कोलकाता : पश्चिम बंगाल में युवा डॉक्टर से दुष्कर्म और हत्या के बाद राज्य सरकार की ‘नींद’ टूट चुकी है। राज्य के सभी मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों में डॉक्टरों, नर्सों सहित महिला स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कई उपायों की घोषणा की गई है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के मुख्य सलाहकार अलापन बंद्योपाध्याय ने नबान्न में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि महिलाओं की सुरक्षा को लेकर कई निर्णय लिये गये है। मुख्यमंत्री के मुख्य सलाहकार ने आश्वासन दिया है कि नियमों को जल्द से जल्द राज्य के हर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में लागू किया जाएगा।
मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों के लिए ‘रात्रिरेर साथी ऐप’ की शुरूआत की गई है। इस ऐप के जरिये महिलाओं को कोलकाता पुलिस से मदद असानी से मिल सकती है। एक विशेष मोबाइल फोन ऐप को स्थानीय पुलिस स्टेशन या पुलिस नियंत्रण कक्ष से जोड़ा जाएगा। सभी कामकाजी महिलाओं के फोन में ऐप डाउनलोड करना अनिवार्य होगा।
अस्पताल में नाइट शिफ्ट करने वाली महिलाओं के लिए अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था की गई है।
कामकाजी महिलाओं के लिए अलग रेस्ट रुम होगा। सभी मेडिकल कॉलेजों, अस्पतालों और महिला छात्रावासों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुलिस की रात में तैनाती रहेगी। राज्य सरकार ने यह भी सुझाव दिया है कि जितना संभव हो उतनी महिलाओं को रात्रि ड्यूटी पर नहीं लगाया जाना चाहिए। यह भी देखा जाएगा कि महिला डॉक्टरों और नर्सों की ड्यूटी का शेड्यूल 12 घंटे से ज्यादा का न हो।