Bihar – Ekolkata24: Latest Hindi News Updates from Kolkata – Breaking Stories and More https://ekolkata24.com Stay updated with Ekolkata24 for the latest Hindi news, headlines, and Khabar from Kolkata, West Bengal, India, and the world. Trusted source for comprehensive updates Tue, 10 Jun 2025 16:57:19 +0000 en-US hourly 1 https://ekolkata24.com/wp-content/uploads/2024/03/cropped-ekolkata24-32x32.png Bihar – Ekolkata24: Latest Hindi News Updates from Kolkata – Breaking Stories and More https://ekolkata24.com 32 32 किशनगंज में दो सड़क हादसे, एक की मौत https://ekolkata24.com/bihar/kishanganj-tragic-road-accidents-one-dead-two-injured-in-separate-crashes Tue, 10 Jun 2025 16:50:21 +0000 https://ekolkata24.com/?p=51327 शुभम कुमार , किशनगंज: किशनगंज (Kishanganj) में भीषण सड़क हादसा की वारदात सामने आई है। जिले में दो बड़े बड़े सड़क हादसे मंगलवार को घटित हुई है। इन घटनाओं से इलाके में कोहराम मचा हुआ है और परिवार वालों के बीच मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है।

বাংলায় পড়ুন: কিশানগঞ্জে দুটি ভয়াবহ সড়ক দুর্ঘটনায় হতাহত তিন

पहली घटना बहादुरगंज थाना क्षेत्र के दारुल उलूम चौक की है। जहां नेशनल हाईवे पर एक खराब डंपर खड़ी थी, चालक मजीरुल के द्वारा डंपर को ठीक किया जा रहा था। इसी दौरान तेज रफ्तार एक कंटेनर ने डंपर को टक्कर मार दी। जहां दोनो वाहनों के परखच्चे उड़ गए वही डंपर चालक मजीरुल की मौके पर ही मौत हो गई है, साथ ही कंटेनर चालक गंभीर रूप से घायल हो गया है।

घायल को ईलाज के लिए सदर अस्पताल भेज दिया गया है। मौके पर थाना अध्यक्ष निशिकांत कुमार पहुंचे है और मृतक के शव को पोस्टमार्टम करवाने के लिए भेज दिया गया है साथ ही वाहनों को जब्त कर आगे की कारवाई पुलिस ने शुरू कर दी है।

वही दूसरी घटना भी बहादुरगंज थाना क्षेत्र का है। जहां संध्या 4 बजे तेज रफ्तार एक ट्रक रेलिंग से टकरा गया और अनियंत्रित होकर सड़क किनारे पलटी मार गई। हादसे में चालक गंभीर रूप से घायल हो गया है। हालांकि चालक का पहचान नहीं हो पाया है मगर स्थानीय लोगों के द्वारा उसे ईलाज के लिए अस्पताल भेज दिया गया है। मौके पर पहुंची पुलिस मामले की जांच कर रही है।

इधर स्थानीय लोगों ने बताया कि आए दिन इस सड़क पर दुर्घटनाएं होती रहती है। अक्सर तेज रफ्तार या फिर चालकों के लापरवाही के वजह से कई जाने जाती है। लोगों ने बताया कि जबसे यह फोर लेन बनी है तब से सड़क दुर्घटनाओं में काफी इजाफा हुआ है।

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जितिया पर्व के दिन मचा हाहाकार, 30 से अधिक महिलाओं और बच्चों की डूबने से मौत https://ekolkata24.com/top-story/more-than-30-women-and-children-died-due-to-drowning Thu, 26 Sep 2024 12:14:47 +0000 https://ekolkata24.com/?p=49783 पटना : बिहार की नदियों का जलस्तर इन दिनों बढ़ा हुआ है। मौसम का मिजाज बदला और बारिश ने दस्तक दी तो तालाब व अन्य जलाशयों का भी पेट भर गया। इधर, प्रदेश में डूबने की घटनाएं भी तेजी से बढ़ी हैं। बीते कुछ दिनों में अलग-अलग जिलों में डूबने से मौत की संख्या तेजी से बढ़ी। बुधवार को जितिया व्रत के लिए नहाने गये 30 से अधिक लोगों की मौत डूबने से हो गयी। करीब आधा दर्जन जिलों में ये हादसे हुए हैं। बच्चे व महिलाओं की मौत इन हादसों में हुए हैं। सबसे अधिक औरंगाबाद से मौत के मामले सामने आये। यहां आठ बच्चों की मौत डूबने से हो गयी।

बिहार में डूबने से 30 से अधिक लोगों की मौत बुधवार को हुई। औरंगाबाद में 8, कैमूर में 7, सारण, पटना व पूर्वी चंपारण में 5-5, पश्चिमी चंपारण में 3 समेत मधेपुरा व अन्य जिलों में भी डूबने से लोगों की मौत हुई. औरंगाबाद के मदनपुर और बारूण प्रखंड में आठ बच्चों की मौत डूबने से हो गयी। सभी मृतक बच्चे 8 से 14 साल के बीच के हैं। कैमूर में अलग-अलग जगहों में हादसे हुए। पूर्वी चंपारण के हादसे में मां-बेटी समेत पांच लोगों की जान गयी। पटना में जितिया पर्व के दौरान नहाने गयी चार महिलाएं डूब गयीं जिनमें केवल एक ही महिला का शव मिल सका।

कैमूर के कुदरा थाना क्षेत्र के सकरी बांध के पास बुधवार की शाम जिउतिया पर्व पर अपनी माता व परिजनों के साथ स्नान करने के दौरान एक पांच वर्षीय बच्चे की नहर में डूबने से मौत हो गयी. मृतक बच्चा सकरी गांव के संतोष खरवार का पुत्र बताया जाता है। जानकारी के अनुसार, सकरी गांव की दर्जनों महिलाएं अपने बच्चों के साथ बांध पर स्नान करने गयी थीं। उसी क्रम में बच्चों के साथ स्नान करने के दौरान बच्चा गहरे पानी में चला गया। इससे बच्चे की मौत हो गयी।

रामगढ़ थाना क्षेत्र में भी बुधवार की शाम हादसा हुआ। थाना क्षेत्र के अभैदे गांव में जिउतिया स्नान के दौरान मां के साथ सरोवर गये 17 वर्षीय किशोर की तालाब में डूबकर मौत हो गयी। मृतक विनोद सिंह का पुत्र सुमित कुमार बताया गया है। अभैदे गांव से सटे सरोवर में जिउतिया पर्व को लेकर बुधवार की देर शाम व्रती माताएं तालाब घाट पर पूजा कर रही थीं। इसी दोरान जीर्णोद्घार हुए सरोवर में स्नान के दौरान सुमित अचानक गहरे पानी में डूबने लगा। यह देख ग्रामीणों ने उसे बचाने का भरपूर प्रयास किया, किंतु वह गहरे पानी में चला गया. जिले में कई अन्य हादसे हुए।

औरंगाबाद जिले के मदनपुर और बारुण प्रखंड में हुई हृदयविदारक घटना में आठ बच्चों की मौत हो गयी। सभी की उम्र आठ से 14 साल के बीच की है। मदनपुर प्रखंड के कुशा गांव स्थित खजूर आहर में जिउतिया का स्नान करने गये महिलाओं के साथ पांच बच्चे डूबने लगे, जिसमें एक बच्ची को बचा लिया गया. जबकि, चार बच्चों की मौत हो गयी। दो सगी बहनें भी हादसे का शिकार बनीं।

जानकारी के अनुसार, बिहार में जीतिया त्योहार के दौरान अलग-अलग घटनाओं में नदियों और तालाबों में स्नान करते समय 37 बच्चों समेत 43 लोगों की डूबने से मौत हुई है। जबकि तीन अन्य लापता हो गए। राज्य सरकार ने बृहस्पतिवार को एक बयान में यह जानकारी दी। ये घटनाएं बुधवार को त्योहार के दौरान राज्य के 15 जिलों में हुईं।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने औरंगाबाद जिला अंतर्गत मदनपुर प्रखंड के कुशहा गांव में चार बच्चों सहित बारूण प्रखंड के इटहट गांव में तीन बच्चों की नहाने के दौरान डूबने से मौत पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने बुधवार को कहा कि यह दुर्घटना काफी दुखद है और वे इस घटना से मर्माहत हैं।

मुख्यमंत्री ने मृतकों के आश्रितों को चार–चार लाख रुपये की अनुग्रह राशि अविलंब उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। साथ ही मृतकों के परिजनों को दुख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है।

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दो लाख देकर “IPS” बनने वाले की इच्छा है “डॉक्टर” बन लोगों की करे सेवा https://ekolkata24.com/top-story/person-who-became-an-ias-by-paying-two-lakhs-wants-to-become-a-doctor-and-serve-the-people Tue, 24 Sep 2024 08:13:45 +0000 https://ekolkata24.com/?p=49753 पटना :10वीं पास मिथिलेश कुमार फर्जी तरीके से आईपीएस अधिकारी बन चुके हैं। अब उनकी आगे इच्छा डॉक्टर बनने की है। दो लाख रुपये देकर आईपीएस अधिकारी बनने वाले मिथिलेश कुमार अब डॉक्टर बनना चाहते हैं। अब उन्हें पुलिस वाला नहीं बनना है। डॉक्टर बनना है। डॉक्टर बनने के पीछे मिथिलेश ने जो कारण बताया वो भी बहुत खास है। एक साक्षात्कार में मिथिलेश ने कहा, “अब पुलिस वाला नहीं बनेंगे। उ सब नहीं बनना है। हां डॉक्टर बनना है। सबका इलाज करना है।” 19 साल के मिथिलेश कुमार लखीसराय जिले के हलसी थाना क्षेत्र के गोवर्धन बीघा गांव के निवासी हैं। आईपीएस की ड्रेस में घूमने के बाद मिथिलेश को पिछले दिनों गिरफ्तार कर लिया गया था।

उसने पुलिस को बताया कि खैरा इलाके के मनोज सिंह नाम के एक व्यक्ति ने उसे पुलिस में नौकरी लगाने का ऑफर दिया था और इसके लिए उससे दो लाख तीस हजार रुपये की मांग की गई थी। इसके लिए मिथिलेश ने अपने मामा से दो लाख रुपये लेकर मनोज सिंह को दिए, ताकि उसकी नौकरी पुलिस में लग जाए। दो लाख रुपये लेने के बाद मनोज सिंह ने उसके शरीर का नाप लिया और उसके दूसरे दिन बुलाकर उसे आईपीएस की वर्दी, आईपीएस का बैच और नकली पिस्टल दिया। मिथिलेश वर्दी पहनकर खुशी-खुशी अपने घर गया और अपनी मां से आशीर्वाद लेकर फिर मनोज सिंह से मिलने निकल पड़ा।

पुलिस हिरासत में पूछताछ के दौरान मिथिलेश ने बताया कि मनोज सिंह ने उसे कहा कि उसकी आईपीएस में नौकरी लग गई है। वर्दी पहन कर हलसी थाने में अपना योगदान दे दे। मिथिलेश ने पुलिस को बताया कि वह वर्दी पहनकर और कमर में लाइटर पिस्तौल रख कर अपनी बाइक से हलसी थाना जा रहा था। मगर, इसी दौरान मनोज सिंह ने उसे अपने घर बुलाया बाकी के तीस हजार रुपये की मांग की। मिथिलेश उससे मिलने जा रहा था। रास्ते में कुछ देर के लिए सिकंदरा चौक पर रुका, तभी पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस ने बताया कि इस मामले में सिकंदरा थाने में पदस्थापित सब इंस्पेक्टर मोजम्मिल अंसारी के लिखित आवेदन के आधार पर मिथिलेश कुमार और मनोज सिंह को आरोपित बनाया गया है। जमुई के डीएसपी सतीश सुमन ने कहा, “सात या सात साल से कम सजा वाले मामले में गिरफ्तारी अनिवार्य नहीं है। फर्जी आईपीएस वाले मामले में आरोपी मिथिलेश कुमार को इसी के तहत बॉन्ड भरवा कर जेल न भेजते हुए छोड़ा जा रहा है।” पुलिस पूरे मामले की गंभीरतापूर्वक जांच कर रही है और जांच के दौरान जिन लोगों को भी इस मामले में संलिप्त पाया जाएगा, उन्हें आरोपी बनाकर कार्रवाई की जाएगी।

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गांजा चोर को मिली तालिबानी सजा, हाथ की उंगलियों ही काट डाली https://ekolkata24.com/top-story/ganja-thief-gets-taliban-punishment Sat, 14 Sep 2024 06:37:12 +0000 https://ekolkata24.com/?p=49583 पटना : बिहार के गोपालगंज में एक युवक को तालिबानी सजा दी गयी। गांजा चोरी करने के आरोप में कसाई मोहल्ले में आरोपित के हाथ की चार उंगलियों को काट दिया गया। पीड़ित युवक की पहचान गोपालगंज के फुलवरिया थाने के कोयलादेवा गांव निवासी सुबास गोश्वामी के रूप में की गयी है जो गांजा चोरी करके भागा था। वो पैसा चुराने के लालच में फिर से चोरी करने वहीं पहुंच गया लेकिन इसबार पकड़ा गया और उसे ऐसी सजा दे दी गयी जिससे वो जिंदगी भर अब एक हाथ से लाचार हो गया।

गोपालगंज में कोयलादेवा गांव निवासी सुबास गोश्वामी को चोरी करने की सजा दी गयी और उसके हाथ की चार उंगलियों को काट दिया गया। पीड़ित  ने बताया कि कसाई मुहल्ले के रहने वाले चरखा बाबा के यहां जाकर उसने एक दिन गांजा चुरा लिया था। गांजा चोरी करके उसे बाजार में जाकर बेच दिया। गांजा चोरी करने के दौरान उसकी नजर वहां रखे रुपये की गड्डी पर पड़ गयी थी। उस दिन तो वह गांजा ही चुराकर भागा लेकिन उसे फिर से नोट के लालच ने घेर लिया।

पीड़ित सुबास ने बताया कि वो रुपये चोरी करने के मकसद से फिर से चरखा बाबा के यहां पहुंच गया लेकिन उस दिन पकड़ में आ गया. उसे चोरी करते पकड़ा गया और फिर सजा भी दी गयी. उसके चार उंगलियों को काट दिया गया. बताया कि मांस काटने वाले ठेहा पर रखकर धारदार हथियार से उसकी चार उंगली और कलाई का कुछ हिस्सा काट दिया गया. घटना के बाद सुबास बेहोश हो गया.

इलाज के लिएसुबास को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां से उसे इलाज के बाद अब घर भेज दिया गया है। पीड़ित युवक के परिवार की आर्थिक स्थिति खराब होने से उनके पास इलाज के लिए भी पैसे की कमी है। पीड़ित परिवार ने एक वीडियो के माध्यम से सीवान पुलिस से कार्रवाई की गुहार लगायी है।

उन्होंने प्रशासन और मानवाधिकार संगठनों से भी मदद की अपील की है। सीवान पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है, लेकिन अभी तक किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। पुलिस ने पीड़ित के परिवार से संपर्क साधा है और मामले की जांच को प्राथमिकता देने का आश्वासन दिया है।

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नर्सरी कक्षा के छात्र ने की फायरिंग, तीसरी कक्षा के छात्र को लगी गोली https://ekolkata24.com/top-story/student-of-nursery-class-firing Wed, 31 Jul 2024 07:15:15 +0000 https://ekolkata24.com/?p=49155 पटना : सुपौल के त्रिवेणीगंज नगर परिषद अंतर्गत वार्ड नंबर 16 में एक बोर्डिंग स्कूल में गोली चलने की घटना घटी है। नर्सरी के एक छात्र ने बुधवार की सुबह स्कूल में फायरिंग की जिसमें तीसरी कक्षा के एक छात्र को गोली लगी, जख्मी  हालत में छात्र को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। इस घटना ने सबको हैरान करके रख दिया है।

मिली जानकारी के अनुसार, त्रिवेणीगंज के लालपट्टी स्थित सेंट जॉन बोर्डिंग स्कूल में पढ़ रहा एक छात्र अपने बैग में हथियार लेकर स्कूल पहुंच गया। बुधवार को नर्सरी में पढ़ने वाले उक्त छात्र ने बैग से हथियार निकालकर उसी स्कूल में तीसरी क्लास में पढ़ रहे 10 वर्षीय एक छात्र पर गोली चला दी। गोली बच्चे के बाएं हाथ में लगी है। हमले में ज़ख्मी हुआ है जिसका अनुमंडलीय अस्पताल त्रिवेणीगंज में इलाज चल रहा है।

बताया जा रहा है कि नर्सरी कक्षा का उक्त बच्चा अपने बैग में हथियार लेकर स्कूल पहुंचा था। प्रार्थना से पहले उसने अपने बैग से हथियार निकाल लिया और तीसरी कक्षा के एक छात्र पर गोली चला दी। चर्चा है कि बच्चा अपने पिता का पिस्तौल बैग में लेकर स्कूल पहुंचा था। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।

घायल बच्चे के मामा ने बताया कि प्रार्थना होने के बाद सभी बच्चे पढ़ने बैठे थे। इस दौरान स्कूल का एक ही एक बच्चा पिस्टल लेकर क्लासरूम में घुस गया। उसने मेरे भांजे को सीने में गोली मारनी चाही। मेरे भांजे ने बचने की कोशिश की और इस दौरान गोली उसके हथेली के आर-पार हो गई। जिसने गोली चलाई वो बच्चा भी स्कूल में ही पढ़ता है।

वहीं इस घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस की टीम मौके पर पहुंची है और मामले की जांच चल रही है। जानकारी के अनुसार गोली चलाने वाला बच्चा स्कूल से फरार हो गया है। पुलिस की ओर से भी घटना को लेकर कुछ बयान नहीं दिया गया है। वहीं इस घटना ने स्कूल के अन्य बच्चों के अभिभावक भी सहमे हुए हैं।

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नीतीश कुमार हैं महिला प्रेमी…आरजेडी विधायक के मुद्दे पर विधानसभा में हंगामा https://ekolkata24.com/top-story/nitish-kumar-is-a-womanizer Wed, 24 Jul 2024 08:27:36 +0000 https://ekolkata24.com/?p=49016 पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर आरजेडी विधायक का बिगड़े बोल सामने आए हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर आरजेडी भाई वीरेंद्र ने आपत्तिजनक टिप्पणी की है। दरअसल सदन के अंदर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्ष के हंगामा के बीच अपनी बात बोल रहे थे। इसी दौरान आरजेडी विधायक भाई वीरेंद्र ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार महिला प्रेमी हैं, इसलिए महिलाओं की बात करते हैं।

दरअसल नीतीश कुमार ने जातीय जनगणना को लेकर कहा कि बिहार में महिलाओं का आरक्षण सबसे अधिक हमारी ही सरकार ने दी है। महिलाओं को आगे बढ़ाने के लिए सरकार काम करती है जिसको लेकर भाई वीरेंद्र ने कहा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार महिला प्रेमी हैं। इसलिए महिलाओं की बात करते हैं। भाई वीरेंद्र ने कहा कि बिहार में जातीय जनगणना की रोक पटना हाई कोर्ट द्वारा लगा दी गई सरकार सुप्रीम कोर्ट में गई है और हम लोगों ने मांग की नीतीश सरकार केंद्र को नौवीं अनुसूची में शामिल करने के लिए पत्र भेजना कि हम लोग मांग कर रहे थे।

बिहार विधानसभा के मॉनसून सत्र के तीसरे दिन विपक्ष के हंगामे के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सदन में विपक्ष के विधायकों पर भड़क गए। सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि कहा कि सारे पार्टियों के साथ मेरी पहल पर जातिगत गणना करवाया था। आप लोग बैठ कर इस पर चर्चा करते। लेकिन, आप लोग सुनना नहीं चाहते है। सारे पार्टियों ने जातिगत गणना का सपोर्ट किया था। नीतीश कुमार आरजेडी महिला विधायक पर भड़क गए। नीतीश कुमार ने कहा कि आप लोग सुनना नहीं चाहते हैं। 2005 के बाद हमने महिलाओं को आगे बढ़ाया था।

सदन की कार्यवाही के दौरान सीएम नीतीश कुमार ने विपक्षी विधायकों के हंगामे के बीच कहा कि जातिगत गणना में हमने सब कुछ की जानकारी ली। उसके बाद आरक्षण का दायरा भी बढ़ाया। जातिगत गणना के बाद 94 लाख गरीबो की पहचान की। उनके विकास के लिए सरकार ने तय किया, दो दो लाख रुपया देना शुरू कर दिया. सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि आरक्षण को लेकर पटना हाईकोर्ट ने रोक लगाई है. लेकिन, राज्य सरकार सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई है। साथ ही नौवीं अनुसूची में शामिल करने के लिए भी आग्रह किया।

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नेपाल में भारी बारिश, बिहार में हाइअलर्ट https://ekolkata24.com/top-story/heavy-rain-in-nepal-high-alert-in-bihar Fri, 12 Jul 2024 06:05:16 +0000 https://ekolkata24.com/?p=48895 पटना : नेपाल में हो रही जोरदार बारिश के कारण गंडक नदी का जल स्तर तेजी से बढ़ रहा है. नदी गोपालगंज में खतरे के निशान से 85 सेमी ऊपर बह रही है। गुरुवार की सुबह सात बजे वाल्मीकिनगर बराज से 1.80 लाख 600 क्यूसेक डिस्चार्ज रहा, जो शाम छह बजे 2.51 क्यूसेक हो गया है।

गंडक नदी का जल स्तर के तेजी से बढ़ने के कारण तटबंधों पर जहां दबाव बढ़ने लगा है। शुक्रवार को गांवों में पानी और बढ़ने की आशंका है. वहीं निचले इलाके के 43 गांवों के 65 लाख की आबादी के सामन बाढ़ की त्रासदी शुरू होने के आसार है। पिछले छह दिनों से नदी में आयी बाढ़ से गांव पहले से ही घिरे हुए हैं। जिले के छह प्रखंडों के 43 गांवों बाढ़ से घिर गये थे। अभी पानी सड़कों से पूरी तरह से हटा भी नहीं था कि शुक्रवार को पानी और बढ़ेगा। गांवों का संपर्क शहर से कट गया है।

जल संसाधन विभाग के अभियंता प्रमुख ने नेपाल के पोखरा में 174 एमएम बारिश होने से गंडक नदी में जल स्तर के बढ़ने से अलर्ट जारी किया है. इससे तटबंधों पर निगरानी को बढ़ाया गया है. डीएम मो मकसूद आलम स्थिति पर लगातार नजर रख रहे हैं। बचाव कार्यों स्टाॅक की समीक्षा कर जल संसाधन विभाग के इंजीनियरों को हाइअलर्ट मोड में संवेदकों के साथ मुस्तैद रहने का आदेश दिया।

मुख्य अभियंता संजय कुमार, बाढ़ संघर्षात्मक बल के अध्यक्ष नवल किशोर सिंह, कार्यपालक अभियंता प्रमोद कुमार, जबकि पतहरा में अभियंता ऋषभ कुमार, टंडसपुर में निगरानी में थे. बांध को सुरक्षित रखना विभाग की चुनौती है। पानी के घटते-बढ़ते रहने से बचाव कार्यों के भी नदी में समा जाने का खतरा बना है।

विभाग ने तटबंधों को पूरी तरह से सुरक्षित होने का दावा किया है. तटबंधों पर भी काफी दबाव बढ़ा हुआ है। जिले के निचले इलाके में रहने वाले 43 गांवों के लोगों के माथे पर चिंता की लकीरें खींच गयी हैं। गांव चारों तरफ से घिरे हुए हैं। आने-जाने के सभी मार्ग ध्वस्त हो चुके है. स्कूल, आंगनबाड़ी केंद्र में भी पानी भर चुका है। अब नाव ही एकमात्र सहारा बची है।

घरों में राशन व सब्जियों के भी दिक्कत होने लगी है। बच्चों को लोग स्कूल जान को जोखिम में डालकर पहुंचा रहे है। खेतों में पानी लगने के कारण पशुओं को चारा लाना भी किसानों के लिए बड़ी चुनौती है. सदर प्रखंड के कटघटरवां, हीरापाकड़, मेहंदियां, रामपुर टेंगराही, बरइपट्टी, पतहरा, सेमराही, निरंजना,धूप सागर, धर्मपुर, भगवानपुर, रामनगर, मकसुदपुर कुचायकोट में सिपाया टोला वार्ड नं 7, भसही, मांझा प्रखंड के निमुइया, माघी, मगुरहां, भैंसही एवं पुरैना सिधवलिया के बंजरिया समेत जिले के 43 गांवों पानी से घिरा है।

गंडक नदी के बाढ़ से छह प्रखंडों के 3.64 लाख की आबादी हर साल पीड़ित होती है। नदी के जल स्तर दो लाख क्यूसेक पर पहुंचते ही 43 गांव जो बांध व नदी के बीच में बसा है, वे घिर जाता है। घरों में पानी की लहरें उठती हैं। लोगों को छतों व छप्परों पर गुजारा करना पड़ता है। जो गांव से निकल गये, तो बांध पर चार माह काटने को मजबूर होते हैं। पिछले चार दशक से यह सिलसिला जारी है। इसका स्थायी समाधान नहीं होने के कारण लोगों के सामने इस वर्ष फिर नदी तबाही मचाने को आतुर है। लोग चार माह के लिए खानाबदोश की जिंदगी जीने को मजबूर हैं।

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महिला चिकित्सक ने वार्ड पार्षद का काटा गुप्तांग काट नाले में बहाया https://ekolkata24.com/uncategorized/female-doctor-cuts-off-ward-councillor-private-parts-and-throw-them-in-the-drain Mon, 01 Jul 2024 12:35:48 +0000 https://ekolkata24.com/?p=48726 पटना: सारण जिले के मढ़ौरा में एक निजी अस्पताल की कथित महिला चिकित्सक ने सोमवार को नगर पंचायत वार्ड संख्या- 12 के पार्षद प्रेमी वेद प्रकाश का गुप्तांग काटकर बाथरूम के नाले में बहा दिया। घटना की जानकारी मिलते हीं पुलिस मौके पर पहुंची। फिर, जख्मी वार्ड पार्षद को इलाज के लिए छपरा सदर अस्पताल भेजा गया।

वहीं, महिला चिकित्सक को पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। महिला चिकित्सक का कहना है कि वार्ड पार्षद वेद प्रकाश से उसका पिछले दो सालों से प्रेम प्रसंग चल रहा था। इस दौरान, वह कई बार शादी करने का झूठा आश्वासन देकर यौन संबंध बनाता था और फरार हो जाता था। दो बार गर्भपात भी करना पड़ा, लेकिन इसके बाद भी उसने शादी नहीं की।

महिला चिकित्सक ने पुलिस से बताया कि कोर्ट मैरिज के लिए कागज तैयार हो गया था उसके बाद भी वह नहीं पहुंचा। मैं अपने भाई राहुल कुमार से भी उसको मिलवाई शादी की बात बन गई थी। इसके बाद वार्ड पार्षद वेद प्रकाश 30 जून को शादी करने का आश्वासन दिया था, लेकिन शादी नहीं की।

प्रेमी मिलने पहुंचा तो महिला चिकित्सक ने उसका गुप्तांग काट के बाथरूम के नाले में बहा दिया। महिला चिकित्सक ने पुलिस को बताया कि करीब वार्ड पार्षद ने तीन-चार बार शादी का डेट फिक्स किया और पहुंचा नहीं। इसलिए मैंने यह कदम उठाया. सारण के मढ़ौरा में यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ है।

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बिहार में अब किसी भी पुलिस थाने में करा सकेंगे FIR, जुलाई से बदलेंगे कानून https://ekolkata24.com/uncategorized/fir-can-be-lodged-in-any-police-station-in-bihar Tue, 25 Jun 2024 08:59:55 +0000 https://ekolkata24.com/?p=48553 नई दिल्ली : कई आपराधिक मामले की प्राथमिकी दर्ज होने में महज इसलिए देर होती है कि घटनास्थल किस थाना क्षेत्र में है इसको लेकर विवाद हो जाता है। अब इस विवाद को खत्म कर दिया गया है। बिहार समेत पूरे देश में 1 जुलाई 2024 से आईपीसी और सीआरपीसी की छुट्टी हो जाएगी। नए आपराधिक कानून के अनुसार अब किसी इलाके में घटित घटना की प्राथमिकी (एफआईआर) किसी भी थाने में दर्ज कराई जा सकेगी।

इसे ‘जीरो एफआईआर’ के रूप में दर्ज करना अनिवार्य किया गया है। जीरो एफआईआर को सीसीटीएनएस के माध्यम से संबंधित थाने में स्थानांतरित किया जाएगा। इसके बाद संबंधित थाने में प्राथमिकी की संख्या दर्ज की जाएगी। दर्ज की गई प्राथमिकी की जांच और कार्रवाई की प्रगति को एफआईआर नंबर के माध्यम से ऑनलाइन देखा जा सकेगा।

एफआईआर से लेकर कोर्ट के निर्णय तक की पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन होगी,इलेक्ट्रॉ निक तरीके से शिकायत दायर करने के तीन दिन के भीतर एफआईआर दर्ज करने का प्रावधान, सात साल से अधिक सजा वाले मामलों में फॉरेसिंक जांच अनिवार्य, यौन उत्पीड़न के मामलों में सात दिन के भीतर जांच रिपोर्ट देनी होगी, पहली सुनवाई के 60 दिनों के भीतर आरोप तय करने का प्रावधान, आपराधिक मामलों में सुनवाई पूरी होने के 45 दिनों में फैसला होगा, भगोड़े अपराधियों की गैर-मौजूदगी के मामलों में 90 दिनों के भीतर केस दायर करने का प्रावधान, तीन साल के भीतर न्याय मिल सकेगा,थाने में आधे घंटे के अंदर सुनी जाएगी शिकायत, नहीं तो कार्रवाई,

तीन नये कानूनों के संबंध में आयोजित एक कार्यशाला में बिहार पुलिस अकादमी के निदेशक बी श्रीनिवासन ने कहा कि नए कानूनों में प्रावधान है कि पुलिस थाने में पहुंचे पीड़ित की शिकायत आधे घंटे के भीतर सुनी जाएगी. अगर ज्यादा देर तक उसे इंतजार करवाया गया और बात ऊपर के अधिकारियों तक पहुंची तो थाने के संबंधित पदाधिकारी पर कार्रवाई तय है। किसी भी पीड़ित को ज्यादा देर तक थाने पर बैठाना किसी भी कीमत पर उचित नहीं है।

सभी थानों में तैनात अलग-अलग केस के आईओ को लैपटॉप और एंड्रा यट मोबाइल दिया जाएगा। बिहार पुलिस जल्द ही डिजिटल पुलिस बनेगी। सभी आईओ को उनका अलग ई-मेल दिया जाएगा। इसके बाद सभी सीसीटीएनएस (अपराध एवं अपराधी ट्रैकिंग नेटवर्क योजना) पर एक्टिव होंगे।

बी श्रीनिवासन ने कहा कि नये आपराधिक कानूनों से देश में एक ऐसी न्यायिक प्रणाली स्थापित होगी, जिसके जरिये तीन वर्षों के भीतर न्याय मिल सकेगा। इस सिलसिले में 26 हजार से अधिक एसआइ से लेकर डीएसपी रैक तक के अधिकारियों को हाइब्रीड मोड में प्रशिक्षण दिया गया है।

सीआइडी के आइजी पी.कन्नन ने कहा कि नये आपराधिक कानून दंड केंद्रित नहीं, न्याय केंद्रित है। यौन उत्पीड़न के मामलों में सात दिनों के भीतर जांच रिपोर्ट देनी होगी। पहली सुनवाई के 60 दिनों के भीतर आरोप तय करने का प्रावधान किया है। भगोड़े अपराधियों की गैरमौजूदगी के मामलों में 90 दिनों के भीतर केस दायर करने का प्रावधान है. आपराधिक मामलों में सुनवाई पूरी होने के 45 दिनों के भीतर फैसला होगा।

चाणक्य राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. (डॉ) फैजान मुस्तफा ने कहा कि ऐतिहासिक कानून के बनने के साथ ही भारत की आपराधिक न्याय प्रणाली में एक नये युग की शुरुआत हुई है। पुराने कानून हत्या और महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामलों में कार्रवाई को प्राथमिकता देने के बजाय ब्रिटिश राज्य की सुरक्षा को प्राथमिकता देते थे।

उन्होंने कहा कि नये आपराधिक कानूनों में कई प्रावधान किये गये हैं, जो स्वागतयोग्य हैं, इससे मानवीय पक्ष सामने आयेगा। नये आपराधिक कानून का उद्देश्य पीड़ितों को न्याय दिलाना है. ऐसे में जरूरी है कि जो कानूनी बदलाव हुए हैं, उसकी जानकारी जनता को हो. उन्होंने कहा कि 150 साल के कानून में जो नये बदलाव हुए हैं, उसे जन जन तक पहुंचाने में मीडिया की भूमिका अहम है।

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नौकरी के नाम पर बिहार में ‘अय्याशी गैंग’, 200 लड़कियों से रेप https://ekolkata24.com/top-story/%e0%a4%a8%e0%a5%8c%e0%a4%95%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%a8%e0%a4%be%e0%a4%ae-%e0%a4%aa%e0%a4%b0-%e0%a4%ac%e0%a4%bf%e0%a4%b9%e0%a4%be%e0%a4%b0-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%85 Mon, 17 Jun 2024 08:47:15 +0000 https://ekolkata24.com/?p=48338 मुजफ्फरपुर: बिहार के मुजफ्फरपुर में हुए बालिका गृह कांड से भी बड़ी घटना है। सरकार को इस पूरे मामले की एसआईटी से जांच कराने के बाद इसके आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जानी चाहिए। इस घटना से परिचित लोग कुछ ऐसा ही कह रहे हैं। मुजफ्फरपुर में नौकरी देने के नाम पर करीब 200 लड़कियों की इज्जत लूट ली गईं। नौकरी का झांसा देकर इज्जत लूटने की घटनाएं तो कई सामने आई हैं। 

मामला मुजफ्फरपुर के अहियापुर इलाके का है। जहां 180 लड़कियों को नौकरी देने का झांसा देकर बंधक बनाया गया। उनके साथ मारपीट की गई और साथ उनका यौन शोषण भी किया गया। 

इस पूरे प्रकरण को लेकर छपरा कि एक पीड़िता ने अहियापुर थाने में मामला दर्ज कराया है। पीड़ित ने बताया है कि फेसबुक पर महिलाओं के लिए जॉब ऑफर के पोस्ट के माध्यम से वह डीवीआर संस्था से जुड़ी। जहां अप्लाई करने पर चयन होने के बाद प्रशिक्षण के नाम बीस हजार रुपये की मांग की गई।

उसने बताया कि पैसा जमा करने के बाद बहुत सारी लड़कियों के साथ अहियापुर थाना क्षेत्र में ही बखरी के निकट रखा गया। लगभग 3 महीना तक गुजर जाने के बाद भी जब सैलरी नहीं मिली, तो उसने संस्था के सीएमडी तिलक सिंह के समक्ष अपनी बात रखी। तब उसे ये बताया गया कि 50 और लड़कियों को संस्था से जोड़ने पर उसकी सैलरी 50 हजार कर दी जाएगी।

पीड़ित के मुताबिक जब उसने बताया कि वह 50 और लोगों को जोड़ने में असमर्थ है, तो उस पर दबाव बनाया गया और उसके मोबाइल के कांटेक्ट लिस्ट के हिसाब से लोगों को जोड़ने की नसीहत दी गई। उसने बताया कि तब तक वह कंपनी की असलियत से वाकिफ नहीं थी और पैसे की लालच में अपने मोबाइल के कॉन्टेक्ट लिस्ट के हिसाब से लोगों को कंपनी से जोड़ना शुरू किया। इसी बीच अहियापुर स्थित संस्था के कथित दफ्तर और हॉस्टल पर पुलिस की छापेमारी हुई। वहां से बहुत सी लड़कियों को पुलिस ने छुड़ाया भी। लेकिन छापेमारी की भनक मिल जाने से सीएमडी तिलक सिंह ने उसे और अन्य लोगों को हाजीपुर शिफ्ट करा दिया। जहां उसके साथ जबरदस्ती तिलक सिंह ने विवाह कर लिया।

पीड़िता का कहना है कि मुजफ्फरपुर रहते हुए भी तिलक सिंह ने उसके साथ जोर जबरदस्ती कर शारीरिक संबंध बनाया था। उस दौरान वह गर्भवती हुई थी। उसके बाद जबरदस्ती उसका अबॉर्शन करा दिया गया। उसने बताया कि हाजीपुर में रहते हुए जब जब मायके जाने की जिद की तो उसे जबरदस्ती मारपीट कर चुप कर दिया जाता था। बाद में एक बार तिलक सिंह अपने सहयोगियों संग तीन गाड़ी से आया और बैरिया क्षेत्र में दो सौ रुपये का नोट देकर नसीहत दी। तुम मायके जाना चाहती हो तो आजाद हो जाओ। इस बीच कंपनी के फर्जी होने का उसे एहसास हो गया था।

पीड़ित ने कंपनी के फर्जीवाड़े को समझते ही प्राथमिकी दर्ज कराने की सोची। उसका कहना है कि यहां लड़कियों को बंधक बना लिया जाता है। चारों तरफ मुस्टंडों को तैनात रखा जाता है। कोई भी लड़की भाग नहीं पाती है। उनसे फोन करवा कर लड़कियों के रिश्तेदारों में मौजूद युवतियों को बुलाया जाता है। उन्हें भी जॉब का लालच देकर उनका यौन शोषण किया जाता है। पीड़ित का कहना है कि वो नहीं चाहती थी कि जैसे उसकी जिंदगी के साथ खिलवाड़ किया गया। उस तरह की घटना किसी अन्य लड़की के साथ हो। पीड़िता का आरोप है कि फर्जी संस्था को लेकर प्राथमिकी दर्ज करने के बाद तिलक सिंह ने उसका किडनैप कराया और न्यायालय में जाने से रोकने की कोशिश की। इस क्रम में दहशत बनाने के लिए उसके भाई को पटना बुला कर हत्या कर देने की धमकी भी दी। सवाल सबसे बड़ा है कि आखिर पुलिस प्रशासन के रहते मुजफ्फरपुर जैसे शहर में इस तरह कै रैकेट कैसे चल रहा था?

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चकाई-देवघर मार्ग पर भीषण सड़क हादसा,तीन लोगों की मौत https://ekolkata24.com/top-story/%e0%a4%9a%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%88-%e0%a4%a6%e0%a5%87%e0%a4%b5%e0%a4%98%e0%a4%b0-%e0%a4%ae%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%97-%e0%a4%aa%e0%a4%b0-%e0%a4%ad%e0%a5%80%e0%a4%b7%e0%a4%a3-%e0%a4%b8 Tue, 11 Jun 2024 05:59:52 +0000 https://ekolkata24.com/?p=48179 जमुई:  बिहार के जमुई जिले के चंद्रमंडीह थाना क्षेत्र के चकाई-देवघर मुख्य मार्ग पर चंद्रमंडीह थाना क्षेत्र के अंडीडीह गांव के समीप मंगलवार की अहले सुबह एक अनियंत्रित कार के सड़क किनारे पलट जाने से उसपर सवार सभी तीन लोगों की मौत घटनास्थल पर ही हो गई। सभी मृतक पटना के गर्दनीबाग मुहल्ले के निवासी बताए जाते हैं।

वहीं घटना की जानकारी मिलने के बाद चंद्रमंडीह पुलिस मौके पर पहुंची एवं तीनों को कार से बाहर निकालकर चकाई रेफरल अस्पताल लेकर आई। जहां चिकित्सकों ने तीनों को मृत घोषित कर दिया। इधर, पुलिस द्वारा घटना की जानकारी मोबाइल के माध्यम से परिजनों को दी गई है।

पिछले माह भी इस मार्ग पर ऐसा ही एक भीषण हादसा हुआ था। बसबुटिया गांव के पास एक तेज रफ्तार कार अनियंत्रित होकर सड़क किनारे पेड़ से बुरी तरह से टकरा गई थी। इस हादसे में कार में सवार दो जुड़वा भाई-बहन और एक बुजुर्ग महिला सहित तीन लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। वहीं, पांच लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। सभी घायलों का चकाई और देवघर अस्पताल में इलाज हुआ। मृतकों की पहचान आरा जिला के चरपोखरी थाना क्षेत्र के नवादा गांव निवासी नरेंद्र कुमार के बेटे अभिनंदन कुमार (5) और बेटी नंदनी कुमारी (5) के रूप में हुई, जबकि घायलों में मृत बच्चों की मां नेहा कुमारी, कार चालक रोहित कुमार, मीना कुमारी, आनंद कुमार ग्राम मानिनी थाना चरवापुरी जिला आरा और रोहतास की बभनी देवी पति रामप्रवेश यादव के रूप में हुई।

इस हादसे का चश्मदीद राधा कृष्ण ढाबा के संचालक जामुन यादव ने बताया कि वह अपने होटल के सामने सड़क किनारे सोए हुए थे। तभी अचानक तेज आवाज हुई तो देखा कि यूकेलिप्टस (सफेदा) के पेड़ से एक कार टकरा गई है और उस पर सवार लोग अंदर फंसकर चीख-चिल्ला रहे हैं। इसके बाद मामले की सूचना पुलिस को दी गई और स्थानीय लोगों के सहयोग से कार में फंसे घायलों को निकाला गया। इसमें एक बच्चे की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक बच्चे और एक महिला की देवघर सदर अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। सभी मुंडन में शामिल होकर लौट रहे थे।

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बिहार चुनाव की तैयारी में नीतीश, 3 बड़े मंत्रालय की डिमांड https://ekolkata24.com/uncategorized/nitish-kumar-is-preparing-for-bihar-elections Thu, 06 Jun 2024 09:54:30 +0000 https://ekolkata24.com/?p=48028 रांची: चुनावी नतीजों के बाद दिल्ली सियासी हलचल बुधवार को तेज़ रही । NDA तीसरी बार सत्ता की कुर्सी संभालने जा रही है। 7 जून को BJP मुख्यालय में बैठक होगी. जिसमें नरेंद्र मोदी को संसदीय दल का नेता चुना जायेगा। बैठक में बीजेपी शासित राज्यों के सीएम भी शामिल होंगे.

8 जून की शाम को नरेंद्र मोदी तीसरी बार राष्ट्रपति भवन में पीएम पद की शपथ ले सकते हैं. लेकिन शपथ ग्रहण से पहले दिल्ली में प्रेशर पॉलिटिक्स शुरू हो गई है। सूत्रों के हवाले से खबर है।

16 सीटों वाली TDP ने समर्थन के बदले 3 कैबिनेट पद और 2 राज्यमंत्री पद की मांग रखी है तो वहीं12 सीटों वाली JDU ने 3 कैबिनेट पद और 2 राज्यमंत्री पदों की इच्छा जताई है। JDU ने भी पसंद के मंत्रालयों की लिस्ट दे दी है। एक मांग पर दोनों में खींचतान हो सकती है, क्योंकि स्पीकर का पद TDP और JDU दोनों ने ही मांगा है।

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आम-लीची को लेकर बिहार के बेगूसराय में जमकर बरसी लाठियां https://ekolkata24.com/uncategorized/lathicharge-in-begusarai-bihar-over-mango-and-litchi Fri, 31 May 2024 08:48:46 +0000 https://ekolkata24.com/?p=47771 बेगूसराय : बेगूसराय में दबंगों ने हथियार के बल पर आम और लीची लूटने की कोशिश की है। लूटपाट का विरोध करने पर दो पक्षों के बीच मारपीट शुरू हो गई और पूरा इलाका रणक्षेत्र में बदल गया। दोनों पक्ष की तरफ से जमकर लाठी डंडे चले और पत्थरबाजी की गई। मारपीट का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें दोनों पक्षों के लोग एक दूसरे पर लाठियां बरसाते दिख रहे हैं।

दरअसल, पूरा मामला साहेबपुरकमाल थाना क्षेत्र के चौकी बहियार की है। मारपीट में चौकी गांव निवासी मुकेश महतो और रंजन कुमार समेत कई लोग घायल हो गए हैं। घायल मुकेश महतो ने बताया है कि लगभग एक दर्जन की संख्या में दबंग बगीचा पहुंचकर लीची और आम को लूटने लगे। जब इसका विरोध किया गया तो नाराज होकर दबंगों ने लाठी डांटे से हमला कर दिया।

इस दौरान दहशत फैलाने के लिए दबंगों ने फायरिंग भी की लेकिन गनीमत रही कि किसी को गोली नहीं लगी। पीड़ितों का आरोप है कि घटना की सूचना पुलिस को दिए जाने के बावजूद भी पुलिस कोई कार्रवाई नहीं की, हालांकि बाद में पुलिस ने पूरे मामले की छानबीन शुरू की है। फिलहाल इस घटना के बाद पीड़ित परिवार में दहशत का माहौल बना हुआ है।

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भीषण गर्मी से गिरिडीह में सैकड़ों चमगादड़ों की मौत https://ekolkata24.com/uncategorized/bats-died-in-giridih-due-to-severe-heat Thu, 30 May 2024 12:13:04 +0000 https://ekolkata24.com/?p=47737 गिरिडीह: गिरिडीह जिले के प्रसिद्ध हरिहर धाम में सैकड़ों चमगादड़ों की मौत से वहां से पुजारियों में हड़कंप मच गया है। पुजारियों को इलाके में किसी बीमारी के फैलने की आशंका सताने लगी है। लंबे समय से ये चमगादड़ मंदिर परिसर के एक पेड़ पर रह रहे थे।

जिले के बगोदर इलाके में इन दिनों भीषण गर्मी पड़ रही है। कुछ लोगों का कहना है कि भीषण गर्मी की वजह से चमगादड़ों की मौत हुई है, जबकि पंडितों को किसी अनहोनी की आशंका सता रही है।

जानकारी के अनुसार बगोदर-हजारीबाग रोड पर स्थित हरिहर धाम मंदिर के विशाल परिसर में एक बगीचा है, जिसमें पेड़ों पर लंबे समय से डेरा जमाये चमगादड़ों की मौत हुई है। 3 दिनों से गिरिडीह जिले के बगोदर इलाके में अधिकतम तापमान 45 डिग्री पहुंच गया है।

भीषण गर्मी का असर इंसानों के साथ-साथ पशु-पक्षियों पर भी पड़ने लगा है। इसी बीच बगोदर के हरिहर धाम मंदिर के बगीचे के पेड़ों पर रहने वाले सैकड़ों चमगादड़ों की मौत की मौत हो चुकी है. मरने के बाद चमगादड़ पेड़ से जमीन पर गिर रहे हैं।

मंदिर के प्रबंधक भीम यादव ने इस संबंध में बताया कि हरिहर धाम मंदिर में करीब एक हजार से अधिक चमगादड़ बगीचे के पेड़ों पर हैं। भीषण गर्मी की वजह से उनकी मौत हो रही है। ऐसा माना जाता है कि इन पक्षियों में गर्मी सहने की क्षमता बहुत कम होती है।

उधर, मंदिर के पुजारी विजय पाठक ने बताया कि बगीचे के पेड़ों पर रहने वाले चमगादड़ों (बादुल) की लगातार मौत हो रही है। हमें आशंका है कि किसी तरह की बीमारी फैल सकती है. बता दें कि मृत पक्षियों से कई तरह की बीमारी होने का खतरा बना रहता है।

मंदिर परिसर में रहने वाले पुजारी, प्रबंधक, सफाईकर्मी व अन्य लोगों ने इसे गंभीरता से लेते हुए स्वास्थ्य विभाग से इलाके में तत्काल ब्लीचिंग पावडर का छिड़काव करने और उक्त स्थान से मृत चमगादड़ों को जल्द से जल्द हटाने की स्थानीय प्रशासन से अपील की है।

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डूब रहे बच्चों को बचाने गए युवक की डूबने से मौत https://ekolkata24.com/uncategorized/man-who-went-to-save-drowning-children-dies-due-to-drowning Mon, 27 May 2024 09:31:36 +0000 https://ekolkata24.com/?p=47612 पूर्वी चंपारण: बुढ़ी गंडक नदी में डूब रहे दो बच्चों को बचाने गये एक युवक की गहरे पानी में जाने से मौत हो गई। घटना के बाद मृतक के परिजन में कोहराम मचा है। मृतक पकड़ीदयाल थाना क्षेत्र के सिरहा पंचायत वार्ड नंबर 7 रामाधार पासवान के बेटे कृष्णनंदन पासवान है।

बताया जा रहा है कि कृष्णनंदन अपने दोस्तों के साथ नदी में स्नान करने के लिए गया था। इसी दौरान नदी में नहा रहे दो बच्चों को डूबता देख वह उन्हें बचाने चला गया। इस दौरान कृष्णनंदन खुद गहरे पानी में चला गया और डूबने से उसकी मौत हो गई। हालांकि डूब रहे दोनों बच्चों की जान बच गई।

मृतक के परिजन से मिली जानकारी के अनुसार कृष्णनंदन दुबई में रहकर मजदूरी करता था, जिसके लिए आगामी एक जून को दुबई जाने के लिए उसने फ्लाइट का टिकट बनवा लिया था। घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया है।

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बिहार में छठ घाट से लौट रहे परिवार पर फायरिंग, 2 भाइयों की मौत और 4 जख्मी https://ekolkata24.com/uncategorized/firing-on-family-returning-from-chhath-ghat-in-bihar-2-brothers-killed-and-4-injured Mon, 20 Nov 2023 13:52:03 +0000 https://ekolkata24.com/?p=46627 बिहार के लखीसराय में छठ घाट से लौट रहे श्रद्धालुओं की भीड़ पर एक शख्स ने गोलियां चला दीं जिसमें 6 लोग घायल हो गए। शहर के पंजाबी मोहल्ला में छठ घाट से घर आ रहे श्रद्धालुओं की भीड़ के बीच ही एक सनकी ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। फायरिंग में छह लोगों को गोली लगी है जिसमें दो की मौत हो गयी।प्रेम प्रसंग को लेकर सोमवार सुबह हुई इस गोलीबारी में दो सगे भाइयों की मौत हो गई। वहीं इस घटना में 4 लोग घायल हो गए हैं। घायलों का इलाज सदर अस्पताल में कराया जा रहा है। लखीसराय एसपी पंकज कुमार ने बताया कि एक ही परिवार के 6 लोग छठ घाट से लौट रहै थे। उनके घर के पास ही उन्हें गोली मारी गयी। गोली मारने वाला आरोपी उनका पड़ोसी है, जिसका नाम अशीष चौधरी है। लगभग 10 दिन पहले हमलावर का इस परिवार संग विवाद हुआ था। लखीसराय के पुलिस अधीक्षक के मुताबिक मामला एक तरफा प्यार का है।घायलों में दो महिला और 4 पुरुष हैं। घायलों को आनन-फानन में इलाज के लिए पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इनमें से 2 लोगों की अस्पताल में मौत हो गई।

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नीतीश ने बिहार को विशेष राज्य के दर्जे की मांग https://ekolkata24.com/uncategorized/nitish-demands-special-state-status-for-bihar Thu, 16 Nov 2023 11:52:52 +0000 https://ekolkata24.com/?p=46574 बिहार के लिए विशेष राज्य की मांग एक बार फिर से जोर पकड़ने लगा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज एक बार फिर से यह मांग की है। साथ ही उन्होंने आंदोलन की चेतावनी भी दे दी है। मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलेगा तो बिहार का विकास होगा। उन्होंने कहा कि अभी हमें विशेष राज्य का दर्जा दे दीजिए। अगर उन्होंने इसमें देरी की तो हम आंदोलन शुरू करेंगे।सीएम नीतीश कुमार ने यह भी कहा कि केंद्र से एकमात्र मांग बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की है, ताकि सभी लोगों का उत्थान हो सके। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि जाति आधारित जनगणना से हर जाति की स्थिति की जानकारी सामने आती है। अब हम सब उठेंगे। लालू काल की तुलना करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले सब कुछ होता था, सब मैं ही करता था। पिछड़ा, अति पिछड़ा और एससी-एसटी के लिए आरक्षण की सीमा बढ़ाने वाले विधेयक पर सीएम ने कहा कि यह अभी राज्यपाल के पास लंबित है। उम्मीद है कि वह आज इस विधेयक को मंजूरी दे देंगे।

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ईडी ने लालू परिवार के करीबी व्यक्ति को गिरफ्तार https://ekolkata24.com/uncategorized/ed-arrests-a-person-close-to-lalu-family Sat, 11 Nov 2023 09:54:09 +0000 https://ekolkata24.com/?p=46521 ईडी ने ‘नौकरी के बदले भूमि घोटाले’ से जुड़े मामले की जांच के सिलसिले में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद और उनके बेटे तेजस्वी यादव के कथित सहयोगी अमित कात्याल को शुक्रवार को हिरासत में ले लिया। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। ईडी के अनुसार, कात्याल राजद प्रमुख के करीबी सहयोगी होने के साथ-साथ एके इंफोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड के पूर्व निदेशक भी हैं।2004 से 2009 तक, भारतीय रेलवे के विभिन्न जोन में ‘ग्रुप डी’ के पदों पर कई लोगों को नियुक्त किया गया था और इसके बदले में, इन लोगों ने अपनी जमीन तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद के परिवार के सदस्यों और एके इंफोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड को हस्तांतरित की थी।

सीबीआई के आरोप के अनुसार, इसके एवज में, उम्मीदवारों ने सीधे या अपने परिवार के सदस्यों के माध्यम से, लालू परिवार के सदस्यों को मौजूदा बाजार मूल्य से काफी कम दर पर कथित तौर पर जमीन बेची थी। सीबीआई के अनुसार, नियुक्ति के लिए कोई विज्ञापन या सार्वजनिक नोटिस जारी नहीं किया गया था, लेकिन पटना में रहने वाले कुछ लोगों को मुंबई, जबलपुर, कोलकाता, जयपुर और हाजीपुर में विभिन्न ‘जोनल रेलवे’ में स्थानापन्न के रूप में नियुक्त किया गया था।एजेंसी द्वारा पूछताछ के लिए जारी किए गए समन से कात्याल करीब दो महीनों से बच रहे थे। ईडी के अधिकारियों ने उन्हें धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत दिल्ली से हिरासत में लिया। कात्याल के परिसरों पर संघीय एजेंसी ने मार्च में छापा मारा था, जब लालू, बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, उनकी बहनों और अन्य के परिसरों में तलाशी ली गई थी।

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जबतक जिंदा हूं तबतक हमारा आपका संबंध रहेगा:नीतीश https://ekolkata24.com/uncategorized/as-long-as-im-alive-we-will-have-relations-with-you-nitish Thu, 19 Oct 2023 15:06:02 +0000 https://ekolkata24.com/?p=46256 बिहार में राहें जुदा करने के करीब दो साल बाद गुरुवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का भाजपा प्रेम छलक पड़ा। उन्होंने किसी का नाम लिए बिना इशारों-इशारों में इसे जाहिर किया। दरअसल, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय के दीक्षा समारोह के मंच से संबोधित कर रहे थे।

इसके स्थापना का इतिहास दोहराते हुए सीएम नीतीश कुमार ने एक बड़ा राजनीतिक बयान दे दिया। उन्होंने कहा कि जब तक हम जीवित रहेंगे, हमारा आपका संबंध रहेगा।

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Pataliputra: রক্তচরিত্রের জীবাণু হু হু করে ছড়ায়, ভয়াবহ সেই রূপ https://ekolkata24.com/uncategorized/pataliputra-a-series-of-political-massacres-in-bihar-part-1 Sat, 08 Jan 2022 18:31:25 +0000 https://ekolkata24.com/?p=18486 প্রসেনজিৎ চৌধুরী

“আবে মাদারি ই ই ই …” প্রচণ্ড রাগে ট্রিগার টিপে দিতেই মৃত্যুর ঠিকানা লেখা একঝাঁক গুলি কারো গলায়, কারো বুকে, কারো পেটে ঢুকতে শুরু করল। তারপর রক্তাক্ত পরিস্থিতি।

তারপর?

লোকগুলোর মুখ ঢেকে রাখা ছিল গামছা দিয়ে। হাতে বন্দুক-কাট্টা। একসময় তারা এলো। তারপর শুরু তীব্র জিঘাংসার গুলির ঝড়। যে উঁচু জাতের ছায়া ছুঁলে অচ্ছুত হতে হয়, তারাই তখন মৃত্যুর ভয়ে কেঁচো।

তারপর?
গঙ্গা-গোমতীর তীরে তীরে পুড়ে যাওয়া চিতার উপর এক ঘটি জল ঢেলে অস্পষ্ট স্বরে কেউ একজন বলত  ‘বদলা’। তার বদলা নেওয়ার তীব্র আকাঙ্খায় গ্রামের পর গ্রামে মৃতদেহ ছড়িয়ে থাকে।

তারপর?
ফের বদলা। আবার বদলা। চলতেই থাকে এই চক্র। অলক্ষ্যে রক্তচরিত্র অট্টহাসি করে। তার নিয়ন্ত্রণে তখন মানুষ। ঘুমন্ত এই চরিত্র জেগে গেলে ভয়াবহ রূপ। অচিরেই তার শাখা ডালপালা মেলে ধরে। সামাজিক রাজনৈতিক ক্ষেত্রে রক্তচরিত্রের জীবাণু হু হু করে ছড়ায়।

বিহার।
এই ভূমি আসলে বদলা নেওয়ার মাটি। মানুষের স্বাভাবিক, চিরন্তন চরিত্রের মধ্যে ঘাপটি মেরে থাকে রক্তচরিত্র। বিহারের মাটি এই অদ্ভুত জিঘাংসাময় চরিত্রের উর্বর ভূমি। তবে এতে যে রাজনীতি জড়িত, তার জন্মস্থল পশ্চিমবঙ্গ। নীরবে নিভৃতে যে সমাজ বদলানোর সলতে পাকানো হয়েছিল বঙ্গ রাজনীতিতে। পথ খুঁজে না পেয়ে নীরবেই সেই রাজনীতি আশ্রয়স্থল খুঁজে নেয় বিহারকে। এর সঙ্গে জড়িয়েছে দশকের পর দশক ধরে চলে আসা সামন্তবাদ রাজনীতি। তার বিরুদ্ধে জমতে থাকা ক্ষোভের রাজনীতি। গণআন্দোলন। একটার পর একটা দশক ধরে এই পরম্পরা চলেছে।  এই সব নিকশ কালো রাতগুলোর কথা বারবার সংবাদপত্র, রেডিওতে এসেছে। আরও হয়ত আসবে। জমিদার বনাম ক্ষেতমজুর কৃষকদের সংঘর্ষের পথ ধরে রাজনীতির মারাত্মক সব মুহূর্তের একেকটা শিউরে ওঠা ঘটনার কথা লিখছি। গণহত্যার রাজনীতি। রোটি-চাপাটির অধিকারে দলিত-ব্রাহ্মণ উঁচু-নিচু জাতের পারস্পরিক সংঘর্ষের কেন্দ্র বিহার।  ভারতের রাজনৈতিক ইতিহাসকে বারবার মোড় ঘুরিয়ে দেওয়া এই রাজ্যের কথা লিখতে গিয়ে কখনও মনে হয়েছে হাঁ ম্যায় হুঁ বিহারি !

আমি বিহার: ” अजी हाँ! बिहार हूँ मैं “
এই সহস্রাব্দের শুরুতেই অর্থাৎ ২০০০ সালে বিহার কেটে ঝাড়খণ্ড তৈরি হয়। গণহত্যার শিউরে ওঠা পর্বগুলোর সঙ্গে আঠালো রক্তের মতো লেগে থাকা রাজনীতি স্বাভাবিকভাবেই অখণ্ড বিহার ভিত্তিক। তবে ঝাড়খণ্ডী-বিহারি কানফুসফুসানি এখনো কমেনি,  বরং লিট্টির মধ্যে ধনিয়া আচারের মতো ছড়িয়ে আছে। গুজুর-গুজুর, ফুসুর-ফুসুর করে গরম চায়ে মোটা দুধের সর যদি নাই চাখলেন তা হলে আর বিহার কী বা ঝড়খণ্ড কী তা বোঝা মুশকিল। ভাঁড় ভাঁড় এমন চা গিলে আমি শুধু ছুঁতে পেরেছি মাত্র। বোঝা দূর কি বাত। স্বীকার করতে দোষ নেই।  ভাগ্গিস চেখেছিলাম, তাই  পাটনা থেকে রাঁচি পর্যন্ত এইসকল হুজুরের গুজগুজানি ধরতে পারি একটু আধটু। এমন মানুষ তো লাখে কেন কোটিতে একটি বা আধটি হন। এনাদের ছেড়ে রাখো বা বন্দি করো কুছ পরোয়া নেই। শুধু কখন ঘেঁটে দিতে হবে, তার অংকে পিএইচডি করে এসেছেন। এনারা সব ‘ছায়ামানুষ’। কয়েকজন জীবন্ত কিংবদন্তি। কিছুজন ভবলীলা শেষ করে দুধের চায়ে খয়েরি সরের মতো জমে আছেন। এর বাইরে বাকিরা রঙিন অথবা সাদা-কালো চরিত্র নিয়ে হাজির। এই অদ্ভুত  ছায়ামানুষদের কথা বলব।

কৈফিয়ৎ
এই ধারাবাহিকে জাত ভিত্তিক রাজনীতির অন্দরমহল থেকে উঠে আসা সবকটি নাম বাস্তব। সবকটি ঘটনা বাস্তব। কল্পনা নেই। গল্প নেই। এই ধারাবাহিকে আছে সেই মাটির কথা। রোটি-চাপাটি আর লিট্টির কথা। পাটলিপুত্র, মগধ, বৈশালী, মিথিলা সংস্কৃতির হাজার হাজার বছরের গৌরবময় ভূমি সিংহনাদে কেঁপেছে বারবার। ভারত শিহরিত হয়েছে। বিশ্ব চমকেছে। তবে সেই ভূমির এই কথায় নেই ঢাল, নেই তলোয়ার। তা বলে কেউ নিধিরাম সর্দার নয়। আছে বন্দুক। এক-নলা, দো-নলা বন্দুক।  সেই সূত্র ধরেই  ‘পাটলিপুত্রের যুদ্ধ’ ধারাবাহিকে রক্তচরিত্রের সন্ধান করছি।

আচ্ছা ‘কাট্টা’ মানে কতজন জানেন ? বেশিজনের না জানারই কথা।                                    (চলবে)

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