नई दिल्ली : बारिश के मौसम में दोपहिया वाहन वालों को एक बड़ी परेशानी होती है कि जरा सा संतुलन बिगड़ने पर गाड़ी गिर जाती है। फिलहाल मानसून धीरे-धीरे अपना दायरा बढ़ा रहा है। ऐसे में बाइक से सफर करने वालों को एक चीज का खास ख्याल रखना होता है हम यहा पर बात कर रहे हैं बाइक के टायरों की जी हां, बहुत कम लोग पता है कि बारिश के मौसम में बाइक के टायरों का प्रेशर कितना होना चाहिए. अगर आप भी इस सवाल का जवाब नहीं जानते हैं तो आपको इस खबर को ध्यान से पढ़ना चाहिए।
बारिश के मौसम के दौरान बाइक के सभी पार्ट्स को नियमित तौर पर चेक करते रहना चाहिए. क्योंकि बाइक के टायर काफी महत्वपूर्ण होते हैं, ऐसे में बाइक के टायरों में सही मात्रा में एयर प्रेशर होना चाहिए.चेक करने के दौरान अगर लगे कि टायर के खांचे घिस गए हैं तो बारिश में बाइक फिसल सकती है। ऐसे में किसी भी हादसे से बचने के लिए नए टायरों को लगवाएं।
वहीं, अगर आपको पता चल जाएगा कि बाइक का टायर बदलना ही है तो बाइक के लिए अच्छी ग्रिप वाला टायर का चुनाव करें। इसके साथ ही रबड़ की गुणवत्ता भी अच्छी होनी चाहिए, ताकि सड़क पर बाइक के टायरों को सही पकड़ मिले। इसके अलावा बाइक में ट्यूबलैस टायर का इस्तेमाल करना चाहिए। यह टायर देर से सिकुड़ते हैं और इनकी लाइफ लंबी होती है.वहीं, ट्यूब वाले टायर बहुत तेजी से सिकुड़ते हैं।
बारिश के मौसम में बाइक चलाने के दौरान जब भी ब्रेक लगाए तो बहुत आराम से लगाएं। क्योंकि अचानक ब्रेक लगाने से टायर फिसलने की संभावना हो सकती है. इसलिए सामान्य ब्रेकिंग का इस्तेमाल करें। बारिश में हमेशा बाइक को धीमी गति से चलाएं. ज्यादा स्पीड में बाइक चलाने से टायरों का ग्रिप सड़क से कम हो सकता है, जिसकी वजह से हादसा होने का खतरा बढ़ जाता है।
मानसून में बारिश जमकर होती है जिसकी वजह से सड़के गीली रहती है इसलिए बाइक को फिसलने से रोकने के लिए टायरों की क्षमता अच्छी होनी चाहिए। कई बार देखा गया है कि बारिश के मौसम में भी टायरों को गर्म और ठंडा वातावरण झेलना पड़ता है। इससे टायरों में तापमान ऊपर-नीचे होता रहता है. ऐसे में बाइक के टायरों में 2 से 3 PSI स्तर का एयर प्रेशर होना चाहिए, ताकि सड़क पर बाइक की पकड़ अच्छी रहे।