बसुंधरा किंग्स के ब्राज़ीलियन स्टार रोब्सन रोबिन्हो (Robinho ) ने क्लब छोड़ने से पहले सोशल मीडिया पर एक भावुक पोस्ट साझा किया। पिछले कुछ सीज़नों में रोबिन्हो ने बसुंधरा किंग्स के लिए शानदार प्रदर्शन किया था। एएफसी कप और एएफसी चैंपियंस लीग जैसे बड़े मंचों पर बांग्लादेश का प्रतिनिधित्व करने के बावजूद, क्लब मैनेजमेंट के साथ उनके रिश्ते बिगड़ गए। रोबिन्हो ने दावा किया कि मैनेजमेंट की अव्यवस्था और वादाखिलाफी के कारण उन्हें 8 महीने की सैलरी के बिना क्लब छोड़ना पड़ा।
रोबिन्हो का संदेश
सोशल मीडिया पर रोबिन्हो ने लिखा,
“बसुंधरा किंग्स के साथ मेरा अनुबंध खत्म होने वाला है। टीम के सभी समर्थकों, खिलाड़ियों और कोचिंग स्टाफ के प्रति मैं आभारी हूं। हमने साथ में कई खिताब जीते। टीम का कप्तान होना और 10 नंबर की जर्सी पहनने का अनुभव अविस्मरणीय है। एएफसी कप और एएफसी चैंपियंस लीग जैसे टूर्नामेंट में बांग्लादेश का प्रतिनिधित्व करना मेरे लिए गर्व की बात है।”
हालांकि, इन सुखद यादों के साथ उन्होंने क्लब मैनेजमेंट की तीव्र आलोचना भी की।
“क्लब मैनेजमेंट में कुछ व्यक्तिगत महत्वाकांक्षी लोग हैं, जो खिलाड़ियों का सम्मान नहीं करते। 8 महीने की सैलरी के बिना क्लब छोड़ने की नौबत आ गई है। हालांकि हमने उचित समझौते के लिए चर्चा की, लेकिन क्लब ने कोई वादा पूरा नहीं किया।”
ईस्ट बंगाल में शामिल होने की संभावना
रोबिन्हो की इस पोस्ट के बाद, इमामी ईस्ट बंगाल में उनके शामिल होने की अफवाहें तेज हो गई हैं। ईस्ट बंगाल के स्पेनिश कोच ऑस्कर ब्रूजन पहले ही कुछ विदेशी खिलाड़ियों को हटाने का निर्णय ले चुके हैं, जिनमें ब्राज़ीलियन फॉरवर्ड क्लेटन सिल्वा प्रमुख हैं। उनकी जगह रोबिन्हो को लाने की योजना बनाई जा रही है।
पिछले सीज़न में बसुंधरा किंग्स के लिए एएफसी चैलेंज लीग में मोहन बागान को हराने में रोबिन्हो ने अहम भूमिका निभाई थी। उनकी इस परफॉर्मेंस ने ईस्ट बंगाल का ध्यान आकर्षित किया। उनकी गति और गोल करने की क्षमता ईस्ट बंगाल के लिए एक मजबूत हथियार बन सकती है।
मैनेजमेंट की आलोचना और भविष्य की योजनाएं
रोबिन्हो की आलोचना के बाद बसुंधरा किंग्स का मैनेजमेंट अब तक चुप है। लेकिन उनकी पोस्ट में उल्लिखित 8 महीने की सैलरी बकाया होने की बात ने फुटबॉल जगत में हलचल मचा दी है। रोबिन्हो ने कहा,
“बांग्लादेश का प्रतिनिधित्व करना मेरे लिए गर्व की बात थी, लेकिन क्लब ने मेरी भरोसे की भावना को ठेस पहुंचाई है।”
रोबिन्हो का बसुंधरा किंग्स छोड़ने का मामला सिर्फ एक खिलाड़ी और एक क्लब के बीच का रिश्ता नहीं है। यह खिलाड़ी की पेशेवरता, मैनेजमेंट की जिम्मेदारी और फुटबॉल में वित्तीय अनुशासन जैसे मुद्दों को उजागर करता है। अगर रोबिन्हो ईस्ट बंगाल से जुड़ते हैं, तो यह लाल-पीले क्लब के लिए एक नई शुरुआत हो सकती है।