AITC – Ekolkata24: Latest Hindi News Updates from Kolkata – Breaking Stories and More https://ekolkata24.com Stay updated with Ekolkata24 for the latest Hindi news, headlines, and Khabar from Kolkata, West Bengal, India, and the world. Trusted source for comprehensive updates Mon, 13 May 2024 07:01:04 +0000 en-US hourly 1 https://ekolkata24.com/wp-content/uploads/2024/03/cropped-ekolkata24-32x32.png AITC – Ekolkata24: Latest Hindi News Updates from Kolkata – Breaking Stories and More https://ekolkata24.com 32 32 Lok sabha Election 2024: सफेद-तिरंगा उत्तरी के साथ तृणमूल का विशाल जमावड़ा, दिलीप शिबिर हवा! आयोग लाचार है https://ekolkata24.com/uncategorized/lok-sabha-election-2024-asansole-loksabha-election-with-dilip-ghosh Mon, 13 May 2024 07:00:44 +0000 https://ekolkata24.com/?p=47395 हर जगह जमावड़ा. वोटिंग के पहले दो घंटे में ही आयोग का आदेश हवा हो गया. कोई भी सामान्य मतदाता सशस्त्र गार्डों की बाहों में तृणमूल को इकट्ठा होते देखकर भयभीत हो जाएगा। कथित तौर पर,…

हर जगह जमावड़ा. वोटिंग के पहले दो घंटे में ही आयोग का आदेश हवा हो गया. कोई भी सामान्य मतदाता सशस्त्र गार्डों की बाहों में तृणमूल को इकट्ठा होते देखकर भयभीत हो जाएगा। आरोप है कि तृणमूल बर्दवान दुर्गापुर लोकसभा क्षेत्र में बिना किसी छेड़छाड़ के मतदान करा रही है. केंद्र के अधीन बर्दवान दक्षिण विधानसभा के विभिन्न गांव आधारित बूथों पर विपक्ष की कोई मौजूदगी नहीं है. शिकायतें, ऐसा असहाय आयोग।

बर्दवान के रथतला-कंचनार क्षेत्र में विधायक खोकोन दास के गृह क्षेत्र में बहुत सारे लोग हैं लेकिन कोई विरोध नहीं है! मतदान केंद्र के अंदर मौजूद मतदान अधिकारी अवाक हैं. उसने गार्ड को इशारा किया. गार्ड ने मुंह फेर लिया. यह घटना बर्दवान शहर के रथतला मनोहरदास स्कूल में घटी.

बीजेपी ने बर्दवान-दुर्गापुर से दिलीप घोष को मैदान में उतारा है. तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार पूर्व क्रिकेटर कीर्ति आज़ाद हैं. और वाम-कांग्रेस गठबंधन की उम्मीदवार सुकृति घोषाल उस क्षेत्र में हैं जो कभी ‘लाल किला’ के नाम से जाना जाता था। पश्चिम बंगाल के कृषि और औद्योगिक क्षेत्र पूर्वी और पश्चिमी बर्दवान जिलों में फैले हुए हैं। पूर्व बर्दवान जिले को दो जिलों में विभाजित किया गया था। बर्दवान-दुर्गापुर केंद्र दोनों जिलों के बीच जुड़ा हुआ है।

राजनीतिक विश्लेषण के मुताबिक, दिलीप घोष अपनी संसदीय राजनीति में अहम मोड़ का सामना कर रहे हैं. बर्दवान शहर में बूथों का चक्कर लगाने के दौरान उनका कई बार तृणमूल समर्थकों से सामना हुआ. उन्होंने धांधली के आरोप लगाए. दिलीप ने कहा, “तृणमूल के लोग हमारे बूथ एजेंटों को अंदर नहीं जाने दे रहे हैं, उन्होंने हमारे लोगों को बाहर निकाल दिया है।”

बर्दवान के कई मतदान केंद्रों की तरह दुर्गापुर से भी छिटपुट अशांति की खबरें आ रही हैं. शिकायतें आयोग के खाते में जमा की जा रही हैं। तृणमूल प्रत्याशी कीर्ति आजाद ने कहा कि लोगों ने शांतिपूर्ण मतदान में हिस्सा लिया.

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Mamata attack NIA: एनआईए अधिकारियों पर हमले को लेकर ममता बनर्जी ने बोला सरेआम झूठ, उन्हीं की पुलिस ने दी उल्टी रिपोर्ट https://ekolkata24.com/uncategorized/bhupatinagar-mamta-banerjee-openly-attack-on-nia-officers-her-own-police-gave-a-wrong-report-47206 Wed, 10 Apr 2024 19:24:57 +0000 https://ekolkata24.com/?p=47206 पश्चिम बंगाल में केंद्रीय एजेंसियों पर हमले को लेकर देशभर में राज्य प्रशासन की किरकिरी हो रही है। उसमें दिलचस्प बात ये है कि सूबे की मुखिया मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata attack NIA) ने हाल ही में भूपति नगर में एनआईए के अधिकारियों पर हुए हमले के मामले में सरे आम झूठ बोला है। इसकी वजह है कि गत शनिवार को जब एनआईए अधिकारियों पर हमले हुए थे तब उन्होंने एक चुनावी जनसभा से दावा किया था कि एनआईए की टीम ने स्थानीय पुलिस को सूचना दिए बगैर छापेमारी की। जबकि पुलिस ने चुनाव आयोग को अपनी जो रिपोर्ट दी है उसमें स्पष्ट लिखा है कि एनआईए ने अपनी कार्रवाई की पूरी अग्रिम जानकारी पुलिस को दी थी।
इसके अलावा ममता बनर्जी ने चुनावी जनसभा से यह भी दावा किया था कि आधी रात को एनआईए ने बिना प्रशासन को बताएं कार्रवाई की और गांव वालों पर हमले किए। जबकि पुलिस ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि एनआईए अधिकारियों पर ही हमला हुआ है। ऐसे में मुख्यमंत्री की कार्यशैली और प्रशासन से उनके तालमेल को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। राज्य की मुखिया होने के बावजूद सूबे में केंद्रीय एजेंसियों के अधिकारियों पर हमले को लेकर उनका इस तरह का बयान अपने आप में सवालों के घेरे में है।
ममता ने जब यह बात कही कि एनआईए अधिकारी बिना पुलिस को सूचना दिए मौके पर गए थे तो जाहिर सी बात है कि वह सरेआम झूठ बोल रही थीं। भारतीय जनता पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि बिना पुलिस से बात किए उन्होंने हमलावरों को बचाने के लिए इस तरह का बयान दिया था। ममता के बयान का यह भी मकसद था कि पुलिस दबाव में आकर उन्हीं की तरह बात करे लेकिन चुनावी आदर्श आचार संहिता लागू है और एनआईए ने पुलिस को सूचना दी थी इसकी पूरी रिकॉर्ड केंद्रीय एजेंसी के पास थी जिसकी वजह से मजबूरन पुलिस को भी हकीकत बोलनी पड़ी। अब इस संबंध में ममता बनर्जी समेत तृणमूल कांग्रेस के नेताओं ने चुप्पी साथ रखी है।
उल्लेखनीय हैं कि गत शनिवार को भूपति नगर ब्लास्ट के मामले में कार्रवाई करने गए एनआईए अधिकारियों पर हमले हुए थे। घटना के करीब एक हफ्ते बितने को है लेकिन किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। दूसरी और पुलिस ने एनआईए के खिलाफ ही मामला दर्ज कर लिया है। इसे लेकर भी भाजपा नेता ने दावा किया कि ममता बनर्जी के बयान के विपरित रिपोर्ट देने की वजह से दबाव में आई पुलिस ने यह कदम उठाया है। यह भी पुलिस पर भारी पड़ने वाला है क्योंकि कोर्ट में मामले पर सुनवाई हो रही है।

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