राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने ब्को कहा कि भारत 5,000 वर्षों से एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र रहा है. उन्होंने लोगों से एकजुट रहने और दुनिया के सामने मानव व्यवहार का सर्वोत्तम उदाहरण पेश करने का आह्वान किया.
आरएसएस प्रमुख ने कहा कि हमारी 5,000 साल पुरानी संस्कृति धर्मनिरपेक्ष है. सभी ‘तत्व ज्ञान’ में, यही निष्कर्ष है. पूरी दुनिया एक परिवार है, यह हमारी भावना है. यह कोई सिद्धांत नहीं है .इसे जानें, महसूस करें और फिर उसके अनुसार व्यवहार करें.
उन्होंने कहा, ‘देश में बहुत विविधता है. एक-दूसरे से मत लड़ो. अपने देश को दुनिया को यह सिखाने में सक्षम बनाओ कि हम एक हैं.उन्होंने कहा, यह भारत के अस्तित्व का एकमात्र उद्देश्य है.