बैंक अब भारत में 6,300 बैंकिंग आउटलेट्स के माध्यम से 3.5 करोड़ से अधिक ग्राहकों को सेवा प्रदान करता है। बंधन बैंक में कार्यरत कर्मचारियों की कुल संख्या अब लगभग 80,000 है।
वित्त वर्ष 25 की दूसरी तिमाही के दौरान बैंक की जमाराशि में पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 27% की वृद्धि हुई। कुल जमाराशि अब 1.43 लाख करोड़ रुपये हो गई है, जबकि कुल अग्रिम राशि 1.31 लाख करोड़ रुपये है। चालू खाता और बचत खाता (सीएएसए) अनुपात कुल जमाराशि का 33.2% है। बैंक की स्थिरता का सूचक पूंजी पर्याप्तता अनुपात (सीएआर) 15.6% है, जो विनियामक आवश्यकता से अधिक है।
बैंक के प्रदर्शन पर बोलते हुए, बंधन बैंक के एमडी और सीईओ (अंतरिम) रतन कुमार केश ने कहा, “दूसरी तिमाही में बंधन बैंक का मजबूत प्रदर्शन प्रभावी जोखिम प्रबंधन और अनुपालन पर हमारे फोकस के साथ गुणवत्ता वृद्धि में गति को दर्शाता है। हमारी सफलता हमारे ग्राहकों के विश्वास और हमारे कर्मचारियों के समर्पण पर आधारित है। प्रौद्योगिकी में नवाचार पर ध्यान केंद्रित करके, हमारी प्रक्रियाओं को परिष्कृत करके, और उत्पादों और लोगों की क्षमताओं को बढ़ाकर, हम बंधन बैंक 2.0 के लिए विकास के अगले चरण को आगे बढ़ाने के लिए अच्छी स्थिति में हैं।”
बैंक अपनी परिसंपत्तियों में विविधता लाने के लिए प्रतिबद्ध है, जिसका स्पष्ट ध्यान अपने खुदरा पोर्टफोलियो के विस्तार पर है। अधिक से अधिक डिजिटलीकरण एक प्रमुख प्राथमिकता है, जिसका उद्देश्य उत्पादकता और दक्षता को बढ़ावा देना है, साथ ही समग्र ग्राहक अनुभव को बेहतर बनाना है। हाल के महीनों में, बैंक ने कई नए उत्पाद लॉन्च किए हैं, जिनमें व्यापार सेवाएं, पेंशन योजनाएं, अवनी बचत खाता और जीएसटी भुगतान सेवा शामिल हैं।
]]>इस साइबर अटैक के बारे में NPCI ने खुद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जानकारी दी है। NPCI ने कहा है कि कई बैंकों पर रैनसमवेयर अटैक (Ransomware Attack) की जानकारी मिली जिसके चलते इन स्थानीय बैंकों को अपना कामकाज बंद करना पड़ा है।
Regarding interruption in retail payments pic.twitter.com/Ve32ac7WpQ
— NPCI (@NPCI_NPCI) July 31, 2024
NPCI के मुताबिक यह अटैक सी-एज टेक्नोलॉजीस (C-Edge Technologies) नाम की कंपनी पर हुआ है जो कि इन सभी बैंकों को टेक्निकल सपोर्ट देती है। NPCI ने फिलहाल इस कंपनी पर अस्थायी रूप से रोक लगा दी है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह कंपनी देश के तमाम बैंकों को टेक्निकल सपोर्ट देती है।
NPCI ने कहा है कि सी-एज टेक्नोलॉजीस की सर्विसेज का इस्तेमाल कर रहे बैंकों के कस्टमर कुछ समय तक पेमेंट नहीं कर पाएंगे। NPCI के मुताबिक देश के पूरे पेमेंट सिस्टम पर गलत प्रभाव को रोकने के लिए फिलहाल इन 300 बैंक को पेमेंट नेटवर्क से बाहर रखा गया है।
]]>भारत में अधिकतर लोग यह मानते हैं कि अगर उनका क्रेडिट स्कोर अच्छा नहीं है तो उन्हें बैंक द्वारा लोन नहीं मिलेगा। लेकिन ये लोगों की गलतफहमी हैं। लेकिन लोन देते समय बैंक केवल आपका सिबिल स्कोर ही नहीं बल्कि साथ ही साथ आपकी इनकम जैसी अन्य बातों को भी देखती हैं।
यदि आपका क्रेडिट स्कोर कम है तो और फिर भी आप लोन लेना चाहते है तो आप कुछ कागज़ात दिखा कर लोन प्राप्त कर सकते हैं।आप अपने वेतन, सालाना बोनस या अन्य अतिरिक्त इनकम स्रोतों में बढ़ोतरी के प्रमाण के साथ बैंक स्टेटमेंट दे सकते हैं और ये साबित कर सकते हैं कि आप लोन चुकाने के लिए पूरी तरह से सक्षम हैं।
अगर आपके पास ऐसा कुछ नहीं है तो भी कई बैंक और अन्य संस्थाएं हैं जो कम सिबील स्कोर के साथ भी लोन मुहाया कराती हैं। लेकिन ऐसे में लोगों को ज्यादा ब्याज दरे भरने पड़ती हैं। कई बार क्रेडिट स्कोर कम होने से आपकी क्रेडिबिलिटी पर असर जरूर पड़ता है।
दूसरी सबसे बड़ी गलतफहमी यह है कि अगर आप अपना क्रेडिट स्कोर चैक करते है तो उससे आपका नुकसान होता हैं। यह गलतफहमी लोगों में ‘हार्ड इंक्वायरी’ और ‘सॉफ्ट इंक्वायरी’ के बीच अंतर नहीं समझ पाने से होती है। अपने क्रेडिट स्कोर की समीक्षा करना एक सॉफ्ट इंक्वायरी है जिसका आपके क्रेडिट स्कोर पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है।
इसके विपरीत, जब लेनदार ऋण या क्रेडिट कार्ड एप्रूवल के लिए आपकी क्रेडिट रिपोर्ट का मूल्यांकन करते हैं तो वह कड़ी पूछताछ होती है जो आपके स्कोर को कुछ हद तक प्रभावित करती है. इसलिए लोगों को सलाह दी जाती है कि वह समय समय पर अपने क्रेडिट स्कोर की सटीकता को सत्यापित करते रहे। जिससे किसी भी संभावित समस्या की पहचान तुरंत ही जाए।
क्रेडिट कार्ड उपयोग करने वालों में से बहुत से लोग ऐसा मानते हैं कि जो क्रेडिट कार्ड उपयोग में नहीं है उसे बंद कर देने से क्रेडिट स्कोर में बढ़ोतरी होती है। वास्तव में ऐसा कुछ नहीं होता बल्कि इसका विपरीत प्रभाव देखने को मिलता है। आपका क्रेडिट उपयोग अनुपात जो आपके लिए उपलब्ध क्रेडिट की तुलना में आपके द्वारा उपयोग किया जा रहे क्रेडिट की मात्रा है वह आपका क्रेडिट स्कोर निर्धारित करने में बड़ी भूमिका निभाता है, और क्रेडिट कार्ड बंद करने से क्रेडिट उपयोग अनुपात बढ़ जाता है जिससे संभावित रूप से आपका क्रेडिट स्कोर कम हो जाता है। इसलिए लोगों के लिए यह बेहतर होता है कि वह अपना क्रेडिट कार्ड चालू रखें, खासकर उस स्थिति में अगर आपका क्रेडिट हिस्ट्री बहुत लंबा है और आपको कोई वार्षिक शुल्क नहीं लगता है।
कुछ लोगों का ऐसा मानना होता है कि डेबिट कार्ड के उपयोग से आपका क्रेडिट स्कोर बढ़ता है। परंतु क्रेडिट कार्ड स्कोर डेबिट कार्ड के उपयोग पर जरा सा भी प्रभाव नहीं डालता। क्योंकि आपके डेबिट कार्ड स्कोर की लेनदेन की कोई भी रिपोर्ट क्रेडिट कार्ड ब्यूरो को नहीं दी जाती है। क्रेडिट कार्ड स्कोर आपके क्रेडिट कार्ड के उपयोग लोन आदि पर निर्भर करता है। एक अच्छा क्रेडिट स्कोर बनाने के लिए अपना क्रेडिट कार्ड जिम्मेदारी से इस्तेमाल करना चाहिए।
एक अच्छा क्रेडिट स्कोर मेंटेन करने के लिए समय पर कर चुकाना जरूरी है लेकिन यह आपके कर्ज लेने की हिस्ट्री को नहीं मिटा देती। अक्सर लोग ऐसा सोचते हैं कि अगर वह समय से अपना ऋण चुका देते हैं तो उनकी लोन हिस्ट्री हटा दी जाती है। आपकी लोन लेने और उसे चुकाने की पूरी जानकारी क्रेडिट रिपोर्ट में कुछ सालों तक बनी रहती है। जैसे सेटल अकाउंट में करीब 7 सालों तक आपकी हिस्ट्री दाखिल रहती है। यह लोन प्रोवाइडर को आपकी साक आकलन करने में मदद करता है।
]]>মোট ২ টি বিজ্ঞপ্তি প্রকাশিত হয়েছে। বিজ্ঞপ্তি অনুযায়ী কোন ব্যাঙ্কে কোন যোগ্যতায় কোন পোস্টে নিয়োগ করা হবে, কেমন কি বেতন, কীভাবে নিয়োগ করা হবে, আবেদন করবেন কীভাবে – এই সমস্ত তথ্য পরপর দেওয়া হয়েছে। ব্যাঙ্ক অনুযায়ী শূন্যপদ, যোগ্যতা ও বেতন
নির্বাচন পদ্ধতি
বিজ্ঞপ্তি নম্বর – 04/2021 অনুযায়ী লিখিত পরীক্ষা এবং ইন্টারভিউ এর মাধ্যমে প্রার্থী নির্বাচিত করা হবে। অনলাইনে পরীক্ষা নেওয়া হবে মোট দুটি পেপারের ।
1) পেপার – ১ এ যে যে বিষয় থাকবে সেগুলি হল – ইংরেজি, বাংলা, জেনারেল অ্যাওয়ারনেস, কোয়ান্টাটিভ আপটিটিউড এবং রিজনিং অ্যাবিলিটি। প্রতিটি বিষয়ে ৩০ নম্বর করে মোট ১৫০ নম্বরের পরীক্ষা হবে। সময় সীমা ২ ঘণ্টা। প্রশ্ন করা হবে MCQ টাইপ ।
2) পোস্ট কোড অনুযায়ী পেপার – ২ এ বিষয়ের পরীক্ষা হবে। প্রশ্ন করা হবে MCQ টাইপ । মোট ১০০ নম্বরের পরীক্ষার সময় সীমা ১ ঘণ্টা ৩০ মিনিট। দুটি পরীক্ষা নেওয়া হবে একই দিনে । লিখিত পরীক্ষায় প্রাপ্ত নম্বরের ভিত্তিতে মেধা তালিকা অনুযায়ী প্রার্থীদের ইন্টারভিউয়ের জন্য ডাকা হবে।
বিজ্ঞপ্তি নম্বর – 05/2021 অনুযায়ী প্রার্থী নির্বাচিত করা হবে লিখিত পরীক্ষা এবং ইন্টারভিউ এর মাধ্যমে। এই ক্ষেত্রে কেবল একটি পেপারেরই পরীক্ষা দিতে হবে অনলাইনে। তবে পোস্ট কোড অনুযায়ী বিষয়গুলি আলাদা আছে।
1) 215001 পোস্ট কোড অনুযায়ী যে বিষয়গুলি আছে সেগুলি হল – ইংরেজি, বাংলা, জেনারেল অ্যাওয়ারনেস, কোয়ান্টাটিভ আপটিটিউড, রিসনিং টেস্ট এবং অ্যাকাউন্টটেন্সি।
2) 215002 পোস্ট কোড অনুযায়ী যে বিষয়গুলি আছে সেগুলি হল – ইংরেজি, বাংলা, জেনারেল অ্যাওয়ারনেস, কোয়ান্টাটিভ আপটিটিউড এবং রিসনিং টেস্ট।
দুটি ক্ষেত্রেই মোট ১৫০ নম্বরের পরীক্ষার সময় সীমা ২ ঘণ্টা। MCQ টাইপ প্রশ্ন করা হবে। নেগেটিভ মার্কিং আছে। প্রতি ভুল উত্তরের জন্য ১/৪ অংশ নম্বর কাটা যাবে। এছাড়াও কম্পিউটারের প্র্যাক্টিক্যাল টেস্ট দিতে হবে। পেপার – ১ এর প্রাপ্ত নম্বর অনুযায়ী মেধা তালিকার ভিত্তিতে নির্বাচিত প্রার্থীদের ইন্টারভিউ এর জন্য ডাকা হবে। পরীক্ষার অ্যাডমিট কার্ড অফিসিয়াল ওয়েবসাইট থেকে ডাউনলোড করতে হবে।
আবেদন পদ্ধতি
অনলাইনে WEBCSC এর অফিসিয়াল ওয়েবসাইট www.webcsc.org এ ২১ জানুয়ারি, ২০২২ এর মধ্যে আবেদন করতে হবে৷ আবেদনের সময় প্রয়োজনীয় তথ্য স্ক্যান করে আপলোড করতে হবে।
প্রসেসিং এবং এক্সামিনেশন ফি বাবদ মোট আবেদন ফি ৬৫০/- টাকা। তবে এসসি/এসটির ক্ষেত্রে কেবল প্রসেসিং ফি বাবদ ২৫০/- টাকা জমা করতে হবে। অনলাইনে ডেবিট/ক্রেডিট/নেট ব্যাঙ্কিং এর মাধ্যমে টাকা জমা করতে হবে ।
আরো বিস্তারিত তথ্য জানতে দেখুন WEBCSC এর অফিসিয়াল ওয়েবসাইট www.webcsc.org বা যোগাযোগ করতে পারেন – 9903755050/9903761050/9903741050 বা ইমেল পাঠাতে পারেন এই ঠিকানায় – [email protected]।
]]>এটিএম-এর চার্জ বৃদ্ধির বিষয়টি গত বছরেই চূড়ান্ত হয়েছিল। জুনের ২১ তারিখে আরবিআই-এর পক্ষ থেকে দেওয়া হয়েছিল অনুমতি- অটোমেটেড টেলর মেশিন থেকে অতিরিক্ত লেনদেন করলে ২০২২ সালের ১ জানুয়ারি থেকে দিতে হবে ২১ টাকা। সঙ্গে যোগ হতে পারে অতিরিক্ত শুল্ক। আগে যা ছিল ২০ টাকা। শেষবার এই চার্জ বেড়েছিল ৭ বছর আগে, ২০১৪ সালে।
এক নির্দেশিকায় আরবিআই জানিয়েছে, শেষবার ২০১২ সালে অগস্টে এটিএম লেনদেনের ফি বা চার্জের কাঠামোয় সংশোধন করা হয়েছিল। এরপর ২০১৪ সালে বদল আনা হয়েছিল গ্রাহকদের পরিষেবা মূল্যে। চার্জ বৃদ্ধির বিষয়ে সিদ্ধান্ত গ্রহণের আগে ২০১৯ সালে একটি কমিটি গঠন করেছিল কেন্দ্র। সেই কমিটির পরামর্শ মতো সিদ্ধান্ত গ্রহণ করেছে রিজার্ভ ব্যাঙ্ক।
কেন নেওয়া হল ফি বৃদ্ধির সিদ্ধান্ত? বিগত সাত বছরে বদলেছে দেশের আর্থিক খতিয়ান। যে সংস্থাগুলি গ্রাহক পরিষেবায় নিযুক্ত, এই ক’বছরে খরচ বেড়েছে তাদেরও। ফলত সুষ্ঠু পরিষেবা বহাল রাখার স্বার্থে এক টাকা করে বাড়ানো হয়েছে অতিরিক্ত লেনদেনের চার্জ। কমিটির পরামর্শ মোতাবেক গত বছর ১ অগস্টে বাড়ানো হয়েছিল সংস্থাগুলির থেকে নেওয়া পরিষেবা মূল্যও। অর্থনৈতিক লেনদেনের জন্য আগে যা ছিল ১৫ টাকা, পরে তা বেড়ে হয়েছে ১৭ টাকা। অর্থনৈতিক লেনদেন ব্যতীত লেনদেনের ক্ষেত্রে ৫ টাকা থেকে চার্জ বেড়ে হয়েছিল ৬ টাকা৷
বর্তমানে গ্রাহকরা তাঁদের নিজস্ব ব্যাঙ্কের এটিএম থেকে বিনামূল্যে টাকা লেনদেন করতে পারেন পাঁচবার। অন্য ব্যাঙ্কের এটিএম ব্যবহার করলে রয়েছে অন্য নিয়ম। মেট্রোপলিটন শহরে তিনবার কোনও চার্জ ছাড়া টাকা তোলা যায় অন্য ব্যাঙ্কের এটিএম থেকে। মেট্রোপলিটন ব্যতিরেকে অন্য কোনও জায়গা থেকে এই সুবিধাই পাওয়া যায় পাঁচবার।
]]>এর প্রতিকারের জন্য, ভারতীয় রিজার্ভ ব্যাঙ্ক সম্প্রতি একটি নতুন নিয়ম ঘোষণা করেছে যা লকার হোল্ডারদের বার্ষিক লকার ভাড়ার ১০০ গুণ ক্ষতিপূরণ দাবি করতে পারে, যদি হোল্ডিংগুলি চুরি, আগুন, ব্যাংক জালিয়াতি ইত্যাদির কারণে হারিয়ে যায়। আসুন লকারের সুরক্ষা সম্পর্কে আপনার জানা দরকার এমন কিছু বিষয়, যেগুলি জেনে নেওয়া যাক।
আপনার লকার আইটেমগুলির রেকর্ড রাখুন
সুরক্ষিতভাবে আপনার মূল্যবান জিনিসপত্রের একটি তালিকা তৈরি করুন। যখন আপনি লকার থেকে এই সব বস্ত্তুগুলি যোগ বা বিয়োগ করবেন ,তখন অবশ্যই আপনি আপনার সেই তালিকাটিতে তা আপডেট করুন। আপনি দীর্ঘ সময়ের জন্য যদি লকারটি অ্যাক্সেস করতে না পারেন তাহলে আপনি সেখানে কি কি সংরক্ষণ করেছেন তা ভুলে যেতে পারেন। অতএব এই তালিকাটি আপনাকে আপনার মূল্যবান জিনিসগুলি ট্র্যাক করতে সাহায্য করবে। যদি কিছু পরিস্থিতিতে, আপনার লকার থেকে কোনও একটি বস্ত্তু অনুপস্থিত থাকে , তালিকাটি আপনাকে সেটি সনাক্ত করতে সাহায্য করবে।
বছরে অন্তত একবার লকার প্রবেশ করুন
লকারধারীদের বছরে অন্তত একবার তাদের লকারগুলি খুলে দেখে আসতে হবে, অন্যথায় ব্যাঙ্কগুলিকে আপনার লকার চুক্তিতে দেওয়া প্রোটোকল ব্যবহার করে সেগুলি খোলার অনুমতি দেওয়া হয়। ব্যাংকগুলি এই ধরনের কোনও পদক্ষেপ নেওয়ার আগে, তাদের লকার অ্যাকাউন্টগুলি নিষ্ক্রিয় হয়ে গেলে তাদের লকারধারীদের পর্যাপ্ত নোটিশ পাঠাতে হবে। আবার লকারধারীদের অ্যাকাউন্ট ব্যবহার না করার জন্য একটি বৈধ কারণ প্রদান করতে হবে। কারণগুলি বৈধ না হলে ব্যাংকগুলি প্রশাসনিক ব্যবস্থা নিতে পারে। এই ধরনের ঝামেলা এড়াতে, কেউ কেবল নিয়মিত বিরতিতে অ্যাকাউন্টটি পরিচালনা করতে পারে।

ব্যাংক থেকে চুক্তির কপি নিয়ে নেবেন
নতুন লকারের নিয়মগুলি বিদ্যমান লকারধারীদের জন্য অবিলম্বে প্রযোজ্য হবে না। তবে 1 জানুয়ারী , 2023 থেকে ব্যাংকগুলিকে বর্তমান গ্রাহকদের সঙ্গে চুক্তি পুনর্নবীকরণ করতে হবে। 2022 সালের 1 জানুয়ারি থেকে নতুন লকারের জন্য চুক্তি করার ক্ষেত্রে নয়া বিধি কার্যকর হবে ৷ আরবিআই বিজ্ঞপ্তি দিয়েছে যে ব্যাংকগুলিকে ন্যায্য শর্তাবলী নিশ্চিত করবে। তবে আপনাকে অবশ্যই আপনার লকার চুক্তিটি মন দিয়ে পড়তে হবে এবং সর্বদা এর একটি অনুলিপি আপনার কাছে রাখতে হবে।
সময়মতো লকার চার্জ দিয়ে দেবেন
নতুন নিয়ম অনুসারে , আরবিআই ব্যাংকগুলিকে লকার বরাদ্দ করার সময় নতুন গ্রাহকদের কাছ থেকে একটি মেয়াদি আমানত নেওয়ার অনুমতি দিয়েছে যাতে এই ধরনের আমানতগুলি তিন বছরের পর্যন্ত লকারের ভাড়া আদায় করতে পারে এবং সঙ্গে সঙ্গে খোলা লকার ভাঙার জন্য চার্জও দিতে পারে। যাইহোক, যদি গ্রাহকের সন্তোষজনক ব্যাঙ্ক ব্যালেন্স থাকে, তাহলে ব্যাঙ্কের অতিরিক্ত টার্ম ডিপোজিটের প্রয়োজন নাও হতে পারে। যদি আপনি তিন বছরের জন্য ভাড়া দিতে ব্যর্থ হন, ব্যাংক তার বিবেচনার ভিত্তিতে লকারটি খুলতে পারে। এই ধরনের ঝামেলা এড়ানোর জন্য সময়মতো আপনার লকারের ভাড়া প্রদান করা বুদ্ধিমানের কাজ হবে।
বাড়ি এবং লকারের মধ্যে মূল্যবান আইটেমগুলিকে ভাগ করে রাখুন
লোকেরা ধরে নেয় যে ব্যাংকের লকারগুলি একশো শতাংশ নিরাপদ। কিন্তু আমরা জানি এটি সত্য নয় এবং সর্বদা ঝুঁকি থাকে এবং ক্ষতির জন্যও পর্যাপ্ত ক্ষতিপূরণ নাও হতে পারে। অতএব, আপনি আপনার মূল্যবান জিনিসগুলিকে বাড়ি এবং ব্যাংকের লকারের মধ্যে ভাগ করে নেওয়ার কথা বিবেচনা করতে পারেন এবং সেক্ষেত্রে সমস্ত বিকল্পগুলির মধ্যে যেকোন একটিতে সমস্ত মূল্যবান জিনিস রাখা এড়িয়ে চলতে পারেন। আদর্শগতভাবে , আপনার লকারের মূল্যবান জিনিসগুলি আপনার বার্ষিক লকার ভাড়ার 100 গুণের বেশি হওয়া উচিত নয়। বাকিগুলি আপনার বাড়িতে একটি নিরাপদ অবস্থানে থাকতে পারে, একটি উচ্চমানের হোম লকারে যা আপনি যে কোনও স্বনামধন্য প্রস্তুতকারকের কাছ থেকে কিনতে পারে আর কি করতে পারা যায়?
উপরোক্ত ব্যবস্থা ছাড়াও, আপনি আপনার মূল্যবান জিনিসের জন্য একটি বিমা পলিসি করে নিতে পারেন। চুরি, অগ্নিসংযোগ ইত্যাদির কারণে মূল্যহানির হাত থেকে রক্ষা পেতে অন্যতম সেরা উপায় হল বিমা কোম্পানি, যা আপনার বিষয়বস্তুর মূল্যায়ন পরিদর্শন ও নিশ্চিত করবে। আপনার ব্যাঙ্কের লকার এবং আপনার বাড়ির লকারে রাখা আইটেমের জন্য বিমা কেনা যায়। তবে, বিষয়বস্তু বাড়িতে রাখা থাকলে দাবি নিষ্পত্তির সম্ভাবনা বেশি।
]]>প্রবীণদের এই সমস্যা দূর করতে এগিয়ে এল স্টেট ব্যাঙ্ক অফ ইন্ডিয়া (sbi)। এসবিআই এদিন জানিয়েছে, তাদের গ্রাহকদের আর কষ্ট করে ব্যাংকে এসে লাইফ সার্টিফিকেট জমা দিতে হবে না। তাঁরা বাড়িতে বসেই ওই শংসাপত্র জমা দিতে পারবেন। কিভাবে লাইফ সার্টিফিকেট জমা দেওয়া যাবে তাও জানিয়ে দিয়েছে এই ব্যাংক। এসবিআই বলেছে, ভিডিয়ো কলের মাধ্যমে অবসরপ্রাপ্ত প্রবীণ নাগরিকরা (senior citizen) লাইফ সার্টিফিকেট জমা দিতে পারবেন। তবে সংশ্লিষ্ট গ্রাহকের অ্যাকাউন্টের সঙ্গে আঁধার ও ফোন নম্বর যুক্ত থাকা আবশ্যিক। এই নতুন পদ্ধতির নাম দেওয়া হয়েছে ‘ভিডিয়ো লাইফ সার্টিফিকেট’। কিভাবে এই সার্টিফিকেট জমা দিতে হবে তাও জানিয়ে দিয়েছে এসবিআই।
ব্যাংকের তরফে জানানো হয়েছে, প্রথমে স্টেট ব্যাংকের পেনশন সংক্রান্ত ওয়েবসাইট (www.pensionseva.sbi) লগ ইন করতে হবে। এরপর সংশ্লিষ্ট গ্রাহককে ‘ভিডিয়ো এলসি’ অপশন বেছে নিতে হবে। এখানেই সংশ্লিষ্ট গ্রাহককে পেনশন অ্যাকাউন্ট নম্বরটি লিখতে হবে। পেনশন অ্যাকাউন্টের (account) নম্বর লেখার পর গ্রাহকের মোবাইলে একটি ওটিপি আসবে। ওই ওটিপি নম্বরটি লেখার পর একটি নতুন পাতা খুলে যাবে। সেখানে ‘স্টার্ট জানি’ লেখাটিতে ক্লিক করতে হবে।
ওই ক্লিক করার পর ‘আই অ্যাম রেডি’ নামে একটি লেখার উপর ক্লিক করতে হবে। ওই ক্লিক করার পর জানাতে হবে প্যান নম্বর। প্যান নম্বর দেওয়ার পরই এসবিআইয়ের প্রতিনিধির সঙ্গে ভিডিয়ো কল শুরু হবে। এরপর গ্রাহকের ফোনে আসা চার অঙ্কের ভেরিফিকেশন নম্বরের সঙ্গে ব্যাংক প্রতিনিধি তাঁর কম্পিউটারে দেখানো নম্বরটি মিলিয়ে নেবেন। এরপর গ্রাহকের হাতে প্যান কার্ড রয়েছে এমন একটি ছবিও তুলে নেবেন ওই ব্যাংক প্রতিনিধি। সেই ছবিই হবে সংশ্লিষ্ট গ্রাহকের ‘লাইফ সার্টিফিকেট বা জীবনের প্রমাণপত্র।
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