भारतीय रेलवे (Indian Railways) ने पिछले एक दशक में 5 लाख कर्मचारियों की भर्ती की है, जो पिछले दशक की तुलना में अधिक है। शनिवार को नागपुर के आजानी रेलवे मैदान में आयोजित ऑल इंडिया एससी/एसटी रेलवे एम्प्लॉईज एसोसिएशन के राष्ट्रीय सम्मेलन में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने यह जानकारी दी।
मंत्री ने बताया कि 2004 से 2014 के बीच रेलवे ने 4.4 लाख कर्मचारियों की भर्ती की थी। उन्होंने रेलवे के इतिहास में पहली बार वार्षिक भर्ती कैलेंडर की शुरुआत का भी उल्लेख किया, जिससे भर्ती प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी और तेज़ बनाया गया है।
इस सम्मेलन में एसोसिएशन के अध्यक्ष बी एल भैरवा, सेंट्रल रेलवे के महाप्रबंधक धर्मवीर मीणा और साउथ ईस्ट सेंट्रल रेलवे के महाप्रबंधक नीनू मौजूद रहे। मंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक महत्वपूर्ण उदाहरण का जिक्र करते हुए कहा, “संविधान के प्रति सम्मान केवल प्रतीकात्मक नहीं, यह कर्मों में दिखना चाहिए।”
भर्ती प्रक्रिया में सुधार और वार्षिक कैलेंडर का योगदान
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में रेलवे की भर्ती प्रक्रिया को मज़बूत किया गया है। 2014 के बाद से हर साल एक वार्षिक भर्ती कैलेंडर प्रकाशित किया जाता है, जिससे उम्मीदवार अपनी तैयारी समय पर कर सकें। उन्होंने कहा, “हमने पिछले एक दशक में अधिक रोजगार के अवसर सृजित किए हैं, जिससे नई पीढ़ी रेलवे का हिस्सा बनकर देश के विकास में योगदान दे रही है।”
संविधान दिवस पर संदेश
संविधान दिवस के अवसर पर मंत्री ने संविधान के प्रति अपना सम्मान व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में प्रवेश करने से पहले संविधान के समक्ष झुककर एक मिसाल पेश की है। मंत्री ने कहा, “संविधान का सम्मान केवल शब्दों से नहीं, बल्कि कार्यों से भी दिखना चाहिए।”
नए जनरल कोच और स्मारक का अनावरण
मंत्री ने बताया कि रेलवे वर्तमान में 12,000 सामान्य कोचों का निर्माण कर रहा है। नागपुर में आयोजित इस कार्यक्रम में उन्होंने एसोसिएशन के प्रयासों को सम्मानित करते हुए एक स्मारक का अनावरण भी किया। इसके अलावा, मंत्री ने दीक्षाभूमि के सेंट्रल मेमोरियल में जाकर डॉ. बी आर अंबेडकर को श्रद्धांजलि अर्पित की।
डॉ. बी आर अंबेडकर को श्रद्धांजलि
रेल मंत्री ने अपने संबोधन में डॉ. बी आर अंबेडकर के जीवन और उनकी विचारधारा की प्रशंसा की। उन्होंने कहा, “अंबेडकर के विचार और उनके आदर्श हर स्तर पर समानता और न्याय का संदेश देते हैं।”
समग्र दृष्टिकोण
भारतीय रेलवे की यह भर्ती प्रक्रिया देश में रोजगार के अवसर बढ़ाने के सरकार के प्रयासों को दर्शाती है। अश्विनी वैष्णव के अनुसार, भारतीय रेलवे जैसे बड़े संगठन का योगदान केवल परिवहन के क्षेत्र में ही नहीं, बल्कि देश की आर्थिक और सामाजिक प्रगति में भी महत्वपूर्ण है।
रेलवे की पिछले 10 सालों की भर्ती प्रक्रिया इसकी ज़िम्मेदारी और पारदर्शिता का उदाहरण है। संविधान और डॉ. अंबेडकर के प्रति सम्मान, और वार्षिक भर्ती कैलेंडर की पहल ने भारतीय रेलवे को और भी मज़बूत और प्रभावशाली बना दिया है।