ECI – Ekolkata24: Latest Hindi News Updates from Kolkata – Breaking Stories and More https://ekolkata24.com Stay updated with Ekolkata24 for the latest Hindi news, headlines, and Khabar from Kolkata, West Bengal, India, and the world. Trusted source for comprehensive updates Fri, 31 May 2024 10:53:28 +0000 en-US hourly 1 https://ekolkata24.com/wp-content/uploads/2024/03/cropped-ekolkata24-32x32.png ECI – Ekolkata24: Latest Hindi News Updates from Kolkata – Breaking Stories and More https://ekolkata24.com 32 32 पश्चिम बंगाल लोकसभा चुनाव में 112 दागी उम्मीदवार https://ekolkata24.com/top-story/112-tainted-candidates-in-west-bengal-lok-sabha-elections Fri, 31 May 2024 10:53:28 +0000 https://ekolkata24.com/?p=47787 कोलकाता : पश्चिम बंगाल की 42 लोकसभा सीटों पर सौ से अधिक दागी उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। राज्य की सभी लोकसभा सीटों पर कुल 507 उम्मीदवारों में से 112 के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। इन्होंने खुद ही अपने हलफनामें में यह जानकारी दी है। पश्चिम बंगाल इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म (एडीआर) द्वारा किए गए अध्ययन में खुलासा हुआ है कि दागी 112 उम्मीदवारों में 97 पुरुष और 15 महिला हैं और इनमें से भी 92 के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं।

अध्ययन में कहा गया है, “बैरकपुर से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार अर्जुन सिंह इस सूची में शीर्ष पर हैं, जिनके खिलाफ सबसे अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं।” सिंह के खिलाफ कुल 93 मामले दर्ज हैं, जबकि दूसरे स्थान पर बर्धवान-दुर्गापुर लोकसभा सीट से भाजपा के ही उम्मीदवार दिलीप घोष हैं, जिनके खिलाफ 27 मामले दर्ज हैं। इसके अलावा बनगांव से पार्टी उम्मीदवार शांतनु ठाकुर के खिलाफ 23, हुगली से उम्मीदवार लॉकेट चटर्जी के खिलाफ 22 और बालुरघाट से भाजपा उम्मीदवार एवं पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार के खिलाफ 16 मामले दर्ज हैं।

तृणमूल कांग्रेस के 42 उम्मीदवारों में से 11 के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं, जबकि माकपा और कांग्रेस के क्रमशः नौ और तीन उम्मीदवार दागी हैं। विश्लेषण के मुताबिक 211 उम्मीदवारों ने पांचवी से 12वीं कक्षा तक की, जबकि 271 उम्मीदवारों ने स्नातक या इससे अधिक पढ़ाई की है। हलफनामों के विश्लेषण के मुताबिक 507 उम्मीदवारों में से 128 उम्मीदवारों ने अपनी संपत्ति एक करोड़ रुपये से अधिक घोषित की है।

पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के सबसे अधिक 35 करोड़पति उम्मीदवार हैं। इसके बाद भाजपा का स्थान है जिसने 29 करोड़पति उम्मीदवार उतारे हैं। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के 11, कांग्रेस के 10 और एसयूसीआई (सी) के तीन उम्मीदवारों ने भी अपनी संपत्ति एक करोड़ रुपये से अधिक बताई है। इनके अलावा 17 निर्दलीय और 23 अन्य उम्मीदवारों ने भी अपनी संपत्ति एक करोड़ रुपये से अधिक बताई है।

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चुनाव के अंतिम चरण में कई हेवीवेट नेताओं की किस्मत दांव पर https://ekolkata24.com/top-story/final-phase-of-the-election Fri, 31 May 2024 10:04:17 +0000 https://ekolkata24.com/?p=47782 कोलकाता: पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव के तहत मतदान प्रक्रिया जब अंतिम चरण में है. एक जून को सातवां व अंतिम चरण का मतदान होने वाला है। इसी दिन राज्य की नो सीटों के लिए भी मतदान होगा. अंतिम चरण के मतदान में कई हेवीवेट नेता चुनावी मैदान में हैं, जिनकी किस्मत दांव पर लगी हुई है। अंतिम चरण में कोलकाता, उत्तर 24 परगना व दक्षिण 24 परगना जिले की कुल नौ सीटों के लिए मतदान होगा।

इनमें दमदम, बारासात, बशीरहाट, जयनगर, मथुरापुर, डायमंड हार्बर, जादवपुर, कोलकाता दक्षिण व कोलकाता उत्तर लोकसभा सीटें शामिल हैं। इन नो सीटों पर करीब एक दर्जन से अधिक हेवीवेट नेताओं के भविष्य का फैसला होगा।डायमंड हार्बर सीट से तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार अभिषेक बनर्जी के साथ-साथ दमदम से तृणमूल प्रत्याशी सौगत राय, भाजपा उम्मीदवार शीलभद्र दत्ता और माकपा उम्मीदवार सुजन चक्रवर्ती मैदान में हैं।

बारासात से तृणमूल प्रार्थी डॉ. काकोली घोष दस्तीदार, बशीरहाट से भाजपा प्रत्याशी रेखा पात्रा व तृणमूल उम्मीदवार हाजी नजरुल इस्लाम, जादवपुर से तृणमूल उम्मीदवार सायनी घोष व भाजपा के डॉ. अनिर्वान गांगुली और माकपा प्रार्थी सृजन भट्टाचार्य, दक्षिण कोलकाता से तृणमूल प्रार्थी माला राय, भाजपा प्रत्याशी देबश्री चौधरी और कांग्रेस समर्थित माकपा उम्मीदवार सायरा शाह हलीम, कोलकाता उत्तर सीट से तृणमूल प्रत्याशी सुदीप बंद्योपाध्याय व भाजपा उम्मीदवार तापस राय की किस्मत का फैसला होना है।

गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव के दौरान पार्टियों ने चुनाव प्रचार में पूरा जोर लगाया थाय़ अब इन नेताओं की किस्मत का फैसला जनता के हाथ में है। कोलकाता में लोकसभा चुनाव को लेकर सुरक्षा काफी बढ़ा दी गई है।

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जिन मतदान केंद्रों पर वेब कास्टिंग नहीं, वहां वोट नहीं, चुनाव आयोग का निर्देश https://ekolkata24.com/top-story/no-webcasting-no-votes Fri, 31 May 2024 06:53:21 +0000 https://ekolkata24.com/?p=47750 कोलकाता: चुनाव आयोग ने सातवें और आखिरी दौर की वोटिंग में वेबकास्टिंग पर जोर दिया है। आयोग सूत्रों के मुताबिक, शनिवार को बूथ में वेबकास्टिंग कैमरे बंद होने पर मतदान रोकने को कहा गया है।
पीठासीन अधिकारी को यह सुनिश्चित करना होगा कि मतदान के दौरान कैमरे चालू रहे। आयोग ने यह भी कहा कि कोई भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यदि किसी कारण से वेबकास्टिंग बंद हो जाती है तो संबंधित पीठासीन अधिकारी को उचित जवाब देना होगा।

आयोग सूत्रों के मुताबिक, अगर पीठासीन अधिकारी का जवाब संतोषजनक नहीं रहा तो उन्हें तत्काल हटा दिया जाएगा। यहां तक कहा गया है कि अगर इसके पीछे कोई लापरवाही सामने आती है तो पीठासीन अधिकारी के
खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू करने को कहा गया है। आयोग ने यह भी कहा कि सौ फीसदी बूथों पर वेबकास्टिंग होगी। हालांकि, कुछ स्थानों पर वेबकास्टिंग संभव नहीं है। आयोग की भाषा में इसे “छाया क्षेत्र” कहा जाता है। उन सभी जगहों पर मोबाइल नेटवर्क उपलब्ध नहीं है या बहुत कमज़ोर है। इसलिए अच्छी तस्वीरें नहीं आ पातीं।

आयोग ने दक्षिण 24 परगना के गोसाबा सहित उन सभी बूथों पर पहले ही मतदान कर्मियों और सुरक्षा गार्डों को भेज दिया है, जहां संचार प्रणाली विकसित नहीं है और बूथ तक पहुंचने के लिए नदी पार करनी पड़ती है। लाइव जैकेट उपलब्ध कराया गया है।

सातवें चरण में राज्य की नौ लोकसभा सीटों पर मतदान होना है। कुल 17 हजार 470 बूथों पर वोटिंग होगी। इनमें से तीन हजार 748 संवेदनशील हैं। आयोग के मुताबिक सातवें दौर में राज्य में केंद्रीय बलों की 967 कंपनियां
तैनात की जा रही हैं। राज्य पुलिस के 33 हजार 292 जवान भी तैनात हैं। सातवें चरण में पुलिस पर्यवेक्षकों की संख्या पांच है। सामान्य पर्यवेक्षकों की संख्या 10 है। लागत पर्यवेक्षकों की संख्या 11 है। 16 मार्च से गुरुवार तक आयोग को 40 हजार 462 शिकायतें सौंपी गई हैं। आयोग ने 35 हजार 986 शिकायतों पर कार्रवाई की है।

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शाम 5 तक 57 फीसदी मतदान, पश्चिम बंगाल 77.99% के साथ सबसे आगे https://ekolkata24.com/top-story/%e0%a4%b6%e0%a4%be%e0%a4%ae-5-%e0%a4%a4%e0%a4%95-57-%e0%a4%ab%e0%a5%80%e0%a4%b8%e0%a4%a6%e0%a5%80-%e0%a4%ae%e0%a4%a4%e0%a4%a6%e0%a4%be%e0%a4%a8-%e0%a4%aa%e0%a4%b6%e0%a5%8d%e0%a4%9a%e0%a4%bf%e0%a4%ae Sat, 25 May 2024 13:12:23 +0000 https://ekolkata24.com/?p=47553 कोलकाता : छह राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों के 58 लोकसभा सीटों पर सुबह सात बजे वोटिंग शुरू हो चुकी है। पोलिंग बूथ पर सुबह से ही मतदाताओं की लंबी कतारें हैं। तपती गर्मी के कारण सुबह-सुबह वोट डालने की होर मची हुई। आज जिन 59 सीटों पर वोट डाले गए हैं उनमें दिल्ली की सभी 7 सीटें भी शामिल हैं। इसके अलाव,उत्तर प्रदेश की 14, हरियाणा की 10, बिहार और पश्चिम बंगाल की 8-8 सीटों पर भी मतदान हुए हैं।

छठे चरण में ओडिशा की 6 सीटों, झारखंड की 4 सीटों और जम्मू-कश्मीर में एक सीट पर लोग अपने मताधिकार का प्रयोग किया। इस चरण में कुल 11.13 करोड़ मतदाता 889 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला किया।

दिल्ली की सात लोकसभा सीटों पर शनिवार को 1.52 करोड़ से अधिक मतदाता 13637 बूथ पर अपनी पसंद का सांसद चुनने के लिए मतदान कर रहे हैं। शुक्रवार को राजधानी के अलग-अलग हिस्सों से पोलिंग पार्टियां बूथों के लिए रवाना हुईं। एक लाख तीन हजार से ज्यादा कर्मचारियों को मतदान कार्य में लगाया है। भीषण गर्मी चुनौती भीषण गर्मी के कारण चुनाव आयोग के सामने वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव के मुकाबले मतदान प्रतिशत बढ़ाने की भी चुनौती रहेगी। 12 मई 2019 को हुए बीते लोकसभा चुनाव में दिल्ली में 60.52 प्रतिशत मतदान हुआ था। उस दिन अधिकतम पारा 39 डिग्री सेल्सियस रहा था। सीट वार बात करें तो नई दिल्ली सीट पर सबसे कम 56.87 फीसदी मतदान हुआ था।

चुनाव आयोग ने शाम 5 बजे तक के वोटिंग के प्रतिशत जारी कर दिये हैं। पश्चिम बंगाल सुबह से ही बढ़त बनाए हुए है कुछ जगहों पर हिंसा की खबरों के बीच वहां पर सबसे ज्यादा 77.99 फीसदी वोटिंग हुई। जम्मू कश्मीर में सबसे कम 51.35 फीसदी मतदान हुआ है। कुल मिलाकर 58 सीटों पर हो रहे चुनावों में शाम 5 बजे तक 57.70 फीसदी वोटिंग हुई है।

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घर बैठे मतदान कराये जाने से वृद्ध और दिव्यांग मतदाता है खुश, आयोग के पहल की सराहना की https://ekolkata24.com/top-story/disabled-voters-are-happy-with-voting-being-conducted-at-home Thu, 23 May 2024 07:12:16 +0000 https://ekolkata24.com/?p=47454 कोलकाता : बशीरहाट लोकसभा सीट पर सातवें चरण यानी आखिरी चरण का चुनाव 1 जून को होगा। जिसे ध्यान में रखते हुए चुनाव आयोग अधिकारी बुजुर्ग लोगों के घर पहुंच कर मतदान करवा रहे है। कई जगहों पर वृद्ध और दिव्यांग मतदाताओं से घर बैठे मतदान कराया गया।

इस दौरान सुरक्षा के बीच मतदान कर्मी घर-घर पहुंचे और दर्जनों वृद्ध एवं दिव्यांग मतदाताओं को पोस्टल वैलेट के माध्यम से मतदान कराया गया। इससे लोगों के चेहरे पर काफी खुशी देखने को मिली।

मतदाताओं का कहना है कि अधिक आयु होने एवं शरीर से लाचार होने के कारण उन्हें बूथ पर जाने के लिए अपने परिवार के सदस्यों पर आश्रित रहना पड़ता था. साथ ही उन्हें आने-जाने में काफी कठिनाईयों का सामना भी करना पड़ता था, लेकिन चुनाव आयोग के इस पहल से उन्हें परेशानी से मुक्ति मिली है और वह घर बैठे मतदान कर पा रहे हैं.

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