army – Ekolkata24: Latest Hindi News Updates from Kolkata – Breaking Stories and More https://ekolkata24.com Stay updated with Ekolkata24 for the latest Hindi news, headlines, and Khabar from Kolkata, West Bengal, India, and the world. Trusted source for comprehensive updates Tue, 24 Sep 2024 09:36:27 +0000 en-US hourly 1 https://ekolkata24.com/wp-content/uploads/2024/03/cropped-ekolkata24-32x32.png army – Ekolkata24: Latest Hindi News Updates from Kolkata – Breaking Stories and More https://ekolkata24.com 32 32 ओडिशा में सैन्य अधिकारी और उनकी मंगेतर के साथ बदसलूकी के बाद सेना आक्रोशित https://ekolkata24.com/top-story/army-outraged-after-r-with-army-officer-and-his-fianceemisbehaviou-in-odisha Tue, 24 Sep 2024 09:36:27 +0000 https://ekolkata24.com/?p=49765 नई दिल्ली: बीते 14-15 सितंबर की दरमियानी रात ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर के भरतपुर थाने में एक सैन्य अधिकारी के साथ दुर्व्यवहार और उनकी मंगेतर के साथ पुलिस द्वारा की गई हिंसा, बदसलूकी, छेड़छाड़ और यौन उत्पीड़न को भारतीय सेना ने गंभीरता से लिया है।

पीड़ित सैन्य अधिकारी सेना की सिख रेजिमेंट में मेजर के पद पर सेवारत हैं, जबकि उनकी मंगेतर सेना के पूर्व ब्रिगेडियर की बेटी है। मामले में 5 पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है और ओडिशा पुलिस की अपराध शाखा ने पुलिस हिरासत में सैन्य अधिकारी की मंगेतर के साथ हुए यौन उत्पीड़न के मामले में पुलिसकर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।

भुवनेश्वर में रेस्टोरेंट चलाने वाली महिला, जो एक वकील भी हैं, अपना रेस्टोरेंट बंद करके अपने मंगेतर के साथ रविवार देर रात कार से घर लौट रही थी। इसी दौरान तीन कारों में सवार कुछ युवकों ने उनका पीछा किया. घटना के बाद सामने आए कथित तौर पर घटना से संबंधित कुछ वीडियो में महिला और उसके मंगेतर के साथ कुछ युवकों को उलझते हुए देखा जा सकता है।

इसके बाद महिला और सैन्य अधिकारी घटनास्थल से अपनी गाड़ी लेकर निकल गए और घटना की शिकायत के लिए भरतपुर पुलिस थाने पहुंचे। इसके बाद उनके साथ थाने में जो हुआ, वह रोंगटे खड़े करने वाला था। गुरुवार को मीडिया से बात करते हुए महिला ने बताया, ‘किसी तरह हम वहां (युवकों के झुंड से) से भागने में कामयाब रहे और मामला दर्ज कराने के लिए भरतपुर थाने गए। वहां रिसेप्शन पर बैठी एक महिला पुलिस कॉन्स्टेबल के अलावा कोई नहीं था। हमने उनसे शिकायत दर्ज करने का अनुरोध किया. हालांकि, मेरी शिकायत दर्ज करने के बजाय उन्होंने मेरे साथ दुर्व्यवहार किया।’

ड्यूटी पर तैनात महिला पुलिसकर्मी का व्यवहार कथित तौर पर तब और भी आक्रामक हो गया जब उसे पता चला कि पीड़िता एक वकील है। इस बीच, पुलिस की एक गश्ती गाड़ी, जिसमें कुछ महिला पुलिसकर्मी भी शामिल थीं, थाने पहुंची। महिला ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उनके मंगेतर को हवालात में बंद कर दिया, जब इसके खिलाफ आवाज उठाई कि वे सेना के किसी अधिकारी को हिरासत में नहीं रख सकते, यह गैरकानूनी है, तो दो महिला पुलिसकर्मियों ने उनके साथ मारपीट शुरू कर दी।

पीड़ित महिला ने बताया, ‘दो महिला अधिकारियों ने मेरे बाल खींचना शुरू कर दिया और मुझे पीटना शुरू कर दिया। जब मैंने उनसे रुकने की गुहार लगाई, तो उन्होंने मुझे थाने के गलियारे में घसीटा। मैंने उनमें से एक का हाथ काट लिया। उन्होंने मेरी जैकेट उतार दी और मेरे दोनों हाथ उससे बांध दिए. उन्होंने मेरे दोनों पैरों को दुपट्टे से बांध दिया। बाद में, एक पुरुष अधिकारी आया और मेरी ब्रा उतारने के बाद लगातार मेरी सीने पर लात मारने लगा। फिर थाना इंस्पेक्टर आया और अपनी पैंट की जिप खोल गुप्तांग दिखाकर मुझसे शारीरिक संबंध बनाने की पूछने लगा। उसने मेरे साथ छेड़छाड़ भी की।’

महिला के मंगेतर सेना के मेजर ने भी राज्य पुलिस महानिदेशक (अपराध शाखा) अरुण बोथरा को लिखित शिकायत में दंपत्ति के साथ पुलिस द्वारा किए गए अत्याचारों का विवरण दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि थाना प्रभारी ने पीड़िता के साथ छेड़छाड़ की और उसका यौन उत्पीड़न किया।

उन्होंने बताया, ‘मैं 30 मिनट तक चीखें सुनता रहा। इसके बाद मेरी मंगेतर को अवैध रूप से गिरफ्तार कर लिया गया और अदालत भेज दिया गया।’

उन्होंने आगे बताया कि जब वह थाने में बैठकर अपनी शिकायत लिख रहे थे तो चार पुलिसकर्मियों ने उन्हें पकड़ लिया और घसीटते हुए एक कोठरी में ले गए, जहां उन्होंने उनकी पैंट उतार दी और उनका सारा सामान ले लिया, जिनमें पर्स, मोबाइल, सेना का पहचान पत्र और कार की चाबियां शामिल थीं। उनके मुताबिक, इस दौरान दो महिला पुलिसकर्मी उनकी मंगेतर के साथ मारपीट करने लगीं।

मेजर ने थाने में मौजूद कॉन्स्टेबल से थाना प्रभारी को बुलाने का अनुरोध किया ताकि वह वह उन्हें एक सैन्य अधिकारी को हिरासत में लेने संबंधी प्रोटोकॉल समझा सकें, लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हुई। मेजर ने उन्हें अवैध हिरासत में रखने, उनका उत्पीड़न करने और उन्हें मानसिक यातना देने का आरोप लगाया। उन्होंने साथ ही बताया कि जब उनकी मंगेतर वकील ने गिरफ्तारी से जुड़ा वॉरंट दिखाने की मांग की तो उसे घसीटा गया, मारा-पीटा गया और निर्वस्त्र कर दिया गया।

जानकारी के मुताबिक, भारतीय सेना ने मामले को गंभीरता से लेते हुए हस्तक्षेप किया, जिसके बाद मेजर को रिहा कर दिया गया। वहीं, अस्पताल में उनकी मंगेतर की मेडिकल जांच कराई गई, जहां रिपोर्ट में बताया गया कि उनके साथ गंभीर मारपीट की गई थी।

घटना की भनक लगते ही भारतीय सेना ने सक्रियता दिखाई। घटना के अगले ही दिन एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, जिसमें राज्य अधिकारियों के साथ मिलकर कार्रवाई की बात कही। वहीं, 18 सितंबर को मध्य भारत क्षेत्र के जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल पीएस शेखावत ने ओडिशा उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखकर मामले में कानून के उल्लंघन का आरोप लगाया और उनसे हस्तक्षेप करने की मांग की।

जानकारी के मुताबिक, जस्टिस चक्रधारी चरण सिंह को लिखे पत्र में लेफ्टिनेंट जनरल शेखावत ने लिखा, ‘एक सेवारत सैन्य अधिकारी की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाई गई और उनकी मंगेतर, जो एक सेवानिवृत्त ब्रिगेडियर की बेटी भी है, की गरिमा पर पुलिसकर्मियों द्वारा हाथ डाला गया।’ उन्होंने कहा कि जब दंपत्ति शिकायत दर्ज कराने पुलिस थाने गए तो पुलिस अधिकारियों ने ‘अपने पद के अनुरूप काम नहीं किया।’

जनरल ने आगे लिखा, ‘उन्होंने न केवल महिला को अपमानित किया, बल्कि उसके साथ छेड़छाड़ भी की और सेना अधिकारी को बिना किसी आरोप के लगभग 14 घंटे तक हिरासत में रखकर उनका भी अपमान किया।’

उन्होंने पुलिस थाने में सीसीटीवी न होने की बात उठाते हुए इसे सुप्रीम कोर्ट के दिशानिर्देशों का उल्लंघन करार दिया। साथ ही लिखा कि पुलिसकर्मियों की कार्रवाई ने दंपति और साथ ही सैन्य बिरादरी के कानून प्रवर्तन प्रणाली में विश्वास को गहरी ठेस पहुंचाई है। उन्होंने कहा कि सेना का मानना ​​है कि कई मामलों में कानून का उल्लंघन किया गया है, जहां एक सेवारत सैन्य अधिकारी को बगैर कोई अपराध दर्ज किए और सेना के अधिकारियों को सूचित किए बिना हिरासत में रखा गया था।

जनरल ने मुख्य न्यायाधीश से घटना का स्वत: संज्ञान लेने और बिना किसी देरी के महिला को जमानत देने का अनुरोध किया। साथ ही, लिखा कि अपराध शाखा द्वारा निष्पक्ष तरीके से जांच की जाए और दोषी पुलिसकर्मियों को उनके पदों से हटाया जाए और उन्हें उचित सजा दी जाए।

संभवत: जनरल के पत्र का असर भी हुआ। पुलिस द्वारा हिरासत में ली गई पीड़ित महिला को उसी दिन हाईकोर्ट से जमानत मिल गई। वहीं, 17 सितंबर को राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी मामले का संज्ञान लिया और ओडिशा पुलिस के डीजीपी से 3 दिन में घटना के संबंध में रिपोर्ट मांगी और मामले में तत्काल कार्रवाई करने के लिए कहा।

मेजर की शिकायत के आधार पर मामले में दो एफआईआर दर्ज की गई हैं। पहली एफआईआर सड़क पर बदसलूकी करने वाले युवकों के खिलाफ और दूसरी एफआईआर दंपति की अवैध हिरासत और हिरासत में दी गई यातनाओं से संबंधित है।

इससे पहले, भरतपुर पुलिस ने सैन्य अधिकारी और उनकी मंगेतर के खिलाफ मामला दर्ज किया था और आरोप लगाया था कि उनके हमले में चार कॉन्स्टेबल और एक महिला सब-इंस्पेक्टर घायल हो गए। बहरहाल, पुलिस ने मामले में भरतपुर के थाना प्रभारी दिनकृष्णा मिश्रा, सब-इंस्पेक्टर बैशालिनी पांडा, सहायक उपनिरीक्षक सलिलमई साहू और सागरिका रथ और कॉन्स्टेबल बलराम हांडा को निलंबित किया है। इससे पहले, डीजीपी ने मामले की जांच ओडिशा पुलिस की अपराध शाखा से कराने के निर्देश दिए थे। अपराध शाखा ने भी पांचों पुलिसकर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।

वहीं, सड़क पर मेजर और पीड़ित महिला के साथ बदसलूकी करने वाले 12 युवकों की पुलिस ने पहचान की, जिनमें से 7 को गिरफ्तार भी किया गया, हालांकि अदालत से उन्हें जमानत मिल गई है। वहीं, ओडिशा सरकार ने मामले की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं। मुख्यमंत्री मोहन मांझी द्वारा न्यायिक जांच के आदेश के बाद मेजर, उनकी मंगेतर और पूर्व सैन्यकर्मियों ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की. न्यायिक आयोग 60 दिन में अपनी रिपोर्ट सौंपेगा।

इस बीच, ओडिशा पुलिस ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि रविवार देर रात लगभग 01:30 बजे मेजर और उनकी मंगेतर अपने वाहन में जा रहे थे, जब उन्हें तीन वाहनों में सवार 12-13 व्यक्तियों द्वारा परेशान किया गया, जो लापरवाही से गाड़ी चला रहे थे। उन्होंने गाली-गलौज, धक्का-मुक्की और हाथापाई की. मेजर और उनकी मंगेतर किसी तरह वहां से निकलने में सफल रहे।

पुलिस ने बयान में कहा कि दंपति ने आरोपी युवकों की एक कार का नंबर ले लिया था, जिसके बाद वे थाने पहुंचे और पुलिस से तत्काल कार्रवाई का अनुरोध किया, लेकिन पुलिसकर्मी बहाने बनाते रहे और दंपति से अपना मेडिकल कराने के लिए कहा।

ओडिशा पुलिस ने भी अपने बयान में इसके बाद दंपति के साथ घटित वाकये की पुष्टि की। साथ ही बताया कि पीड़ित महिला किसी तरह सुबह 5 बजे अपनी कार तक पहुंचने में कामयाब हुई और अपना फोन मेजर को दिया, जिससे वह मदद के लिए सेना के अधिकारियों को फोन लगा सके।

पुलिस ने बयान में यह भी कहा कि सेना की ओर से 120 टीए बटालियन से एक जूनियर कमीशन अधिकारी और तीन अन्य रैंक के अधिकारियों की एक टीम को मेजर की मदद के लिए पुलिस थाने भी भेजा गया था। बयान में कहा गया, ‘दंपति को अस्पताल ले जाया गया। महिला का जबड़ा अपनी जगह से खिसक गया था, नाक टूट गई थी और शरीर पर कई अन्य घाव के निशान थे। फिर दोनों को पुलिस थाने ले जाया गया, जहां महिला को गिरफ्तार कर लिया गया।’

हालांकि, मामला सामने आने के बाद पुलिस दंपति को ही कुसूरवार ठहरा रही थी। ओडिशा टीवी के मुताबिक, भुवनेश्वर के एडिशनल डीसीपी सुरेश चंद्र पात्रा ने कहा था कि मेजर और उनकी मंगेतर ने पुलिस के साथ बदसलूकी की थी। पात्रा ने कहा था कि जब वे थाने आए तो सही हालत में नहीं थी। पुलिस ने जब उनसे औपचारिक शिकायत दर्ज कराने कहा तो पुलिस से बहस करने लगे। उन्होंने महिला अधिकारी समेत पुलिसकर्मियों के साथ बदसलूकी की।

वहीं, निलंबित थाना प्रभारी दीनाकृष्ण मिश्रा ने दंपति के आरोपों को खारिज करते हुए कहा था कि उन्होंने नशे की हालत में थाने पहुंचने के बाद स्टाफ के साथ बदसलूकी की।

ओडिशा रिटायर्ड पुलिस ऑफिसर्स वेलफेयर एसोसिएशन ने सेना के अधिकारियों को संबोधित एक खुला पत्र लिखा है, जिसमें पूछा गया है कि क्या मेजर के खिलाफ कोई कार्रवाई की गई है। जानकारी के मुताबिक, पत्र में कहा गया है कि दंपति नशे में थे और मेजर ने इस हालत में कार चलाई। महिला ने कार में बैठे हुए कुछ इंजीनियरिंग छात्रों के साथ दुर्व्यवहार और गाली-गलौज की।

पत्र में कहा गया है, ‘युवा इंजीनियरिंग छात्रों को आपके (सेना) दबाव में अदालत भेज दिया जाएगा और महिला के अत्याचारी व्यवहार के कारण उनका भविष्य बर्बाद हो जाएगा।’ इससे पहले, पूर्व सैन्य कर्मियों के संगठन ने ओडिशा के कमिश्नरेट पुलिस भवन के पास प्रदर्शन किया था और दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की थी। कई पूर्व सैन्यकर्मियों ने घटना के खिलाफ सोशल मीडिया का भी रुख किया था।

भारतीय सेना के एक अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि सेना इस मामले को लेकर बहुत चिंतित हैं और उसे उम्मीद है कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सेना के अधिकारियों के साथ ऐसी घटनाएं देश के लोगों का भी मनोबल तोड़ती हैं।

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अनंतनाग में आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़, 2 जवान शहीद, 3 घायल https://ekolkata24.com/top-story/encounter-between-terrorists-and-security-forces-in-anantnag-2-soldiers-martyred Sat, 10 Aug 2024 15:29:56 +0000 https://ekolkata24.com/?p=49282  श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में दो जवान शहीद हो गए. जबकि तीन अन्य घायल हो गए. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.

तलाशी अभियान के दौरान आतंकवादियों ने गोलीबारी शुरू की
अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा बलों ने आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद दक्षिण कश्मीर जिले के कोकेरनाग इलाके के अहलान गडोले में घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू किया. आतंकवादियों द्वारा तलाशी दल पर गोलीबारी करने पर सुरक्षा बलों ने जवाब में गोलीबारी की, जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई.

कठुआ हमले में शामिल चार आतंकियों के स्केच जारी
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने कठुआ जिले के ऊंचाई वाले इलाकों में ‘ढोक’ (मिट्टी के घर) में देखे गए चार आतंकवादियों के स्केच शनिवार को जारी किए और उनके बारे में पुख्ता जानकारी देने वाले को 20 लाख रुपये का नकद इनाम देने की घोषणा की. इसके साथ ही आतंकियों की धरपकड़ के लिए जिले के वन क्षेत्र में व्यापक तलाशी अभियान शुरू किया गया. कठुआ में आठ जुलाई को माछेड़ी के सुदूर वन क्षेत्र में सेना के गश्ती दल पर आतंकवादियों द्वारा घात लगाकर किए गए हमले में एक जूनियर कमीशंड अधिकारी (जेसीओ) सहित पांच सैनिक शहीद हो गए थे. बड़े पैमाने पर तलाश अभियान के बावजूद पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के एक छद्म समूह ‘कश्मीर टाइगर्स’ से जुड़े आतंकवादियों का अभी तक कुछ पता नहीं चल पाया है. इन आतंकवादियों ने हाल ही में भारत में घुसपैठ की थी.

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पूर्व अग्निवीरों को नौकरियों में मिलेगा 10 फ़ीसदी आरक्षण https://ekolkata24.com/uncategorized/former-agniveers-will-get-10-percent-reservation-in-jobs Fri, 12 Jul 2024 09:14:17 +0000 https://ekolkata24.com/?p=48920 नई दिल्ली :  2022 में सेना में भर्ती के लिए अग्निपथ योजना की घोषणा की गई थी। इसके तहत सेना में आए 75 फ़ीसदी अग्निवीरों को चार साल बाद रिटायर होना था। विपक्षी कांग्रेस का आरोप था कि सरकार अग्निवीरों को यूज़ एंड थ्रो मज़दूर मान रही है। बीते साल रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संकेत दिए थे कि ज़रूरत पड़ने पर सरकार इस योजना में बदलाव के लिए तैयार है। भारत सरकार ने पूर्व अग्निवीरों के लिए केंद्रीय सशस्त्र सुरक्षा बलों की भर्ती में 10 फ़ीसदी सीटें आरक्षित करने का फ़ैसला लिया है।

इनमें केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ़), सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ़), सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी), केन्द्रीय रिज़र्व पुलिस बल (सीआरपीएफ़) और रेलवे पुलिस बल (आरपीएफ़) जैसे सुरक्षाबलों में होने वाली भर्तियां शामिल है। इसके तहत अग्निवीर की सेवा से रिटायर हुए जवानों को उम्र सीमा और शारीरिक दक्षता में भी छूट मिलेगी।साल 2022 में सेना के तीन अंगों में जवान, एयरमैन और नाविक के पदों पर भर्ती के लिए सरकार अग्निपथ योजना लेकर आई थी।

इस योजना के तहत सेना में शामिल ‘अग्निवीर’ का कार्यकाल चार साल का है, जिसके बाद इनमें से 25 फ़ीसदी आगे सेना में काम करते रहेंगे जबकि 75 फ़ीसदी को सेना से रिटायर होना होगा। इस योजना को लेकर विपक्ष ने सरकार से कई सवाल किए थे और कहा था कि ट्रेनिंग ले चुके अग्निवीर सेना से रिटायर होने के बाद क्या करेंगे इसे लेकर कोई योजना होनी चाहिए।

हाल में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लोकसभा में विपक्ष का नेता बनने के बाद अग्निवीर के मुद्दे पर फिर से चर्चा छेड़ी। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार बनने पर अग्निवीर योजना को ख़त्म कर दिया जाएगा। जहां कुछ युवाओं को इससे उम्मीद जगी है, वहीं कुछ युवा कहते हैं कि इससे कितना फायदा होगा, ये देखना होगा।

सीआईएसएफ़ की महानिदेशक नीना सिंह ने गुरुवार को एक बयान में कहा कि भारत सरकार के गृह मंत्रालय ने पूर्व अग्निवीरों के केंद्रीय सुरक्षा बलों में भर्ती के लिए महत्वपूर्ण फ़ैसला लिया है। उन्होंने कहा, “इसके अनुसार सीआईएसएफ़ ने भी पूर्व अग्निवीरों की भर्ती के लिए सारी तैयारी कर ली है. सीआईएसएफ़ ने कांस्टेबल पद की भर्ती में उनके लिए 10 फ़ीसदी सीटें आरक्षित की गई हैं।”

“पूर्व अग्निवीरों को पीईटी यानी फ़िज़िकल एफ़िशिएंसी टेस्ट में छूट दी गई है और शुरू में अधिकतम उम्र की सीमा में 5 साल (पहले साल में) और बाद के सालों में 3 साल की छूट दी जाएगी।” उनका कहना है कि सीआईएसएफ़ सुनिश्चित करेगी कि पूर्व अग्निवीर इस सुविधा का लाभ उठा सकें।

सीआईएसएफ़ के अलावा सीमा सुरक्षा बल या बीएसएफ़ के महानिदेशक नितिन अग्रवाल ने भी भारत के सरकारी समाचार चैनल दूरदर्शन को बताया है कि बीएसएफ़ की भर्ती में पूर्व अग्निवीरों के लिए 10 फ़ीसदी पद आरक्षित होंगे। उन्होंने पूर्व अग्निवीरों के लिए कहा, “चार साल इन्होंने मशक्कत की है, नौकरी की है और अनुभव हासिल किया है। ये कड़े अनुशासन में रहे हैं और बीएसफ़ के लिए अनुरुप हैं. हमें एक तरह से तैयार सैनिक मिल रहे हैं।” “हम इन्हें कम ट्रेनिंग देने के बाद सीमा पर तैनात कर सकते हैं. हम इनके आने का इंतज़ार कर रहे हैं।” उन्होंने कहा कि बीएसएफ़ की कुल रिक्तियों में से इनके लिए 10 फ़ीसदी इनके लिए आरक्षित होगा।

सशस्त्र सीमा बल के महानिदेशक दलजीत सिंह चौधरी ने इसके बारे में और जानकारी दी। उन्होंने कहा कि “नियुक्तियों में पूर्व अग्निवीरों के लिए 10 फ़ीसदी का कोटा निर्धारित है. सशस्त्र सीमा बल में नियुक्ति से जुड़े नियमों में ये बदलाव कर दिया गया है।” “पहले बैच के लिए उम्र में पांच साल का रिलेक्सेशलन होगा। उनके लिए कोई फ़िज़िकल एफ़िशिएंसी टेस्ट नहीं किया जाएगा “

रेलवे पुलिस बल के महानिदेशक मनोज यादव ने कहा, “भविष्य में जो भी भर्ती कांस्टेबल यानी आरक्षक के लेवल पर होगी उसमें भी सभी श्रेणियों में 10 फ़ीसदी आरक्षण का प्रावधान किया जाएगा. न सिर्फ आरक्षण दिया जाएगी बल्कि उम्र की सीमा में छूट भी दी जाएगी।”

“दिसंबर 2026 से जनवरी 2027 में अग्निवीरों का जो पहला बैच सेना से रिटायर होगा उनके लिए छूट पांच साल की होगी, वहीं उसके बाद के बैचों के लिए आयुसीमा तीन साल की होगी।”  “उनके आने से आरपीएफ़ को नई गति, नई उर्जा और नया मनोबल मिलेगा।”

वहीं सीआरपीएफ़ के महानिदेशक अनीष दयाल सिंह ने कहा कि इससे सीआरपीएफ़ को फायदा होगा क्योंकि सैनिक के तौर पर उन्हें सेना से प्रशिक्षण प्राप्त व्यक्ति मिलेगा। उन्होंने कहा, “हमने इसके लिए तैयारी कर ली है और नियुक्ति से जुड़े नियमों में बदलाव किया जा चुका है।”

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UP में होने वाली है अग्निवीर भर्ती रैली, 12 जिलों से हजारों युवा लेंगे हिस्सा https://ekolkata24.com/uncategorized/agniveer-recruitment-rally-is-going-to-be-held-in-up Sun, 07 Jul 2024 10:13:33 +0000 https://ekolkata24.com/?p=48787 आगरा: लंबे समय से आर्मी सेना भर्ती की तैयारी कर रहे अग्निवीरों के लिए काम की खबर है। आगरा सेना भर्ती कार्यालय की ओर से 14 जुलाई से 1 अगस्त तक अग्निवीर भर्ती रैली आयोजित की जा रही है। सदर बाजार स्थित एकलव्य स्पोर्ट्स स्टेडियम में होने वाली इस भर्ती में 12 जिलों के 14000 युवा शामिल होंगे।

सेना भर्ती की प्रक्रिया 13 जुलाई की रात 12:00 बजे से शुरू हो जाएगी। हर दिन सुबह 4:00 से 9:00 बजे तक दौड़ होगी। इस अवधि में स्टेडियम के सामने की सड़क की एक लेने को बंद रखा जाएगा। वहीं रविवार से खिलाड़ियों के लिए एकलव्य स्टेडियम 7 अगस्त तक बंद रहेगा।

आगरा डीसीपी सिटी सूरज राय ने शनिवार को एकलव्य सपोर्ट स्टेडियम का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था का भी जायजा लिया। सेना भर्ती कार्यालय आगरा की निदेशक कर्नल रिशमा सरीन ने पूरा प्लान बताया। हर दिन एक जिले के दो से तीन तहसीलों के युवा इस भर्ती प्रक्रिया में शामिल होंगे। वाहन आशा मैदान में खड़े होंगे।

स्टेडियम में प्रवेश के दौरान दस्तावेज की जांच की जाएगी। साथ ही युवाओं को चेस्ट नंबर भी दिया जाएगा। सुबह 4:00 से 9:00 तक दौड़ होगी। दौड़ के दौरान स्टेडियम के सामने की एक लेने को बंद कर दिया जाएगा। सुरक्षा के लिहाज से एक लेने पर कोई वाहन नहीं चलेगा. साफ सफाई के लिए आगरा नगर निगम और पानी की व्यवस्था जलकल विभाग संभालेगा. साथ ही मौके 4 से 6 एंबुलेंस तैनात रहेंगी।

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जम्मू-कश्मीर में तीन मुठभेड़, 6 आतंकवादी मारे गए https://ekolkata24.com/top-story/three-encounters-in-jammu-and-kashmir-6-terrorists-killed Sun, 07 Jul 2024 07:35:15 +0000 https://ekolkata24.com/?p=48765 श्रीनगर : दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले में 2 अलग-अलग जगहों पर सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीछ मुठभेड़ हुई।  जानकारी के अनुसार, रविवार को दो आंतकी मारे गए हैं। इससे पहले शनिवार को 4 आतंकियों को मार गिराया गया था। अबतक सुरक्षाबलों ने कुछ छह आतंकियों को ढेर कर दिया है. इन दोनों ऑपरेशन के दौरान दो जवान शहीद भी हुए है।

मुठभेड़ को लेकर एक अधिकारियों ने बताया कि कुलगाम के फ्रिसल चिन्नीगाम इलाके में घेराबंदी और तलाश अभियान शुरू किए जाने के दौरान आतंकवादियों ने फायरिंग कर दी। इसके बाद मुठभेड़ शुरू हुई. मुठभेड़ स्थल की ड्रोन फुटेज में चार शव पड़े हुए नजर आए, लेकिन गोलीबारी अब भी जारी रहने के कारण शव अभी बरामद नहीं किये जा सके. मुठभेड़ स्थल श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग के नजदीक नहीं बल्कि जिले के अंदरूनी इलाकों में है। सुरक्षा बलों ने संबंधित इलाकों की कड़ी घेराबंदी की है।

इस बीच खबर है कि जम्मू कश्मीर में राजौरी जिले के एक गांव में सुरक्षा चौकी पर आतंकवादियों की गोलीबारी में सेना का एक जवान घायल हो गया। आतंकवादियों ने तड़के करीब चार बजे मंजाकोट क्षेत्र के गलुथी गांव में सेना की चौकी पर गोलीबारी की. इसके बाद जवानों ने भी जवाबी कार्रवाई की। आतंकवादियों और जवानों के बीच करीब आधे घंटे तक गोलीबारी हुई. इसमें सेना का एक जवान घायल हो गया। वहीं, आतंकवादी निकट के जंगल में भागने में सफल रहे। आतंकवादियों की तलाश के लिए अभियान जारी है।

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‘मुआवजा और बीमा में अंतर होता है’, अग्निवीर योजना को लेकर राहुल गांधी का केंद्र पर हमला https://ekolkata24.com/uncategorized/rahul-gandhi-on-agniveer-yojana Sat, 06 Jul 2024 08:20:05 +0000 https://ekolkata24.com/?p=48759 नई दिल्ली :  कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्र सरकार की अग्निवीर योजना पर एक बार फिर निशाना साधा है। कांग्रेस नेता ने शहीद अग्निवीर अजय कुमार के परिवार के दावों पर सवाल उठाते हुए कहा कि उन्हें सरकार से अभी तक कोई मुआवजा नहीं मिला है। राहुल ने इसको लेकर एक वीडियो भी साझा किया और सरकार से सवाल भी पूछा।

संसद में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के अभिभाषण के बाद धन्यवाद प्रस्ताव पर राहुल गांधी के भाषण पर काफी हंगामा हुआ था। भाषण में राहुल ने केंद्र सरकार की अग्निवीर योजना पर निशाना साधा और कई आरोप भी लगाए, जिसे सरकार ने फर्जी बताया।

इस बीच राहुल गांधी एक बार फिर अग्निवीर योजना को लेकर सरकार पर बरसे हैं। कांग्रेस नेता ने शहीद अग्निवीर अजय कुमार के परिवार के दावों पर सवाल उठाते हुए कहा कि उन्हें सरकार से अभी तक कोई मुआवजा नहीं मिला है।

राहुल ने एक्स पर एक वीडियो साझा कर कहा कि मृतक अग्निवीर के पिता कह रहे हैं कि उनके परिवार को एक निजी बैंक से बीमा के रूप में 50 लाख रुपये और सेना समूह बीमा कोष से 48 लाख रुपये मिले थे।

राहुल ने परिवार को सरकार से कोई अनुग्रह राशि नहीं मिलने की बात कही और सवाल किया कि उनका बकाया वेतन उनके बैंक खाते में क्यों नहीं जमा किया गया है।

वीडियो में राहुल गांधी ने दावा किया कि अजय कुमार के परिवार को सरकार से कोई वैसी सहायता नहीं मिली जो मिलनी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि ‘मुआवजा’ और ‘बीमा’ में अंतर होता है। बीमा कंपनी द्वारा ही शहीद के परिवार को भुगतान किया गया है।

राहुल ने आगे कहा कि देश के लिए अपनी जान तक कुर्बान करने वाले इन शहीदों का सम्मान करना जरूरी है, लेकिन मोदी सरकार उनके साथ भेदभाव कर रही है। कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि सरकार चाहे जो भी कहे, यह राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला है और मैं इसे उठाता रहूंगा।

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अनिश्चितताओं के लिए हमेशा तैयार रहे सेना: राजनाथ https://ekolkata24.com/uncategorized/army-should-always-be-prepared-for-uncertainties-rajnath Thu, 19 Oct 2023 11:42:37 +0000 https://ekolkata24.com/?p=46250 रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सेना की अभियान संबंधी तैयारियों के उच्च मानकों के लिए उसकी तारीफ की और कहा कि सेना को हमेशा अनिश्चितताओं के लिए तैयार रहना चाहिए। सेना के शीर्ष कमांडरों को बुधवार को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री ने पूर्वी लद्दाख (एलएसी) के हालात का जिक्र किया और कहा कि विवाद के शांतिपूर्ण समाधान के लिए दोनों पक्षों के बीच वार्ता सभी स्तरों पर जारी रहेगी।दिल्ली में सोमवार से शुरू हुए पांच दिवसीय सैन्य कमांडर सम्मेलन में चीन के साथ लगी सीमाओं समेत अन्य मोर्चों पर संभावित राष्ट्रीय सुरक्षा चुनौतियों पर विचार करते हुए सेना की समग्र लड़ाकू क्षमताओं को मजबूत करने पर बातचीत की जा रही है।

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Sikkim: তুষারবন্দি হাজার পর্যটক উদ্ধার, সাহায্যে সেনা https://ekolkata24.com/uncategorized/sikkim-all-stranded-tourists-are-evacuated Sun, 26 Dec 2021 15:16:35 +0000 https://ekolkata24.com/?p=16345 News Desk: উদ্বেগের অবসান হয়েছে। সিকিমে তুষারপাতে কারণে আটকে পড়া পর্যটকদের অবশেষে নিরাপদ স্থানে সরানোর সংবাদ এসেছে। সিকিম সরকার জানাচ্ছে, সেনাবাহিনী ও পুলিশের সহযোগিতায় হাজারেরও বেশি পর্যটক নেমে আসতে পেরেছেন।

শীতের মরশুমে সিকিমে পর্যটনের জোয়ার আসে। বিখ্যাত নাথু লা সীমাম্ত দেখতে পশ্চিমবঙ্গ সহ বিভিন্ন রাজ্যের পর্যটকরা এই রাজ্যে আসেন। এবারও তেমনই হয়েছে।

শনিবার থেকে ভারি তুষারপাত হয় সিকিমে। তুষারপাতের কারণে রাজধানী গ্যাংটকের সঙ্গে গুরুত্বপূর্ণ পর্যটন কেন্দ্রগুলির সড়ক যোগাযোগ বিচ্ছিন্ন হয়ে যায়।

চিন সীমান্তের কাছে ছাঙ্গু হ্রদ দেখতে গিয়ে তুষারপাতের জেরে আটকে পড়েন বহু পর্যটক। এই পরিস্থিতিতে সিকিম সরকার শুরু করে জরুরিকালীন উদ্ধার কাজ। রবিবার বিকেলের মধ্যে পর্যটকদের নিরাপদ এমনই জানানো হয়।

সিকিম রাজ্য প্রশাসন সূত্রের খবর, শুক্রবার থেকেই আবহাওয়া খারাপ থাকার কারণে নাথু লা যাওয়ার অনুমতি দেয়নি সিকিম প্রশাসন। এর জেরে ছাঙ্গু হ্রদ দেখতে বাড়তি ভিড় হয়েছিল পর্যটকদের।  হঠাৎই আবহাওয়া ক্রমাগত খারাপ হতে থাকে। তুষারপাতে ছাঙ্গুতেই আটকে পড়েন পর্যটকেরা। পরে তাঁদের উদ্ধার করে নিজেদের ছাউনিতে নিয়ে যায় সেনাবাহিনী।

সিকিমের মুখ্যমন্ত্রী প্রেম সিং তামাং জানিয়েছেন, রাজ্য সরকার পর্যটকদের সবরকম সাহায্য করবে। তাদের নিয়ে উদ্বেগের কারণ নেই।

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Helicopter Crashed: সেনাবাহিনীর তিন শাখা যৌথভাবে দুর্ঘটনার তদন্ত করবে https://ekolkata24.com/uncategorized/helicopter-crashed-three-branches-of-the-army-will-jointly-investigate-the-crash Thu, 09 Dec 2021 08:35:22 +0000 https://ekolkata24.com/?p=14195 News Desk: কপ্টার দুর্ঘটনায় (Helicopter Crashed) সেনা সর্বাধিনায়ক বিপিন রাওয়াতের (Bipin Rawat) মৃত্যুর তদন্ত করবে এক যৌথ কমিটি। এই কমিটিতে সেনাবাহিনীর তিন শাখার সদস্যরা থাকবেন। তদন্ত কমিটির নেতৃত্বে থাকবেন এয়ার মার্শাল মানবেন্দ্র সিং (Air Marshal Manabendra Singh)। বৃহস্পতিবার লোকসভায় (lokshava) এই কথা জানালেন প্রতিরক্ষামন্ত্রী রাজনাথ সিং (Rajnath Singh)।

এদিন লোকসভার কাজ শুরু হওয়ার সঙ্গে সঙ্গেই বিপিন রাওয়াত তাঁর স্ত্রী-সহ অন্যদের প্রতি শ্রদ্ধা জানাতে দু’মিনিট নীরবতা পালন করা হয়। নীরবতা পালনের পর সংসদে বিবৃতি দেন রাজনাথ সিং। সেখানেই তিনি বলেন, বুধবার তামিলনাড়ুর কুন্নুরে কপ্টার দুর্ঘটনায় ১৪ জন যাত্রীর মধ্যে চিফ অফ ডিফেন্স স্টাফ বিপিন রাওয়াত-সহ ১৩ জনের মৃত্যু হয়েছে। দুর্ঘটনায় একমাত্র প্রাণে বেঁচে গিয়েছেন গ্রুপ ক্যাপ্টেন বরুণ সিং। তবে তাঁর অবস্থাও আশঙ্কাজনক। প্রয়োজনে তাঁকে ওয়েলিংটনের সেনা হাসপাতাল থেকে অন্য কোনও হাসপাতালে পাঠানো হতে পারে। রাজনাথ এদিন জানিয়েছেন, নিহতদের পূর্ণ রাষ্ট্রীয় মর্যাদায় শেষকৃত্য সম্পন্ন করা হবে।

এদিনই জানা গিয়েছে, দুর্ঘটনাগ্রস্ত কপ্টারটির ব্ল্যাকবক্স খুঁজে পাওয়া গিয়েছে। বিশেষজ্ঞরা মনে করছেন, ব্ল্যাকবক্স বা ফ্লাইট ডেটা রেকর্ডার খুঁজে পাওয়ায় এই দুর্ঘটনার প্রকৃত কারণ সহজেই জানা যাবে। এদিন সংসদের কাজ শুরু হলে রাওয়াতের প্রতি শ্রদ্ধা জানাতে সংসদে সব ধরনের বিক্ষোভ কর্মসূচি স্থগিত রাখার কথা ঘোষণা করেন বিরোধীরা। ব্যক্তিগত জীবনে সন্ত্রাসবাদীদের কাছে ত্রাস ছিলেন রাওয়াত। কিন্তু তাঁর এই কঠিন হৃদয়ের পিছনে ছিল একটি নরম মন। জানা গিয়েছে, করোনা আক্রান্তদের চিকিৎসায় সাহায্যের জন্য প্রতিমাসে নিজের বেতন থেকে ৫০ হাজার টাকা করে দান করতেন রাওয়াত। পিএম কেয়ার্স ফান্ডে তিনি প্রতি মাসেই এই অর্থ সাহায্য করতেন। বিপিন রাওয়াতকে দেখেই আরও অনেকেই পিএম কেয়ার্স ফান্ডে অর্থ সাহায্য করতে এগিয়ে আসেন।

কেন্দ্রীয় সরকারের পক্ষ থেকে জানানো হয়েছে, বৃহস্পতিবার বিকেলে তামিলনাড়ু কুন্নুর থেকে সস্ত্রীক রাওয়াতের দেহ দিল্লিতে আনা হবে। শুক্রবার সকাল পর্যন্ত নিজের বাড়িতেই থাকবে সস্ত্রীক রাওয়াতের কফিনবন্দি দেহ। শুক্রবার দিল্লির ক্যান্টনমেন্টে তাঁর শেষকৃত্য সম্পন্ন হবে।

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Bipin Rawat: যেভাবে হবে প্রয়াত জেনারেলের শেষ শ্রদ্ধা https://ekolkata24.com/uncategorized/last-tribute-shedule-of-late-general-bipin-rawat Thu, 09 Dec 2021 08:21:07 +0000 https://ekolkata24.com/?p=14190 News Desk: প্রয়াত ‘চিফ অফ্ ডিফেন্স স্টাফ’ জেনারেল বিপিন রাওয়াত (Bipin Rawat) এবং তাঁর স্ত্রী মধুলিকা রাওয়াত-এর শেষকৃত্য শুক্রবার দিল্লি ক্যান্টনমেন্টে সম্পন্ন হবে। পিআইবি জানাচ্ছে জেনারেল রাওয়াতকে শেষ শ্রদ্ধা জানানোর জন্য প্রস্তুতি চলছে দিল্লিতে। বৃহস্পতিবার বিকেলে তামিলনাড়ুর সুলুর বিমানঘাঁটি থেকে বায়ুসেনার বিশেষ বিমানে তাঁদের দেহ দিল্লিতে আনা হবে।

শুক্রবার তামিলনাড়ুর ওয়েলিংটনে, প্রয়াত CDS-কে শ্রদ্ধা জানাবেন, সেনাপ্রধান জেনারেল নারাভনে, বায়ু সেনাপ্রধান এয়ার চিফ মার্শাল ভি আর. চৌধুরী, নৌসেনা প্রধান আর. হরিকুমার।

শুক্রবার বেলা ১১টা থেকে দুপুর ২টো পর্যন্ত সাধারণ মানুষ ও গুণমুগ্ধরা ভারতের প্রথম CDS রাওয়াতকে শেষ শ্রদ্ধা জানাতে পারবেন। এরপর দিল্লি ক্যান্টনমেন্টের ব্রারস্কোয়ার অন্তেষ্টিস্থলে পূর্ণ সামরিক মর্যাদায় হবে শেষকৃত্য।

বুধবার দুপুরে তামিলনাড়ু নীলগিরি জেলার কুন্নুরের কাছে সস্ত্রীক বিপিন রাওয়াত সহ ১৪ জন আরোহীকে নিয়ে রুশ MI17 V-5 হেলিকপ্টার ভেঙে পড়ে। এতে বিপিন রাওয়াত ও তাঁর স্ত্রী মধুলিকা ছাড়াও সাতজন সেনা আধিকারিক ছিলেন। দুর্ঘটনায় একমাত্র জীবিত গ্রুপ ক্যাপ্টেন বরুণ সিং গুরুতর অগ্নিদগ্ধ অবস্থায় হাসপাতালে চিকিৎসাধীন।

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Army Helicopter Crashed: ‘দুর্ঘটনায় এক ঝলসে যাওয়া ব্যক্তির চিকিৎসা চলছে’, সেনাপ্রধান কেমন আছেন? https://ekolkata24.com/uncategorized/army-helicopter-crashed-how-is-general-bipin-rawat-condition-several-questions-arrised Wed, 08 Dec 2021 11:56:16 +0000 https://ekolkata24.com/?p=14114 News Desk: দুর্ঘটনাস্থলের (Army Helicopter Crashed) ছবিতে স্পষ্ট পুরো আছড়ে পড়েছিল বায়ুসেনার MI 17 হেলিকপ্টার। স্থানীয় জনসাধরণ বারবার বলছেন সেই ভয়াবহ মুহূর্তের কথা। সর্বশেষ খবর, ভেঙে পড়া কপ্টারের ১৪ জন যাত্রীর মধ্যে ১৩ জন মৃত। 

এদিকে দেশজুড়ে উদ্বেগ কেমন আছেন সেনা প্রধান জেনারেল বিপিন রাওয়াত? কিছু সূত্র উদ্ধৃত করে তামিল সংবাদ মাধমের খবর, চিকিৎসকরা জানিয়েছেন এক ঝলসে যাওয়া ব্যক্তির চিকিৎসা চলছে। তবে সেনাবাহিনীর বা প্রতিরক্ষা মন্ত্রকের তরফে সেনা প্রধানের শারীরিক অবস্থা সম্পর্কে কিছু জানানো হয়নি।

তামিলনাডুর মুখ্যমন্ত্রী এম কে স্ট্যালিন উচ্চস্তরীয় চিকিৎসকদের বিশেষ নির্দেশ দিয়েছেন বলেই খবর। তামিলনাডু সরকার জানিয়েছে বুধবার দুপুরে কুন্নুর জেলায় উটির কাছে ঘন জঙ্গলের মধ্যে সেনাবাহিনীর এম-১৭ হেলিকপ্টারটি ভেঙে পড়ে। এতেই ছিলেন জেনারেল বিপিন রাওয়াত এবং তাঁর স্ত্রী মধুলিকা।

কেন্দ্রীয় প্রতিরক্ষামন্ত্রী রাজনাথ সিং ইতিমধ্যেই প্রধানমন্ত্রী নরেন্দ্র মোদীকে দুর্ঘটনা সম্পর্কে বিস্তারিত জানিয়েছেন।

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Army Helicopter Crashed: কপ্টার ভেঙে মৃত ১১, জখম বিপিন রাওয়াতের অবস্থা সঙ্কটজনক https://ekolkata24.com/uncategorized/army-helicopter-crashed-bipin-rawats-condition-is-critical Wed, 08 Dec 2021 10:06:07 +0000 https://ekolkata24.com/?p=14107 নিউজ ডেস্ক: সেনা সেনাবাহিনীর হেলিকপ্টার (Army Helicopter) ভেঙে পড়ার ঘটনায় গুরুতর জখম হলেন চিফ অফ ডিফেন্স স্টাফ (chief of defence staff) বিপিন রাওয়াত এবং তাঁর স্ত্রী মধুলিকা রাওয়াত।

সেনাবাহিনীর পক্ষ থেকে জানানো হয়েছে, বুধবার দুপুরে তামিলনাড়ুর কুন্নুর জেলায় উটির কাছে ঘন জঙ্গলের মধ্যে সেনাবাহিনীর এম-১৭ হেলিকপ্টারটি ভেঙে পড়ে। শেষ খবর পাওয়া পর্যন্ত জানা গিয়েছে দুর্ঘটনাগ্রস্ত কপ্টারটির ১৪ জন যাত্রীর মধ্যে ১১ জনের মৃত্যু হয়েছে। বিপিন রাওয়াত এবং তাঁর স্ত্রী মধুলিকার শারীরিক অবস্থা যে অত্যন্ত সঙ্কটজনক তা বলাই বাহুল্য। প্রতিরক্ষামন্ত্রী রাজনাথ সিং ইতিমধ্যেই নরেন্দ্র মোদিকে এদিনের দুর্ঘটনা সম্পর্কে বিস্তারিত জানিয়েছেন। এদিনই রাজনাথ সংসদে দুর্ঘটনা নিয়ে বিবৃতি দিতে চলেছেন বলে খবর।

তামিলনাড়ুর মুখ্যমন্ত্রী এমকে স্টালিন জানিয়েছেন, চিফ অফ ডিফেন্স স্টাফ ও অন্যান্য আহতদের চিকিৎসার জন্য ইতিমধ্যেই ছয় বিশেষজ্ঞ চিকিৎসককে ওয়েলিংটনের সেনা হাসপাতালে পাঠানো হয়েছে। দুর্ঘটনাগ্রস্ত কপ্টারটিতে চিফ অফ ডিফেন্স স্টাফ বিপিন রাওয়াত-সহ ১৪ (bipin rawat) জন ছিলেন। ঘন জঙ্গলের (dense forest) মধ্যে কোন রাস্তা না থাকায় দ্রুত উদ্ধার কাজ করা যাচ্ছে না। স্থানীয় বাসিন্দারা জানিয়েছেন, কপ্টারটি ভেঙে পড়ার সঙ্গে সঙ্গেই তাতে আগুন ধরে যায়। দ্রুত কপ্টারটির আগুন নেভানোর কাজ চলছে। গুরুতর জখম বিপিন রাওয়াতকে ইতিমধ্যেই হাসপাতালে নিয়ে যাওয়া হয়েছে।

তামিলনাড়ু রাজ্য প্রশাসনের পক্ষ থেকে জানানো হয়েছে, উটি ও কোয়েম্বাট্যুরের মাঝামাঝি দুর্গম পার্বত্য এলাকায় এদিন কপ্টারটি ভেঙে পড়ে। এ দুর্ঘটনায় এখনও পর্যন্ত ১১ জনের মৃত্যু হয়েছে।

একটি সূত্রের খবর, হাইটেনশন ইলেক্ট্রিকের তারে ধাক্কা লাগার কারণ কপ্টারটি ভেঙে পড়ে। মাটিতে পড়ার সঙ্গে সঙ্গেই কপ্টারটি দাউদাউ করে জ্বলে ওঠে। ওই কপ্টারে সেনাবাহিনীর ব্রিগেডিয়ার লেফটেন্যান্ট-সহ মোট ১৪ জন ছিলেন। কপ্টারটি চালাচ্ছিলেন বায়ুসেনার দুই অভিজ্ঞ পাইলট। কপ্টারটি বুধবার দুপুরে সুলুর সেনাঘাঁটি থেকে ওয়েলিংটন সেনাঘাঁটির দিকে যাচ্ছিল।

সূত্রের খবর, দৃশ্যমানতা কম থাকার কারণেই চিফ অফ ডিফেন্স স্টাফকে নিয়ে ওড়া কপ্টারটি ভেঙে পড়েছে। দুর্ঘটনার খবর পাওয়ার সঙ্গে সঙ্গেই প্রতিরক্ষামন্ত্রী রাজনাথ সিং তামিলনাড়ু যাচ্ছেন বলে জানা গিয়েছে। এদিন একটি জরুরি বৈঠকে ব্যস্ত ছিলেন রাজনাথ। সেখানেই তাঁকে এই দুর্ঘটনার খবর দেওয়া হয়। এরপরই তিনি তামিলনাড়ু যাওয়ার সিদ্ধান্ত নেন প্রধানমন্ত্রী নরেন্দ্র মোদিকেও বিষয়টি জানানো হয়েছে।

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army helicopter crashed: সেনাকপ্টার ভেঙে গুরুতর জখম হলেন সস্ত্রীক চিফ অফ ডিফেন্স স্টাফ https://ekolkata24.com/uncategorized/chief-of-defense-staff-bipin-rawat-was-seriously-injured-when-an-army-helicopter-crashed Wed, 08 Dec 2021 09:31:19 +0000 https://ekolkata24.com/?p=14100 নিউজ ডেস্ক: সেনা সেনাবাহিনীর হেলিকপ্টার (army chopper) ভেঙে পড়ার ঘটনায় গুরুতর জখম হলেন চিপ অফ ডিফেন্স স্টাফ (chief of defence staff) বিপিন রাওয়াত এবং তাঁর স্ত্রী। সেনাবাহিনীর পক্ষ থেকে জানানো হয়েছে, বুধবার দুপুরে তামিলনাড়ুর কুন্নুর জেলায় উটির কাছে ঘন জঙ্গলের মধ্যে সেনাবাহিনীর এম-১৭ হেলিকপ্টারটি ভেঙে পড়ে।

দুর্ঘটনাগ্রস্ত কপ্টারটিতে চিফ অফ ডিফেন্স স্টাফ বিপিন রাওয়াত-সহ ১৪ (bipin rawat) জন ছিলেন। ঘন জঙ্গলের (dense forest) মধ্যে কোন রাস্তা না থাকায় দ্রুত উদ্ধার কাজ করা যাচ্ছে না। স্থানীয় বাসিন্দারা জানিয়েছেন, কপ্টারটি ভেঙে পড়ার সঙ্গে সঙ্গেই তাতে আগুন ধরে যায়। দ্রুত কপ্টারটির আগুন নেভানোর কাজ চলছে। গুরুতর জখম বিপিন রাওয়াতকে ইতিমধ্যেই হাসপাতালে নিয়ে যাওয়া হয়েছে।

https://youtu.be/Ep7Ez11y61A

তামিলনাড়ু রাজ্য প্রশাসনের পক্ষ থেকে জানানো হয়েছে, উটি ও কোয়েম্বাট্যুরের মাঝামাঝি দুর্গম পার্বত্য এলাকায় এদিন কপ্টারটি ভেঙে পড়ে। এ দুর্ঘটনায় এখনও পর্যন্ত ৪ জনের মৃত্যু হয়েছে। যদিও স্থানীয় বাসিন্দাদের দাবি সাত জনের মৃত্যু হয়েছে।

একটি সূত্রের খবর, হাইটেনশন ইলেক্ট্রিকের তারে ধাক্কা লাগার কারণ কপ্টারটি ভেঙে পড়ে। মাটিতে পড়ার সঙ্গে সঙ্গেই কপ্টারটি দাউদাউ করে জ্বলে ওঠে। ওই কপ্টারে সেনাবাহিনীর ব্রিগেডিয়ার লেফটেন্যান্ট-সহ মোট ১৪ জন ছিলেন। কপ্টারটি চালাচ্ছিলেন বায়ুসেনার দুই অভিজ্ঞ পাইলট। কপ্টারটি বুধবার দুপুরে সুলুর সেনাঘাঁটি থেকে ওয়েলিংটন সেনাঘাঁটির দিকে যাচ্ছিল।

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p style=”text-align: justify;”>সূত্রের খবর, দৃশ্যমানতা কম থাকার কারণেই চিফ অফ ডিফেন্স স্টাফকে নিয়ে ওড়া কপ্টারটি ভেঙে পড়েছে। দুর্ঘটনার খবর পাওয়ার সঙ্গে সঙ্গেই প্রতিরক্ষামন্ত্রী রাজনাথ সিং তামিলনাড়ু যাচ্ছেন বলে জানা গিয়েছে। এদিন একটি জরুরি বৈঠকে ব্যস্ত ছিলেন রাজনাথ। সেখানেই তাঁকে এই দুর্ঘটনার খবর দেওয়া হয়। এরপরই তিনি তামিলনাড়ু যাওয়ার সিদ্ধান্ত নেন প্রধানমন্ত্রী নরেন্দ্র মোদিকেও বিষয়টি জানানো হয়েছে। বিপিন রাওয়াত ও তাঁর স্ত্রী-সহ ওই কপ্টারের আহত সকল যাত্রীকেই হাসপাতালে ভর্তি করা হয়েছে। আশঙ্কা করা হচ্ছে দুর্ঘটনায় হতাহতের সংখ্যা আরও বাড়বে।

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Rahul Gandhi: জওয়ান-জনতা কেউই আর মোদী সরকারের আমলে দেশের মাটিতেও নিরাপদ নন https://ekolkata24.com/uncategorized/rahul-gandhi-slams-modi-govt-over-nagaland-civilians-deaths Sun, 05 Dec 2021 16:51:10 +0000 https://ekolkata24.com/?p=13708 নিউজ ডেস্ক, নয়াদিল্লি: নিরাপত্তা বাহিনীর জওয়ান (Army) হোক বা দেশের সাধারণ নাগরিক (Common People) কেউই আর নিজের দেশের মাটিতেও নিরাপদ ও সুরক্ষিত নয়। সব দেখেও দেশের স্বরাষ্ট্রমন্ত্রক (Home Ministry) নীরব দর্শক হয়ে বসে আছে। কোনও সভ্য দেশের (Civilized Government) সরকার যে এভাবে পথ চলতে পারে তার নরেন্দ্র মোদী সরকারকে না দেখলে বিশ্বাস করা যেত না। নাগাল্যান্ডে নিরাপত্তা বাহিনীর গুলিতে ১৩ জন নিরাপরাধ মানুষের মৃত্যুর ঘটনার প্রতিক্রিয়া জানাতে গিয়ে এই মন্তব্য করলেন কংগ্রেস সাংসদ রাহুল গান্ধী (Rahul Gandhi)।

নাগাল্যান্ডের ঘটনা সম্পর্কে জানা গিয়েছে, অনুপ্রবেশ বিরোধী অভিযান চালাতে গিয়ে এই ঘটনা ঘটে। শনিবার রাতের এই ঘটনাকে কেন্দ্র করে তীব্র উত্তেজনা ও চাঞ্চল্য ছড়িয়েছে গোটা দেশে। শনিবারের এই ঘটনায় ১৩ জনের মৃত্যু হয়েছে। মৃতদের মধ্যে এক জওয়ান আছেন। আহতদের মধ্যে যেমন বেশ কয়েকজন গ্রামবাসী আছেন, তেমনই আছেন একাধিক জওয়ান।

এই ঘটনার তীব্র সমালোচনা করে রাহুল টুইট করেন, নাগাল্যান্ডের ঘটনা অত্যন্ত বেদনাদায়ক। কী কারণে এই ঘটনা ঘটল মোদী সরকারকে তার জবাব দিতে হবে। কী করছিল স্বরাষ্ট্রমন্ত্রক? দেখা যাচ্ছে, সাধারণ মানুষ বা নিরাপত্তা বাহিনীর সদস্য কেউই আর দেশের মাটিতে নিরাপদ নয়।

রাহুল ছাড়াও পশ্চিমবঙ্গের মুখ্যমন্ত্রী মমতা বন্দ্যোপাধ্যায়ও এই ঘটনায় গভীর শোক প্রকাশ করেছেন। একইসঙ্গে ঘটনার প্রকৃত তদন্তের দাবি তুলেছেন মমতা। অসমের কংগ্রেস সাংসদ গৌরব গগৈ মৃতদের পরিবারের প্রতি সমবেদনা জানিয়েছেন। একই সঙ্গে এই ঘটনার পিছনে প্রকৃত সত্যটা কী তার সামনে আনার দাবিও জানিয়েছেন গগৈ।

অন্যদিকে নাগাল্যান্ডের ঘটনায় শোক জ্ঞাপন করেছেন কেন্দ্রীয় স্বরাষ্ট্রমন্ত্রী অমিত শাহ, প্রধানমন্ত্রী নরেন্দ্র মোদী। শাহ জানিয়েছেন, এই ঘটনার পূর্ণাঙ্গ তদন্ত হবে। রাজ্য সরকার এই ঘটনার তদন্তে বিশেষ তদন্তকারী দল গঠন করে তদন্ত চালাবে। মৃতদের পরিবার অবশ্যই উপযুক্ত বিচার পাবে।

জানা গিয়েছে বেশ কয়েকদিন ধরেই নাগাল্যান্ড- মায়ানমার সীমান্ত সংলগ্ন গ্রামে জঙ্গিদের অনুপ্রবেশ চলছিল। গোপন সূত্রে পাওয়া খবরের ভিত্তিতে শনিবার রাতে সীমান্ত এলাকায় অভিযান চালায় সেনা। সেই অভিযানেই সীমান্ত সংলগ্ন তিরু গ্রামে সেনাবাহিনী সন্দেহভাজন অনুপ্রবেশকারীদের বিরুদ্ধে গুলি চালালে ১৩ জনের মৃত্যু হয়। মৃতদের মধ্যে ১২ জন গ্রামবাসী একজন জওয়ান। জখম হয়েছেন বহু মানুষ। স্থানীয় বাসিন্দাদের দাবি, একটি মিনিট্রাকে করে গ্রামবাসীরা ওটিং গ্রাম থেকে খনির কাজ করে ফিরছিলেন। সে সময় রাতের অন্ধকারে জঙ্গি সন্দেহে ওই মিনিট্রাকটি লক্ষ্য করেই গুলি চালায় নিরাপত্তা বাহিনী।

গতকালের এই ঘটনায় সেনাবাহিনীর পক্ষ থেকেও ভুল স্বীকার করা হয়েছে। সেনাবাহিনী জানিয়েছে, শনিবার রাতের ঘটনা অত্যন্ত দুর্ভাগ্যজনক। গোয়েন্দাদের রিপোর্টের ভিত্তিতেই এই অভিযান হয়েছিল। কিভাবে এটা ঘটল তা জানতে উচ্চ পর্যায়ের তদন্ত করা হবে। শনিবার রাতের ঘটনায় বেশ কয়েকজন জওয়ান জখম হয়েছেন বলে সেনাবাহিনীর দাবি।

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Kashmir: শ্রীনগরের রামবাগে সেনা-জঙ্গি সংঘর্ষে খতম চার সন্ত্রাসবাদী https://ekolkata24.com/uncategorized/kashmir-four-terrorists-were-killed-in-an-army-militant-clash-at-rambagh-in-srinagar Fri, 26 Nov 2021 11:01:26 +0000 https://ekolkata24.com/?p=12483 নিউজ ডেস্ক, শ্রীনগর: শুক্রবার সকালে গুলির শব্দে ঘুম ভাঙল শ্রীনগরের রামবাগ (Rambagh) এলাকার মানুষের। কাশ্মীরে একটানা গোলাগুলির আওয়াজ স্থানীয় বাসিন্দাদের (local people) কাছে কিছু আশ্চর্যজনক ঘটনা নয়। এদিন নিরাপত্তা বাহিনীর সঙ্গে জঙ্গিদের গুলির লড়াইয়ে চার জঙ্গি (terrorist) খতম হয়েছে। নিহতদের মধ্যে একজন লস্কর-ই-তৈবার শাখা সংগঠন দ্য রেজিস্ট্যান্স ফ্রন্টের শীর্ষস্থানীয় কমান্ডার। অন্য একজন হিজবুল মুজাহিদিন (hijbul mujahidin) জঙ্গি গোষ্ঠীর সদস্য।

জম্মু-কাশ্মীর পুলিশের আইজি বিজয় কুমার জানিয়েছেন, গোপন সূত্রে খবর মেলে রামবাগ এলাকায় সশস্ত্র জঙ্গিদের একটি দল আত্মগোপন করে আছে। ওই খবরের ভিত্তিতে শুক্রবার ভোররাতে নিরাপত্তাবাহিনী গোটা এলাকা ঘিরে ফেলে তল্লাশি চালাতে শুরু করে। বাহিনীর উপস্থিতি টের পেয়ে জঙ্গিরা ক্রমশ পিছু হটতে থাকে। কিন্তু চারি দিক থেকেই তল্লাশি অভিযান শুরু হওয়ায় জঙ্গিরা পালানোর সুযোগ পায়নি। তাই তারা গুলি চালাতে শুরু করে। সঙ্গে সঙ্গেই পাল্টা জবাব দেয় নিরাপত্তাবাহিনী। কিছুক্ষণ গুলির লড়াই চলার পর সংঘর্ষ বন্ধ হয়। এরপর তল্লাশি চালিয়ে নিরাপত্তাবাহিনীর চার জঙ্গির দেহ উদ্ধার করে।

মৃতদের মধ্যে একজন লস্কর-ই-তৈবার শাখা সংগঠনের শীর্ষ কমান্ডার অপর এক জঙ্গি হিজবুল মুজাহিদীন গোষ্ঠীর সদস্য। তবে বাকি দু’জনের পরিচয় মেলেনি। অন্যদিকে, ভারতে অনুপ্রবেশের চেষ্টা করায় নৌসেরা সেক্টর এক জঙ্গিকে গুলি করে মেরেছে নিরাপত্তা বাহিনী। বৃহস্পতিবার রাতে এই ঘটনা ঘটে।

সম্প্রতি কাশ্মীরে ফিরে এসেছে প্রায় ৩২ বছর আগের স্মৃতি। ১৯৮৯ সালের ১৪ সেপ্টেম্বর জঙ্গিরা কাশ্মীরে টিকালাল তাপলু নামে এক হিন্দু ব্রাহ্মণকে হত্যা করেছিল। ওই কাশ্মীরি পন্ডিতকে খুনের পর গোটা উপত্যকায় ছড়িয়েছিল তীব্র আতঙ্ক। বেশিরভাগ কাশ্মীরি পন্ডিত পরিবার ঘর ছেড়ে পাড়ি দিয়েছিলেন ভিন রাজ্যে। তিন দশকেরও বেশি সময় পর আবারও জঙ্গিরা কাশ্মীরে সংখ্যালঘু ও পরিযায়ী শ্রমিকদের উপর হামলা চালাতে শুরু করেছে। ইতিমধ্যেই পরিযায়ী শ্রমিকরা অনেকেই প্রাণ বাঁচাতে কাজ ফেলে বাড়ি ফিরতে শুরু করেছেন। ফলে রাজ্যের আপেল চাষিরাও পড়েছেন চরম সঙ্কটে। সাধারণ নিরীহ মানুষের খুনের বদলা নিতেই সক্রিয় হয়ে উঠেছে নিরাপত্তাবাহিনী। তারই ফলশ্রুতিতে এবার সেনার হাতে খতম হল চার জঙ্গি।

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Norwegian Army: নিলস দ্য নাইট, সেনার উচ্চ পদে পেঙ্গুইন https://ekolkata24.com/offbeat-news/this-penguin-has-become-a-high-ranking-officer-of-the-norwegian-army Tue, 02 Nov 2021 20:51:34 +0000 https://www.ekolkata24.com/?p=10101 Special Correspondent, Kolkata: মানুষ ও প্রাণীর সখ‍্যতা ও নির্ভরশীলতা আজকের কথা নয়। প্রাণী চিকিৎসার পাশাপাশিই প্রাণী কল্যাণের কথা মাথায় রেখে রচনা করেছে আইন বিষয়ক শাস্ত্র— ‘‌জুরিসপ্রুডেন্স’‌। মানুষ ও প্রাণীর এই নিবিড় বন্ধনের বেশ কিছু ঐতিহাসিক নিদর্শন আবেগতাড়িত করেছে বিশ্বকে। নর‌ওয়ের সামরিক বাহিনীর উচ্চপদস্থ কর্মকর্তা স‍্যার তৃতীয় নিলস ওলাভ-এর কাহিনী তার মধ্যে অন‍্যতম!

ঘটনাটি স্কটল্যান্ডের এডিনবরা চিড়িয়াখানার। ২০০৮ সালে নরওয়ের সামরিক বাহিনীর পক্ষ থেকে নাইটহুডে ভূষিত হন তৃতীয় নিলস ওলাভ। নাইট উপাধি পাওয়ার ফলে তাঁকে স্যার ডাকাই নিয়ম। তা এই স‍্যার তৃতীয় নিলস ওলাভ কিন্তু যে-সে ব‍্যক্তি নন, তিনি এক পেঙ্গুইন! ৬ বছর বয়সে নাইটহুড উপাধি পাওয়ার সময় সে ছিল ‘কর্নেল–ইন–চিফ’! ২ ফুট ৮ ইঞ্চির নিলস বিশ্বের সবচেয়ে খর্বাকৃতির ‘নাইট’ও বটে।

তবে সে পেঙ্গুইন বলে তার সম্মাননায় কিন্তু কোনো খামতি ছিল না। যাবতীয় রাজকীয় ও সামরিক নিয়মনীতি মেনেই নিলস ওলাভকে এই সম্মাননা দেন ব্রিটিশ মেজর জেনারেল ইউয়েন লাউডেন। অনুষ্ঠানে বক্তব্য রাখেন নরওয়ের রাজা পঞ্চম হ্যারল্ড। নর‌ওয়েজীয় গার্ডের ৩০ সদস‍্যের উপস্থিতিতে সম্পন্ন হয় কাঁধে তলোয়ার ছোঁয়ানোর রেওয়াজ, কুচকাওয়াজ, সংগীত পরিবেশন, আপ্যায়ন ইত‍্যাদি। সাথে পেট পুরে মাছ খেয়েছিল ছোট্ট এই নাইট।

Penguin Has Become A High-Ranking Officer Of The Norwegian Army

তবে তৃতীয় নিলস ওলাভ একমাত্র পেঙ্গুইন নয়, যে এই বিরল সম্মাননার অধিকারী। অ্যান্টার্কটিকার জাতীয় প্রাণীটিকে নরওয়ের সামরিক বাহিনীর সদস্য ও মাসকটের সম্মাননা দেওয়ার অভূতপূর্ব এই রীতিটি শুরু হয়েছিল সত্তর দশকের গোড়ার দিকে। আসলে এই বাহিনীর তরুণ লেফটেন্যান্ট নিলস এগলিয়েন ছিলেন পেঙ্গুইনপ্রেমী। সেই আবেগ থেকেই ১৯৭২ সালে স্কটল্যান্ডের এডিনবরা চিড়িয়াখানার কিং পেঙ্গুইনদের সম্মানিত করার রেওয়াজ তিনি চালু করেন। সেই থেকে প্রথম ও দ্বিতীয় নিলস-এর পর ধারাবাহিকতা বজায় রেখেই তৃতীয় নিলস ওলাভ পায় ‘স্যার’ উপাধি।

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p style=”text-align: justify;”>২০১৬ সালে তৃতীয় নিলস তার অসামান্য সেবা ও ভালো আচরণের জন্য ‘ব্রিগেডিয়ার’ হিসেবে পদোন্নতি পায়। ২০০৫ সালে এই পেঙ্গুইনের সম্মানে এডিনবরা চিড়িয়াখানায় একটি ব্রোঞ্জের তৈরি ভাস্কর্য স্থাপিত হয়। আর‌ও একটি ভাস্কর্য স্থাপিত আছে নরওয়ের অসলো শহরে। ইতিহাসের পাতায় মানুষ ও পেঙ্গুইনের বন্ধুত্বের আরও এক অভূতপূর্ব নিদর্শন রেখেছে সাউথ আমেরিকার ডিনডিম। প্রতি বছর ৮০০০ কিমি সমুদ্রপথ পেরিয়ে তার ব্রাজিলীয় মানুষ-বন্ধু জোয়াও পেরেইরা ডি’সুজার সাথে দেখা করতে আসে সে। পৃথিবীর বুকে যুগে যুগে প্রাণীদের ওপর ঘটা নৃশংস নির্যাতনের কলঙ্ক মানব জাতি মুছে ফেলতে পারবে না কখনই! কিন্তু এই পৃথিবীতেই জন্ম নেন নিলস এগলিয়েনের মত কিছু মানুষ‌, যাঁরা কিছুটা হলেও ভালোবাসার প্রলেপ লাগিয়ে যান সেই ক্ষতে!

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Kashmir: উপত্যকায় ফের সেনা-জঙ্গি সংঘর্ষে শহিদ এক সেনা কর্তা ও জওয়ান https://ekolkata24.com/uncategorized/army-militant-clashes-in-kashmir-again-martyred-an-army-officer-and-a-soldie Fri, 15 Oct 2021 07:50:18 +0000 https://www.ekolkata24.com/?p=7688 নিউজ ডেস্ক, শ্রীনগর: কাশ্মীরে ফের সেনা-জঙ্গি সংঘর্ষে শহিদ হলেন এক সেনাকর্তা এবং এক জওয়ান। বৃহস্পতিবার রাতে পুঞ্চ জেলায় এই সংঘর্ষ হয়। সেনাবাহিনীর পক্ষ থেকে এই খবর জানানো হয়েছে। আফগানিস্তান তালিবানের দখলে যাওয়ার পর কাশ্মীরে জঙ্গিদের সক্রিয়তা বেশ বেড়েছে। পাঁচদিন আগেই জঙ্গিদের গুলিতে এক শীর্ষ সেনাকর্তা-সহ ৫ জওয়ান শহিদ হয়েছিলেন। এক সপ্তাহের মধ্যেই ফের একই ঘটনা ঘটল।

কাশ্মীরের বেড়ে চলা জঙ্গি কার্যকলাপের কারণে রাজ্য জুড়ে চলছে চিরুনি তল্লাশি। এই তল্লাশি অভিযান চালানোর সময় বৃহস্পতিবার রাতে পুঞ্চ-রাজৌরি জঙ্গলে সেনার সঙ্গে জঙ্গিদের সংঘর্ষ বাধে। সেনাবাহিনী জানিয়েছে, বৃহস্পতিবার রাতে পুঞ্চ জেলার মেনধার মহকুমার নারখাস জঙ্গলে সেনাবাহিনী তল্লাশি অভিযান চালাচ্ছিল। সেনাবাহিনীর উপস্থিতি টের পেয়ে জঙ্গিরা এলোপাথাড়ি গুলি চালাতে শুরু করে। সেনাবাহিনীর পক্ষ থেকেও পাল্টা জবাব দেওয়া হয়।

কিন্তু রাতের অন্ধকারে জঙ্গিদের দিক থেকে ছুটে আসা গুলিতে এক সেনা কর্তা ও এক জওয়ান গুরুতর জখম হন। তাঁদের দ্রুত হাসপাতালে নিয়ে যাওয়া হলেও বাঁচানো সম্ভব হয়নি। কাশ্মীরকে আরও সুরক্ষিত রাখতে মোদি সরকার ভূস্বর্গের উপর থেকে ৩৭০ ধারা তুলে নেয়। কিন্তু মোদি সরকারের ওই সিদ্ধান্তে কাশ্মীরে সুরক্ষা তো দূরের কথা বরং জঙ্গি কার্যকলাপ আরও বেড়েছে। মোদি সরকারের ওই সিদ্ধান্ত যে ভুল ছিল সেটাই যেন প্রমাণ করতে চাইছে জঙ্গিরা।

উল্লেখ্য, ১০ অক্টোবর পুঞ্চ জেলাতেই জঙ্গিদের গুলিতে এক সেনা আধিকারিক -সহ ৫ জওয়ান শহিদ হয়েছিলেন। ওই ঘটনার পর থেকেই জুম্মু-পুঞ্চ জাতীয় সড়ক বন্ধ করে দেওয়া হয়েছে। সেনাবাহিনী জানিয়েছে, জঙ্গিদের সন্ধানে গোটা কাশ্মীর জুড়ে চলছে জোরদার তল্লাশি। সেই তল্লাশি অভিযান চালাতে গিয়ে বৃহস্পতিবার দু’জনকে প্রাণ হারাতে হল। কেন্দ্রীয় স্বরাষ্ট্রমন্ত্রক মনে করছে, কাশ্মীরে জঙ্গিদের সক্রিয়তার পিছনে রয়েছে পাকিস্তান। পাকিস্তান তালিবানকে সমর্থন করে জঙ্গিদের উৎসাহ জুগিয়ে চলেছে। এমনকী, তালিবানের সাহায্য নিয়ে পাকিস্তান কাশ্মীরে নাশকতা চালাতে চাইছে।

পাকিস্তানের দাবি, কাশ্মীরের মানুষ কষ্ট রয়েছে। তাদের উদ্ধার করতে হবে। সে কারণেই তারা জঙ্গিদের সাহায্য নিচ্ছে। তবে কাশ্মীর নিয়ে পাকিস্তানের এই ভূমিকায় তীব্র অসন্তোষ প্রকাশ করেছে নরেন্দ্র মোদি সরকার। কেন্দ্রীয় স্বরাষ্ট্রমন্ত্রী অমিত শাহ ইতিমধ্যেই পাকিস্তানকে হুমকি দিয়েছেন, তারা ছায়াযুদ্ধ চালানো বন্ধ না করলে ফের সার্জিক্যাল স্ট্রাইক চালানো হতে পারে। তবে স্বরাষ্ট্রমন্ত্রী যতই হুমকি দিক না কেন, পাকিস্তান সেই আগের জায়গাতেই রয়ে গিয়েছে। তারা দেশের সাধারণ মানুষের উন্নয়নের দিকে নজর না দিয়ে জঙ্গিদের মদত জুগিয়ে চলেছে। জঙ্গিদের অর্থ-সহ সব ধরনের সাহায্য করছে। এই কাজ করতে গিয়ে আন্তর্জাতিক দুনিয়ায় ইসলামাবাদ একঘরে হয়ে পড়লেও তাদের যেন কোনও মাথাব্যথা নেই। পাকিস্তানের একটাই লক্ষ্য, কাশ্মীর তথা ভারতে অস্থিরতা তৈরি করা।

সম্প্রতি তাদের এই কাজে দোসর হয়েছে চিন ও তালিবান। বেজিং সরকার নিয়মিত লাদাখ, অরুণাচল প্রদেশের মত সীমান্তবর্তী রাজ্যগুলিতে আগ্রাসন চালানোর চেষ্টা করছে। ভারতের সঙ্গে সীমান্ত নিয়ে চিনের বিবাদ রয়েছে। দু’দেশের ১৩টি বৈঠকের পরেও এখনও মেটেনি সীমান্ত সমস্যা। ভারতের কোন প্রস্তাবই মানতে রাজি নয় বেজিং। তাই ভারতকে বিপাকে ফেলতেই চিন, পাকিস্তান ও তালিবান এই তিন মিত্রশক্তি একযোগে উঠে-পড়ে লেগেছে। তারই ফলশ্রুতিতে কাশ্মীরে বেড়েছে জঙ্গিদের সক্রিয়তা।

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লালফৌজের স্বার্থে ভারত সামীন্তে ৩০ নতুন বিমান বন্দর গড়ছে বেজিং https://ekolkata24.com/uncategorized/new-airports-routes-for-pla-to-transport-personnel-to-tibet-xinjiang Thu, 09 Sep 2021 17:23:07 +0000 https://www.ekolkata24.com/?p=4263 নিউজ ডেস্ক: ভারত সংলগ্ন এলাকায় তার চিনের সেনাবাহিনীর (পিএলএ) চলাচলে গতি আনতে করতে ৩০টি নতুন বিমানবন্দর (airports) নির্মাণের প্রস্তুতি নিচ্ছে বেজিং৷ চিনের সরকারী সংবাদপত্র অনুসারে, ভারতের সংলগ্ন জিনজিয়াং এবং তিব্বত এলাকায় সেনাবাহিনীর ওয়েস্টার্ন থিয়েটার কমান্ডকে সুবিধা প্রদানের জন্য ৩০টি বিমানবন্দর তৈরি করা হবে৷ যাতে সেনা জওয়ানদের চলাচলে কোনও সমস্যা না হয়।

ওয়েস্টার্ন থিয়েটার কমান্ড চিনা সেনাবাহিনীর সবচেয়ে বড় সামরিক কমান্ড। এই কমান্ড ভারতের সঙ্গে সীমান্ত এলাকায় যুক্ত৷ ইতিমধ্যেই কিছু বিমানবন্দর নির্মিত হয়েছে এবং সীমান্ত এলাকায় কাজ করছে৷ আবার কিছু শীঘ্রই তৈরি হওয়ার জন্য প্রস্তুত। তার মধ্যে তিনটি বিমানবন্দর হবে তিব্বত স্বায়ত্তশাসিত অঞ্চলে। আরেকটি কৌশলগতভাবে গুরুত্বপূর্ণ বিমানবন্দর ২০২২ সালে চালু হবে। তাশকুরগান নামের এই বিমানবন্দরটি জিনজিয়াংয়ে। এই বিমানবন্দরটি পাকিস্তান অধিকৃত কাশ্মীর এবং আফগানিস্তানের কাছাকাছি হবে। এটি চিনের জন্য অত্যন্ত গুরুত্বপূর্ণ বলে বিবেচিত হয়।

গত দেড় বছর ধরে ভারত ও চিনের মধ্যে প্রকৃত নিয়ন্ত্রণ রেখার বিরোধের স্থলভাগে প্রস্তাব দেওয়ার প্রচেষ্টা চলছে। কিন্তু এর গতি কিছুটা ধীর ছিল। এর সবচেয়ে বড় কারণ হল, ভারতীয় সেনাবাহিনী চিনা সেনাবাহিনীকে বিশ্বাস করে না। কারণ চিন আলোচনার টেবিলে এক কথা বলে এবং তারপর অন্য কিছু করে। তাই ড্রাগনের প্রতিটি পদক্ষেপ বুঝতে পেরে ভারত প্রতিটি পদক্ষেপ খুব চিন্তাভাবনা করে

এদিকে, ভারত LAC থেকে সেনা প্রত্যাহার করছে কিন্তু খুব যত্ন সহকারে। সরকারি সূত্রে জানা গিয়েছে, চিন মনে করে যদি তারা তাদের সেনা প্রত্যাহার করে নেয় এবং ভারত সেনা প্রত্যাহার না করে, তাহলে তাদের জন্য সমস্যা হতে পারে। যদিও বিশ্ববাসী জানে, ভারত কখনও অন্যের জমির দিকে ভুলেও দৃষ্টিপাত করে না৷ কখনও তার জমি অন্যের হাতে চলেও যেতে দেয় না।

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রূপনারায়ণ-দ্বারকেশ্বরের বাঁধ ভেঙে প্লাবিত খানাকুল, উদ্ধারকাজে সেনা https://ekolkata24.com/uncategorized/rupnarayan-dwarkeshwar-dam-breaches-flood-hit-khanakul-army-rescues Mon, 02 Aug 2021 07:50:09 +0000 https://www.ekolkata24.com/?p=1732 খানাকুল: গত কয়েকদিনের টানা বৃষ্টির জের। রূপনারায়ণ ও দ্বারকেশ্বর নাদের বেশ কয়েকটি বাঁধ ভেঙে প্লাবিত খানাকুলের বিস্তীর্ণ এলাকা। হাজার হাজার পরিবার জলবন্দি। উদ্ধার কাজে নেমে হিমশিম দশা বিপর্যয় মোকাবিলা দলের সদস্যদের। জলের তোড়ে স্পিডবোটে উদ্ধারকাজ চালাতেও বেগ পেতে হয় তাদের। শেষমেষ উদ্ধারকাজে নামানো হয় , বায়ুসেনাকে। বায়ুসেনার কপ্টারে শতাধিক গ্রামবাসীকে উদ্ধার করা হয়েছে।

কয়েকদিন ধরেই খানাকুলের পরিস্থিতি বিপদজনক হয়ে উঠছে।খানাকুলের বন্দিপুরে দ্বারকেশ্বর ও ঘোড়াদহে রূপনারায়ণের বাঁধ ভেঙে হু-হু করে জল ঢুকতে শুরু করেছে লাগোয়া গ্রামগুলিতে। বেশ কয়েকটি এলাকা বিচ্ছিন্ন। রাস্তার ওপর দিয়ে বইছে জল। দ্বারকেশ্বরের বাঁধ ভেঙে প্লাবিত জাঙ্গিপাড়ার বিস্তীর্ণ এলাকা।খানাকুলের বন্দিপুরে দ্বারকেশ্বর ও ঘোড়াদহে রূপনারায়ণের বাঁধ ভেঙে হু-হু করে জল ঢুকতে শুরু করেছে। বেশ কয়েকটি এলাকা বিচ্ছিন্ন। রাস্তার ওপর দিয়ে বইছে জল। দ্বারকেশ্বরের বাঁধ ভেঙে প্লাবিত জাঙ্গিপাড়ার বিস্তীর্ণ এলাকাও।রাস্তার উপর দিয়ে নদীর স্রোতের মতো জল বইছে।

ইতিমধ্যেই জলের তোড়ে ভেসে গিয়েছে বহু গবাদি পশু।ভেঙে পড়েছে বহু কাঁচা বাড়ি।এলাকায় ত্রাণ শিবির চালু করা হয়েছে।দুর্গতদের উদ্ধার করে ত্রাণ শিবিরগুলোতে নিয়ে যাওয়া হচ্ছে।

অন্যদিকে ঘাটালের পরিস্থিতি ক্রমেই ভয়াবহ হয়ে উঠছে।ফি বর্ষায় ঘাটালের জলছবি অচেনা নয়।এ বারও তার অন্যথা হয়নি।শিলাবতী নদীর জলে প্লাবিত ঘাটালের বিস্তীর্ণ এলাকা। ঘাটালের একাধিক স্কুলে জল ঢুকেছে।জলমগ্ন ঘাটাল মহকুমা হাসপাতাল চত্বর। জল ঢুকে যায় ঘাটাল সংশোধনাগারে। ৬১ জন বন্দিকে অন্যত্র সরানো হয়েছে।

শুধু ঘাটাল নয়। পশ্চিম মেদিনীপুরের চন্দ্রকোনা, দাসপুরেরও পরিস্থিতি ভয়াবহ। ডুবে গিয়েছে চন্দ্রকোনার মনসাতলা চাতাল। যুদ্ধকালীন তৎপরতায় উদ্ধার কাজ চালাচ্ছে প্রশাসন। দুর্গত এলাকা গুলি থেকে উদ্ধার করা হচ্ছে বাসিন্দাদের।

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