Cooch Behar – Ekolkata24: Latest Hindi News Updates from Kolkata – Breaking Stories and More https://ekolkata24.com Stay updated with Ekolkata24 for the latest Hindi news, headlines, and Khabar from Kolkata, West Bengal, India, and the world. Trusted source for comprehensive updates Mon, 16 Jun 2025 08:34:07 +0000 en-US hourly 1 https://ekolkata24.com/wp-content/uploads/2024/03/cropped-ekolkata24-32x32.png Cooch Behar – Ekolkata24: Latest Hindi News Updates from Kolkata – Breaking Stories and More https://ekolkata24.com 32 32 कोचबिहार में शुभंकर की कमल खेती से सपनों की शुरुआत! https://ekolkata24.com/business/from-small-pots-to-big-dreams-cooch-behars-shubhankar-redefines-lotus-farming Mon, 16 Jun 2025 08:32:31 +0000 https://ekolkata24.com/?p=51759

कोचबिहार के एक युवा उद्यमी शुभंकर साहा कमल की खेती (Lotus Farming) के माध्यम से उत्तर बंगाल के कृषि क्षेत्र में नई संभावनाएं तलाश रहे हैं। कमल का फूल, जो न केवल सुंदरता और पवित्रता का प्रतीक है, बल्कि अब शुभंकर के प्रयासों से व्यावसायिक अवसरों का नया रास्ता भी बन रहा है। घर की छत पर एक छोटे गमले से शुरू हुआ यह सफर अब सपनों के खेत तक पहुंच चुका है, जो उत्तर बंगाल के किसानों के लिए एक प्रेरणा बन रहा है। इस लेख में हम शुभंकर की इस यात्रा, कमल की खेती की संभावनाओं, बाजार की मांग, और एक्स पर प्रशंसकों की प्रतिक्रियाओं पर विस्तार से चर्चा करेंगे।

Read Bengali: কোচবিহারে শুভঙ্করের পদ্ম চাষে নতুন স্বপ্নের অধ্যায় উন্মোচিত!

यात्रा की शुरुआत
शुभंकर साहा, कोचबिहार के एक साधारण युवक, ने सोशल मीडिया पर कमल की खेती के वीडियो देखकर इस काम में रुचि ली। वे कहते हैं, “मैंने सबसे पहले यूट्यूब पर कमल की खेती के वीडियो देखे। फूल की सुंदरता और इसकी खेती की आसान विधि ने मुझे आकर्षित किया। तब मैंने सोचा, क्यों न घर पर छोटे स्तर पर इसे शुरू किया जाए।” इस विचार के साथ उन्होंने अपनी छत पर एक छोटे गमले में कमल की खेती शुरू की। शुरुआत में यह सिर्फ एक शौक था। लेकिन धीरे-धीरे उन्होंने देखा कि उनके द्वारा उगाए गए कमल के पौधे अच्छे फूल दे रहे हैं और स्थानीय लोगों में इसके प्रति रुचि बढ़ रही है।

शुभंकर का यह छोटा सा प्रयास धीरे-धीरे व्यावसायिक रूप लेने लगा। उन्हें एहसास हुआ कि कमल के फूलों की बाजार में मांग है, खासकर पूजा-अर्चना और सजावट के लिए। वे कहते हैं, “कमल के फूलों की मांग पूरे साल रहती है। विशेष रूप से दुर्गा पूजा, लक्ष्मी पूजा के समय इसकी मांग बढ़ जाती है। इसके अलावा, फूल की पंखुड़ियों और बीजों की भी बाजार में कीमत है।”

कमल की खेती के फायदे
कमल की खेती में लागत अपेक्षाकृत कम आती है। शुभंकर बताते हैं, “एक गमले में कमल की खेती में ज्यादा खर्च नहीं होता। मिट्टी, पानी, और थोड़ी खाद की जरूरत होती है। लेकिन देखभाल और धैर्य जरूरी है।” वे कोचबिहार की जलवायु और मिट्टी की गुणवत्ता को इस खेती के लिए उपयुक्त मानते हैं। वे कहते हैं, “उत्तर बंगाल के जलाशय और तालाब कमल की खेती के लिए आदर्श हैं। बस सही योजना और प्रशिक्षण की जरूरत है।”

वर्तमान में शुभंकर छोटे स्तर पर खेती कर रहे हैं, लेकिन उन्होंने आय का स्रोत देखना शुरू कर दिया है। वे स्थानीय बाजार में कमल के फूल बेच रहे हैं, और पूजा के समय उनकी मांग ने उन्हें और प्रोत्साहित किया है। वे कहते हैं, “एक कमल का फूल 50-100 रुपये में बिकता है। अगर बड़े पैमाने पर खेती हो, तो मुनाफा बढ़ेगा।”

उत्तर बंगाल में कमल की खेती की संभावनाएं
उत्तर बंगाल में कमल की खेती अब तक लगभग अनजान थी। दक्षिण बंगाल के कुछ जिलों, जैसे हावड़ा और पूर्व मेदिनीपुर, में कमल की खेती व्यावसायिक रूप से होती रही है, लेकिन उत्तर बंगाल में यह नया है। शुभंकर का यह प्रयास इस क्षेत्र में कमल की खेती की संभावनाओं को उजागर करता है। कृषि विशेषज्ञों का मानना है कि उत्तर बंगाल के जलाशय और तालाब इस खेती के लिए आदर्श हैं। हालांकि, किसानों को प्रशिक्षण और सरकारी सहायता की जरूरत है।

कोचबिहार के कृषि विभाग के एक अधिकारी ने कहा, “कमल की खेती कम लागत में अधिक मुनाफा दे सकती है। हम शुभंकर जैसे उद्यमियों को प्रशिक्षण और सब्सिडी देने की योजना बना रहे हैं।” शुभंकर खुद भी अन्य किसानों को इस खेती के लिए प्रोत्साहित करना चाहते हैं। वे कहते हैं, “मैं चाहता हूं कि मेरे गांव के और लोग इस खेती से जुड़ें। इससे हमारी अर्थव्यवस्था मजबूत होगी।”

चुनौतियां और भविष्य की योजना
कमल की खेती में संभावनाओं के साथ कुछ चुनौतियां भी हैं। शुभंकर कहते हैं, “फूलों का संरक्षण और परिवहन एक समस्या है। इसके अलावा, बाजार में प्रतिस्पर्धा भी है।” वे बड़े पैमाने पर खेती करने की योजना बना रहे हैं और सरकारी सब्सिडी व प्रशिक्षण की उम्मीद कर रहे हैं। वे कहते हैं, “मेरा सपना एक कमल की खेती का फार्म शुरू करने का है, जहां अन्य लोग भी काम कर सकें।”

संभावित प्रभाव
शुभंकर का यह प्रयास उत्तर बंगाल में कमल की खेती का एक नया अध्याय शुरू कर सकता है। यह किसानों के लिए वैकल्पिक आय का स्रोत बन सकता है और स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत कर सकता है। यदि सरकार और कृषि विभाग इस पहल का समर्थन करें, तो उत्तर बंगाल में कमल की खेती में क्रांति आ सकती है।

शुभंकर साहा की छोटे गमले से शुरू हुई कमल की खेती की यात्रा अब सपनों के खेत तक पहुंच चुकी है। उनका यह प्रयास न केवल व्यक्तिगत सफलता की कहानी है, बल्कि उत्तर बंगाल के कृषि क्षेत्र में नई संभावनाओं का द्वार खोलता है। सही दिशा-निर्देश और सहायता मिले, तो शुभंकर की यह कमल की खेती अन्य युवाओं को भी प्रेरित कर सकती है।

 

]]>
21 जुलाई शहीद दिवस की तैयारियां शुरू, तृणमूल कांग्रेस की दीवार लेखन मुहिम https://ekolkata24.com/top-story/cooch-behar-gears-up-for-21-july-shahid-diwas-with-tmcs-vibrant-wall-writing-campaign Sat, 14 Jun 2025 19:23:48 +0000 https://ekolkata24.com/?p=51624 अयन दे, उत्तर बंगाल: शनिवार को कोच बिहार शहर के विभिन्न इलाकों में तृणमूल कांग्रेस ने 21 जुलाई शहीद दिवस (Shahid Diwas) के लिए प्रचार अभियान की शुरुआत की। हर साल की तरह इस बार भी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आह्वान पर कोलकाता में ऐतिहासिक शहीद सम्मेलन आयोजित होने जा रहा है। इस सम्मेलन को सफल बनाने के लिए कोच बिहार जिला तृणमूल कांग्रेस ने शनिवार को दीवार लेखन के साथ प्रचार की शुरुआत की। शहर की दीवारें तृणमूल के परिचित नारों से रंग गईं।

“ममता बनर्जी जिंदाबाद”, “अभिषेक बनर्जी जिंदाबाद”, “दीदी के बुलावे पर बार-बार – कोच बिहार, कोच बिहार” जैसे नारे शहर की दीवारों पर उकेरे गए। इस अभियान का नेतृत्व कोच बिहार जिला तृणमूल कांग्रेस के अध्यक्ष और पूर्व सांसद पार्थ प्रतिम राय ने किया। उनके नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ता और समर्थक दीवार लेखन में सक्रिय रूप से शामिल हुए।

पार्थ प्रतिम राय ने इस अवसर पर कहा, “21 जुलाई केवल एक राजनीतिक सम्मेलन नहीं है, यह बंगालियों के आंदोलन और लोकतंत्र की रक्षा के लिए लड़ाई का प्रतीक है। 1993 में फोटो युक्त वोटर कार्ड की मांग को लेकर ममता बनर्जी के नेतृत्व में आंदोलन के दौरान 13 युवा कांग्रेस कार्यकर्ता शहीद हो गए थे। उनकी स्मृति में हम हर साल इस दिन को मनाते हैं। इस बार भी कोच बिहार से हजारों कार्यकर्ता कोलकाता के शहीद सम्मेलन में शामिल होंगे।”

उन्होंने आगे बताया, “दीवार लेखन के साथ हमारा प्रचार शुरू हो चुका है। आने वाले दिनों में बूथ, क्षेत्र और ब्लॉक स्तर पर पथसभाएं, जुलूस और जनसंपर्क अभियान चलाए जाएंगे। हमारा लक्ष्य शहीद दिवस के माध्यम से कार्यकर्ताओं में उत्साह जगाना और लोकतंत्र की रक्षा का संदेश जन-जन तक पहुंचाना है।”

पार्टी कार्यकर्ताओं में इस अभियान को लेकर जबरदस्त उत्साह देखा गया। शहर के विभिन्न इलाकों में तृणमूल का दीवार लेखन आम लोगों का ध्यान आकर्षित कर रहा है। एक स्थानीय निवासी ने कहा, “इस तरह के प्रचार से पार्टी की संगठनात्मक ताकत झलकती है। 21 जुलाई शहीद दिवस हमारे लिए भावनाओं से भरा दिन है।”

1993 में 21 जुलाई को कोलकाता में महाकरण अभियान के दौरान पुलिस की गोलीबारी में 13 युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं की मौत हो गई थी। तृणमूल कांग्रेस के गठन के बाद से इस दिन को शहीद दिवस के रूप में मनाया जाता है। कोच बिहार जिला तृणमूल इस सम्मेलन में भाग लेने के लिए पहले से ही व्यापक तैयारियां शुरू कर चुका है, जो आने वाले दिनों में और तेज होगी।

]]>
कोचबिहार में एलन सिलीगुड़ी का सेमिनार, टॉपर छात्रों का सम्मान https://ekolkata24.com/west-bengal/north-bengal/cooch-behar-hosts-allen-siliguri-seminar-felicitates-toppers Fri, 13 Jun 2025 19:44:56 +0000 https://ekolkata24.com/?p=51544 अयन दे, कोचबिहार: कोचबिहार (Cooch Behar) में शुक्रवार को एलन सिलीगुड़ी कैरियर इंस्टीट्यूट के तत्वावधान में एक विशेष सेमिनार का आयोजन किया गया। शहर के एक निजी होटल में आयोजित इस समारोह में कोचबिहार जिले के विभिन्न स्कूलों के माध्यमिक और उच्च माध्यमिक में उत्तीर्ण टॉपर छात्र-छात्राएं शामिल हुए।

Read Bengali: কোচবিহারে অ্যালেন শিলিগুড়ির সেমিনার, সম্মানিত হলেন টপার ছাত্রছাত্রীরা

इस सेमिनार का मुख्य उद्देश्य मेधावी छात्र-छात्राओं को सम्मानित करना और उनकी उच्च शिक्षा और करियर की राह में सही दिशा-निर्देश देना था। इस आयोजन में न केवल कोचबिहार, बल्कि राज्य के विभिन्न हिस्सों से माध्यमिक और उच्च माध्यमिक परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों को विशेष रूप से सम्मानित किया गया।

एलन सिलीगुड़ी सेंटर के प्रमुख ने इस अवसर पर कहा, “हमारा लक्ष्य केवल पढ़ाई में सहायता करना नहीं, बल्कि छात्रों को उनके सपनों को साकार करने का सही रास्ता दिखाना है। आज जिन्होंने सफलता हासिल की है, उनकी यह उपलब्धि न केवल उनके परिवार, बल्कि पूरे समाज के लिए गर्व की बात है। हम चाहते हैं कि ये प्रतिभाएं भविष्य में डॉक्टर, इंजीनियर, शोधकर्ता या अन्य क्षेत्रों में देश का नाम रोशन करें। एलन हमेशा उनके साथ है और रहेगा।”

समारोह में उपस्थित छात्र-छात्राओं के चेहरों पर उत्साह और अभिभावकों की आंखों में गर्व की चमक साफ दिखाई दे रही थी। एक मेधावी छात्रा, रिया साहा ने कहा, “यह सम्मान मेरे लिए बहुत बड़ी प्रेरणा है। एलन का यह सेमिनार मुझे अपने लक्ष्य की ओर और आगे बढ़ने का हौसला देता है।” इसी तरह, एक अभिभावक, अमित राय ने कहा, “मेरे बेटे की इस सफलता पर हमें गर्व है। एलन की यह पहल हमारे जैसे अभिभावकों के लिए बहुत बड़ा समर्थन है।”

सेमिनार में छात्रों के लिए करियर से संबंधित विभिन्न सलाह दी गईं। विशेष रूप से मेडिकल, इंजीनियरिंग और शोध जैसे क्षेत्रों में प्रवेश के लिए तैयारी कैसे करनी है, इस पर विस्तृत चर्चा हुई। एलन के विशेषज्ञों ने छात्रों के साथ व्यक्तिगत रूप से बातचीत कर उनके सवालों का जवाब दिया और भविष्य की योजनाओं पर सलाह दी। इसके अलावा, उपस्थित छात्रों को सम्मान के रूप में प्रमाण पत्र और पुरस्कार प्रदान किए गए, जिसने उनके उत्साह को और बढ़ाया।

यह सेमिनार शिक्षा के महत्व और मेधावी छात्रों को मान्यता देने की आवश्यकता पर नए सिरे से प्रकाश डालता है। स्थानीय शिक्षक समुदाय ने भी इस पहल की सराहना की। एक शिक्षक ने कहा, “इस तरह के सेमिनार छात्रों का आत्मविश्वास बढ़ाते हैं और उन्हें सही रास्ते पर आगे बढ़ने की प्रेरणा देते हैं।”

एलन सिलीगुड़ी कैरियर इंस्टीट्यूट लंबे समय से छात्रों को उच्च शिक्षा की तैयारी में सहायता करता आ रहा है। उनकी यह पहल कोचबिहार के छात्रों में एक नई उम्मीद जगाती है। स्थानीय निवासियों का मानना है कि इस तरह के आयोजन छात्रों के करियर निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। एलन प्रबंधन ने बताया कि भविष्य में भी इस तरह के आयोजन जारी रहेंगे।

]]>
भीषण गर्मी में शरबत वितरण, भवानीगंज हनुमान मंदिर कमेटी की मानवीय पहल https://ekolkata24.com/west-bengal/north-bengal/bhawaniganj-temple-distributes-free-sharbat-to-ease-cooch-behar-heatwave Fri, 13 Jun 2025 19:04:49 +0000 https://ekolkata24.com/?p=51538 अयन दे, कोचबिहार: भीषण गर्मी ने कोचबिहार के लोगों का जीना मुहाल कर रखा है। चिलचिलाती धूप और तपती गर्मी से राहत पाने के लिए राहगीरों से लेकर बाजार में आने-जाने वाले खरीदार और दुकानदार ठंडे पेय की तलाश में हैं। ऐसे में कोचबिहार के भवानीगंज बाजार स्थित हनुमान मंदिर कमेटी ने एक मानवीय पहल शुरू की है। गर्मी से कुछ पल की राहत देने के लिए कमेटी ने शुक्रवार को ठंडा शरबत वितरण का आयोजन किया।

Read Bengali: তীব্র গরমে শরবত বিতরণে স্বস্তির উদ্যোগ ভবানীগঞ্জ হনুমান মন্দির কমিটির

भवानीगंज बाजार क्षेत्र में मंदिर कमेटी की ओर से राहगीरों, दुकानदारों और बाजार में आए लोगों को ठंडा शरबत बांटा गया। मंदिर कमेटी के एक सदस्य ने बताया, “हर साल की तरह इस साल भी हमने यह पहल शुरू की है। जो लोग इस तपती धूप में बाहर निकल रहे हैं, उनके चेहरे पर थोड़ी सी मुस्कान ला सकें, यही हमारा उद्देश्य है।” उन्होंने आगे कहा कि यह आयोजन उनकी सामाजिक जिम्मेदारी का हिस्सा है।

शरबत मिलने से राहगीरों और बाजार में आए लोगों के चेहरों पर खुशी देखी गई। एक राहगीर, रमेश बर्मन ने कहा, “इस गर्मी में बाहर निकलकर काम करना बहुत मुश्किल है। ऐसे में मंदिर कमेटी से ठंडा शरबत मिलने से सचमुच राहत मिलती है। यह पहल वाकई काबिल-ए-तारीफ है।” बाजार में खरीदारी करने आई एक गृहिणी, माया राय ने कहा, “गर्मी में थकान इतनी ज्यादा हो जाती है कि कुछ पल के लिए यह शरबत पीकर शरीर में ताजगी आती है।”

स्थानीय निवासियों ने भी मंदिर कमेटी की इस पहल की सराहना की है। उनका मानना है कि यह कार्य सामाजिक जिम्मेदारी का एक बेहतरीन उदाहरण है। स्थानीय व्यापारी संघ के एक सदस्य ने कहा, “भवानीगंज हनुमान मंदिर कमेटी न केवल धार्मिक कार्यों में, बल्कि इस तरह की मानवीय पहल में भी हमेशा आगे रहती है। यह हम सभी के लिए प्रेरणा है।”

जब गर्मी ने लोगों की दिनचर्या को कठिन बना दिया है, तब यह शरबत वितरण का कार्यक्रम मानो एक ठंडी हवा का झोंका बनकर आया है। यह पहल न केवल शारीरिक थकान को कम कर रही है, बल्कि लोगों के मन में एकजुटता और प्रेम का संदेश भी फैला रही है। मंदिर कमेटी के सदस्यों ने बताया कि भविष्य में भी वे इस तरह के आयोजन जारी रखेंगे।
स्थानीय प्रशासन ने भी इस पहल की प्रशंसा की है। एक प्रशासनिक अधिकारी ने कहा, “इस तरह के सामाजिक कार्य समुदाय में एकता को बढ़ाते हैं और लोगों में सहानुभूति की भावना जगाते हैं। हम मंदिर कमेटी के इस प्रयास की सराहना करते हैं।”

इस गर्मी में जब हर कदम मुश्किल हो रहा है, तब भवानीगंज हनुमान मंदिर कमेटी का यह प्रयास एक मरुद्यान की तरह है। शरबत का एक घूंट न केवल शरीर को, बल्कि मन को भी ठंडक दे रहा है। इस तरह की पहल से समाज में सकारात्मक बदलाव का रास्ता और चौड़ा होगा, ऐसी उम्मीद सभी को है।

]]>
Cooch Behar: खराब स्वास्थ्य सेवाओं से परेशान हैं स्थानीय लोग https://ekolkata24.com/west-bengal/north-bengal/cooch-behar-tharaikhana-primary-health-center-falls-into-disrepair-community-demands-immediate-action Fri, 13 Jun 2025 15:56:34 +0000 https://ekolkata24.com/?p=51529 कोचबिहार (Cooch Behar) जिले के दिनहाटा 2 नंबर ब्लॉक के शुकुरुर कूटी ग्राम पंचायत में स्थित थोराईखाना प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की दयनीय स्थिति को लेकर स्थानीय निवासियों में भारी आक्रोश है। एक समय यह स्वास्थ्य केंद्र क्षेत्र के लोगों के लिए स्वास्थ्य सेवाओं का एक विश्वसनीय केंद्र हुआ करता था, लेकिन अब यह केवल नाममात्र का उप-स्वास्थ्य केंद्र बनकर रह गया है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि दिन-ब-दिन सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार होने के बजाय और गिरावट आ रही है।

Read Bengli: প্রাথমিক স্বাস্থ্যকেন্দ্রের পরিষেবার বেহাল দশায় ক্ষোভে ফুঁসছে এলাকাবাসী

स्थानीय निवासियों के अनुसार, पहले इस स्वास्थ्य केंद्र में ऑपरेशन थिएटर, पर्याप्त डॉक्टर, नर्स और चौबीसों घंटे सेवा उपलब्ध थी। गर्भवती महिलाओं के प्रसव से लेकर गंभीर बीमारियों का प्राथमिक उपचार तक सब कुछ यहां संभव था। लेकिन अब डॉक्टरों की अनियमित उपस्थिति और आवश्यक दवाओं की कमी के कारण लोग सामान्य बीमारियों के लिए भी 25 किलोमीटर दूर दिनहाटा महकमा अस्पताल जाने को मजबूर हैं। सीमावर्ती क्षेत्र में रहने वाले लोगों के लिए इतनी दूरी तय करना बेहद कठिन है।

लोगों ने यह भी बताया कि स्वास्थ्य केंद्र की कई इमारतें अब खंडहर में तब्दील हो चुकी हैं। रखरखाव के अभाव में ये भवन जीर्ण-शीर्ण हो गए हैं, जो स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे की कमजोरी को दर्शाता है। इसके अलावा, आपात स्थिति में एंबुलेंस की उपलब्धता एक बड़ी समस्या है। स्थानीय निवासी रमेन बर्मन ने कहा, “एंबुलेंस के पहुंचने से पहले ही कई बार मरीज की हालत और बिगड़ जाती है। कभी-कभी मरीज की जान भी चली जाती है।”

स्थानीय लोगों का एक और गंभीर आरोप है कि स्वास्थ्य केंद्र की इस बदहाली का फायदा उठाकर असामाजिक गतिविधियां बढ़ गई हैं। परित्यक्त भवनों ने अब असामाजिक तत्वों का अड्डा बन गया है, जो क्षेत्र की सुरक्षा के लिए भी खतरा है।

स्थानीय निवासियों ने इस समस्या के समाधान के लिए स्थानीय विधायक और मंत्री उदयन गुहा से हस्तक्षेप की मांग की है। उनका मानना है कि मंत्री के प्रयासों से यह स्वास्थ्य केंद्र फिर से पहले की तरह बेहतर सेवाएं प्रदान कर सकता है। एक निवासी ने कहा, “हम चाहते हैं कि हमारा स्वास्थ्य केंद्र फिर से पहले की तरह सक्रिय हो। हमें दूर के अस्पतालों में भागना न पड़े।”

इस मामले में स्वास्थ्य विभाग के किसी अधिकारी की ओर से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है। हालांकि, स्थानीय लोग उम्मीद कर रहे हैं कि उनकी समस्याएं प्रशासन तक पहुंचेंगी और जल्द ही इस स्वास्थ्य केंद्र की स्थिति में सुधार होगा।

]]>
Cooch Behar: सीमा पर घुसपैठ की कोशिश! बीएसएफ ने 5 बांग्लादेशियों को रोका https://ekolkata24.com/west-bengal/north-bengal/bsf-foils-infiltration-attempt-by-five-bangladeshis-at-cooch-behar-gadopota-border Thu, 12 Jun 2025 18:56:19 +0000 https://ekolkata24.com/?p=51471 अयन दे, कोच बिहार: भारत-बांग्लादेश सीमा पर एक बार फिर अवैध घुसपैठ की कोशिश को नाकाम कर दिया गया है। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने गुरुवार को कोच बिहार (Cooch Behar) जिले के शीतलकुची ब्लॉक के गदोपोता सीमा क्षेत्र में पांच बांग्लादेशी नागरिकों को भारत में प्रवेश करने की कोशिश करते हुए रोक लिया। बीएसएफ की सतर्क निगरानी और त्वरित कार्रवाई के कारण उनकी यह कोशिश नाकाम रही। यह घटना सीमा पर सुरक्षा के महत्व और बीएसएफ की सख्त निगरानी का सबूत है।

Read Bengali: অনুপ্রবেশের চেষ্টা! বিএসএফের তৎপরতায় ৫ বাংলাদেশি আটক

बीएसएफ सूत्रों के अनुसार, बुधवार देर रात गदोपोता सीमा के 21 नंबर गेट के पास कांटेदार तारों के उस पार पांच बांग्लादेशी नागरिकों को संदिग्ध रूप से घूमते हुए देखा गया। इनमें दो महिलाएं और दो बच्चे शामिल थे। आरोप है कि वे अवसर का फायदा उठाकर बाड़ को पार कर भारत में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे थे। बीएसएफ के जवानों ने उनकी गतिविधियों पर नजर रखते हुए तुरंत कार्रवाई की और उन्हें भारत की सीमा में प्रवेश करने से रोक दिया। इस घटना में कोई भी व्यक्ति भारतीय क्षेत्र में प्रवेश नहीं कर सका।

घटना के बाद बीएसएफ और बांग्लादेश की सीमा सुरक्षा बल (बीजीबी) के बीच एक प्रारंभिक फ्लैग मीटिंग आयोजित की गई। इस बैठक में दोनों देशों की सीमा सुरक्षा बलों ने इस घटना पर चर्चा की। जानकारी के अनुसार, इन पांच बांग्लादेशी नागरिकों को बीजीबी ने हिरासत में लिया है और उनकी पहचान व उद्देश्य की जांच की जा रही है। बीएसएफ ने बताया कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सीमा पर निगरानी को और सख्त किया गया है।

स्थानीय निवासियों ने इस घटना पर चिंता जताई, लेकिन बीएसएफ की त्वरित कार्रवाई से उन्हें राहत भी मिली है। एक स्थानीय निवासी, अमित राय, ने कहा, “बीएसएफ की सख्त निगरानी न होती तो इस तरह की घटनाएं बड़ा खतरा पैदा कर सकती थीं। हम उनकी त्वरित कार्रवाई के लिए आभारी हैं।” कोच बिहार एक सीमावर्ती क्षेत्र होने के कारण यहां अवैध घुसपैठ की कोशिशें अक्सर होती रहती हैं, लेकिन बीएसएफ की सतर्कता के कारण ज्यादातर मामलों को नियंत्रित कर लिया जाता है।

बीएसएफ के एक प्रवक्ता ने कहा, “हमारा प्राथमिक लक्ष्य सीमा की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए हम हमेशा तैयार हैं। स्थानीय लोगों से भी सतर्क रहने की अपील की गई है।” इस घटना के बाद सीमा पर अतिरिक्त जवानों की तैनाती की गई है और निगरानी के लिए उन्नत तकनीक का उपयोग किया जा रहा है।

यह घटना कोच बिहार के सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा के महत्व को एक बार फिर उजागर करती है। पिछले कुछ महीनों में बीएसएफ ने कोच बिहार में कई घुसपैठ की कोशिशों को नाकाम किया है। मार्च 2025 में भी गदोपोता सीमा पर पांच बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया था। ये घटनाएं भारत-बांग्लादेश सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने की जरूरत को दर्शाती हैं। स्थानीय लोग उम्मीद करते हैं कि बीएसएफ और बीजीबी के समन्वित प्रयासों से भविष्य में ऐसी घटनाएं कम होंगी।

]]>
Cooch Behar: मेखलीगंज में पिस्तौल के साथ दो युवक गिरफ्तार https://ekolkata24.com/west-bengal/north-bengal/mekhliganj-raid-cooch-behar-police-nab-duo-with-illegal-firearm Thu, 12 Jun 2025 18:26:52 +0000 https://ekolkata24.com/?p=51462 अयन दे, कोच बिहार: कोच बिहार (Cooch Behar) जिला पुलिस ने अपराध पर नकेल कसने में एक बार फिर बड़ी सफलता हासिल की है। गुप्त सूचना के आधार पर अभियान चलाकर मेखलीगंज थाना पुलिस ने एक देसी पिस्तौल और कारतूस के साथ दो युवकों को गिरफ्तार किया है। यह घटना क्षेत्र में अपराध नियंत्रण में पुलिस की सतर्कता का एक और उदाहरण बन गई है।

गुरुवार देर रात मेखलीगंज थाना पुलिस को गुप्त सूचना मिली, जिसके आधार पर उन्होंने जमालदह जंगल क्षेत्र में छापेमारी की। वहां एक मोटरसाइकिल पर सवार दो संदिग्ध युवकों को हिरासत में लिया गया। उनकी तलाशी लेने पर पुलिस ने एक देसी पिस्तौल और एक राउंड कारतूस बरामद किया। गिरफ्तार युवकों को मेखलीगंज थाने लाया गया और उनके खिलाफ हथियार अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।

पुलिस सूत्रों के अनुसार, गिरफ्तार युवकों से पूछताछ जारी है। यह हथियार कहां से आए, वे इसे कहां ले जा रहे थे, और क्या इसके पीछे कोई बड़ा अपराधी गिरोह शामिल है, इसकी जांच की जा रही है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि गिरफ्तार लोग आपराधिक गतिविधियों के लिए इस हथियार का इस्तेमाल करने की योजना बना रहे थे। हालांकि, जांच के हित में पुलिस ने अभी उनके नाम उजागर नहीं किए हैं।

स्थानीय निवासियों ने इस गिरफ्तारी पर राहत की सांस ली है। एक निवासी, सुजीत राय, ने कहा, “इलाके में हथियार लेकर घूमने वाले युवकों को देखकर डर का माहौल बन गया था। पुलिस की इस कार्रवाई से हम काफी हद तक निश्चिंत हैं।” मेखलीगंज एक सीमावर्ती क्षेत्र होने के कारण यहां अवैध हथियार और तस्करी की घटनाएं अक्सर होती रहती हैं। लेकिन जिला पुलिस की सक्रियता से इस तरह के अपराध काफी हद तक नियंत्रण में आए हैं।

कोच बिहार जिला पुलिस ने कहा कि अपराध दमन में उनकी सख्त नीति जारी रहेगी। जिला पुलिस अधीक्षक द्युतििमान भट्टाचार्य ने कहा, “हम किसी भी अपराधी को बख्शेंगे नहीं। जिले में शांति बनाए रखने के लिए ऐसे अभियान नियमित रूप से चलाए जाएंगे।” पुलिस ने बताया कि इस मामले की जांच में और भी महत्वपूर्ण जानकारी सामने आ सकती है।

यह सफलता जिला पुलिस की निगरानी और खुफिया तंत्र की मजबूती का प्रमाण है। स्थानीय लोग मानते हैं कि इस तरह के अभियान अपराधियों के मन में डर पैदा करेंगे और क्षेत्र में शांति बहाल करने में मदद करेंगे। पिछले कुछ महीनों में कोच बिहार जिला पुलिस ने नशीली दवाओं की तस्करी, अवैध हथियारों की बरामदगी और चोरी जैसे कई अपराधों में शामिल लोगों को गिरफ्तार कर उल्लेखनीय सफलता हासिल की है। यह घटना सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा बनाए रखने में पुलिस की महत्वपूर्ण भूमिका को एक बार फिर रेखांकित करती है।

]]>
Cooch Behar जाली आधार-वोटर कार्ड के साथ बांग्लादेशी गिरफ्तार https://ekolkata24.com/top-story/cooch-behar-police-nab-bangladeshi-for-forged-aadhaar-voter-card Thu, 12 Jun 2025 18:01:12 +0000 https://ekolkata24.com/?p=51453 अयन दे, कोच बिहार: कोच बिहार (Cooch Behar) के हल्दीबाड़ी ब्लॉक के देवानगंज ग्राम पंचायत में अवैध रूप से भारत में प्रवेश कर रह रहे एक बांग्लादेशी युवक द्वारा जाली आधार और वोटर कार्ड बनवाने की घटना ने हड़कंप मचा दिया है। गिरफ्तार युवक का नाम रूपक चंद्र सेन है। उसके साथ उसे आश्रय देने के आरोप में उसके दत्तक पिता उमेश चंद्र सेन को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। बुधवार देर रात गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने अभियान चलाकर दोनों को गिरफ्तार किया। गुरुवार को दोनों को मेखलीगंज अदालत में पेश किया गया।

जानकारी के अनुसार, रूपक चंद्र सेन बांग्लादेश के ठाकुरगांव जिले के बगुड़ा क्षेत्र का निवासी है। वह लंबे समय से भारत में अवैध रूप से रह रहा था और जाली दस्तावेजों का उपयोग कर भारतीय आधार और वोटर कार्ड बनवा लिया था। उसके पहचान पत्र में पिता के नाम के रूप में उमेश चंद्र सेन का नाम दर्ज है, जो देवानगंज ग्राम पंचायत के मदरसा मोड़ क्षेत्र के निवासी हैं। उमेश का दावा है कि रूपक उनका दत्तक पुत्र है और 15 साल की उम्र से उनके घर में रह रहा है। हालांकि, वोटर लिस्ट में उमेश के दो बेटों का उल्लेख है, जबकि उनके पास एक बेटा और एक बेटी है, जिसने संदेह पैदा किया है।

पुलिस सूत्रों के अनुसार, रूपक वर्तमान में सिलीगुड़ी में लकड़ी का काम करता है। हाल ही में वह देवानगंज में आवास योजना के घर के काम के लिए आया था, और इसी दौरान पुलिस के हत्थे चढ़ गया। पूछताछ में रूपक ने स्वीकार किया कि वह बांग्लादेश का नागरिक है। उसके पास से जाली आधार और वोटर कार्ड बरामद किए गए हैं। पुलिस की प्रारंभिक जांच में पता चला है कि उमेश चंद्र सेन ने रूपक को आश्रय देकर उसके जाली पहचान पत्र बनवाने में सहायता की। पुलिस को संदेह है कि यह घटना जाली दस्तावेज बनाने के एक बड़े रैकेट से जुड़ी हो सकती है।

स्थानीय लोगों का कहना है कि इस तरह की घटनाएं क्षेत्र में नई नहीं हैं। सीमावर्ती क्षेत्र होने के कारण कोच बिहार में बांग्लादेश से अवैध प्रवेश की घटनाएं अक्सर होती रहती हैं। लेकिन जाली आधार और वोटर कार्ड बनवाकर भारतीय नागरिक की पहचान में रहना एक गंभीर चिंता का विषय है। पुलिस इस रैकेट से जुड़े अन्य लोगों की तलाश कर रही है। जांच दल ने बताया कि जाली दस्तावेज बनाने वाले इस रैकेट में स्थानीय लोग या दलाल शामिल हो सकते हैं।

इस घटना से स्थानीय लोगों में दहशत फैल गई है। कई लोग मानते हैं कि इस तरह की अवैध गतिविधियों को रोकने के लिए सीमा पर निगरानी को और सख्त करना होगा। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार लोगों से पूछताछ के जरिए इस रैकेट के अन्य सदस्यों की पहचान करने की कोशिश की जा रही है। यह घटना भारत-बांग्लादेश सीमा पर सुरक्षा के महत्व और जाली दस्तावेजों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की आवश्यकता को एक बार फिर उजागर करती है।

]]>
भीषण गर्मी में राहत की सांस! कोचबिहार के भवानीगंज बाजार में फॉगर मशीन https://ekolkata24.com/west-bengal/north-bengal/cooch-behar-bhawaniganj-market-gets-fogger-machine-for-heat-relief Thu, 12 Jun 2025 17:19:45 +0000 https://ekolkata24.com/?p=51446 अयन दे, कोचबिहार: कोचबिहार (Cooch Behar ) के भवानीगंज बाजार के डालपट्टी इलाके में भीषण गर्मी के कारण लोगों का हाल-बेहाल है। तापमान 35 से 40 डिग्री सेल्सियस को पार कर रहा है, जिससे जनजीवन पूरी तरह प्रभावित हो रहा है। इस स्थिति में जनहित में एक अनोखी पहल की गई है। डालपट्टी इलाके के हनुमान मंदिर के सामने फॉगर मशीन लगाई गई है, जो पानी की हल्की बूंदों के जरिए तापमान को कम करने में मदद कर रही है और राहगीरों तथा व्यापारियों को कुछ राहत दे रही है।

यह फॉगर मशीन गर्मी की तीव्रता से बचाने में सहायक सिद्ध हो रही है। बाजार में खरीदारी करने आए लोग और सड़क पर चलने वाले राहगीर इस मशीन के नीचे कुछ देर रुककर राहत की सांस ले रहे हैं। स्थानीय व्यापारियों ने भी इस पहल का स्वागत किया है। उनका कहना है कि दोपहर के समय तापमान इतना बढ़ जाता है कि दुकान में बैठकर काम करना मुश्किल हो जाता है। लेकिन फॉगर मशीन लगने के बाद गर्मी का कष्ट कुछ हद तक कम हुआ है। एक व्यापारी, रमेश साहा, ने कहा, “इस गर्मी में दुकान में बैठना मुश्किल था। फॉगर मशीन की वजह से अब काफी राहत मिल रही है। ग्राहक भी रुककर खरीदारी कर रहे हैं।”

इस पहल के पीछे स्थानीय प्रशासन की भूमिका महत्वपूर्ण रही है। भीषण गर्मी में लोगों के स्वास्थ्य की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह फॉगर मशीन लगाने का निर्णय लिया गया। स्थानीय निवासी मिनती बर्मन ने बताया, “इस गर्मी में बाजार में खरीदारी करने में डर लगता था। लेकिन अब फॉगर मशीन की पानी की बूंदों से शरीर ठंडा हो रहा है। यह एक शानदार पहल है।”

हालांकि फॉगर मशीनें आमतौर पर मच्छरों के नियंत्रण के लिए उपयोग की जाती हैं, लेकिन इस मामले में यह पानी की बूंदें छिड़ककर तापमान नियंत्रित करने में मददगार साबित हो रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस मशीन की वजह से बाजार क्षेत्र में नमी बनी रहती है और तापमान कम महसूस होता है। आम लोग मांग कर रहे हैं कि कोचबिहार के अन्य बाजार क्षेत्रों में भी ऐसी मशीनें लगाई जाएं। एक राहगीर ने कहा, “अगर कोचबिहार के अन्य बाजारों में भी फॉगर मशीनें लगें, तो गर्मी में राहत मिलेगी।”

मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि अगले कुछ दिनों तक भीषण गर्मी बनी रह सकती है। ऐसी स्थिति में इस तरह की जनहितकारी पहल जनजीवन में राहत लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। स्थानीय प्रशासन ने बताया कि स्थिति की समीक्षा कर अन्य क्षेत्रों में भी ऐसी पहल शुरू करने की योजना है। भवानीगंज बाजार का यह कदम गर्मी की तीव्रता में लोगों के लिए राहत की सांस बन गया है।

]]>
सिताई थाना पुलिस की बड़ी सफलता, हथियार के साथ दो लोगों को किया गिरफ्तार https://ekolkata24.com/west-bengal/cooch-behar-sitai-police-arrest-two-with-firearm-in-late-night-cooch-behar-raid Thu, 12 Jun 2025 09:52:28 +0000 https://ekolkata24.com/?p=51392 अयन दे, कूचबिहार: कूचबिहार (Cooch Behar) जिले के सिताई थाना पुलिस ने बुधवार देर रात एक सफल अभियान चलाकर दो संदिग्ध व्यक्तियों को हथियार के साथ गिरफ्तार किया है। गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने यह कार्रवाई की। पकड़े गए व्यक्तियों की तलाशी लेने पर उनके पास से एक आग्नेयास्त्र (पिस्टल) और दो कारतूस बरामद किए गए। इस घटना से इलाके में हड़कंप मच गया है, हालांकि पुलिस की तत्परता से स्थिति नियंत्रण में है।

पुलिस सूत्रों के अनुसार, पकड़े गए व्यक्तियों के खिलाफ हथियार अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। वर्तमान में उनसे पूछताछ की जा रही है ताकि उनके मंसूबों और इस हथियार के स्रोत के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त की जा सके। प्रारंभिक जांच में पुलिस का अनुमान है कि पकड़े गए लोग किसी असामाजिक गतिविधि की योजना बना रहे थे, और यह आग्नेयास्त्र उसी का हिस्सा था। हालांकि, पुलिस यह भी जांच कर रही है कि इस घटना के पीछे कोई बड़ी साजिश तो नहीं है।

सिताई थाना पुलिस की इस सफलता की स्थानीय लोगों ने सराहना की है। लोगों का कहना है कि हथियारबंद अपराधियों की मौजूदगी से इलाके में डर का माहौल था। पुलिस की त्वरित कार्रवाई से क्षेत्र में सुरक्षा बनी हुई है। एक स्थानीय निवासी ने कहा, “पुलिस की इस सक्रियता ने हमारे मन में विश्वास जगाया है। हम सुरक्षित महसूस कर रहे हैं।”

सिताई थाना पुलिस ने इस घटना की गहन जांच शुरू कर दी है। पुलिस पकड़े गए व्यक्तियों के आपराधिक पृष्ठभूमि, संभावित सहयोगियों और हथियार के स्रोत की तलाश में जुटी है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया, “हम हर पहलू की जांच कर रहे हैं। इस तरह के अपराधों को रोकने के लिए हमारी कोशिशें जारी रहेंगी।”

यह घटना सिताई क्षेत्र में कानून-व्यवस्था बनाए रखने में पुलिस की जिम्मेदार भूमिका का प्रमाण है। स्थानीय प्रशासन ने भी इस अभियान की प्रशंसा की है और जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुलिस के साथ सहयोग का आश्वासन दिया है। भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए पुलिस और सख्त निगरानी और खुफिया तंत्र को मजबूत करने की योजना बना रही है।

 

]]>
कोचबिहार के मदनमोहन मंदिर में पारंपरिक स्नान यात्रा का उत्सव https://ekolkata24.com/west-bengal/cooch-behars-madanmohan-temple-celebrates-vibrant-snan-yatra-before-rath-yatra Wed, 11 Jun 2025 17:15:59 +0000 https://ekolkata24.com/?p=51360 कोचबिहार, 11 जून 2025: कोचबिहार के ऐतिहासिक मदनमोहन मंदिर में बुधवार सुबह मदनमोहन ठाकुर की पारंपरिक स्नान यात्रा (Snan Yatra Cooch Behar) का आयोजन किया गया। हर साल की तरह इस बार भी रथयात्रा से पहले इस विशेष धार्मिक अनुष्ठान को लेकर भक्तों में उत्साह चरम पर था। सुबह 8 बजे शुरू हुई स्नान यात्रा कोचबिहार के धर्मप्राण लोगों के लिए एक अनुपम आध्यात्मिक अनुभव बन गई।

मंदिर परिसर में सुबह से ही भक्तों की भारी भीड़ देखी गई। धार्मिक विधि-विधानों के अनुसार, मदनमोहन ठाकुर को 108 घड़े पवित्र जल, नारियल पानी, घी, शहद, दूध और अन्य सामग्रियों से स्नान कराया गया। इस पूरी प्रक्रिया के दौरान मंदिर परिसर भजन-कीर्तन और मंत्रोच्चारण से गूंज उठा। भक्तों का मानना है कि इस स्नान यात्रा में भाग लेने से जीवन में शांति, समृद्धि और कल्याण प्राप्त होता है। कई भक्त सुबह-सुबह मंदिर पहुंचकर पूजा-अर्चना करते हैं और इस पवित्र स्नान यात्रा के दर्शन में शामिल होते हैं।

एक भक्त, गोपाल साहा ने कहा, “यह स्नान यात्रा हमारे लिए एक विशेष दिन है। ठाकुर का स्नान देखकर मन तृप्त हो जाता है। मैं पूरे साल इस पल का इंतजार करता हूं।” एक अन्य दर्शनार्थी, मीनाक्षी देवी ने कहा, “यह दृश्य इतना मनमोहक है कि इसे अपनी आंखों से देखे बिना विश्वास नहीं होता। यहां आकर मन को सुकून मिलता है।”

स्नान यात्रा के बाद मंदिर में आए भक्तों के बीच प्रसाद वितरण किया गया। यह आयोजन कोचबिहार की सांस्कृतिक और धार्मिक परंपरंपराओं का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इस उत्सव को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न करने के लिए मंदिर प्रशासन और स्थानीय प्रशासन ने विशेष सुरक्षा व्यवस्था की थी। पुलिस और स्वयंसेवकों ने भक्तों के लिए सुचारु व्यवस्था सुनिश्चित की।

मदनमोहन ठाकुर की यह स्नान यात्रा केवल एक धार्मिक अनुष्ठान ही नहीं, बल्कि कोचबिहार के लोगों की एकता और विश्वास का प्रतीक भी है। रथयात्रा से पहले यह स्नान यात्रा पूरे शहर को एक धार्मिक उत्साह से भर देती है, जो आने वाले दिनों में और अधिक रंगारंग उत्सवों का मार्ग प्रशस्त करती है।

 

]]>
पावर स्टेशन में भीषण आग, बिजली गुल होने से कोचबिहारवासी गर्मी में बेहाल https://ekolkata24.com/west-bengal/massive-fire-at-khagrabari-power-station-leaves-cooch-behar-in-darknesskhagrabari-power-station-fire Mon, 09 Jun 2025 17:09:09 +0000 https://ekolkata24.com/?p=51270 अयान दे, कोचबिहार | कोचबिहार के खागड़ाबाड़ी पावर स्टेशन में सोमवार शाम एक भीषण अग्निकांड (Power Station) की घटना ने पूरे शहर को अंधेरे में डुबो दिया। शाम सात बजे के आसपास पावर स्टेशन के एक ट्रांसफॉर्मर में अचानक आग लग गई, जिसकी तीव्रता इतनी थी कि कुछ ही मिनटों में पूरा इलाका काले धुएं से भर गया। इस हादसे के बाद कोचबिहार शहर में बिजली आपूर्ति पूरी तरह ठप हो गई, जिसके चलते भीषण गर्मी में स्थानीय निवासियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

Read Bengali: পাওয়ার স্টেশনে ভয়াবহ অগ্নিকাণ্ড, বিদ্যুৎহীন কোচবিহার গরমে হাঁসফাঁস

आग की सूचना मिलते ही दमकल विभाग की कई गाड़ियां घटनास्थल पर पहुंची और आग पर काबू पाने की कोशिश शुरू की। काफी प्रयासों के बाद आग को आंशिक रूप से नियंत्रित किया गया, लेकिन बिजली विभाग के अधिकारियों ने बताया कि बिजली आपूर्ति बहाल करने में अभी कुछ समय लगेगा। इस घटना के कारण शहर के अस्पतालों, बाजारों और महत्वपूर्ण इलाकों में भारी असुविधा उत्पन्न हो गई। डर के मारे कई लोग अपने घरों से निकलकर सड़कों पर आ गए। सौभाग्यवश, अब तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं मिली है।

बिजली विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने घटनास्थल पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है। आग लगने का सटीक कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो सका है। हालांकि, मरम्मत का कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है। बिजली आपूर्ति बंद होने से पंखे, कूलर, और फ्रिज बंद हो गए हैं, जिसके कारण घरों से लेकर दुकानों तक हर जगह परेशानी का माहौल है। कई परिवारों में पीने के पानी की कमी भी देखी जा रही है। खासकर बच्चों और बुजुर्गों को इस स्थिति में सबसे ज्यादा कठिनाई हो रही है।

स्थानीय निवासियों और दुकानदारों से बात करने पर पता चला कि भीषण गर्मी में बिना बिजली के रहना असहनीय हो गया है। एक दुकानदार ने कहा, “इस गर्मी में बिना बिजली के दुकान चलाना मुश्किल हो गया है। व्यवसाय पूरी तरह ठप हो रहा है।” एक राहगीर ने बताया, “घर में बैठना संभव नहीं हो रहा, इसलिए थोड़ी हवा लेने के लिए सड़क पर निकल आया।”

बिजली विभाग ने बताया कि वे जल्द से जल्द आपूर्ति बहाल करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि बिजली कब तक पूरी तरह बहाल हो पाएगी। स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से इस समस्या के त्वरित समाधान की मांग की है। यह घटना कोचबिहार के जनजीवन पर गहरा प्रभाव डाल रही है, और अगर जल्द बिजली आपूर्ति बहाल नहीं हुई, तो स्थिति और जटिल हो सकती है। कोचबिहार के लोग अब बेसब्री से बिजली सेवा बहाल होने का इंतजार कर रहे हैं।

 

]]>
कोचबिहार में अरण्य सप्ताह के अवसर पर वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन https://ekolkata24.com/west-bengal/van-mahotsav-2025-green-initiative-launched-in-dwauaguri-cooch-behar Mon, 09 Jun 2025 16:34:59 +0000 https://ekolkata24.com/?p=51266 अयान दे, कोचबिहार | कोचबिहार जिले के डाउयागुड़ी क्षेत्र में अरण्य सप्ताह के अवसर पर एक विशेष वृक्षारोपण कार्यक्रम (Van Mahotsav) का आयोजन किया गया। पर्यावरण जागरूकता बढ़ाने और हरित विश्व बनाने के उद्देश्य से कोचबिहार 1 नंबर ब्लॉक के डाउयागुड़ी ग्राम पंचायत की पहल पर इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। स्थानीय नेतृत्व के मार्गदर्शन में इस कार्यक्रम में कोचबिहार जिला तृणमूल कांग्रेस के अध्यक्ष अभिजीत दे भौमिक, कोचबिहार 1 बी ब्लॉक अध्यक्ष अब्दुल कादर हक, कोचबिहार कोतवाली थाने के आईसी तपन पाल, और डाउयागुड़ी क्षेत्र के तृणमूल कांग्रेस के अन्य नेता उपस्थित थे।

Read Bengali: অরণ্য সপ্তাহে পরিবেশ সচেতনতায় কোচবিহারে বৃক্ষরোপণ অভিযান

इस कार्यक्रम में नेताओं और स्थानीय निवासियों ने मिलकर वृक्षारोपण किया और पर्यावरण संरक्षण के लिए जागरूकता फैलाने का आह्वान किया। इस पहल के माध्यम से स्थानीय समुदाय को वृक्षारोपण का महत्व और पर्यावरण संतुलन बनाए रखने का संदेश दिया गया। अरण्य सप्ताह का यह आयोजन न केवल प्रतीकात्मक है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए एक स्वस्थ और हरित विश्व बनाने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

कोचबिहार जिला तृणमूल कांग्रेस के अध्यक्ष अभिजीत दे भौमिक ने कहा, “प्रकृति को बचाने और पर्यावरण संतुलन बनाए रखने के लिए आज वृक्षारोपण अत्यंत आवश्यक है। हमें एकजुट होकर इस कार्य में हिस्सा लेना होगा। तृणमूल कांग्रेस हमेशा पर्यावरण संरक्षण के इस आंदोलन के साथ खड़ी रहेगी।” उन्होंने आगे कहा कि इस तरह की पहल न केवल पर्यावरण जागरूकता फैलाती है, बल्कि स्थानीय समुदाय को एकजुट भी करती है।

कोचबिहार 1 बी ब्लॉक अध्यक्ष अब्दुल कादर हक ने कहा, “आज का वृक्षारोपण कार्यक्रम केवल प्रतीकात्मक नहीं है, यह हमारी जिम्मेदारी का प्रतीक है। आने वाली पीढ़ियों के लिए एक हरित और स्वस्थ विश्व छोड़ने की जिम्मेदारी हम सभी की है।” उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम केवल डाउयागुड़ी क्षेत्र तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि अगले एक सप्ताह तक जिले के विभिन्न हिस्सों में वृक्षारोपण जारी रहेगा।

स्थानीय नेतृत्व ने जानकारी दी कि इस पहल के तहत स्कूल, कॉलेज और अन्य शैक्षणिक संस्थानों को भी वृक्षारोपण कार्यक्रम में शामिल किया जाएगा। इसके अलावा, स्थानीय निवासियों के बीच पौधों का वितरण और पर्यावरण जागरूकता बढ़ाने के लिए विभिन्न कार्यशालाओं का आयोजन किया जाएगा। इस पहल का लक्ष्य कोचबिहार जिले को और अधिक हरित और पर्यावरण के अनुकूल बनाना है।

यह वृक्षारोपण कार्यक्रम पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ स्थानीय समुदाय में एकता और सहयोग का संदेश फैलाने में सफल रहा है। निवासियों ने इस पहल का स्वागत किया है और भविष्य में भी इस तरह के कार्यक्रमों में हिस्सा लेने की इच्छा जताई है। अरण्य सप्ताह का यह आयोजन कोचबिहार में पर्यावरण जागरूकता का एक नया अध्याय शुरू करता है।

]]>