इस बार नॉर्थईस्ट यूनाइटेड एफसी (NorthEast United) ने इंडियन सुपर लीग (ISL) में एक शानदार प्रदर्शन के साथ शुरुआत की है। पिछले सीजन में मिली सफलताओं का सिलसिला बरकरार रखते हुए टीम ने इस बार ऐतिहासिक डुरंड कप का खिताब भी अपने नाम किया। खासतौर पर शक्तिशाली मोहन बागान सुपर जाइंट को हराकर नॉर्थईस्ट यूनाइटेड ने यह पहली बार जीता है, जिसने उन्हें लीग के अन्य टीमों के बीच अलग पहचान दिलाई है। डुरंड कप के बाद भी बेंली की टीम ने आईएसएल में अपने पहले ही मैच में मोहम्मडन स्पोर्टिंग क्लब को हराकर तीन अंक हासिल किए, जिसमें अलाउद्दीन अजारी ने एकमात्र गोल किया।
टूर्नामेंट के बीच में उन्हें एक झटका मोहन बागान के खिलाफ हार के रूप में मिला, लेकिन इस हार के बाद भी टीम ने हौसला नहीं खोया। लगातार तीन मैचों में थोड़ी गिरावट के बाद, नॉर्थईस्ट यूनाइटेड ने जमशेदपुर एफसी के खिलाफ धमाकेदार वापसी की और आसान जीत हासिल की। इस प्रदर्शन ने उन्हें पॉइंट्स टेबल में पाँचवें स्थान पर पहुंचा दिया है, जहाँ उन्होंने अब तक खेले गए ६ मैचों में ८ अंक अर्जित किए हैं।
नॉर्थईस्ट यूनाइटेड की इस सफलता का श्रेय कोच पेड्रो बेंली के मार्गदर्शन और युवा भारतीय फारवर्ड पार्थिव गोगोई (Parthib Gogoi) को भी जाता है। मात्र २१ वर्ष के पार्थिव ने अब तक ५ मैचों में २ गोल और १ असिस्ट देकर खुद को साबित किया है। उनका प्रदर्शन पिछले सीजन से ही निरंतर सुधार पर है और उन्हें राष्ट्रीय टीम में भी कुछ मौकों पर बुलाया गया है।
बेंली का पार्थिव पर भरोसा और आईएसएल जीत का सपना
स्पेनिश कोच पेड्रो बेंली पार्थिव को लेकर काफी सकारात्मक हैं और उन्हें टीम की सफलता में महत्वपूर्ण मानते हैं। हाल ही में एक इंटरव्यू में बेंली ने कहा, “मुझे पार्थिव पर गर्व है। वह मैदान पर लगातार सुधार कर रहा है और उसके प्रदर्शन से मैं खुश हूँ। जो लोग आँकड़ों को लेकर चिंता करते हैं, वे कुछ समय के लिए शांत रहें। हम आगे के मैचों में और भी बेहतरीन प्रदर्शन देखेंगे।”
जमशेदपुर के खिलाफ मैच में पार्थिव के दो गोल और शानदार खेल के लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार भी मिला। बेंली के इस विश्वास और पार्थिव के उत्कृष्ट प्रदर्शन ने नॉर्थईस्ट यूनाइटेड के आईएसएल खिताब के सपने को और मजबूत किया है।