credit card – Ekolkata24: Latest Hindi News Updates from Kolkata – Breaking Stories and More https://ekolkata24.com Stay updated with Ekolkata24 for the latest Hindi news, headlines, and Khabar from Kolkata, West Bengal, India, and the world. Trusted source for comprehensive updates Sat, 22 Jun 2024 09:57:03 +0000 en-US hourly 1 https://ekolkata24.com/wp-content/uploads/2024/03/cropped-ekolkata24-32x32.png credit card – Ekolkata24: Latest Hindi News Updates from Kolkata – Breaking Stories and More https://ekolkata24.com 32 32 क्रेडिट कार्ड से जुड़ी पांच गलतफहमियों के जाने https://ekolkata24.com/offbeat-news/know-five-misconceptions-related-to-credit-card Sat, 22 Jun 2024 09:57:03 +0000 https://ekolkata24.com/?p=48440 नई दिल्ली : भारत में पिछले कुछ वर्षों में क्रेडिट कार्ड का चलन बहुत तेजी से बढ़ा है. अब लोगों के पास डेबिट कार्ड के साथ क्रेडिट कार्ड होना बहुत आम सी बात हो गई है। भारत में करीब 97.9 मिलियन लोग क्रेडिट कार्ड का उपयोग कर रहे हैं। लेकिन लोगों ने क्रेडिट कार्ड से जुड़ी बहुत सी गलतफहमियां पाल रखी है। 

भारत में अधिकतर लोग यह मानते हैं कि अगर उनका क्रेडिट स्‍कोर अच्छा नहीं है तो उन्‍हें बैंक द्वारा लोन नहीं मिलेगा। लेकिन ये लोगों की गलतफहमी हैं। लेकिन लोन देते समय बैंक केवल आपका सिबिल स्कोर ही नहीं बल्कि साथ ही साथ आपकी इनकम जैसी अन्य बातों को भी देखती हैं।

यदि आपका क्रेडिट स्कोर कम है तो और फिर भी आप लोन लेना चाहते है तो आप कुछ कागज़ात दिखा कर लोन प्राप्त कर सकते हैं।आप अपने वेतन, सालाना बोनस या अन्य अतिरिक्त इनकम स्रोतों में बढ़ोतरी के प्रमाण के साथ बैंक स्टेटमेंट दे सकते हैं और ये साबित कर सकते हैं कि आप लोन चुकाने के लिए पूरी तरह से सक्षम हैं।

अगर आपके पास ऐसा कुछ नहीं है तो भी कई बैंक और अन्य संस्‍थाएं हैं जो कम सिबील स्कोर के साथ भी लोन मुहाया कराती हैं। लेकिन ऐसे में लोगों को ज्यादा ब्‍याज दरे भरने पड़ती हैं। कई बार क्रेडिट स्‍कोर कम होने से आपकी क्रेडिबिलिटी पर असर जरूर पड़ता है।

दूसरी सबसे बड़ी गलतफहमी यह है कि अगर आप अपना क्रेडिट स्कोर चैक करते है तो उससे आपका नुकसान होता हैं। यह गलतफहमी लोगों में ‘हार्ड इंक्वायरी’ और ‘सॉफ्ट इंक्वायरी’ के बीच अंतर नहीं समझ पाने से होती है। अपने क्रेडिट स्कोर की समीक्षा करना एक सॉफ्ट इंक्वायरी है जिसका आपके क्रेडिट स्कोर पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है।

इसके विपरीत, जब लेनदार ऋण या क्रेडिट कार्ड एप्रूवल के लिए आपकी क्रेडिट रिपोर्ट का मूल्यांकन करते हैं तो वह कड़ी पूछताछ होती है जो आपके स्कोर को कुछ हद तक प्रभावित करती है. इसलिए लोगों को सलाह दी जाती है कि वह समय समय पर अपने क्रेडिट स्कोर की सटीकता को सत्यापित करते रहे। जिससे किसी भी संभावित समस्या की पहचान तुरंत ही जाए।

क्रेडिट कार्ड उपयोग करने वालों में से बहुत से लोग ऐसा मानते हैं कि जो क्रेडिट कार्ड उपयोग में नहीं है उसे बंद कर देने से क्रेडिट स्कोर में बढ़ोतरी होती है। वास्तव में ऐसा कुछ नहीं होता बल्कि इसका विपरीत प्रभाव देखने को मिलता है। आपका क्रेडिट उपयोग अनुपात जो आपके लिए उपलब्ध क्रेडिट की तुलना में आपके द्वारा उपयोग किया जा रहे क्रेडिट की मात्रा है वह आपका क्रेडिट स्कोर निर्धारित करने में बड़ी भूमिका निभाता है, और क्रेडिट कार्ड बंद करने से क्रेडिट उपयोग अनुपात बढ़ जाता है जिससे संभावित रूप से आपका क्रेडिट स्कोर कम हो जाता है। इसलिए लोगों के लिए यह बेहतर होता है कि वह अपना क्रेडिट कार्ड चालू रखें, खासकर उस स्थिति में अगर आपका क्रेडिट हिस्ट्री बहुत लंबा है और आपको कोई वार्षिक शुल्क नहीं लगता है।

कुछ लोगों का ऐसा मानना होता है कि डेबिट कार्ड के उपयोग से आपका क्रेडिट स्कोर बढ़ता है। परंतु क्रेडिट कार्ड स्कोर डेबिट कार्ड के उपयोग पर जरा सा भी प्रभाव नहीं डालता। क्योंकि आपके डेबिट कार्ड स्कोर की लेनदेन की कोई भी रिपोर्ट क्रेडिट कार्ड ब्यूरो को नहीं दी जाती है। क्रेडिट कार्ड स्कोर आपके क्रेडिट कार्ड के उपयोग लोन आदि पर निर्भर करता है। एक अच्छा क्रेडिट स्कोर बनाने के लिए अपना क्रेडिट कार्ड जिम्मेदारी से इस्तेमाल करना चाहिए।

एक अच्छा क्रेडिट स्कोर मेंटेन करने के लिए समय पर कर चुकाना जरूरी है लेकिन यह आपके कर्ज लेने की हिस्ट्री को नहीं मिटा देती। अक्सर लोग ऐसा सोचते हैं कि अगर वह समय से अपना ऋण चुका देते हैं तो उनकी लोन हिस्ट्री हटा दी जाती है। आपकी लोन लेने और उसे चुकाने की पूरी जानकारी क्रेडिट रिपोर्ट में कुछ सालों तक बनी रहती है। जैसे सेटल अकाउंट में करीब 7 सालों तक आपकी हिस्ट्री दाखिल रहती है। यह लोन प्रोवाइडर को आपकी साक आकलन करने में मदद करता है।

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LPG से क्रेडिट कार्ड तक,आज से देश में लागू हुए ये 5 बड़े बदलाव https://ekolkata24.com/offbeat-news/lpg-%e0%a4%b8%e0%a5%87-%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%87%e0%a4%a1%e0%a4%bf%e0%a4%9f-%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%a1-%e0%a4%a4%e0%a4%95%e0%a4%86%e0%a4%9c-%e0%a4%b8%e0%a5%87-%e0%a4%a6 Sat, 01 Jun 2024 06:55:31 +0000 https://ekolkata24.com/?p=47813 नई दिल्ली : आज से जून महीने की शुरुआत हो गई है और पहली तारीख से ही देश में कई बड़े बदलाव  लागू हो रहे हैं। ये सीधे आपकी जेब और रसोई के बजट पर असर डालने वाले हैं। इनमें एलपीजी सिलेंडर की कीमत से लेकर क्रेडिट कार्ड के नियम तक शामिल हैं।

ऑयल मार्केटिंग कंपनिया हर महीने की पहली तारीख को एलपीजी सिलेंडर की कीमतों  में बदलाव करती हैं
और आज 1 जून 2024 को सुबह छह बजे संशोधित दाम जारी कर दिए गए हैं। IOCL की वेबसाइट के मुताबिक, लगातार तीसरे महीने एलपीजी की कीमतों में कटौती की गई है। 19 किलोग्राम वाले कॉमर्शियल गैस सिलेंडर की कीमतों में 72 रुपये तक की कटौती की गई है। हालांकि, इस बार भी 14 किलोग्राम वाले घरेलू गैस सिलेंडर की
कीमत में कोई चेंज देखने को नहीं मिला है।

ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण की वोटिंग शुरू होने से पहले सुबह छह बजे कंपनियों ने एलपीजी उपभोक्ताओं को बड़ा तोहफा दिया है। ताजा बदलाव के बाद 19 किलो का कॉमर्शियल गैस सिलेंडर 1 जून से दिल्ली में 69.50 रुपये, कोलकाता में 72 रुपये, मुंबई में 69.50 रुपये और चेन्नई में 70.50 रुपये तक सस्ता हो गया है. IOCL की वेबसाइट के मुताबिक, देश के ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने Commercial LPG Cylinder की कीमतों में कटौती का फैसला लेने के साथ ही हवाई ईंधन यानी एयर टर्बाइन फ्यूल  के दाम में भी बदलाव किया है और ये आपकी हवाई यात्रा पर असर डालने वाले साबित हो सकते हैं।

दरअसल, IOCL के मुताबिक, दिल्ली में एटीएफ के दाम 1,01,643.88 रुपये प्रति किलोलीटर से कम होकर 94,969.01 रुपये प्रति किलोलीटर कर दिए गए हैं। इसके अलावा कोलकाता में इसकी कीमत 1,10,583.13 रुपये प्रति किलोलीटर से कम होकर 1,03,715 रुपये प्रति किलोलीटर, मुंबई में 95,173.70 रुपये प्रति किलोलीटर से घटकर 88,834.27 रुपये प्रति किलोलीटर और चेन्नई में 1,09,898.61 रुपये प्रति किलोलीटर से कम होकर 98,557.14 रुपये कर हो गई है।

1 जून से तीसरा बड़ा चेंज क्रेडिट कार्ड यूजर्स के लिए किया गया है। देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक एसबीआई ने क्रेडिट कार्ड को लेकर नियमों में बदलाव लागू किया है. अगर आपके पास भी ये क्रेटिड कार्ड है, तो ये जानकारी आपके लिए खास है। पहली तारीख से SBI Credit Card का जो नियम बदल गया है, वह ये है कि एसबीआई के कुछ क्रेडिट कार्ड के लिए सरकार से संबंधित ट्रांजैक्शन पर रिवॉर्ड पॉइंट लागू नहीं होंगे।

इनमें स्टेट बैंक के ऑरम (AURUM), एसबीआई कार्ड एलिट (SBI Card ELITE), एसबीआई कार्ड एलिट एडवांटेज (SBI Card ELITE Advantage) और एबीआई कार्ड पल्स (SBI Card Pulse), सिम्पलीक्लिक एसबीआई कार्ड (SimplyCLICK SBI Card), सिम्पलीक्लिक एडवांटेज एसबीआई कार्ड (SimplyCLICK Advantage SBI Card) और एसबीआई कार्ड प्राइम (SBI CardPRIME) समेत अन्य शामिल हैं।

जून महीने की पहली तारीख से होने वाले बड़े बदलावों में चौथा आपके ड्राइविंग लाइसेंस से जुड़ा हुआ है। दरअसल, आज से प्राइवेट इंस्टीट्यूट (ड्राइविंग स्कूल) में भी ड्राइविंग टेस्ट हो सकेंगे, अभी तक ये टेस्ट सिर्फ RTO की तरफ से जारी सरकारी सेंटर में ही होते थे। अब प्राइवेट इंस्टिट्यूट में भी लाइसेंस के लिए आवेदन करने वाले लोगों का ड्राइविंग टेस्ट होगा और उन्हें लाइसेंस जारी कर दिया जाएगा। हालांकि, इस बात का ध्यान रहे कि यह टेस्ट प्रक्रिया केवल उन प्राइवेट इंस्टिट्यूट में होगा जिन्हें RTO की तरफ से मान्यता दी जाएगी। इसके साथ ही 18 साल से कम उम्र का नाबालिग गाड़ी चलाता हुआ पाया जाता है, तो फिर उस पर 25000 रुपये का जुर्माना तो लगेगा ही, बल्कि 25 साल तक लाइसेंस भी इश्यू नहीं किया जाएगा।

जून की 14 तारीख से लागू होगा।दरअसल, यूआईडीएआई (UIDAI) ने आधार कार्ड (Aadhaar Card) को फ्री में अपडेट करने की डेडलाइन को बढ़ाकर 14 जून कर दिया था और इसे कई बार आगे बढ़ाया जा चुका है, ऐसे में अब इसके और बढ़ाए जाने की संभावना कम है। ऐसे में इसे फ्री में अपडेट कराने के लिए आधार कार्ड होल्डर्स के पास कुछ ही दिन का समय बचा है। इसके बाद आधार केंद्र में जाकर अपडेट करवाने पर 50 रुपये प्रति अपडेट चार्ज देना होगा।

 

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গ্রাহকদের সুরক্ষা বাড়াতে বদলাচ্ছে Debit-credit card ব্যবহারের নিয়ম https://ekolkata24.com/business/debit-credit-card-rules-are-changing-to-increase-customer-protection Thu, 16 Dec 2021 17:08:29 +0000 https://ekolkata24.com/?p=15171 নিউজ ডেস্ক, মুম্বই: বর্তমানে বহু মানুষই অনলাইনে কার্ডের মাধ্যমে কেনাকাটায় অভ্যস্ত হয়ে উঠেছেন। আগামী বছরের শুরু থেকেই ডেবিট ও ক্রেডিট কার্ড (Debit-credit card) ব্যবহারের নিয়ম বেশকিছু রদবদল আসছে।

বর্তমানে যে সমস্ত গ্রাহক নিয়মিত কোনও সংস্থা থেকে কার্ডের মাধ্যমে কেনাকাটা করেন তাঁদের কার্ড সংক্রান্ত তথ্য ওই সংস্থার কাছে মজুত থাকে। অত্যন্ত গোপনীয়তা ও সুরক্ষার সঙ্গেই কার্ডের বিস্তারিত তথ্য মজুত রাখা হয়। কিন্তু ২০২২ সালের জানুয়ারি (January) থেকে কোনও সংস্থাই আর গ্রাহকের কার্ডের বিবরণ নিজেদের কাছে সংরক্ষণ করতে পারবে না।

নতুন পদ্ধতি চালু হলে গ্রাহককেও ডেবিট বা ক্রেডিট কার্ডের ১৬ অঙ্কের সংখ্যা মনে রাখতে হবে না। কেনাকাটার সময় কার্ডের নম্বর থেকে সিভিভি (cvd card) কার্ডের তথ্য দিতে হবে না। তার বদলে একটি টোকেন নম্বর (token number ) দিতে হবে। ওই টোকেন নম্বর দিয়েই মেটানো যাবে টাকা। নতুন ব্যবস্থা চালু হলে কোনও গ্রাহকের ব্যক্তিগত তথ্য চুরির ভয়ও একেবারেই থাকবে না।

২০২২- এর ১ জানুয়ারি থেকে এই নিয়ম চালু হয়ে গেলে কোন সংস্থা আর গ্রাহকদের কার্ডের নম্বর বা কোনও ব্যক্তিগত বিবরণ নিজেদের কাছে সংরক্ষিত রাখতে পারবে না। সাধারণত কেনাকাটা আরও সহজ ও দ্রুত করতে বিভিন্ন সংস্থা গ্রাহকদের কার্ডের বিস্তারিত বিবরণ নিজেদের কাছে সংরক্ষিত রাখে। এর ফলে সহজেই এবং দ্রুত গ্রাহকরা কেনাকাটার পর জিনিসের দাম মেটাতে পারেন। যদিও এর ফলে তথ্য চুরির একটা সম্ভাবনা থাকে। কিন্তু রিজার্ভ ব্যাঙ্ক অফ ইন্ডিয়ার নতুন নির্দেশে আর কোনও সংস্থাই গ্রাহকদের কার্ডের বিবরণ সংরক্ষিত রাখতে পারবে না। পরিবর্তে চালু হচ্ছে টোকেন ব্যবস্থা।

আরবিআই জানিয়েছে, কেনাকাটার সময় গ্রাহক তাঁর ডেবিট বা ক্রেডিট কার্ডের বিস্তারিত তথ্য দেওয়ার পরিবর্তে একটি বিকল্প টোকেন নম্বর দেবেন। সংশ্লিষ্ট ব্যাংকের পক্ষ থেকে গ্রাহকদের সেই টোকেন নম্বর দেওয়া হবে। প্রতিটি কার্ডের বিকল্প হিসেবে দেওয়া হবে আলাদা আলাদা টোকেন। যা দিয়ে আগের থেকেও সহজেই কেনাকাটা করতে পারবেন যে কোনও ব্যক্তি। কিন্তু কোনও সংস্থাই আর গ্রাহকের টোকেন নম্বরটি সংরক্ষণ করতে পারবেন না। আরবিআই জানিয়েছে, আগামী বছরের ১ জানুয়ারি থেকে কার্ড প্রদানকারী এবং কার্ড ব্যবহারকারী ছাড়া লেনদেনের সঙ্গে যুক্ত তৃতীয় কোনও সংস্থাই কার্ডের তথ্য আর নিজেদের কাছে সংরক্ষণ করতে পারবে না। যে সব সংস্থার কাছে আগে থেকে তথ্য সংরক্ষিত আছে তাদের যাবতীয় তথ্য জানুয়ারির আগেই মুছে ফেলতে হবে।

গ্রাহকরা কিভাবে এই টোকেন পাবেন সেটা সকলেই জানতে চান। এক্ষেত্রে রিজার্ভ ব্যাংক যে নির্দেশ দিয়েছে তাতে বলা হয়েছে, গ্রাহকরা কার্ড প্রদানকারী সংস্থা বা ব্যাংকের কাছে টোকেনের জন্য অনলাইনে অনুরোধ পাঠাতে পারবেন। টোকেনের মাধ্যমে কেনাকাটার বাকি নিয়ম অবশ্য আগের মতই থাকবে।

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