नई दिल्ली : कांग्रेस कार्य समिति की बैठक आज यानी शनिवार को दिल्ली में हो रही है। बैठक में कांग्रेस 18वीं लोकसभा चुनाव में अपने प्रदर्शन पर चर्चा कर रही है। बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पार्टी संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी, राहुल गांधी, पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी समेत संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और अन्य सदस्य हिस्सा ले रहे हैं।
गौरतलब है कि कार्यसमिति की बैठक के बाद आज शाम कांग्रेस संसदीय दल की बैठक भी होने वाली है। संसदीय दल की बैठक में लोकसभा के नवनिर्वाचित सदस्य और राज्यसभा के सदस्य शामिल होंगे। बैठक में लोकसभा में कांग्रेस संसदीय दल के नेता पर चर्चा हो सकती है. गौरतलब है कि 18वीं लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने 99 सीट जीती हैं. पिछले लोकसभा चुनाव में पार्टी ने 52 सीट जीती थीं।
इधर CWC की बैठक से पहले ही कांग्रेस नेताओं ने राहुल गांधी को संसदीय दल का नेता बनाने की मांग शुरू कर दी है। कांग्रेस के राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा है कि हर बार चुनाव के बाद हमारी कांग्रेस वर्किंग कमेटी बैठक करती है और स्थिति का विश्लेषण करती है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी का यह 5वां कार्यकाल है। वह एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता हैं। ऐसे में सभी नेताओं की राय है कि राहुल गांधी को संसदीय दल का नेता होना चाहिए।
कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में शामिल होने आए पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वारिंग ने कहा कि हमारी मांग रही है कि राहुल गांधी आगे आएं और सब कुछ संभालें। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि अंतिम फैसला नेतृत्व को लेना है। राहुल गांधी को खुद फैसला करना है। इस दौरान उन्होंने बीजेपी और एनडीए पर हमला करते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी को शपथ नहीं लेना चाहिए। राजा वारिंग ने कहा कि नरेंद्र मोदी 400 पार की बात कर रहे थे, लेकिन वो पूरा नहीं हुआ। उन्होंने यह भी कहा कि अगर वो नरेंद्र मोदी की जगह होते तो शायद शपथ नहीं लेते।
CWC की बैठक से पहले राहुल गांधी को नेता प्रतिपक्ष बनाने की मांग को लेकर दिल्ली में राहुल-प्रियंका सेना के अध्यक्ष जगदीश शर्मा प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि राहुल गांधी को सदन में नेता प्रतिपक्ष बनाया जाए। उन्होंने कहा कि सदन में नरेंद्र मोदी के खिलाफ राहुल गांधी ही खड़े हो सकते हैं। वहीं कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने कहा है कि सब कुछ पार्टी आलाकमान की ओर से तय किया जाएगा। पूरे देश की मांग है कि राहुल गांधी विपक्ष के मुख्य नेता के रूप में सामने आएं। यह पद उपयुक्त है और वह एक भूमिका निभाएंगे।