Ahmedabad Plane Crash – Ekolkata24: Latest Hindi News Updates from Kolkata – Breaking Stories and More https://ekolkata24.com Stay updated with Ekolkata24 for the latest Hindi news, headlines, and Khabar from Kolkata, West Bengal, India, and the world. Trusted source for comprehensive updates Thu, 12 Jun 2025 18:51:59 +0000 en-US hourly 1 https://ekolkata24.com/wp-content/uploads/2024/03/cropped-ekolkata24-32x32.png Ahmedabad Plane Crash – Ekolkata24: Latest Hindi News Updates from Kolkata – Breaking Stories and More https://ekolkata24.com 32 32 संजय से रूपाणी तक: बार-बार चर्चा में क्यों आती हैं विमान दुर्घटनाएं? https://ekolkata24.com/top-story/why-plane-crashes-keep-bringing-up-sanjay-to-rupani Thu, 12 Jun 2025 18:51:59 +0000 https://ekolkata24.com/?p=51468 आज अहमदाबाद में हुई विमान दुर्घटना (plane-crashes) में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी का निधन हो गया। वे अपनी बेटी से मिलने लंदन जा रहे थे। यह केवल विजय रूपाणी की बात नहीं है; भारत के इतिहास में कई विख्यात हस्तियों की विमान दुर्घटनाओं में दुखद मृत्यु हुई है, जिसने पूरे राष्ट्र को गहरे शोक में डुबो दिया।

इस सूची में सबसे पहले हैं कांग्रेस नेता संजय गांधी, (plane-crashes) भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, और अब गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी। ये दुर्घटनाएं न केवल व्यक्तिगत क्षति हैं, बल्कि भारतीय राजनीति और समाज पर गहरा प्रभाव डालती हैं। हैरानी की बात यह है कि इन दुर्घटनाओं पर विशेष चर्चा नहीं हुई। इस रिपोर्ट में हम इन तीन उल्लेखनीय विमान दुर्घटनाओं का विवरण और उनके पीछे के कारणों पर चर्चा करेंगे।

संजय गांधी: एक राजनीतिक उत्तराधिकार का असमय अंत (plane-crashes)

23 जून 1980 को (plane-crashes) भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के छोटे बेटे और कांग्रेस नेता संजय गांधी एक विमान दुर्घटना में मारे गए। वे दिल्ली के सफदरजंग हवाई अड्डे के पास एक पिट्स एस-2ए ग्लाइडर को उड़ा रहे थे। संजय, जो एक प्रशिक्षित पायलट थे, ने विमान का नियंत्रण खो दिया, संभवतः खतरनाक युद्धाभ्यास (एक्रोबैटिक मैन्युवर) करते समय।

यह दुर्घटना भारतीय राजनीति के लिए एक बड़ा झटका मानी जाती है, क्योंकि संजय को गांधी परिवार के राजनीतिक उत्तराधिकारी के रूप में देखा जाता था। इस घटना के पीछे प्रारंभिक कारण के रूप में पायलट की गलती और संभवतः विमान में यांत्रिक खराबी को चिह्नित किया गया। यहां यह सवाल उठाया जा सकता है कि संजय गांधी जैसे व्यक्तित्व द्वारा उड़ाए जा रहे विमान में खराबी कैसे नहीं पकड़ी गई।

 

जनरल बिपिन रावत: सैन्य नेतृत्व की अपूरणीय क्षति

8 दिसंबर 2021 को (plane-crashes) भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत तमिलनाडु के कुन्नूर में एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मारे गए। वे भारतीय वायुसेना के एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर से सुलूर से कुन्नूर जा रहे थे। इस दुर्घटना में उनकी पत्नी मधुलिका रावत सहित 14 में से 13 लोग मारे गए।

जांच में पाया गया कि प्रतिकूल मौसम और संभवतः कोहरे के कारण पायलट का दृष्टिभ्रम (स्पेशियल डिसोरिएंटेशन) इस दुर्घटना का कारण हो सकता है। जनरल रावत की मृत्यु भारतीय सशस्त्र बलों के लिए एक बड़ा नुकसान थी, क्योंकि उन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक और म्यांमार मिशन जैसे महत्वपूर्ण अभियानों का नेतृत्व किया था। इस दुर्घटना ने भारत के सैन्य विमानों की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए।

विजय रूपाणी: गुजरात के एक राजनीतिक नक्षत्र का पतन

पिछली इन दो घटनाओं को साक्षी मानते हुए आज गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी अहमदाबाद से लंदन जाने वाली एयर इंडिया की उड़ान एआई171 के दुर्घटनाग्रस्त होने से मारे गए। यह बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान टेकऑफ के कुछ मिनट बाद अहमदाबाद के मेघानी नगर क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गया।

विमान में 242 यात्री (plane-crashes) और चालक दल के सदस्य थे, जिनमें 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और 1 कनाडाई नागरिक शामिल थे। विजय रूपाणी, जो 2016 से 2021 तक गुजरात के मुख्यमंत्री रहे, अपनी बेटी से मिलने लंदन जा रहे थे। दुर्घटना का कारण अभी जांच के अधीन है, लेकिन प्रारंभिक रिपोर्ट में फ्लैप की खराबी या यांत्रिक समस्या की संभावना जताई जा रही है। इस दुर्घटना में केवल एक भारतीय नागरिक जीवित बचा है। गुजरात बीजेपी अध्यक्ष सीआर पाटिल ने इस घटना को पार्टी के लिए “बड़ा नुकसान” बताया।

विमान दुर्घटना के कारण: शक्ति और उन्नति की हानि

विमान दुर्घटनाओं के पीछे मुख्य रूप से दो कारण होते हैं: शक्ति की हानि (लॉस ऑफ पावर) और उन्नति की हानि (लॉस ऑफ लिफ्ट)। (plane-crashes) शक्ति की हानि आमतौर पर इंजन की विफलता के कारण होती है, जैसे ईंधन आपूर्ति में समस्या, यांत्रिक खराबी या पक्षी टक्कर। उन्नति की हानि स्टॉल, पंखों पर बर्फ जमना, फ्लैप की गलत कॉन्फिगरेशन या विंड शीयर के कारण हो सकती है।

उदाहरण के लिए, संजय गांधी के मामले में पायलट की गलती और बिपिन रावत की दुर्घटना में मौसम और दृष्टिभ्रम संभावित कारण थे। विजय रूपाणी की दुर्घटना में यांत्रिक खराबी की संभावना सामने आई है। इसके अलावा, भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव के परिप्रेक्ष्य में तोड़फोड़ की साजिश को भी नकारा नहीं जा सकता।
रोकथाम के उपाय

ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए विमानों का नियमित रखरखाव, पायलटों के लिए उन्नत प्रशिक्षण और आधुनिक सुरक्षा प्रणालियां अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। स्टॉल चेतावनी प्रणाली, विंड शीयर डिटेक्शन और मौसम पूर्वानुमान पर निर्भरता जरूरी है। अहमदाबाद दुर्घटना के बाद डीजीसीए और बोइंग ने जांच शुरू की है, और ब्लैक बॉक्स के डेटा का विश्लेषण किया जा रहा है।

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संजय गांधी, (plane-crashes) बिपिन रावत और विजय रूपाणी जैसे विख्यात व्यक्तियों की विमान दुर्घटनाओं में मृत्यु भारत के लिए बड़ा नुकसान है। ये घटनाएं विमानन सुरक्षा प्रणालियों को मजबूत करने की आवश्यकता पर बल देती हैं। एक पूर्व एयरलाइन कैप्टन के रूप में मैं कह सकता हूं कि प्रौद्योगिकी, प्रशिक्षण और सतर्कता के समन्वय से ऐसी दुर्घटनाओं को काफी हद तक कम किया जा सकता है। शोकाकुल परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं और आशा करता हूं कि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं होगी।

 

 

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अहमदाबाद में भीषण विमान हादसा, मृतकों की संख्या लगभग 135 https://ekolkata24.com/top-story/tragic-ahmedabad-plane-crash-claims-around-135-lives-in-meghani-nagar Thu, 12 Jun 2025 09:38:44 +0000 https://ekolkata24.com/?p=51389 सुपर्णा पडुई, अहमदाबाद: गुजरात के अहमदाबाद में आज एक भीषण विमान हादसे (Ahmedabad Plane Crash) की खबर ने पूरे देश को शोक में डुबो दिया है। शहर के मेघानीनगर क्षेत्र में एक यात्री विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने की घटना ने भारत के हवाई क्षेत्र में एक नया संकट पैदा कर दिया है। अंतरराष्ट्रीय विमानन कंपनी एयर इंडिया का बोइंग 777 विमान, जो अहमदाबाद हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही समय बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया, इस हादसे में कम से कम 135 लोगों के मारे जाने की आशंका जताई जा रही है, हालांकि अभी तक इस संख्या की आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है। घटनास्थल पर पुलिस, दमकल विभाग और बचाव दल पहुंच चुके हैं, और बचाव कार्य शुरू हो गया है। हालांकि, इस हादसे के सटीक कारण या इसके पीछे की परिस्थितियों के बारे में अभी तक कोई स्पष्ट जानकारी नहीं मिल पाई है।

हादसे के तुरंत बाद शहर के आकाश में काले धुएं का गुबार छा गया, जिसने पूरे क्षेत्र को अपनी चपेट में ले लिया। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, यह विमान लंदन के लिए उड़ान भर रहा था। उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद यह हादसा हुआ। यह विमान अहमदाबाद हवाई अड्डे से महज 7.6 किलोमीटर दूर मेघानीनगर के एक घनी आबादी वाले इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हुआ। विमान के गिरने के दौरान आकाश में काला धुआं दिखाई दिया, जिसने स्थानीय लोगों में दहशत पैदा कर दी।

स्थानीय लोगों ने बताया कि हादसे के बाद शुरुआत में उन्हें लगा कि यह कोई बड़ा विस्फोट या आगजनी की घटना हो सकती है। बाद में पता चला कि यह एक विमान हादसा था। स्थानीय दमकल विभाग और पुलिस ने तुरंत घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश शुरू की। बचाव कार्य अभी भी जारी है, लेकिन हादसे में मारे गए लोगों की सटीक संख्या का पता लगाना अभी संभव नहीं हो सका है। फिर भी, अनुमान लगाया जा रहा है कि मृतकों की संख्या 135 के आसपास हो सकती है।

विमान चालक कैप्टन अनिंद्य विश्वास ने टीवी9 भारतवर्ष को बताया कि उनके पास जानकारी है कि यह विमान बोइंग AI 171 था, जो अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भर रहा था। उन्होंने कहा कि हादसे का सटीक कारण अभी स्पष्ट नहीं है, लेकिन प्रारंभिक तौर पर माना जा रहा है कि यह इंजन में किसी खराबी के कारण हुआ हो सकता है। यदि इंजन में खराबी थी, तो संभव है कि पायलट को स्थिति को संभालने का पर्याप्त समय नहीं मिला हो। इस खराबी के कारण विमान नियंत्रण खो बैठा और दुर्घटनाग्रस्त हो गया।

एयर इंडिया ने हादसे के बाद एक बयान जारी कर कहा कि वे इस दुर्घटना के सटीक कारणों का पता लगाने के लिए जांच शुरू कर चुके हैं। कंपनी ने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए उन्हें हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है। एयर इंडिया के अधिकारियों ने कहा कि इस तरह के हादसों को रोकने के लिए वे अपनी सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करेंगे।

इस बीच, भारतीय विमानन प्राधिकरण भी सुरक्षा व्यवस्थाओं को लेकर एक आपातकालीन बैठक आयोजित कर सकता है, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके। यह हादसा न केवल भारत, बल्कि अंतरराष्ट्रीय विमानन सुरक्षा एजेंसियों के लिए भी चिंता का विषय बन गया है। यह कोई साधारण विमान हादसा नहीं है, बल्कि एक बड़ा हादसा है, जिसने भारत की हवाई सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

इस घटना ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शोक की लहर दौड़ा दी है। विभिन्न देशों और संगठनों ने इस हादसे पर दुख जताया है और मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। विशेष रूप से, लंदन के विमानन प्राधिकरण और अंतरराष्ट्रीय विमानन कंपनियां स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही जांच के जरिए हादसे का सटीक कारण पता चल सकेगा और भविष्य में इस तरह के हादसों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।

यह हादसा न केवल भारत, बल्कि वैश्विक स्तर पर विमानन सुरक्षा को लेकर नए सिरे से विचार करने के लिए प्रेरित करेगा। यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए और सख्त कदम उठाने की जरूरत है, ताकि भविष्य में इस तरह के हादसों की पुनरावृत्ति न हो।

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