Governor CV Ananda Bose – Ekolkata24: Latest Hindi News Updates from Kolkata – Breaking Stories and More https://ekolkata24.com Stay updated with Ekolkata24 for the latest Hindi news, headlines, and Khabar from Kolkata, West Bengal, India, and the world. Trusted source for comprehensive updates Sun, 24 Dec 2023 14:33:09 +0000 en-US hourly 1 https://ekolkata24.com/wp-content/uploads/2024/03/cropped-ekolkata24-32x32.png Governor CV Ananda Bose – Ekolkata24: Latest Hindi News Updates from Kolkata – Breaking Stories and More https://ekolkata24.com 32 32 राज्यपाल सी बी आंनद बोस ने कुलपति को हटाया https://ekolkata24.com/uncategorized/governor-cv-anand-bose-removed-the-vice-chancellor Sun, 24 Dec 2023 14:33:09 +0000 https://ekolkata24.com/?p=47004 पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस द्वारा हटाए जाने के 12 घंटे से भी कम समय में रविवार को बुद्धदेव साव को कोलकाता के प्रतिष्ठित जादवपुर विश्वविद्यालय (जेयू) के अंतरिम कुलपति के रूप में बहाल कर दिया है. साव को शनिवार शाम को हटा दिया गया था. लेक‍िन राज्य शिक्षा विभाग, जो राज्य विश्वविद्यालयों में राज्यपाल द्वारा नियुक्त अंतरिम कुलपतियों के खिलाफ है, साव को हटाने के कुछ घंटों के भीतर विशेष शक्तियों के साथ बहाल कर दिया.

तर्क यह है कि रविवार दोपहर को जेयू के दीक्षांत समारोह से ठीक एक शाम पहले साव को अंतरिम उप-कुलपत‍ि पद से हटाने के राज्यपाल के अचानक फैसले ने उस पारंपरिक समारोह के लिए भारी अनिश्चितता पैदा कर दी, क्योंकि कुलपति, अंतरिम या स्थायी, को अध्यक्षता करनी होती है. इस बीच, कोलकाता में राजभवन स्थित राज्यपाल का कार्यालय भी इस मामले पर चुप नहीं है. इसने एक अधिसूचना जारी कर दावा किया है कि साव के खिलाफ शिकायतों को लेकर जांच की जाएगी.

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तृणमूल सरकार राजभवन की जासूसी करवा रही है : सीवी आनंद बोस https://ekolkata24.com/uncategorized/trinamool-government-is-spying-on-raj-bhavan-cv-anand-bose Tue, 21 Nov 2023 13:09:18 +0000 https://ekolkata24.com/?p=46643 पश्चिम बंगाल के गवर्नर सीवी आनंद बोस ने राज्‍य सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उनका कहना है कि तृणमूल सरकार राजभवन की जासूसी करवा रही है. ममता बनर्जी की सरकार से टकराव में एक कदम और आगे बढ़ते हुए गवर्नर ने मंगलवार को दावा किया कि उनके पास कोलकाता स्थित गवर्नर हाउस में जासूसी के संबंध में विश्वसनीय जानकारी है. सीवी आनंद बोस ने कहा कि यह एक तथ्‍य है. मेरे पास इस संबंध में विश्‍वसनीय जानकारी है. संबंधित विभाग के समक्ष यह मुद्दा उठाया गया है. मैं उनके जवाब का इंतजार करूंगा.’ महीने की शुरुआत में, बोस ने रवींद्रनाथ टैगोर के नाम वाली नई पट्टिकाओं की स्थापना पर विश्वविद्यालय से रिपोर्ट मांगी थी. उन्होंने राजभवन के उत्तरी द्वार का नाम भी बदलकर गुरुदेव रवीन्द्रनाथ टैगोर गेट’ रख दिया. उन्‍होंने बताया कि संबंधित विभाग को इसके बारे में जनकारी दे दी गई है. पिछले राज्‍यपाल की तर्ज पर ही सीवी आनंद के भी मामता बनर्जी सरकार के साथ खटास भरे संबंध रहे हैं.

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शुभेदु ने अपमानजनक टिप्पणियों पर मंत्री को निष्कासित करने की मांग की https://ekolkata24.com/uncategorized/suvendu-adhikari-demands-expulsion-of-minister-over-derogatory-remarks Tue, 07 Nov 2023 10:28:23 +0000 https://ekolkata24.com/?p=46476 पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने सोमवार को राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस को पत्र लिखा, जिसमें उन्‍होंने राज्यपाल के बारे में अपमानजनक टिप्पणी करने के लिए एक मंत्री को राज्य मंत्रिमंडल से निष्कासित करने की मांग की।अधिकारी ने पत्र के साथ एक वीडियो क्लिप भी संलग्न किया है, जिसमें गिरि को हाल ही में पूर्वी मिदनापुर जिले में एक सार्वजनिक बैठक में राज्यपाल के बारे में अपमानजनक टिप्पणी करते देखा गया था।

पत्र में लिखा है कि इस बार आपको इस तरह की बदनामी में शामिल होने के लिए उक्त मंत्री के खिलाफ उचित कार्रवाई करने के लिए राज्य सरकार को एक मजबूत सिफारिश करनी चाहिए। उन्हें तुरंत निष्कासित किया जाना चाहिए, क्योंकि माननीय राष्ट्रपति और माननीय राज्यपाल पर कटाक्ष करने के बाद वह मंत्री के रूप में काम करने के लिए उपयुक्त नहीं हैं।

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राज्यपाल ने विधायकों की वेतन वृद्धि बिल को मंजूरी दे दी https://ekolkata24.com/uncategorized/governor-approves-salary-hike-bill-of-mlas Tue, 17 Oct 2023 11:55:19 +0000 https://ekolkata24.com/?p=46228 राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने विधायकों के वेतन वृद्धि बिल को मंजूरी दे दी है. राज्यपाल ने मंगलवार दोपहर राज्य द्वारा प्रस्तावित दो बिल पर हस्ताक्षर कर दिए हैं. एक दिन पहले विधायकों का वेतन बढ़ाने का बिल उनके हस्ताक्षर के बिना विधानसभा में पेश किया गया था. हालाँकि विधेयक पर बहस हुई और पारित किया गया, दोनों में से एक भी संभव नहीं था। दो बिलों में से एक था बंगाल विधान सभा (सदस्यों की परिलब्धियाँ) अधिनियम 1937। ये बिल विधायकों की सैलरी बढ़ाने के लिए है. दूसरा पश्चिम बंगाल वेतन और भत्ता अधिनियम 1952 है। ये बिल मंत्रियों की सैलरी बढ़ाने के लिए है.

मुख्यमंत्री ने पहले विधायकों के वेतन में बढ़ोतरी की घोषणा की थी. फिर दूसरी बार विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया गया. इरादा इस विधेयक को शीघ्रता से पेश और पारित कर लागू करने का था। लेकिन रविवार को जटिलताएं पैदा हो गईं. नगर मंत्री फिरहाद हकीम को राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने तलब किया। उनसे इस वेतन वृद्धि बिल के बारे में पूछा गया था. राज्यपाल ने कहा कि उनके सचिव को अधिक विस्तृत जानकारी देनी चाहिए. फिर वह बिल पर हस्ताक्षर करेंगे. इसी जटिलता के कारण राज्यपाल ने सोमवार से पहले विधेयक पर हस्ताक्षर नहीं किये. दोनों विधेयकों को रोकने में राज्यपाल की भूमिका की विभिन्न हलकों में आलोचना की गई है।

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71 कैदियों को रिहा करने के बोस के निर्णय पर सहमति व्यक्त की https://ekolkata24.com/uncategorized/agreed-to-boses-decision-to-release-71-prisoners Sat, 14 Oct 2023 13:06:29 +0000 https://ekolkata24.com/?p=46151 शुरुआती खींचतान के बाद कैदी रिहाई का मामला राज्य सरकार और राजभवन के बीच सुलझ गया. राजभवन ने शुक्रवार देर रात नवान्न को रिहा करने के प्रस्ताव पर सहमति जताई। पूजा से पहले राज्य सरकार ने राज्य की विभिन्न जेलों में बंद 71 लोगों को रिहा करने का फैसला किया. लेकिन राजभवन नवान्न की इच्छा के आड़े आ गया. शुक्रवार रात राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने राज्य के 71 कैदियों को रिहा करने के राज्य सरकार के प्रस्ताव पर सहमति जताई. इससे पहले कुलपति की नियुक्ति को लेकर राज्यपाल और नवान्न के बीच टकराव हुआ था. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद मुख्यमंत्री और राज्यपाल के बीच बैठक होने की संभावना है. नतीजा यह हुआ कि राजभवन और नवान्न के रिश्ते रसातल में चले गये. प्रशासन का मानना है कि इसमें काफी सुधार किया जा सकता है. यह भी माना जा रहा है कि इसमें काफी सुधार हुआ है।

इसके अलावा राज्य सरकार की शिकायत थी कि केंद्र सरकार ने राज्य के सौ दिनों के काम का बकाया रोक लिया है. इस मामले में भी राज्यपाल केंद्र और राज्य के बीच टकराव में मध्यस्थता कर रहे हैं. नतीजतन, नवान्ना और राज्यपाल के बीच तनावपूर्ण रिश्ते में काफी सुधार होता दिख रहा है. प्रशासनिक और राजनीतिक हलकों का मानना है कि कैदियों की रिहाई के राज्य सरकार के प्रस्ताव को राजभवन का समर्थन इस रिश्ते में सुधार का एक और कारण है।

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राज्यपाल ने सीएम को पत्र लिखकर वीसी की नियुक्ति चर्चा की मांग की है https://ekolkata24.com/uncategorized/governor-writes-letter-to-cm-mamata-demanding-discussion-on-appointment-of-vc Thu, 12 Oct 2023 14:14:26 +0000 https://ekolkata24.com/?p=46099 कुलपति नियुक्ति पर घमासान के बीच राज्यपाल का मुख्यमंत्री को संदेश. सीवी आनंद बोस का मुख्यमंत्री ने पत्र लिखकर सभी विश्वविद्यालयों के वीसी नियुक्ति पर चर्चा की मांग। संयोग से, मुख्यमंत्री को राज्यपाल का पत्र सुप्रीम कोर्ट के ‘कॉफी टेबल पर बैठो’ संदेश के बाद आया है। कुछ दिन पहले सुप्रीम कोर्ट ने अंतरिम कुलपति की नियुक्ति को लेकर चल रहे विवाद को सुलझाने का आदेश दिया था. एक तरफ जहां राज्यपाल से कहा गया था कि वह किसी को अंतरिम कुलपति नियुक्त न करें, वहीं सुप्रीम कोर्ट ने सलाह दी है राज्य का प्रशासनिक मुख्यमंत्री कॉफ़ी टेबल पर चर्चा।

देश की सर्वोच्च अदालत के संदेश के कुछ दिन बाद राज्यपाल ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजा. देखते हैं कि राज्यपाल की चिट्ठी पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ओर से क्या जवाब आता है. इस बात पर भी गौर किया जा रहा है कि क्या भविष्य में कुलपति की नियुक्ति को लेकर चल रहे टकराव को सुलझाने के लिए कोई बैठक आयोजित की जाती है या नहीं। कुलपति की नियुक्ति से जुड़े मामले की सुनवाई के दौरान राज्य सरकार के वकील ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने मामला लंबित रहते हुए भी 12 विश्वविद्यालयों के अंतरिम कुलपति की नियुक्ति कर दी है. ये सही नहीं है। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने नोटिस जारी कर इस मामले पर सीवी आनंद बोस का बयान मांगा.

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तृणमूल कांग्रेस का यह धरना नहीं बल्कि धंधा है: सुकांतो https://ekolkata24.com/uncategorized/bjp-bengal-chief-sukanta-majumder-on-tmc-dharna-outside-raj-bhavan Tue, 10 Oct 2023 15:03:16 +0000 https://ekolkata24.com/?p=46095 राज्यपाल के आश्वासन के बाद तृणमूल कांग्रेस ने राजभवन के सामने से अपने धरने को वापस ले लिया। इसपर प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने मंगलवार को तंज कसते हुए कहा कि तृणमूल कांग्रेस का यह धरना नहीं बल्कि धंधा है। मजूमदार ने पत्रकारों से कहा कि यह एक धंधा था, न कि धरना। अब क्योंकि घरना खत्म कर लिया गया है, तो धंधा भी बंद कर दिया जाएगा। बंगाल के लोग यह जानते हैं कि यह विरोध सिर्फ प्रवर्तन निदेशालय ईडी और सीबीआई जांच से ध्यान भटकाने के लिए था।

तृणमूल कांग्रेस के सांसद अभिषेक बनर्जी ने सोमवार को पश्चिम बंगाल के लिए मनरेगा और अन्य सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के लिए धन आवंटन पर केंद्र सरकार के खिलाफ अपना विरोध वापस ले लिया. अभिषेक बनर्जी ने कहा कि पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने 24 घंटे में हमारे सवालों का जवाब देने का वादा किया है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और अन्य वरिष्ठ नेताओं की सलाह के अनुसार हम विरोध वापस ले रहे हैं।

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राज्यपाल बोस ने केंद्रीय गृह मंत्री शाह से मुलाकात की https://ekolkata24.com/uncategorized/bengal-governor-cv-ananda-bose-meets-union-home-minister-amit-shah Tue, 10 Oct 2023 12:04:46 +0000 https://ekolkata24.com/?p=46077 पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने सोमवार रात दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की. वह मंगलवार सुबह करीब 11 बजे शाह से मिलने उनके दफ्तर गए। बोस वहां करीब एक घंटे तक रहे। दोपहर 12 बजे गृह मंत्री के साथ बंद कमरे में हुई बैठक के बाद राज्यपाल ने मीडिया के सामने कोई टिप्पणी नहीं की. सोमवार दोपहर राज्यपाल ने केंद्रीय अभाव के मुद्दे पर तृणमूल के अखिल भारतीय महासचिव अभिषेक बनर्जी के साथ बैठक की. इसके बाद वह शाम की फ्लाइट से राजधानी के लिए रवाना हो गये. वहीं अगली सुबह शाह के दफ्तर में उनके इंटरव्यू को लेकर राजनीतिक गलियारों में कई तरह की चर्चाएं शुरू हो गईं.

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क्या पुलिस ने दी थी धरना-प्रदर्शन की इजाजत: आनंद बोस https://ekolkata24.com/uncategorized/governor-cv-ananda-bose-questions-where-police-gave-permission-for-tmc-dharna-outside-raj-bhavan Mon, 09 Oct 2023 08:44:58 +0000 https://ekolkata24.com/?p=46060 तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी गुरुवार (5 अक्टूबर) शाम से राजभवन के सामने मैराथन धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं. पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस के अधिकारी ने रविवार को राज्य सरकार से स्पष्टीकरण मांगा कि पुलिस प्रशासन राजभवन के सामने सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के धरना-प्रदर्शन की अनुमति कैसे दे सकता है, जबकि परिसर के 150 मीटर क्षेत्र के दायरे में पूरे साल चौबीसों घंटे निषेधाज्ञा लागू रहती है. राज्यपाल कार्यालय से मुख्य सचिव एचके द्विवेदी को एक विज्ञप्ति भेजकर स्पष्टीकरण मांगा गया है. राज्यपाल सीवी आनंद बोस इस समय दर्जिलिंग में हैं. उन्होंने अपना दौरा बीच में छोड़कर रविवार को कोलकाता लौटने का फैसला किया, तृणमूल कांग्रेस के नेता अभिषेक बनर्जी ने दावा किया है कि जब तक राज्यपाल कोलकाता वापस आकर तृणमूल प्रतिनिधिमंडल से नहीं मिलते और मनरेगा जैसी विभिन्न केंद्र-प्रायोजित योजनाओं के तहत पश्चिम बंगाल को केंद्रीय बकाया देने में केंद्र सरकार की अनिच्छा के मुद्दे पर चर्चा नहीं करते, तब तक आंदोलन जारी रहेगा.

हालांकि राजभवन के सूत्रों ने राज्यपाल के रविवार (8 अक्टूबर) को शहर लौटने की पुष्टि की है, लेकिन अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि वह तृणमूल प्रतिनिधिमंडल से मिलेंगे या नहीं.मुख्य सचिव को भेजे गए पत्र में राज्यपाल कार्यालय ने तीन प्रश्नों पर स्पष्टीकरण मांगा है. पहला यह कि क्या कोलकाता पुलिस ने राजभवन के सामने अस्थायी मंच बनाकर धरना-प्रदर्शन करने की इजाजत दी थी?दूसरा सवाल, यदि शहर की पुलिस ने इसकी अनुमति दी थी तो यह किस कानूनी प्रावधान के तहत दी गयी थी? तीसरा सवाल, यदि उसने अनुमति नहीं दी थी तो पिछले तीन दिन से पुलिस की अनुमति के बिना धरना-प्रदर्शन किए जाने के मामले में नगर पुलिस ने क्या कार्रवाई की है?

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राजभवन राज्य के मुख्य सचिव को सख्त पत्र भेज रहा है https://ekolkata24.com/uncategorized/raj-bhavan-expected-to-send-strong-worded-letter-to-chief-secretary Sun, 08 Oct 2023 14:03:43 +0000 https://ekolkata24.com/?p=46044 144 धारा की अनदेखी अभिषेक धारणा कैसे?

सबसे पहले सवाल विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने उठाया था. शुवेंदु का वह सवाल राज्यपाल के मुंह में गूंजने वाला है. 144 धारा की अनदेखी कर राजभवन के सामने अभिषेक बनर्जी के धरने के बारे में क्या ख्याल है? राजभवन मुख्य सचिव को सख्त पत्र लिखकर सवाल उठाने जा रहा है.यह खबर राजभवन सूत्रों से मिली है.

अभिषेक के धरने के पहले दिन सुवेंदु अधिकारी ने ट्वीट कर सवाल उठाया कि राजभवन के 150 मीटर के दायरे में धारा 144 लागू की जाए. लेकिन तृणमूल के प्रतिनिधि न केवल मार्च करते हुए राजभवन तक पहुंच गए हैं, बल्कि वहां धरना भी दे रहे हैं.’ कलकत्ता में, राज्यपाल सीवी आनंद बोस स्वयं नवान्न को उसी प्रश्न से चुनौती दे सकते थे। सुनने में आ रहा है कि राजभवन की ओर से मुख्य सचिव को कड़ा पत्र लिखा जा रहा है. धारा 144 की अनदेखी कर अभिषेक को कैसे गिरफ्तार किया गया, इस सवाल को उठाने के अलावा, पत्र में दो अन्य मुद्दों पर प्रकाश डाला जाएगा।

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राज्यपाल सीवी आनंद मनरेगा से वंचित लोगों से मिलेंगे https://ekolkata24.com/uncategorized/governor-cv-ananda-bose-to-meet-mgnrega-scheme-holders Sun, 08 Oct 2023 13:09:57 +0000 https://ekolkata24.com/?p=46039 राज्यपाल सीवी आनंद उत्तर बंगाल से लौटने के बाद मनरेगा से वंचित लोगों से मुलाकात करेंगे .राज्यपाल का रविवार शाम तक कोलकाता लौटने की संभावनाएं हैं. राज्यपाल आनंद बोस ने कलिम्पोंग में पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि मैं वंचितों से बात करूंगा और सीधे उनकी शिकायतें सुनूंगा. साथ ही उन्होंने कहा कि मैं न केवल केंद्र सरकार बल्कि हर उस संबंधित पक्षों से बात करूंगा, जो मनरेगा से जुड़े हैं.

राज्यपाल ने मुख्य सचिव एचके द्विवेदी को पत्र लिखा, जिसमें उनसे पूछा गया कि क्या राजभवन के बाहर टीएमसी के धरना प्रदर्शन की अनुमति दी गई थी. बता दें दार्जिलिंग के दौरे पर गए राज्यपाल ने वहां तीन सदस्यीय टीएमसी प्रतिनिधिमंडल से शनिवार को मुलाकात की थी. इस दौरान राज्यपाल ने मनरेगा बकाए का मामला केंद्र के सामने उठाने का आश्वासन दिया. सूत्रों की माने तो राज्यपाल के रविवार शाम तक कोलकाता लौटने की संभावना है.

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राज्यपाल ने अभिषेक को भविष्य का नेता बताया: कल्याण https://ekolkata24.com/uncategorized/tmc-mp-kalyan-banerjee-after-meeting-governor-cv-ananda-bose Sat, 07 Oct 2023 14:20:45 +0000 https://ekolkata24.com/?p=46033 लंबी खींचतान के बाद आखिरकार राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने दार्जिलिंग राजभवन में तृणमूल प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की. शनिवार शाम को तृणमूल के तीन सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने दार्जिलिंग राजभवन में राज्यपाल से मुलाकात की. पार्टी में राज्य के पंचायत मंत्री प्रदीप मजूमदार, सांसद कल्याण बनर्जी और 1 अन्य महिला सांसद शामिल थीं.

कल्याण ने बैठक के बाद कहा कि राज्यपाल ने अभिषेक बनर्जी की तारीफ की है. उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि राज्य का दावा उचित था.इस दिन कल्याण ने कहा कि हमने राज्यपाल से कहा है कि हम शिष्टाचार मुलाकात के लिए आये हैं. राज्य के 21 लाख लोगों को 100 दिन काम करने के बाद भी पैसा नहीं मिला. हमारा मुख्य प्रतिनिधिमंडल अभिषेक बनर्जी के नेतृत्व में कोलकाता में है. 30 लोगों के उस समूह में पीड़ित भी शामिल हैं. वे आपसे मिलकर अपनी मांगें रखना चाहते हैं. वे आपको 50 लाख पत्र भी सौंपना चाहते हैं.’ कल्याणने दावा किया कि ‘राज्यपाल ने अभिषेक बनर्जी की तारीफ की है. उन्हें भविष्य का नेता बताया.

उन्होंने कहा, राज्यपाल ने हमसे कहा है कि वह जल्द ही कोलकाता लौटेंगे और तृणमूल प्रतिनिधियों से मिलेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि राज्य की मांगों को लेकर उन्होंने मुख्यमंत्री और पंचायत मंत्री से बात की है. वह उनके स्पष्टीकरण से संतुष्ट हैं। वह इस संबंध में केंद्र से आवश्यक अनुरोध करेंगे. हालांकि, बकाए के भुगतान में कोई राजनीतिक बाधा आने पर वह अपनी जिद पर अड़े हैं.इस मुलाकात को लेकर राज्यपाल की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.

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राज्यपाल नॉमिनेटेड हैं. हम चुने गए हैं. जमीन आसमान का अंतर : अभिषेक https://ekolkata24.com/uncategorized/abhhisek-banerjee-slams-governor-cv-ananda-bose-amid-sit-in-protest-outside-raj-bhavan Sat, 07 Oct 2023 08:10:50 +0000 https://ekolkata24.com/?p=46020 अभिषेक बनर्जी तब तक धरना जारी रखेंगे जब तक सीवी आनंद बोस कोलकाता लौटकर तृणमूल प्रतिनिधिमंडल से नहीं मिलेंगे. उन्होंने मंच से कहा कि राज्यपाल नॉमिनेटेड हैं. हम चुने गए हैं. जमीन आसमान का अंतर. तुम कहते हो घर मत घेरो. मैं किसके घर जाऊं, वह घर पर नहीं है. आवश्यकता पड़ने पर हम कुछ दार्जिलिंग भी भेज सकते हैं। उन्होंने शाम 5:30 बजे मिलने के लिए ईमेल किया. हम पद का सम्मान करते हैं, हम बंगाल का सम्मान करते हैं। चूंकि मैं बंगाल के अधिकारों के लिए लड़ रहा हूं, इसलिए मैं शनिवार 2-3 लोगों को भेजूंगा।अभिषेक बनर्जी ने राज्यपाल पर तंज कसते हुए कहा कि आपको 4 तारीख की रात को कोलकाता आना था. दिल्ली में कोई कार्यक्रम नहीं है. शायद आज सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतज़ार था? उसका चेहरा उतर गया.

सुप्रीम कोर्ट ने कुलपति की नियुक्ति का सुख छीन लिया. आप इतने सारे लोगों के आंसुओं को बर्दाश्त नहीं कर पाएंगे. मकान मालिकों को भी नहीं मिलेगा. शुक्रवार का सुप्रीम कोर्ट का फैसला पहला कदम है. बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को कहा कि जिन लोगों को अंतरिम कुलपति नियुक्त किया गया है, उन्हें कोई भत्ता या लाभ नहीं मिलेगा. इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट ने मुख्यमंत्री और आचार्य को ‘कॉफी टेबल’ पर बैठकर राज्य में कुलपति की नियुक्ति पर चर्चा करने की भी सलाह दी. सुप्रीम कोर्ट के मुताबिक मुकदमे के दौरान राज्यपाल कुलपति की नियुक्ति नहीं कर सकते. दरअसल, कुलपति नियुक्ति मामले में शुक्रवार को राज्यपाल पर गाज गिरी.

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রাজ্যপালের সফরের মাঝে ভাঙড়ে বোমা! https://ekolkata24.com/uncategorized/bombs-found-in-bhangar-prior-to-governor-cv-ananda-boses-visit-directly-from-airport Tue, 11 Jul 2023 04:48:06 +0000 https://ekolkata24.com/?p=43077 আজ মঙ্গলবার দিল্লি থেকে ফিরে রাজ্যপাল সি ভি আনন্দ বোস হিংসা নিয়ে কড়া বার্তা দেন। গতকাল তিনি রাষ্ট্রপতি দ্রৌপদী মুর্মু ও কেন্দ্রীয় স্বরাষ্ট্রমন্ত্রী অমিত শাহ-র সঙ্গে সাক্ষাৎ করেন। আজ কলকাতা ফিরে আসেন। আজ কলকাতায় ফিরেই গ্রাউন্ড জিরোয় রাজ্যপাল।

মঙ্গলবার কলকাতা বিমানবন্দর থেকে রাজ্যপাল সোজা ভাঙড়ের উদ্দেশ্যে রওনা দেন। সেখানি গিয়ে গণনা কেন্দ্র ঘুরে দেখলেন রাজ্যপাল সিভি আনন্দ বোস। ঘুরে দেখলেন ভাঙড় এলাকা। স্পর্শকাতর এলাকাগুলিতে ভোট গণনা কেন্দ্রে বিডিও-দের সঙ্গে কথা বলেন তিনি। গণনা শান্তিপূর্ণভাবে হচ্ছে কি না জানতে চান রাজ্যপাল। রাজ্যপাল বিজয়গঞ্জ বাজারের মাঠ, ঘটকপুকুর মোড়ে গিয়েছেন বলে খবর পাওয়া যাচ্ছে। 

রাজ্যপালের সফরের মাঝে ভাঙড়ে গতকাল রাতে উদ্ধার হয় বোমা। দক্ষিণ ২৪ পরগনা জেলার ভাঙরের কাশিপুর থানার পোলেরহাট ২ নম্বর গ্রাম পঞ্চায়েতের টোনা এলাকা। সেখানে শৌচালয়ের ঘরের ছাদের উপর বোমা পড়ে থাকতে দেখেন এলাকার বাসিন্দারা। দ্রুত খবর পৌঁছয় কাশিপুর থানায়। ঘটনাস্থলে পৌঁছয় কাশিপুর থানার পুলিশ। এর জেরে চাঞ্চল্য ছড়েয়েছে এলাকায়।

আজ কলকাতা ফিরে রাজ্যপাল সিভি আনন্দ বোস বলেন, “আজকে দস্যুরাই একদিন ত্রাতা হয়ে উঠতে পারে। যেভাবে রত্নাকর একদিন বাল্মিকী হয়ে উঠেছিলেন। রাজনৈতিক কন্ট্রোলরুম তৈরি করে দুষ্কৃতীদের নিয়ন্ত্রণ করা হচ্ছে। এদের বিরুদ্ধে কঠোর ব্যবস্থা নেওয়া হবে। যে হিংসা আজ হচ্ছে, তার ফল ভোগ করতে হবে বাংলার ভবিষ্যতকে। ভবিষ্যৎ প্রজন্মের জন্য বাংলাকে সুরক্ষিত করতে হবে।”

গতকাল তিনি দিল্লিতে মন্তব্য করেছিলেন, “অন্ধকারের পরেই ভোর আসে। সুড়ঙ্গের শেষে আলোর দেখা মিলবে। আজকের বৈঠক থেকে আমি যে বার্তা পেয়েছি তা হল, যদি শীত আসে, বসন্ত কি দূরে থাকতে পারে? আগামী দিনে ভাল হবে।’’

পঞ্চায়েতের মনোনয়ন জমা, নির্বাচন, পুনর্নির্বাচনকে ঘিরে উত্তপ্ত হয়ে উঠে গোটা রাজ্য। দিকে দিকে সন্ত্রাস এবং মৃত্যুমিছিল। ভোট পর্বে রাজ্য মৃতের সংখ্যা ৪১।

কড়া নিরাপত্তা ব্যবস্থার মধ্যে দিয়েই সকাল ৮ টায় শুরু হয়েছে ভোট গণনা। গণনাকেন্দ্রের ধারেকাছে জমায়েতের উপর নিষেধাজ্ঞা রয়েছে। প্রত্যেক কেন্দ্রে মোতায়েন করা হয়েছে এক কোম্পানি কেন্দ্রীয় বাহিনী।

প্রথমে হবে গ্রাম পঞ্চায়েতের গণনা, তারপর পঞ্চায়েত সমিতি এবং শেষে জেলাই পরিষদের। ৩৩৯ টি কেন্দ্রে গণনা চলছে।

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