Blue Tigers performance – Ekolkata24: Latest Hindi News Updates from Kolkata – Breaking Stories and More https://ekolkata24.com Stay updated with Ekolkata24 for the latest Hindi news, headlines, and Khabar from Kolkata, West Bengal, India, and the world. Trusted source for comprehensive updates Thu, 28 Nov 2024 20:57:11 +0000 en-US hourly 1 https://ekolkata24.com/wp-content/uploads/2024/03/cropped-ekolkata24-32x32.png Blue Tigers performance – Ekolkata24: Latest Hindi News Updates from Kolkata – Breaking Stories and More https://ekolkata24.com 32 32 भारत की FIFA Ranking में गिरावट: 2024 में खराब प्रदर्शन का परिणाम” https://ekolkata24.com/sports-news/india-drops-to-127th-in-fifa-ranking-after-dismal-2024-campaign Thu, 28 Nov 2024 20:57:11 +0000 https://ekolkata24.com/?p=50384 भारतीय पुरुष फुटबॉल टीम की फीफा रैंकिंग (FIFA Ranking) में एक और गिरावट दर्ज हुई है। ताज़ा जारी सूची में भारत 127वें स्थान पर खिसक गया है। 2023 में 99वें स्थान पर रहने वाली टीम ने 2024 में 11 अंतरराष्ट्रीय मैचों में एक भी जीत दर्ज नहीं की, जिसके कारण यह निराशाजनक स्थिति आई।

रैंकिंग में गिरावट के कारण
विश्लेषकों का मानना है कि भारतीय फुटबॉल टीम की इस गिरावट के पीछे कई अहम वजहें हैं।

  1. गोल करने में नाकामी और डिफेंस की कमजोरी: भारतीय टीम का स्कोरिंग फॉर्म कमजोर रहा है और रक्षात्मक खामियों ने विपक्षी टीमों को बार-बार मौके दिए हैं।
  2. रणनीतिक अस्थिरता: मैचों में रणनीति के स्तर पर निरंतरता की कमी और खराब क्रियान्वयन ने टीम को नुकसान पहुंचाया है।
  3. प्रतिस्पर्धात्मक मुकाबलों की कमी: भारतीय टीम को उच्चस्तरीय अंतरराष्ट्रीय मुकाबले खेलने के पर्याप्त मौके नहीं मिलते, जिससे खिलाड़ियों का अनुभव सीमित रह जाता है।

एशिया में अन्य देशों की प्रगति
वियतनाम और उज्बेकिस्तान जैसे एशियाई देशों ने हाल के वर्षों में फुटबॉल में शानदार प्रगति की है। इन देशों की रैंकिंग में सुधार भारतीय फुटबॉल की ठहराव की स्थिति को और अधिक उजागर करता है।

भारतीय फुटबॉल की संरचनात्मक समस्याएं
भारतीय फुटबॉल में गहराई से मौजूद समस्याएं रैंकिंग में गिरावट का मुख्य कारण हैं।

  1. प्रतिभा का सीमित भंडार: देश में नई प्रतिभाओं को पर्याप्त मौके और उच्च गुणवत्ता वाली ट्रेनिंग नहीं मिलती।
  2. क्लब और राष्ट्रीय टीम के प्रदर्शन में अंतर: इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) में अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय मंच पर फॉर्म बरकरार नहीं रख पाते।
  3. ग्रामीण और जमीनी स्तर के फुटबॉल की उपेक्षा: जमीनी स्तर पर पर्याप्त प्रयास नहीं किए जाते, जिससे भविष्य की पीढ़ी के खिलाड़ियों को तैयार करना मुश्किल हो जाता है।

भविष्य की उम्मीदें
हालांकि मौजूदा स्थिति निराशाजनक है, लेकिन सुधार की संभावना अभी भी मौजूद है। भारतीय फुटबॉल के उत्थान के लिए जमीनी स्तर पर विकास, अंतरराष्ट्रीय अनुभव बढ़ाने के लिए बेहतर टूर्नामेंट में भागीदारी और रणनीतिक योजना की आवश्यकता है।

वैश्विक फुटबॉल का परिदृश्य
फीफा रैंकिंग में अर्जेंटीना ने पहला स्थान बरकरार रखा है, जबकि फ्रांस और स्पेन क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं। भारत की संघर्षशील स्थिति इन शीर्ष टीमों की उपलब्धियों के सामने और भी स्पष्ट हो जाती है। हालांकि, सही दिशा में कदम उठाकर भारतीय फुटबॉल फिर से उभर सकता है और अपनी खोई हुई प्रतिष्ठा वापस पा सकता है।

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