टेस्ट मैचों की रोमांचक सीरीज का आगाज होने जा रहा है। इस सीरीज में सभी की नजरें इंग्लैंड के पूर्व कप्तान और स्टार बल्लेबाज जो रूट (Joe Root) पर टिकी होंगी। टेस्ट क्रिकेट में इंग्लैंड के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले जो रूट के पास इस सीरीज में भारत के खिलाफ इतिहास रचने का सुनहरा मौका है। अगर वह इस पांच मैचों की सीरीज में 154 रन बना लेते हैं, तो वह टेस्ट क्रिकेट में भारत के खिलाफ 3000 रन का माइलस्टोन छूने वाले दुनिया के पहले बल्लेबाज बन जाएंगे। यह उपलब्धि न केवल उनके करियर का एक ऐतिहासिक क्षण होगा, बल्कि टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में भी एक नया अध्याय जोड़ेगा।

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जो रूट ने 2012 में भारत के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया था और अब तक उन्होंने 30 टेस्ट मैचों में 2846 रन बनाए हैं। उनका औसत 58.08 है, जिसमें 10 शतक और 11 अर्धशतक शामिल हैं। भारत के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाजों की सूची में वह पहले स्थान पर हैं। उनके बाद ऑस्ट्रेलिया के रिकी पॉन्टिंग (2555 रन), इंग्लैंड के पूर्व कप्तान एलिस्टेयर कुक (2431 रन), ऑस्ट्रेलिया के स्टीव स्मिथ (2356 रन) और वेस्टइंडीज के क्लाइव लॉयड (2344 रन) का नंबर आता है। रूट की यह निरंतरता और भारत के खिलाफ शानदार प्रदर्शन उन्हें इस रिकॉर्ड के लिए सबसे मजबूत दावेदार बनाता है।

इसके अलावा, रूट का एक और लक्ष्य है ऑस्ट्रेलिया के स्टीव स्मिथ का भारत के खिलाफ 11 शतकों का रिकॉर्ड तोड़ना। अगर वह इस सीरीज में दो शतक लगा लेते हैं, तो वह स्मिथ को पीछे छोड़ देंगे। वर्तमान में भारत के खिलाफ सबसे ज्यादा शतक बनाने की सूची में स्मिथ के बाद रूट का नाम है, और उनके बाद गैरी सोबर्स, विव रिचर्ड्स और रिकी पॉन्टिंग हैं, जिनके नाम 8-8 शतक हैं। रूट के लिए यह सीरीज न केवल रनों के मामले में, बल्कि शतकों के रिकॉर्ड को तोड़ने के लिए भी महत्वपूर्ण होगी।

जो रूट विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) में भी सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं। उन्होंने 64 टेस्ट मैचों में 51.80 की औसत से 5543 रन बनाए हैं। अगर वह इस सीरीज में 457 रन बना लेते हैं, तो वह डब्ल्यूटीसी में 6000 रन पूरे करने वाले पहले बल्लेबाज बन जाएंगे। इस सूची में उनके बाद मार्नस लाबुशेन (4186 रन), स्टीव स्मिथ (4072 रन), बेन स्टोक्स (3312 रन) और उस्मान ख्वाजा (3165 रन) हैं। रूट का डब्ल्यूटीसी में यह संभावित रिकॉर्ड उनकी टेस्ट क्रिकेट में निरंतरता और उत्कृष्टता को और मजबूत करेगा।

पिछली बार जब भारत ने इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज खेली थी, तब रूट ने चार मैचों में 564 रन बनाए थे। इस बार अगर वह पांच मैचों की सीरीज में 373 रन बना लेते हैं, तो वह रिकी पॉन्टिंग के 13,378 टेस्ट रनों के रिकॉर्ड को तोड़कर टेस्ट क्रिकेट में दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज बन जाएंगे। वर्तमान में रूट के नाम 153 टेस्ट मैचों में 13,006 रन हैं, और वह टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वालों की सूची में पांचवें स्थान पर हैं। इस सूची में शीर्ष पर भारत के दिग्गज सचिन तेंदुलकर (15,921 रन) हैं, जिनके बाद रिकी पॉन्टिंग, जैक कैलिस (13,289 रन) और राहुल द्रविड़ (13,288 रन) का नंबर आता है।

पिछले महीने ट्रेंट ब्रिज में जिम्बाब्वे के खिलाफ चार दिवसीय टेस्ट मैच में जो रूट ने सबसे कम मैचों में 13,000 टेस्ट रन पूरे करने का रिकॉर्ड बनाया था। उन्होंने यह उपलब्धि 153 टेस्ट मैचों में हासिल की, जो जैक कैलिस (159 मैच), राहुल द्रविड़ (160 मैच), रिकी पॉन्टिंग (162 मैच) और सचिन तेंदुलकर (163 मैच) से तेज है। हालांकि, पारियों के हिसाब से सबसे कम समय में 13,000 रन बनाने का रिकॉर्ड अभी भी सचिन तेंदुलकर के नाम है, जिन्होंने 266 पारियों में यह आंकड़ा छुआ था, जबकि रूट को इसके लिए 279 पारियां लगीं।

रूट का यह शानदार फॉर्म और बल्लेबाजी कौशल भारत के लिए एक बड़ी चुनौती साबित हो सकता है। भारतीय गेंदबाजी आक्रमण, जिसमें जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज और रविचंद्रन अश्विन जैसे दिग्गज शामिल हैं, के लिए रूट जैसे अनुभवी और फॉर्म में चल रहे बल्लेबाज को रोकना आसान नहीं होगा। दूसरी ओर, भारतीय टीम भी अपने मजबूत बल्लेबाजी क्रम और गेंदबाजी आक्रमण के साथ इस सीरीज में जीत के लिए पूरी तरह तैयार है।

रूट की बल्लेबाजी शैली उनकी तकनीक, धैर्य और स्थिति को पढ़ने की क्षमता के लिए जानी जाती है। भारत के खिलाफ उनका पिछला रिकॉर्ड देखें तो उन्होंने हमेशा भारतीय गेंदबाजों को परेशान किया है। 2021 में चेन्नई टेस्ट में उन्होंने अपने 100वें टेस्ट में दोहरा शतक जड़ा था, जो उन्हें इस उपलब्धि तक पहुंचने वाला दुनिया का पहला बल्लेबाज बनाता है। उनकी यह निरंतरता और बड़े स्कोर बनाने की क्षमता उन्हें इस सीरीज में इंग्लैंड का सबसे महत्वपूर्ण खिलाड़ी बनाती है।

इसके अलावा, रूट 2024 में 1417 टेस्ट रन बना चुके हैं और उन्हें एक कैलेंडर वर्ष में कई बार 1500 टेस्ट रन बनाने वाले दूसरे बल्लेबाज बनने के लिए केवल 83 रनों की जरूरत है। यह रिकॉर्ड वर्तमान में रिकी पॉन्टिंग के नाम है, जिन्होंने 2003 और 2005 में यह कारनामा किया था। रूट की मौजूदा फॉर्म और उनके पिछले प्रदर्शन को देखते हुए, यह कहना गलत नहीं होगा कि वह इस सीरीज में कई रिकॉर्ड तोड़ सकते हैं।

कुल मिलाकर, जो रूट के लिए यह सीरीज न केवल व्यक्तिगत उपलब्धियों के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि इंग्लैंड की जीत में भी उनकी भूमिका अहम होगी। भारतीय टीम के लिए रूट को रोकना एक बड़ी चुनौती होगी, और यह देखना रोमांचक होगा कि क्या वह इस सीरीज में अपने रिकॉर्ड्स की झड़ी लगा पाते हैं। प्रशंसक इस हाई-वोल्टेज सीरीज का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, जहां रूट के बल्ले से रनों की बरसात होने की पूरी संभावना है। 

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मुंबई सिटी एफसी ने मिजोरम के स्टार फुटबॉलर को किया अपने साथ शामिल https://ekolkata24.com/sports-news/mumbai-city-fc-signs-mizoram-midfield-star-lalnuntluanga-bawitlung-on-three-year-deal Mon, 09 Jun 2025 08:35:08 +0000 https://ekolkata24.com/?p=51215 इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) की शीर्ष टीमों में से एक, मुंबई सिटी एफसी ने रविवार को एक बड़ी घोषणा करते हुए बताया कि उन्होंने श्रीनिदी डेक्कन एफसी से सेंट्रल मिडफील्डर लाल्नुनत्लुआंगा बावितलुंग (Lalnuntluanga Bawitlung) को अपनी टीम में शामिल किया है। 25 वर्षीय इस मिजोरम के प्रतिभाशाली फुटबॉलर ने मुंबई सिटी एफसी के साथ तीन साल का अनुबंध साइन किया है, जो उन्हें 2027-28 सीजन तक इस क्लब के साथ जोड़े रखेगा। यह साइनिंग न केवल मुंबई सिटी के मिडफील्ड को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि लाल्नुनत्लुआंगा के करियर के लिए भी एक बड़ा अवसर है।

पिछले तीन आई-लीग सीजन में लाल्नुनत्लुआंगा ने श्रीनिदी डेक्कन और रियल कश्मीर के लिए लगातार शानदार प्रदर्शन किया है। उन्होंने हर सीजन में 20 से अधिक मैचों में हिस्सा लिया और अपनी नियमितता, कौशल और समर्पण से सभी को प्रभावित किया। उनकी गतिशीलता, मैदान पर ऊर्जा और अनुशासित खेल ने उन्हें भारतीय फुटबॉल में एक उभरता सितारा बनाया है। मुंबई सिटी एफसी में शामिल होने के बाद उत्साहित लाल्नुनत्लुआंगा ने कहा, “मुंबई सिटी एफसी जैसे बड़े क्लब का हिस्सा बनना मेरे लिए गर्व की बात है। इस क्लब का इतिहास, इसकी परंपरा और संस्कृति अपने आप में एक पहचान है। मैं इस क्लब की सफलता में योगदान देने के लिए उत्सुक हूं। आईएसएल में खेलना मेरे करियर का एक महत्वपूर्ण पड़ाव है, और मैं उम्मीद करता हूं कि इस क्लब के अनुभवी खिलाड़ियों के साथ मिलकर मैं और बेहतर कर पाऊंगा।”

मुंबई सिटी एफसी के फुटबॉल निदेशक सुजय शर्मा ने इस साइनिंग की तारीफ करते हुए कहा, “लाल्नुनत्लुआंगा की गतिशीलता, निरंतरता और मैदान पर उनकी दृढ़ता ने हमें प्रभावित किया है। हमने उन्हें इस सीजन की सबसे महत्वपूर्ण साइनिंग्स में से एक माना है। वह मैदान पर हमेशा ऊर्जा, उत्साह और अनुशासन का प्रदर्शन करते हैं। हमें विश्वास है कि उनकी खूबियां हमारी मौजूदा टीम के खिलाड़ियों के साथ मिलकर एक मजबूत तालमेल बनाएंगी।”

लाल्नुनत्लुआंगा का आगमन मुंबई सिटी एफसी के मिडफील्ड में नई ताकत और गहराई लाने की उम्मीद है। उनकी युवा ऊर्जा और अनुभव का मिश्रण टीम के लिए एक मूल्यवान संपत्ति साबित हो सकता है। आई-लीग से आईएसएल में यह बदलाव उनके करियर के लिए एक महत्वपूर्ण छलांग है, और प्रशंसकों को उम्मीद है कि वह इस बड़े मंच पर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाएंगे।

लाल्नुनत्लुआंगा का अब तक का सफर
मिजोरम, जो भारतीय फुटबॉल के लिए कई प्रतिभाशाली खिलाड़ी दे चुका है, वहां से आने वाले लाल्नुनत्लुआंगा ने अपने करियर की शुरुआत स्थानीय स्तर पर की। उन्होंने मिजोरम प्रीमियर लीग और अन्य क्षेत्रीय टूर्नामेंट्स में अपने खेल से ध्यान खींचा। इसके बाद, उन्होंने रियल कश्मीर और श्रीनिदी डेक्कन जैसी आई-लीग की मजबूत टीमों के लिए खेलते हुए अपनी पहचान बनाई। इन क्लबों के लिए खेलते हुए उन्होंने न केवल मिडफील्ड में अपनी पकड़ मजबूत की, बल्कि महत्वपूर्ण मौकों पर गोल और असिस्ट भी किए। उनकी पासिंग रेंज, गेंद पर नियंत्रण और खेल को पढ़ने की क्षमता ने उन्हें कोचों और प्रशंसकों का पसंदीदा बनाया।

आई-लीग में उनके प्रदर्शन को देखते हुए, यह स्पष्ट था कि वह जल्द ही किसी बड़े मंच पर अपनी जगह बनाएंगे। मुंबई सिटी एफसी जैसे क्लब का हिस्सा बनना उनके लिए एक स्वप्निल अवसर है। यह क्लब न केवल अपनी मजबूत टीम के लिए जाना जाता है, बल्कि अपने प्रशिक्षण सुविधाओं, कोचिंग स्टाफ और प्रशंसक आधार के लिए भी मशहूर है।

मुंबई सिटी एफसी की रणनीति
मुंबई सिटी एफसी ने हाल के वर्षों में आईएसएल में अपनी बादशाहत साबित की है। 2020-21 सीजन में उन्होंने लीग शील्ड और आईएसएल ट्रॉफी दोनों जीती थीं, और तब से वे लगातार शीर्ष पर बने रहने की कोशिश कर रहे हैं। इस सीजन के लिए, क्लब ने अपनी टीम को और मजबूत करने के लिए कई रणनीतिक साइनिंग्स की हैं, और लाल्नुनत्लुआंगा का शामिल होना उसी दिशा में एक कदम है।

मिडफील्ड में गहराई और संतुलन लाने के लिए लाल्नुनत्लुआंगा जैसे युवा और ऊर्जावान खिलाड़ी की जरूरत थी। उनकी मौजूदगी से न केवल टीम को रक्षात्मक और आक्रामक दोनों स्तरों पर मजबूती मिलेगी, बल्कि अनुभवी खिलाड़ियों को भी अतिरिक्त समर्थन मिलेगा। क्लब के कोच और प्रबंधन को उम्मीद है कि वह जल्दी ही टीम की रणनीति में ढल जाएंगे और मैदान पर प्रभाव डालेंगे।

प्रशंसकों की उम्मीदें
मुंबई सिटी एफसी के प्रशंसक, जिन्हें ‘आइलैंडर्स’ के नाम से जाना जाता है, इस साइनिंग से बेहद उत्साहित हैं। सोशल मीडिया पर प्रशंसकों ने लाल्नुनत्लुआंगा का स्वागत करते हुए उनकी प्रतिभा की तारीफ की है। कई प्रशंसकों का मानना है कि वह मिडफील्ड में एक गेम-चेंजर साबित हो सकते हैं। उनकी गति, तकनीक और मैदान पर मेहनत उन्हें एक ऐसे खिलाड़ी के रूप में पेश करती है, जो बड़े मैचों में फर्क डाल सकता है।

आगे की राह
लाल्नुनत्लुआंगा के लिए आईएसएल एक नई चुनौती है। यह लीग न केवल भारत की सबसे प्रतिष्ठित फुटबॉल लीग है, बल्कि इसमें कई अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी और कोच भी शामिल हैं। उनके सामने अब खुद को इस बड़े मंच पर साबित करने की जिम्मेदारी है। हालांकि, उनकी अब तक की उपलब्धियां और आत्मविश्वास को देखते हुए, यह कहा जा सकता है कि वह इस चुनौती के लिए तैयार हैं।

मुंबई सिटी एफसी के लिए यह सीजन महत्वपूर्ण है, क्योंकि वे एक बार फिर ट्रॉफी जीतने की उम्मीद कर रहे हैं। लाल्नुनत्लुआंगा जैसे युवा खिलाड़ियों के साथ, क्लब का भविष्य उज्ज्वल दिख रहा है। प्रशंसक और विश्लेषक यह देखने के लिए उत्सुक हैं कि यह मिजोरम का सितारा मुंबई सिटी के नीले रंग में कैसा प्रदर्शन करता है।

कुल मिलाकर, लाल्नुनत्लुआंगा की यह साइनिंग भारतीय फुटबॉल के लिए भी एक सकारात्मक संदेश है। यह दर्शाता है कि मेहनत, प्रतिभा और समर्पण के साथ, छोटे शहरों और राज्यों के खिलाड़ी भी देश के सबसे बड़े मंच पर अपनी जगह बना सकते हैं।

 

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BBL: मेलबर्न स्टार्स ने क्वींसलैंड के स्पिनर मिशेल स्वेपसन को तीन साल के लिए साइन किया https://ekolkata24.com/sports-news/melbourne-stars-sign-queensland-spinner-mitchell-swepson-to-three-year-deal-in-bbl Thu, 06 Feb 2025 10:13:00 +0000 https://ekolkata24.com/?p=50485 बीबीएल टीम मेलबर्न स्टार्स ने क्वींसलैंड के लेग स्पिनर मिशेल स्वेपसन को तीन साल के अनुबंध पर साइन किया है। यह सौदा बीबीएल की पहली खिलाड़ी मूवमेंट विंडो के आखिरी दिन किया गया।

स्वेपसन ने हाल ही में बीबीएल सीजन में ब्रिसबेन हीट के लिए कप्तानी की थी, जब कॉलिन मुनरो चोटिल हो गए थे। स्वेपसन ने एक दशक तक ब्रिसबेन हीट के लिए खेला और 2023-24 बीबीएल सीजन में टीम की चैंपियनशिप जीत में अहम भूमिका निभाई थी। हालांकि, अगले सीजन में उनका प्रदर्शन बहुत अच्छा नहीं रहा, उन्होंने नौ मैचों में केवल चार विकेट लिए और उनकी इकोनॉमी रेट 8.93 रही।

स्वेपसन ने कहा, “सबसे पहले, मैं ब्रिसबेन हीट का धन्यवाद करना चाहता हूं, जिन्होंने मुझे कई अवसर दिए और मेरी टी20 करियर की शुरुआत की। मैं हमेशा उनके और मेरे परिवार के लिए उनके समर्थन का आभारी रहूंगा।”

उन्होंने आगे कहा, “मैं मेलबर्न स्टार्स के लिए साइन करने को लेकर बहुत उत्साहित हूं। इस साल दूर से टीम को देख रहा था, और मुझे लगता है कि टीम ने बहुत बड़ी छलांग लगाई है। मैं अगले समर में मेलबर्न और MCG में खेलने के लिए इंतजार नहीं कर सकता।”

स्वेपसन ने ऑस्ट्रेलिया के लिए टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट भी खेला है, लेकिन वह 2022 के बाद से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से बाहर हैं।

मेलबर्न स्टार्स के जनरल मैनेजर ब्लेयर क्राउच ने कहा, “हम एक उच्च प्रदर्शन करने वाले घरेलू स्पिनर की तलाश में थे और मिशेल स्टार्स के हमले का महत्वपूर्ण हिस्सा बनेंगे। इसके अलावा, उनका टी20 क्रिकेट का अनुभव और नेतृत्व टीम के लिए बहुत महत्वपूर्ण होगा।”

इस बीच, मेलबर्न रेनेगेड्स ने होबार्ट Hurricanes के टाइटल-विनिंग ओपनर कैलिब ज्वेल को साइन किया है। उन्हें दो साल के अनुबंध पर साइन किया गया है। रेनेगेड्स ने फ्री एजेंट्स जेसन बेहरेनडॉर्फ और ब्रेंडन डॉग्गेट को भी साइन किया है।

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कपिल देव का रिकॉर्ड तोड़ने से मात्र छह विकेट दूर जसप्रीत बुमराह https://ekolkata24.com/sports-news/jasprit-bumrah-six-wickets-away-from-making-history-against-australia Wed, 25 Dec 2024 20:35:13 +0000 https://ekolkata24.com/?p=50469 बॉक्सिंग डे टेस्ट में भारतीय टीम के प्रमुख तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) इतिहास रचने के करीब हैं। मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (MCG) पर गुरुवार, 26 दिसंबर से शुरू होने वाले टेस्ट मैच में बुमराह कपिल देव का रिकॉर्ड तोड़ने की दहलीज पर खड़े हैं।

चल रही टेस्ट सीरीज में बुमराह भारतीय गेंदबाजी के प्रमुख सितारे रहे हैं। उन्होंने अब तक तीन मैचों में 21 विकेट लेकर सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज का स्थान हासिल किया है। पहले तीन टेस्ट में दो बार 5 विकेट लेकर उन्होंने अपनी काबिलियत साबित की है। अब बुमराह का लक्ष्य 6 विकेट लेकर टेस्ट क्रिकेट में 200 विकेट पूरे करना है। यदि वह ऐसा करते हैं, तो वह कपिल देव को पीछे छोड़ते हुए यह उपलब्धि हासिल करने वाले सबसे तेज भारतीय तेज गेंदबाज बन जाएंगे।

कपिल देव ने 200 टेस्ट विकेट 50 मैचों में पूरे किए थे। बुमराह यदि 6 विकेट लेते हैं, तो वह मात्र 44 टेस्ट मैचों में इस रिकॉर्ड को तोड़ देंगे। फिलहाल उनके नाम 194 विकेट हैं, उनका औसत 19.52 है और उन्होंने 12 बार 5 विकेट लिए हैं।

ऑस्ट्रेलिया में बुमराह का जलवा
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चल रही टेस्ट सीरीज में बुमराह का प्रदर्शन शानदार रहा है। पहले टेस्ट में, जो पर्थ में खेला गया था, बुमराह ने रोहित शर्मा की गैरमौजूदगी में भारत को 295 रनों की बड़ी जीत दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने उस मैच में 8 विकेट लिए।

दूसरे टेस्ट में, जो एडिलेड में खेला गया, बुमराह ने मेजबानों की पहली पारी में 4 विकेट लेकर अपनी धार दिखाई। हालांकि, भारत वह मैच 10 विकेट से हार गया, लेकिन बुमराह अकेले संघर्ष करते नजर आए।

तीसरे टेस्ट में, जो गाबा में बारिश से प्रभावित रहा, बुमराह ने कुल 9 विकेट लिए और सीरीज में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज बन गए।

विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल की दौड़ में भारत
बॉक्सिंग डे टेस्ट बुमराह और टीम इंडिया दोनों के लिए बेहद अहम है। सीरीज फिलहाल बराबरी पर है, और यह मैच भारत के लिए विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) 2023-25 फाइनल में पहुंचने की राह तय कर सकता है। यदि भारत यह मैच हारता है, तो फाइनल में जगह बनाने की उसकी उम्मीदें लगभग खत्म हो जाएंगी।

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डे/नाइट टेस्ट मैचों में सर्वाधिक व्यक्तिगत स्कोर https://ekolkata24.com/sports-news/david-warner-to-azhar-ali-best-individual-performances-in-day-night-tests Mon, 02 Dec 2024 19:38:24 +0000 https://ekolkata24.com/?p=50447 टेस्ट क्रिकेट में डे/नाइट (Day/Night Test) मैच की शुरुआत 2015 में हुई थी, ताकि दर्शकों को और अधिक आकर्षित किया जा सके। पारंपरिक लाल गेंद की जगह इन मैचों में गुलाबी गेंद का उपयोग किया जाता है, जो रात में बेहतर दृश्यता प्रदान करती है।

पहला गुलाबी गेंद टेस्ट मैच ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच एडिलेड में खेला गया था। इस मैच को ऑस्ट्रेलिया ने तीन विकेट से जीता था।

गुलाबी गेंद की खासियत है कि यह शाम के समय ज्यादा स्विंग और सीम मूवमेंट करती है। इसके बावजूद कई बल्लेबाजों ने शानदार पारियां खेलकर अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया है। आइए डे/नाइट टेस्ट मैचों में टॉप 5 व्यक्तिगत स्कोर पर नजर डालते हैं।

5. ट्रैविस हेड – 175 (वेस्ट इंडीज के खिलाफ, 2022)
2022 में एडिलेड में ट्रैविस हेड ने वेस्ट इंडीज के खिलाफ 175 रन की तेजतर्रार पारी खेली। उनकी इस पारी ने ऑस्ट्रेलिया को पहली पारी में 511 रन का विशाल स्कोर बनाने में मदद की। ऑस्ट्रेलिया ने यह मैच 409 रन से जीता और हेड को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया।

4. दिमुथ करुणारत्ने – 196 (पाकिस्तान के खिलाफ, 2017)
2017 में दुबई में पाकिस्तान के खिलाफ दिमुथ करुणारत्ने ने 196 रन की शानदार पारी खेली। उनकी इस पारी में 19 चौके और 1 छक्का शामिल था। श्रीलंका ने 482 रन बनाए और यह मैच 68 रन से जीता। करुणारत्ने को प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार दिया गया।

3. एलेस्टेयर कुक – 243 (वेस्ट इंडीज के खिलाफ, 2017)
2017 में बर्मिंघम में वेस्ट इंडीज के खिलाफ एलेस्टेयर कुक ने 243 रन की शानदार पारी खेली। उनकी इस पारी में 33 चौके शामिल थे। इंग्लैंड ने यह मैच एक पारी और 209 रन से जीता।

2. अजहर अली – 302 (वेस्ट इंडीज के खिलाफ, 2016)*
2016 में पाकिस्तान के अजहर अली ने वेस्ट इंडीज के खिलाफ 302 रन की नाबाद पारी खेली। यह डे/नाइट टेस्ट में पहला ट्रिपल सेंचुरी स्कोर था। उनकी पारी में 23 चौके और 2 छक्के शामिल थे। पाकिस्तान ने यह मैच 56 रन से जीता।

1. डेविड वॉर्नर – 335 (पाकिस्तान के खिलाफ, 2019)*
2019 में पाकिस्तान के खिलाफ डेविड वॉर्नर ने 335 रन की नाबाद पारी खेली, जो डे/नाइट टेस्ट मैचों में अब तक का सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर है। उनकी इस पारी की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने मैच एक पारी और 48 रन से जीता।

(सभी आंकड़े 1 दिसंबर 2024 तक अपडेट किए गए हैं।)

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Arjun Erigaisi: 2800 ईएलओ रेटिंग पार करने वाले दूसरे भारतीय ग्रैंडमास्टर https://ekolkata24.com/sports-news/arjun-erigaisi-ranks-world-no-3-with-2800-elo-in-chess-history Sun, 01 Dec 2024 17:58:21 +0000 https://ekolkata24.com/?p=50433 भारत के होनहार ग्रैंडमास्टर अर्जुन एरिगैसी (Arjun Erigaisi) ने विश्वनाथन आनंद के बाद इतिहास रचते हुए 2800 ईएलओ रेटिंग का स्वर्ण मानक पार कर लिया है। वह इस ऐतिहासिक उपलब्धि को हासिल करने वाले दूसरे भारतीय हैं।

ऐतिहासिक उपलब्धि:

अर्जुन ने यह कारनामा यूरोपीय शतरंज क्लब कप 2024 में अल्कालॉइड टीम के लिए खेलते हुए रूस के दिमित्री आंद्रेइकिन को हराकर किया। सफेद मोहरों से खेलते हुए अर्जुन ने यह जीत हासिल की। इसके साथ ही वह लाइव रेटिंग सूची में विश्व नंबर 3 बन गए हैं।

अर्जुन भारतीय इतिहास में सबसे कम उम्र में 2800 रेटिंग पार करने वाले खिलाड़ी बन गए हैं। विश्व स्तर पर, यह उपलब्धि सबसे पहले फ्रांस के अलीरेजा फिरौजा ने 18 साल और 5 महीने की उम्र में हासिल की थी।

अर्जुन की हाल की उपलब्धियां:
पिछले कुछ महीनों में अर्जुन का प्रदर्शन शानदार रहा है। उन्होंने 2024 बुडापेस्ट शतरंज ओलंपियाड में व्यक्तिगत और टीम स्वर्ण पदक जीता। इसके अलावा, टेपे सिगेमैन शतरंज टूर्नामेंट में दूसरा स्थान और शारजाह मास्टर्स ओपन में पांचवां स्थान हासिल किया।

इसके साथ ही उन्होंने मेनोर्का ओपन खिताब और 2024 डब्ल्यूआर चेस मास्टर्स कप भी जीता, जिसमें उन्होंने फ्रांस के मैक्सिम वाचियर-लाग्रेव को हराया।

विश्व के शीर्ष रेटेड खिलाड़ियों में अर्जुन का नाम शामिल:
शतरंज के इतिहास में अब तक के सर्वाधिक रेटिंग वाले खिलाड़ी:
मैग्नस कार्लसन (नॉर्वे) – 2882
गैरी कास्पारोव (रूस) – 2851
फैबियानो कारुआना (अमेरिका) – 2844
अर्जुन एरिगैसी (भारत) – 2802.1
अर्जुन की सफलता भारतीय शतरंज के लिए गौरव का क्षण है।

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ओडिशा ने बेंगलुरु को हराया, छेत्री के गोल बेअसर https://ekolkata24.com/sports-news/sunil-chhetris-goal-falls-short-as-odisha-fc-secures-another-win Sun, 01 Dec 2024 17:45:35 +0000 https://ekolkata24.com/?p=50430 ओडिशा एफसी (Odisha FC) ने रविवार को इंडियन सुपर लीग के रोमांचक मुकाबले में बेंगलुरु एफसी को 4-2 से हराकर अपनी जीत का सिलसिला जारी रखा। भुवनेश्वर के कलिंगा स्टेडियम में खेले गए इस मुकाबले में ओडिशा की तरफ से जे माउइह्मिंगथांगा, मोर्तज़ा फॉल और डिएगो मॉरिसियो (2 गोल) ने गोल किए। वहीं, बेंगलुरु के लिए सुनील छेत्री और एडगर मेंडेज़ ने गोल दागे।

मैच का विश्लेषण
मैच की शुरुआत से ही ओडिशा एफसी ने आक्रामक खेल दिखाया। सिर्फ 10 मिनट में जे माउइह्मिंगथांगा ने शानदार गोल कर टीम को बढ़त दिलाई। इसके बाद 30वें मिनट में डिफेंडर मोर्तज़ा फॉल ने हेडर के जरिए दूसरा गोल किया।

पहले हाफ के अंत में डिएगो मॉरिसियो ने तीसरा गोल करके ओडिशा को मजबूत स्थिति में ला दिया। 3-0 की बढ़त के साथ ओडिशा ने पहले हाफ का समापन किया। बेंगलुरु के कोच जेरार्ड जरागोजा ने दूसरे हाफ में रणनीति बदलने की कोशिश की, लेकिन ओडिशा के मजबूत डिफेंस और तेज़ आक्रमण के सामने उनकी रणनीति नाकाम रही।

बेंगलुरु की वापसी की कोशिश
दूसरे हाफ में सुनील छेत्री ने टीम के लिए पहला गोल किया, जिससे टीम के खिलाड़ियों का आत्मविश्वास बढ़ा। हालांकि, 60वें मिनट में डिएगो मॉरिसियो ने अपना दूसरा गोल दागकर बेंगलुरु की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। एडगर मेंडेज़ ने अंत में एक गोल करके अंतर कम किया, लेकिन ओडिशा की जीत को रोक नहीं सके।

ओडिशा की लगातार सफलता
इस सीज़न में सर्जियो लोबेरा की कोचिंग में ओडिशा एफसी बेहतरीन प्रदर्शन कर रही है। पिछले मैच में हैदराबाद एफसी के खिलाफ बड़ी जीत ने टीम को आत्मविश्वास से भर दिया था। मिडफील्ड में ह्यूगो बौमस और अटैक में डिएगो मॉरिसियो की अगुवाई में ओडिशा लीग में शीर्ष स्थान पर बने रहने के लिए प्रतिबद्ध है।

फैंस की प्रतिक्रिया
कलिंगा स्टेडियम में ओडिशा के फैंस अपनी टीम की इस शानदार जीत से बेहद खुश थे। वहीं, बेंगलुरु के समर्थक सुनील छेत्री के प्रदर्शन से संतुष्ट दिखे, लेकिन टीम की हार ने उन्हें निराश किया।

इस जीत के साथ ओडिशा एफसी ने यह साबित कर दिया कि वह इस सीज़न की सबसे मजबूत टीमों में से एक है। दूसरी ओर, बेंगलुरु को अपने प्रदर्शन में सुधार करने की सख्त ज़रूरत है। आगामी मैचों में दोनों टीमों से और बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद की जा रही है।

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ईस्ट बंगाल की नजर में उज़्बेक डिफेंडर बाबुरबेक यूलदाशेव https://ekolkata24.com/sports-news/boburbek-yuldashev-the-potential-solution-to-east-bengals-defensive-woes Sun, 01 Dec 2024 15:20:20 +0000 https://ekolkata24.com/?p=50421 पिछले सीजन में इमामी ईस्ट बंगाल (East Bengal) ने ट्रांसफर मार्केट में कुछ बड़े कदम उठाए थे। कई हाई-प्रोफाइल खिलाड़ियों को टीम में शामिल किया गया, जिससे प्रशंसकों में नए जोश का संचार हुआ। लेकिन मैदान पर यह उम्मीदें पूरी नहीं हो पाईं। डूरंड कप के क्वार्टर फाइनल में आई-लीग टीम के खिलाफ हार और इंडियन सुपर लीग में शुरुआती छह मैचों में हार ने टीम के प्रदर्शन पर सवाल खड़े कर दिए। इस समय टीम पॉइंट्स टेबल में सबसे नीचे है और इसे फिर से उठाने के लिए बड़े बदलावों की जरूरत है।

स्पैनिश कोच कार्लेस कुआड्रेट के टीम छोड़ने के बाद उनकी जगह ऑस्कर ब्रूज़न को नियुक्त किया गया। उनके आने के बाद टीम ने नॉर्थईस्ट यूनाइटेड के खिलाफ पहली जीत हासिल की। हालांकि यह जीत प्रशंसकों को थोड़ी राहत दे सकती है, लेकिन टीम के कुछ खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर सवाल बने हुए हैं।

खासतौर पर, स्पैनिश डिफेंडर हेक्टर युस्ते और ब्राजीलियन स्टार क्लेटन सिल्वा का प्रदर्शन कोच की आलोचना का केंद्र बना हुआ है। युस्ते ने पहले एएफसी चैलेंज लीग में चोटिल होने के बाद टीम से बाहर रहकर वापसी की थी। हालांकि, उनकी मौजूदा फॉर्म संतोषजनक नहीं है। ऐसे में टीम मैनेजमेंट ने उन्हें विंटर ट्रांसफर विंडो में रिलीज़ करने का फैसला किया है।

Boburbek Yuldashev: The Potential Solution to East Bengal’s Defensive Woes

युस्ते की जगह टीम उज़्बेकिस्तान के डिफेंडर बाबुरबेक यूलदाशेव को टीम में शामिल करने पर विचार कर रही है। 31 वर्षीय यह सेंटर बैक वर्तमान में बुनीयादकोर ताशकंद क्लब के लिए खेल रहे हैं। उन्होंने वहां की लीग में 11 मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 2 गोल और 1 असिस्ट किया है। उनकी शारीरिक क्षमता, अनुभव और खेल में प्रभाव डालने की क्षमता ईस्ट बंगाल की रक्षा पंक्ति को मजबूती दे सकती है।

हालांकि, बाबुरबेक के साथ अनुबंध अभी तक अंतिम नहीं हुआ है। टीम प्रबंधन इस पर विचार कर रहा है। उनकी प्राथमिकता टीम की डिफेंस को मजबूत करना और आईएसएल में बेहतर प्रदर्शन करना है। प्रशंसकों को उम्मीद है कि नए खिलाड़ी के जुड़ने और नए कोच की रणनीति से टीम फिर से वापसी करेगी।

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डे-नाइट टेस्ट में भारत के टॉप 5 विकेट लेने वाले गेंदबाज https://ekolkata24.com/sports-news/top-5-indian-wicket-takers-in-day-night-test-matches Sun, 01 Dec 2024 14:07:30 +0000 https://ekolkata24.com/?p=50418 टेस्ट क्रिकेट में दर्शकों की घटती रुचि को बढ़ाने के लिए डे-नाइट टेस्ट (Day-Night Test) मैचों की शुरुआत की गई। इस प्रारूप को और भी खास बनाता है गुलाबी गेंद का उपयोग, जो पारंपरिक लाल गेंद से अलग चुनौतियां पेश करता है। भारत ने अपना पहला डे-नाइट टेस्ट नवंबर 2019 में कोलकाता के ईडन गार्डन में बांग्लादेश के खिलाफ खेला था।

डे-नाइट टेस्ट में भारत का रिकॉर्ड बेहतरीन रहा है। खासतौर पर घरेलू मैदानों पर भारत ने अब तक खेले गए तीनों गुलाबी गेंद टेस्ट मैच जीते हैं। इस सफलता का बड़ा श्रेय भारतीय गेंदबाजों को जाता है जिन्होंने शानदार प्रदर्शन किया है। इस लेख में हम भारत के उन 5 गेंदबाजों के बारे में बात करेंगे जिन्होंने डे-नाइट टेस्ट में सबसे ज्यादा विकेट लिए हैं।

5. इशांत शर्मा – 10 विकेट
भारत के अनुभवी तेज गेंदबाज इशांत शर्मा पहले भारतीय गेंदबाज हैं जिन्होंने गुलाबी गेंद टेस्ट में पांच विकेट लेने का कारनामा किया। उन्होंने बांग्लादेश और इंग्लैंड के खिलाफ दो डे-नाइट टेस्ट खेले।

इन दो मैचों में इशांत ने कुल 10 विकेट लिए। उनकी सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी 5/22 की थी, जो उन्होंने ईडन गार्डन में बांग्लादेश के खिलाफ हासिल की।

4. जसप्रीत बुमराह – 10 विकेट
भारत के प्रमुख तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने अब तक तीन डे-नाइट टेस्ट खेले हैं। इन तीन मैचों में उन्होंने 14.50 की औसत से 10 विकेट लिए।

बेंगलुरु में श्रीलंका के खिलाफ उनका प्रदर्शन शानदार था। उन्होंने मैच में कुल 8 विकेट झटके, जिसमें एक पारी में 5/24 का बेहतरीन प्रदर्शन शामिल था।

3. उमेश यादव – 11 विकेट
उमेश यादव भारतीय टेस्ट टीम के सबसे अंडररेटेड तेज गेंदबाजों में से एक हैं। उन्होंने बांग्लादेश और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दो डे-नाइट टेस्ट खेले।

इन दोनों मैचों में उमेश ने 15.54 की औसत से 11 विकेट लिए। उनकी सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी 5/53 की थी, जो उन्होंने ईडन गार्डन में बांग्लादेश के खिलाफ की थी।

2. अक्षर पटेल – 14 विकेट
अक्षर पटेल ने दो डे-नाइट टेस्ट खेले हैं – इंग्लैंड के खिलाफ अहमदाबाद में और श्रीलंका के खिलाफ बेंगलुरु में। अहमदाबाद टेस्ट में उनका प्रदर्शन अविश्वसनीय था।

उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ 6/38 और 5/32 के आंकड़ों के साथ मैन ऑफ द मैच का खिताब जीता। उन्होंने दो मैचों में कुल 14 विकेट लिए और उनकी औसत मात्र 9.14 रही।

1. रविचंद्रन अश्विन – 18 विकेट
भारत के अनुभवी स्पिनर रविचंद्रन अश्विन डे-नाइट टेस्ट में भारत के सबसे सफल गेंदबाज हैं। उन्होंने चार गुलाबी गेंद टेस्ट खेले और 13.83 की औसत से 18 विकेट लिए।

हालांकि, वह अभी तक पांच विकेट नहीं ले पाए हैं, लेकिन उन्होंने तीन मैचों में चार-चार विकेट लिए हैं। उनका प्रदर्शन ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और श्रीलंका के खिलाफ शानदार रहा है।

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हैरी केन चोटिल, बायर्न म्यूनिख के अगले मैच से बाहर https://ekolkata24.com/sports-news/bayern-munichs-title-hopes-hit-as-harry-kane-suffers-hamstring-strain Sun, 01 Dec 2024 13:53:42 +0000 https://ekolkata24.com/?p=50414 बायर्न म्यूनिख को बड़ा झटका लगा है। टीम के स्टार खिलाड़ी हैरी केन (Harry Kane) को चोट के कारण मैदान से बाहर होना पड़ा। डॉर्टमुंड के खिलाफ पिछले मैच में उनके हैमस्ट्रिंग में खिंचाव आ गया, जिसके कारण वह मंगलवार को जर्मन कप में बायर लेवरकुसेन के खिलाफ होने वाले महत्वपूर्ण मुकाबले में नहीं खेल पाएंगे।

डॉर्टमुंड के खिलाफ मुकाबले में 38वें मिनट में केन को मैदान छोड़ना पड़ा। उस समय बायर्न 1-0 से पिछड़ रहा था। डॉर्टमुंड के लिए यह गोल जेमी गिटेंस ने किया। केन के बिना बायर्न के खेल में कमी साफ दिखी।

दूसरे हाफ में बायर्न ने कई बेहतरीन मौके बनाए लेकिन उन्हें भुनाने में नाकाम रहा। आखिरकार, मैच के 85वें मिनट में जमाल मुसियाला के हेडर ने टीम को बराबरी दिलाई। इस ड्रॉ के बावजूद, बायर्न की जीत की लय टूट गई।

मैच के बाद बायर्न के कोच विंसेंट कंपनी ने कहा, “हम हमेशा तीन अंक हासिल करना चाहते हैं, लेकिन आज ऐसा नहीं हो सका। हमें सच्चाई को स्वीकार करना होगा।”

केन की अनुपस्थिति का असर
हैरी केन के बायर्न म्यूनिख में शामिल होने के बाद से वह शानदार फॉर्म में हैं। इस सीज़न में उन्होंने अब तक 19 मैचों में 20 गोल किए हैं। उनकी निरंतरता और गोल करने की क्षमता बायर्न की सफलता की कुंजी रही है।

चोट लगने से पहले केन ने हर प्रतियोगिता में टीम के लिए अहम योगदान दिया। उनकी गैरमौजूदगी में बायर्न के आक्रमण में कमी आ सकती है। इस सीज़न में केन ने अपनी फिटनेस के दम पर बायर्न को कई मैच जिताए हैं। यही वजह है कि बायर्न ने उन पर बड़ा निवेश किया।

टीम के लिए केन का जल्द ठीक होना बेहद जरूरी है। कोच और प्रशंसकों को उम्मीद है कि वह जल्द ही मैदान पर वापसी करेंगे और टीम के आक्रमण की कमान संभालेंगे।

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अयोध्या में ‘श्री राम प्रीमियर क्रिकेट लीग’ में शामिल होगा मंदिर ट्रस्ट https://ekolkata24.com/sports-news/shri-ram-premier-cricket-league-ayodhya-temple-trust-joins-historic-tournament Sat, 30 Nov 2024 20:10:07 +0000 https://ekolkata24.com/?p=50411 अयोध्या का नाम अब क्रिकेट के मैदान पर भी सुनाई देगा। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट पहली बार ‘श्री राम प्रीमियर क्रिकेट लीग’ (Shri Ram Premier Cricket League) में हिस्सा लेने जा रहा है। इस प्रतियोगिता में कुल चार टीमें भाग लेंगी। ट्रस्ट के अलावा, एल एंड टी लिमिटेड, टाटा कंसल्टिंग इंजीनियर्स लिमिटेड और केनरा बैंक की टीमें इस प्रतियोगिता का हिस्सा होंगी।

केनरा बैंक के क्षेत्रीय कार्यालय, अयोध्या के डिप्टी जनरल मैनेजर विकास भारती ने शनिवार को बताया, “श्री राम प्रीमियर क्रिकेट लीग 22 दिसंबर को एक निजी कॉलेज के मैदान पर आयोजित किया जाएगा। टूर्नामेंट सुबह 9 बजे शुरू होगा।”

लीग के नियम:
टूर्नामेंट में दो लीग मैच होंगे।
प्रत्येक टीम 12 ओवरों की पारी खेलेगी।
लीग मैचों के विजेता टीमों के बीच फाइनल मुकाबला होगा।
फाइनल मैच 15 ओवरों का होगा।
पूरे टूर्नामेंट में टेनिस बॉल का उपयोग किया जाएगा।

इस पहल का उद्देश्य:
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने कहा है कि इस टूर्नामेंट का उद्देश्य धार्मिक और सांस्कृतिक एकता का संदेश देना है। अयोध्या अब केवल धार्मिक केंद्र नहीं रह गया है, यह सांस्कृतिक और खेल गतिविधियों का भी केंद्र बनता जा रहा है।
विकास भारती ने आगे कहा, “यह टूर्नामेंट केवल मनोरंजन और खेल के लिए नहीं है, बल्कि यह हमारी परंपरा और संस्कृति का प्रतिबिंब है। मंदिर ट्रस्ट की इस प्रतियोगिता में भागीदारी से सकारात्मक संदेश जाएगा।”

प्रतियोगिता की खासियत:
स्थानीय लोग इस टूर्नामेंट को लेकर काफी उत्साहित हैं। खेल और धार्मिक भावना के मेल से यह लीग नई मिसाल कायम कर सकती है।

श्री राम प्रीमियर क्रिकेट लीग केवल एक खेल प्रतियोगिता नहीं है; यह परंपरा और खेल का संगम है। अयोध्या जैसे ऐतिहासिक स्थल पर ऐसी पहल नई पीढ़ी को प्रेरित करेगी और एकता का संदेश फैलाएगी।

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आई-लीग में गोकुलम केरल ने रियल कश्मीर को टक्कर दी https://ekolkata24.com/sports-news/thrilling-draw-gokulam-kerala-fc-levels-against-real-kashmir-in-i-league-2024 Fri, 29 Nov 2024 14:51:53 +0000 https://ekolkata24.com/?p=50402 श्रीनगर के टीआरसी फुटबॉल टर्फ पर हुए आई लीग 2024-25 के (I-League 2024-25)रोमांचक मुकाबले में रियल कश्मीर एफसी और गोकुलम केरल एफसी 1-1 से ड्रॉ पर समाप्त हुए। शुक्रवार, 29 नवंबर को खेले गए इस मुकाबले में पहले हाफ में रियल कश्मीर ने बढ़त बनाई, जबकि दूसरे हाफ में गोकुलम ने बराबरी करते हुए एक महत्वपूर्ण अंक हासिल किया।

पहला हाफ
मैच की शुरुआत में ही, केवल दो मिनट के अंदर रियल कश्मीर ने बढ़त बना ली। दाएं किनारे से मोहम्मद अकीब के एक लंबे थ्रो-इन को कैमरून के डिफेंडर बॉउबा अमिनू ने शानदार हेडर के जरिए गोल में तब्दील कर दिया। बॉउबा ने अपने पूर्व क्लब के खिलाफ गोल किया, जिसके साथ उन्होंने पहले एक आई लीग खिताब जीता था।

पहले हाफ में रियल कश्मीर को कई मौके मिले, लेकिन वे उन्हें गोल में बदलने में नाकाम रहे। सेनगल के स्ट्राइकर करीम सैम्ब ने कई अवसर गंवाए, जिसमें एक हेडर और एक गोलकीपर के साथ आमने-सामने का मौका शामिल था।

दूसरे हाफ में गोकुलम की वापसी
दूसरे हाफ में गोकुलम केरल ने धीरे-धीरे मैच में पकड़ बनानी शुरू की। जबकि रियल कश्मीर अपनी मजबूत एरियल रणनीति पर निर्भर रहा, गोकुलम ने पासिंग गेम के जरिए नियंत्रण बनाए रखा।

76वें मिनट में गोकुलम ने बराबरी का गोल किया। बाएं छोर से फ्री-किक रियल कश्मीर के डिफेंस को चीरते हुए अंततः अतुल उन्नीकृष्णन तक पहुंची, जिन्होंने इसे पोस्ट के पास से गोल में डाल दिया। यह गोकुलम का श्रीनगर में पिछले चार आई लीग अवे मैचों में पहला गोल था।

ड्रॉ के साथ मैच समाप्त
बराबरी करने के बाद, गोकुलम ने कई आक्रामक मौके बनाए। इग्नासियो अबेलेडो और माइकल सूसराज के शॉट्स को रियल कश्मीर के गोलकीपर मोहम्मद अर्बाज ने शानदार बचाव के साथ रोका।

आखिरी क्षणों में, रियल कश्मीर ने फिर से नियंत्रण हासिल किया और मैच एक उचित ड्रॉ के साथ समाप्त हुआ। इस ड्रॉ के जरिए दोनों टीमों ने एक-एक अंक अर्जित किया।

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FIFA बेस्ट फुटबॉल अवॉर्ड्स 2024: नामांकित खिलाड़ियों की सूची जारी https://ekolkata24.com/sports-news/lionel-messi-rodri-lead-fifa-best-awards-2024-nominations Fri, 29 Nov 2024 13:18:27 +0000 https://ekolkata24.com/?p=50395 फीफा ने अपनी वार्षिक बेस्ट फुटबॉल अवॉर्ड्स 2024 (FIFA, Best Football Awards) के लिए नामांकित खिलाड़ियों की सूची जारी कर दी है। यह अवॉर्ड्स पुरुष और महिला फुटबॉलरों के क्लब और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शन को सम्मानित करने के लिए दिया जाता है। इस साल के नामांकितों में अर्जेंटीना के महान खिलाड़ी लियोनेल मेसी और मैनचेस्टर सिटी के मिडफील्डर रोड्री जैसे खिलाड़ी शामिल हैं। हालांकि, लंबे समय बाद इस सूची में क्रिस्टियानो रोनाल्डो का नाम गायब है।

पुरुषों की श्रेणी में प्रमुख नाम
मेसी, जो अब इंटर मियामी के लिए खेलते हैं, एक बार फिर सूची में हैं। वहीं, मैनचेस्टर सिटी के स्टार मिडफील्डर रोड्री ने अपने शानदार प्रदर्शन के दम पर जगह बनाई है। रोड्री ने हाल ही में बैलन डी’ऑर जीता और सिटी के ट्रेबल जीतने वाले सीजन में अहम भूमिका निभाई। इसके अलावा, उन्होंने स्पेन को यूईएफए यूरोपियन चैंपियनशिप जिताने में भी शानदार योगदान दिया।

रियल मैड्रिड के ब्राजीलियाई स्टार विनीसियस जूनियर भी नामांकितों में हैं। उन्होंने ला लीगा, स्पेनिश सुपर कप और यूईएफए चैंपियंस लीग में अपनी टीम के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया। हालांकि, बैलन डी’ऑर समारोह में उनकी अनुपस्थिति ने विवाद खड़ा किया, लेकिन वह अब भी बेस्ट फीफा मेन्स प्लेयर के दावेदार बने हुए हैं।

बड़े नाम और उभरते सितारे
इस साल की सूची में कई और शानदार नाम शामिल हैं। मैनचेस्टर सिटी के एर्लिंग हालैंड ने अपने गोल करने की काबिलियत से सबको प्रभावित किया है। रियल मैड्रिड के युवा खिलाड़ी जूड बेलिंगहैम भी अपने शानदार प्रदर्शन के लिए चर्चा में हैं। वहीं, बार्सिलोना के युवा स्टार लैमिन यामल ने भी नामांकन में जगह बनाई है।

फीफा बेस्ट फुटबॉल अवॉर्ड्स का महत्व
इस अवॉर्ड का मकसद न केवल खिलाड़ियों के प्रदर्शन को मान्यता देना है, बल्कि फुटबॉल के प्रति उनके योगदान की सराहना करना भी है। खिलाड़ियों का चयन क्लब और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उनके प्रदर्शन के आधार पर किया जाता है।

2024 फीफा बेस्ट पुरुष खिलाड़ी नामांकितों की सूची
डैनी कार्वाजल (स्पेन), रियल मैड्रिड
एर्लिंग हालैंड (नॉर्वे), मैनचेस्टर सिटी
फेडरिको वाल्वरडे (उरुग्वे), रियल मैड्रिड
फ्लोरियन विर्ट्ज़ (जर्मनी), बायर लेवरकुसेन
जूड बेलिंगहैम (इंग्लैंड), रियल मैड्रिड
किलियन एम्बाप्पे (फ्रांस), पीएसजी/रियल मैड्रिड
लैमिन यामल (स्पेन), बार्सिलोना
लियोनेल मेसी (अर्जेंटीना), इंटर मियामी
रोड्री (स्पेन), मैनचेस्टर सिटी
टोनी क्रूस (जर्मनी), रियल मैड्रिड (अब सेवानिवृत्त)
विनीसियस जूनियर (ब्राजील), रियल मैड्रिड

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बोर्हा-सादिकु को लेकर क्या बोले मनोलो? जानिए पूरी कहानी https://ekolkata24.com/sports-news/fc-goas-tactical-victory-manolo-marquez-shares-key-insights Fri, 29 Nov 2024 05:45:17 +0000 https://ekolkata24.com/?p=50387 चल रहे इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के इस सीजन की शुरुआत एफसी गोवा के लिए खास अच्छी नहीं रही। पहले ही मुकाबले में खालिद जमील की जमशेदपुर एफसी के खिलाफ उन्हें ड्रॉ खेलना पड़ा। लेकिन समय के साथ आकाश सांगवान और संदेश झिंगान जैसे खिलाड़ियों की अगुवाई में यह टीम अपनी लय में लौट आई। हालांकि, नॉर्थईस्ट यूनाइटेड और मुंबई सिटी एफसी के खिलाफ कुछ लड़खड़ाहट दिखी, लेकिन चेन्नईयिन एफसी के खिलाफ बड़ी जीत के बाद एफसी गोवा ने बेहतरीन प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। बेंगलुरु एफसी को हराकर उन्होंने सबको चौंका दिया।

पिछले गुरुवार को केरला ब्लास्टर्स के खिलाफ एफसी गोवा ने एक और अहम मुकाबला खेला। पहले हाफ में दबाव में दिखने वाली यह टीम समय के साथ खेल पर नियंत्रण बनाती चली गई। आखिरी में बोरिस सिंह के एकमात्र गोल ने उन्हें इस मुकाबले में जीत दिलाई। इस जीत के साथ एफसी गोवा ने टेबल के टॉप 6 में अपनी जगह लगभग पक्की कर ली है।
हालांकि, इस मैच में आर्मांडो सादिकु और बोर्हा हेरेरा जैसे अहम विदेशी खिलाड़ी शुरुआती प्लेइंग इलेवन में नहीं थे।

कोच मनोलो मार्क्वेज़ (Manolo Marquez) के इस फैसले ने सबको हैरान कर दिया। मैच के बाद इस फैसले पर बात करते हुए मनोलो ने कहा, “हमारी टीम में छह विदेशी खिलाड़ी हैं, जिनमें से चार पूरी तरह फिट होकर खेलने के लिए तैयार थे। लेकिन सादिकु और बोर्हा इस हफ्ते कुछ शारीरिक समस्याओं से गुजर रहे थे। खासकर सादिकु की हालत पिछले दो दिनों में काफी मुश्किल रही।”

मनोलो ने आगे कहा, “केरला ब्लास्टर्स के घरेलू स्टेडियम में खेलना हमेशा चुनौतीपूर्ण होता है। उन्होंने शुरुआत में हमसे ज्यादा आक्रामक खेल दिखाया। लेकिन हमने अपने प्लान पर टिके रहते हुए वह गोल किया और उसके बाद खेल को अच्छी तरह नियंत्रित किया। हालांकि, अंत में उनका हमला हमारे लिए चिंता का कारण बना, लेकिन हमारे खिलाड़ियों ने समझदारी से खेल संभाला। यही हमारी जीत की कुंजी रही।”

केरला ब्लास्टर्स जैसी मजबूत टीम के खिलाफ इस जीत ने यह साबित कर दिया है कि एफसी गोवा ने फिर से अपनी लय पकड़ ली है। आने वाले मुकाबलों में उनके अन्य अहम खिलाड़ियों की फिटनेस और रिजर्व बेंच की भूमिका टीम को और मजबूत बना सकती है।

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भारत की FIFA Ranking में गिरावट: 2024 में खराब प्रदर्शन का परिणाम” https://ekolkata24.com/sports-news/india-drops-to-127th-in-fifa-ranking-after-dismal-2024-campaign Thu, 28 Nov 2024 20:57:11 +0000 https://ekolkata24.com/?p=50384 भारतीय पुरुष फुटबॉल टीम की फीफा रैंकिंग (FIFA Ranking) में एक और गिरावट दर्ज हुई है। ताज़ा जारी सूची में भारत 127वें स्थान पर खिसक गया है। 2023 में 99वें स्थान पर रहने वाली टीम ने 2024 में 11 अंतरराष्ट्रीय मैचों में एक भी जीत दर्ज नहीं की, जिसके कारण यह निराशाजनक स्थिति आई।

रैंकिंग में गिरावट के कारण
विश्लेषकों का मानना है कि भारतीय फुटबॉल टीम की इस गिरावट के पीछे कई अहम वजहें हैं।

  1. गोल करने में नाकामी और डिफेंस की कमजोरी: भारतीय टीम का स्कोरिंग फॉर्म कमजोर रहा है और रक्षात्मक खामियों ने विपक्षी टीमों को बार-बार मौके दिए हैं।
  2. रणनीतिक अस्थिरता: मैचों में रणनीति के स्तर पर निरंतरता की कमी और खराब क्रियान्वयन ने टीम को नुकसान पहुंचाया है।
  3. प्रतिस्पर्धात्मक मुकाबलों की कमी: भारतीय टीम को उच्चस्तरीय अंतरराष्ट्रीय मुकाबले खेलने के पर्याप्त मौके नहीं मिलते, जिससे खिलाड़ियों का अनुभव सीमित रह जाता है।

एशिया में अन्य देशों की प्रगति
वियतनाम और उज्बेकिस्तान जैसे एशियाई देशों ने हाल के वर्षों में फुटबॉल में शानदार प्रगति की है। इन देशों की रैंकिंग में सुधार भारतीय फुटबॉल की ठहराव की स्थिति को और अधिक उजागर करता है।

भारतीय फुटबॉल की संरचनात्मक समस्याएं
भारतीय फुटबॉल में गहराई से मौजूद समस्याएं रैंकिंग में गिरावट का मुख्य कारण हैं।

  1. प्रतिभा का सीमित भंडार: देश में नई प्रतिभाओं को पर्याप्त मौके और उच्च गुणवत्ता वाली ट्रेनिंग नहीं मिलती।
  2. क्लब और राष्ट्रीय टीम के प्रदर्शन में अंतर: इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) में अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय मंच पर फॉर्म बरकरार नहीं रख पाते।
  3. ग्रामीण और जमीनी स्तर के फुटबॉल की उपेक्षा: जमीनी स्तर पर पर्याप्त प्रयास नहीं किए जाते, जिससे भविष्य की पीढ़ी के खिलाड़ियों को तैयार करना मुश्किल हो जाता है।

भविष्य की उम्मीदें
हालांकि मौजूदा स्थिति निराशाजनक है, लेकिन सुधार की संभावना अभी भी मौजूद है। भारतीय फुटबॉल के उत्थान के लिए जमीनी स्तर पर विकास, अंतरराष्ट्रीय अनुभव बढ़ाने के लिए बेहतर टूर्नामेंट में भागीदारी और रणनीतिक योजना की आवश्यकता है।

वैश्विक फुटबॉल का परिदृश्य
फीफा रैंकिंग में अर्जेंटीना ने पहला स्थान बरकरार रखा है, जबकि फ्रांस और स्पेन क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं। भारत की संघर्षशील स्थिति इन शीर्ष टीमों की उपलब्धियों के सामने और भी स्पष्ट हो जाती है। हालांकि, सही दिशा में कदम उठाकर भारतीय फुटबॉल फिर से उभर सकता है और अपनी खोई हुई प्रतिष्ठा वापस पा सकता है।

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