कोलकाता : महानगर की धरोहर ऐतिहासिक ट्राम अब केवल एक रूट पर ही चलेगी। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा गैर संचालित ट्राम की पटरियों के लिये दिये गये निर्देश के बाद राज्य के परिवहन मंत्री स्नेहाशिष चक्रवर्ती ने बात की जानकारी दी ।
उन्होंने कहा कि ट्राम को लेकर कोर्ट में एक मामला दायर किया गया था जिसमें कोर्ट ने जानना चाहा था कि ट्राम को लेकर सरकार क्या चाहती है। हमने इस संबंध में निर्णय ले लिया है कि ट्राम को विरासत के तौर पर केवल एसप्लानेड से खिदिरपुर की रूट पर चलायी जायेगी। जल्द ही यह फैसला हम कोर्ट में बतायेंगे।
इसके बाद केवल उस रूट पर ही पटरियां रहेंगी और बाकी रूटों से पटरियों को हटा दिया जायेगा। इसका कारण है कि कोलकाता ट्रैफिक जाम मुक्त शहर के तौर पर जाना जाता है और उसकी पहचान हमें बरकरार रखनी होगी, इससे कोई समझौता नहीं किया जा सकता।
परिवहन मंत्री ने कहा कि 100 साल पहले जब ट्राम शहर में आया था तो उस समय कोलकाता की आबादी इतनी नहीं थी और ना ही इतने प्रकार के वाहन थे। अब मेट्रो हर जगह हो गया है। इसके अलावा इलेक्ट्रिक ह्वीकल से लेकर कई तरह के परिवहन के साधन आ गये हैं, लेकिन सड़क आज भी 7% ही है। ऐसे में आज के समय में ट्राम प्रासंगिक नहीं रहा है।