राजकोट में गेमिंग जोन में हुईं 25 से ज्यादा मौतें, एयर कंडीशनर की खराब मेंटेनेंस थी कि क्या मुख्य वजह

राजकोट: गुजरात के राजकोट के प्राइवेट गेमिंग जोन में लगी भीषण आग से अब तक 25 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। आग…

राजकोट: गुजरात के राजकोट के प्राइवेट गेमिंग जोन में लगी भीषण आग से अब तक 25 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। आग लगने की मूल वजह अभी स्पष्ट नहीं है। लेकिन स्थानीय लोगों का कहना है कि एयर कंडीशनिंग यूनिट में हुए जबरदस्त विस्फोट से दुर्घटना हुई थी।

शनिवार शाम को गुजरात के राजकोट के प्राइवेट गेमिंग जोन में लगी भीषण आग से अब तक 25 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। आग लगने की मूल वजह पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। हालांकि, मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, स्थानीय लोगों का कहना है कि एयर कंडीशनिंग यूनिट में हुए जबरदस्त विस्फोट से दुर्घटना हुई थी। विस्फोट के कारण गेमिंग जोन में घना धुआं फैल गया और एसी में शॉर्ट सर्किट के बाद आग तेजी से फैल गई।

गेमिंग जोन के मलबे में दबे लोगों को बाहर निकालने का काम जारी है। गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने अधिकारियों को पीड़ितों को तत्काल राहत पहुंचाने का निर्देश दिया है। प्रशासन ने हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान किया गया है। वहीं घायलों को 50-50 हजार का मुआवजा मिलेगा। इस सब के बीच सवाल खड़ा होता है कि आखिर एसी यूनिट क्यों फटता है।

चिलचिलाती गर्मी में एयर कंडीशनर पूरे कमरे को ठंडा करने में कारगर है। आजकल तो AC हर घर की जरूरत बन गए हैं। लेकिन इसका इस्तेमाल बहुत ही सावधानी के साथ करना चाहिए। लापरवाही बरतने से AC में धमाका भी हो सकता है। गर्मी के मौसम में ऐसे मामले ज्यादा आते हैं। AC फटने के पीछे कई कारण हो सकते हैं. आइए एक-एक करके समझते हैं।

एयर कंडीशनर के फटने की एक बड़ी वजह है रेफ्रिजरेंट का लीक होना। रेफ्रिजरेंट उन गैसों को कहते हैं, जो कमरे को ठंडा रखने का काम करते हैं। अगर मशीन को मेंटेन नहीं किया जाता, तो एसी से रेफ्रिजरेंट लीक होने लगता है। ये गैस इलेक्ट्रिक स्पार्क के संपर्क में आने से धमाका करती हैं।

एयर कंडीशनर हवा को अपने अंदर खींचकर ठंडी हवा बाहर फेंकता है। अब हवा खींचने के दौरान उसके फिल्टर में डस्ट भी जमा हो जाती है। यदि लंबे समय से AC की सर्विस नहीं कराई जाती तो उसमें गंदगी जमा होती जाती है। इससे फिल्टर पर दबाव पड़ेगा और कंप्रेसर पर ज्यादा लोड पड़ेगा। कंप्रेसर का कूलिंग में बहुत बड़ा योगदान होता है। कंप्रेसर पर दबाव बड़ने से विस्फोट होने का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए एसी की समय-समय पर मेंटेनेंस कराए जाने की सलाह दी जाती है।

गंदगी जमा होने से कंडेनसर कॉइल्स पर भी असर पड़ता है ये हिस्सा रेफ्रिजरेंट के साथ मिलकर हवा से गर्मी को दूर करता है. कंडेनसर कॉइल में अक्सर धूल-गंदगी जमा हो जाती है, जो हीटिंग प्रोसेस को बाधित करती है. अगर कॉइल अपना काम ढंग से नहीं करता, तो एसी के आंतरिक प्रोसेस पर दबाव पड़ता है. यह दबाव एक विनाशकारी विस्फोट का कारण बन सकता है।

गर्मियों में एयर कंडीशनर सुबह से लेकर रात तक चलता रहता है। लेकिन ज्यादा एसी चलाने से कुछ AC ओवरलोड हो जाते हैं। अगर ये लंबे समय तक लगातार चलते हैं तो उन पर दबाव बढ़ जाता है। इससे AC के इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट्स गर्म हो जाते हैं, जो विस्फोट का कारण भी बन सकते हैं।

ऐसे मामलों में रूम के हिसाब से AC का चयन किया जाना चाहिए। साइज का मतलब AC के बड़े या छोटे होने से नहीं है, बल्कि उसकी कूलिंग कैपेसिटी से होता है। अगर आप बड़े कमरे में कम कैपेसिटी वाले एसी को लगाते हैं, तो कई घंटों तक चलने के बाद भी कमरा ठंडा नहीं होगा। इससे बिजली की खपत के साथ-साथ AC की लाइफ पर भी असर होता है।