कोलकाता : आज की युवा पीढ़ी प्यार के मामले में काफी कंफ्यूज रहती है। काफी लोग नहीं जानते कि प्यार क्या है? सिर्फ इसलिए कि कोई कहता है कि मैं तुमसे प्यार करता हूं या करती हूं, यह साबित नहीं करता कि वह व्यक्ति या नारी वास्तव में आपसे प्यार करता या करती है क्योंकि प्यार उन तीन शब्दों से कहीं अधिक है।
प्यार और आकर्षण के बीच के अंतर को समझने समझे, प्यार सबसे पवित्र एहसास है जिसे शब्दों में व्यक्त नहीं किया जा सकता। यह शारीरिक संपर्क से स्वतंत्र, दो आत्माओं के बीच का संबंध है। इसे प्यार में पड़कर ही समझा जा सकता है।
आज की इस भागती-दौड़ती दुनिया में भरोसा करना काफी मुश्किल हो गया है, लेकिन प्यार में आप आंख मूंदकर भरोसा करेंगे और अपने प्रेमी या प्रेमिका के लिए खड़े होंगे। आप अपने पार्टनर के बिना जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते। माँ का प्यार पवित्र प्रेम का एक सर्वोत्तम उदाहरणों में से एक है।