हाल ही में, केरला ब्लास्टर्स ने चेन्नईयन एफसी को हराकर साउथ डर्बी जीत लिया था। उस जीत के बाद, अब टीम की नजरें अगली चुनौती पर हैं। आगामी गुरुवार को, केरला ब्लास्टर्स को कोच्चि के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में मैनलो मार्क्वेज की एफसी गोवा के खिलाफ मुकाबला करना है। इस मैच में केरला ब्लास्टर्स का लक्ष्य जीत की लय बनाए रखना है।
मिकेल स्टाहरे ने इस मैच से पहले मीडिया से बात करते हुए कहा, “मैं समझता हूँ कि यह हमारे लिए एक कठिन मैच होने वाला है। लेकिन हमारी टीम पूरी कोशिश करेगी कि वह मैच के दौरान अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करें। हम पिछली मैच की तरह इस मैच में भी तीनों अंक हासिल करने की कोशिश करेंगे। हालांकि, यह मैच सिर्फ हमारे लिए नहीं, एफसी गोवा के लिए भी कठिन होने वाला है।”
इस बीच, कोच स्टाहरे ने केरला ब्लास्टर्स की रक्षापंक्ति को लेकर भी चिंता जताई। हालांकि पिछले मैच में गोलकीपर सोम कुमार की कड़ी मेहनत के कारण टीम ने मुश्किल स्थिति से उबरने में सफलता पाई, लेकिन आगामी मैच में रक्षापंक्ति पर दबाव और बढ़ सकता है। इसलिए, मिकेल स्टाहरे मैच की शुरुआत में हर्मिपाम रुइवा और प्रीतम कोटल को सेंटर बैक के तौर पर उतारने का विचार कर सकते हैं।
एफसी गोवा के कोच मैनलो मार्क्वेज की टीम भी तैयार है और वह केरला ब्लास्टर्स के खिलाफ अपनी ताकत दिखाने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। वे आर्मांडो सादिकु और दिजोन ड्राजिच पर भरोसा करेंगे, जो टीम के आक्रमण की धुरी बनेंगे।
आईएसएल के प्वाइंट टेबल में उन्नति करने के लिए, गोवा के लिए यह मैच जीतना जरूरी है। वहीं, केरला ब्लास्टर्स भी घरेलू मैदान पर जीत हासिल करके टेबल में ऊपर चढ़ने का लक्ष्य रखेगा।
इस मैच से केवल दोनों टीमों के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे आईएसएल सीजन के लिए एक नई दिशा तय होगी। दोनों टीमों के बीच की कड़ी प्रतिस्पर्धा, रक्षापंक्ति का दबाव, और आक्रमण की ताकत इस मैच को और भी रोमांचक बना देगा।
अब देखना यह होगा कि कौन सी टीम अपने लक्ष्य में सफल होती है और इस मैच में तीन अंक हासिल करती है। केरला ब्लास्टर्स के लिए यह एक कठिन मुकाबला होगा, खासकर उनके घरेलू मैदान पर।
आईएसएल में अब तक नॉर्थईस्ट यूनाइटेड ने 9 मैचों में 15 पॉइंट्स हासिल किए हैं और पॉइंट टेबल में तीसरे स्थान पर है। अलाउद्दीन अजारेई ने टीम के लिए अहम योगदान दिया है। उन्होंने पहले मैच में निर्णायक गोल करने से लेकर अब तक टीम की सफलता में बड़ी भूमिका निभाई है।
29 नवंबर को कोलकाता के युबा भारती स्टेडियम में नॉर्थईस्ट यूनाइटेड का मुकाबला इमामी ईस्ट बंगाल से होगा। इस मैच में सभी की नजरें अलाउद्दीन अजारेई और जीथिन एमएस पर होंगी। ईस्ट बंगाल के मजबूत डिफेंस के सामने अलाउद्दीन का प्रदर्शन कैसा रहता है, यह देखने लायक होगा।
इस बीच, अलाउद्दीन अजारेई ने एक इंटरव्यू में आईएसएल और मोरक्को के फुटबॉल सिस्टम पर अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा, “आईएसएल भारतीय खिलाड़ियों के विकास के लिए एक बेहतरीन प्लेटफॉर्म है। यहां खिलाड़ियों को अपनी क्षमता दिखाने और अपनी स्किल्स को निखारने का भरपूर मौका मिलता है।”
उन्होंने आगे कहा, “भारत और मोरक्को की आर्थिक स्थिति में ज्यादा अंतर नहीं है। लेकिन मोरक्को में खिलाड़ियों को अपनी फुटबॉल स्किल्स को सुधारने का उतना मौका नहीं मिलता, जितना यहां। मैं इंडियन सुपर लीग की तुलना कतर और सऊदी अरब की फुटबॉल लीग से कर सकता हूं।”
अलाउद्दीन अजारेई ने यह भी कहा, “मैं यहां खेलने का आनंद ले रहा हूं। टीम, सपोर्ट स्टाफ और प्रशंसकों ने मुझे बेहतरीन तरीके से स्वागत किया है।”
नॉर्थईस्ट यूनाइटेड के शानदार प्रदर्शन और अलाउद्दीन जैसे खिलाड़ियों की सक्रिय भूमिका ने न सिर्फ टीम को मजबूत बनाया है, बल्कि पूरे आईएसएल की प्रतिस्पर्धा को भी बढ़ाया है।
]]>चेन्नईयन एफसी के खिलाफ तैयारी
हालांकि यह होम मैच है, लेकिन मजबूत चेन्नईयन एफसी को हराना आसान नहीं होगा। यह बात कोच जोस मोलिना भली-भांति जानते हैं। इसलिए वह पूरी टीम को रणनीतिक रूप से तैयार करने में जुटे हैं। दूसरी ओर, चेन्नईयन एफसी भी अपनी पिछली हार को भुलाकर मोहन बागान के खिलाफ बेहतरीन प्रदर्शन करना चाहेगी।
ग्रेग स्टीवर्ट की चोट और फिटनेस
हैदराबाद के खिलाफ मैच में खेलते समय स्कॉटिश फॉरवर्ड ग्रेग स्टीवर्ट को चोट लगी थी। शुरुआती तौर पर चोट मामूली लगी थी, लेकिन बाद में यह गंभीर हो गई। इस कारण स्टीवर्ट ओडिशा और जमशेदपुर के खिलाफ मैच में नहीं खेल सके। उनकी गैरमौजूदगी में मोहन बागान के अटैकिंग लाइन पर असर पड़ा।
हालांकि, मौजूदा स्थिति में स्टीवर्ट की फिटनेस में सुधार हो रहा है। टीम के मेडिकल स्टाफ के अनुसार, वह तेजी से ठीक हो रहे हैं। चेन्नईयन मैच से पहले कुछ दिन बाकी हैं, ऐसे में कोच और फिजियो उन्हें पूरी तरह फिट करने में जुटे हैं।
अटैकिंग लाइन में नई मजबूती
अगर ग्रेग स्टीवर्ट टीम में लौटते हैं, तो मोहन बागान का अटैकिंग लाइन और भी मजबूत होगा। पिछले दो मैचों में ऑस्ट्रेलियन स्टार डिमिट्री पेट्राटोस ने शुरुआत की, लेकिन उनका प्रदर्शन खास नहीं रहा। स्टीवर्ट की वापसी से टीम की रणनीति में बड़ा बदलाव हो सकता है।
चेन्नईयन की वापसी की कोशिश
साउथ डर्बी में हार के बाद चेन्नईयन एफसी इस मैच से वापसी करना चाहेगी। कोच ओवेन कोयल अपनी टीम को सही रणनीति में ढालने में व्यस्त हैं। मोहन बागान के खिलाफ मुकाबला आसान नहीं होगा, लेकिन चेन्नईयन इस चुनौती के लिए तैयार है।
चेन्नईयन एफसी के खिलाफ मैच में ग्रेग स्टीवर्ट के खेलने की संभावनाएं काफी मजबूत हैं। अगर वह मैदान पर लौटते हैं, तो मोहन बागान का अटैक और भी धारदार होगा। यह मैच दोनों टीमों के लिए अहम है। मोहन बागान शीर्ष स्थान बनाए रखना चाहेगा, जबकि चेन्नईयन एफसी अपनी खोई हुई लय हासिल करने के लिए हर संभव कोशिश करेगा।
]]>ওই টুইট পোস্ট হল,”
𝐀𝐍𝐍𝐎𝐔𝐍𝐂𝐄𝐌𝐄𝐍𝐓
আমরা 2021-22 হিরো ইন্ডিয়ান সুপার লিগের বাকি মরসুমের জন্য মারিও রিভেরাকে প্রধান কোচ হিসেবে নিয়োগের ঘোষণা দিতে চাই”।
ইতিপূর্বে, স্প্যানিয়ার্ড রিভেরা ইস্টবেঙ্গলকে আই-লিগের দুই মরসুমে দ্বিতীয় স্থান অর্জনের পথ দেখিয়েছিলেন। রিভেরা, একজন উয়েফা প্রো লাইসেন্সধারী, মাত্র সাত ম্যাচে দলকে দ্বিতীয় অবস্থানে নিয়ে গিয়েছিলেন বিগত আই লিগে ইস্টবেঙ্গলকে।
এসসি ইস্ট বেঙ্গলের সিইও কর্নেল শিবাজি সমাদ্দার বলেছেন,”তাকে আমাদের প্রধান কোচ হিসেবে নিয়োগ দিতে পেরে আমরা খুশি। মারিও আগে ইস্টবেঙ্গলের অংশ ছিল এবং ভারতীয় ফুটবলে তার অভিজ্ঞতা বাকি মরসুমে দলের জন্য উপকারী হবে”।
রিভেরা ইস্টবেঙ্গলের প্রাক্তন কোচ আলেহান্দ্রো মেনেন্দেজের সাথে ২০১৮-১৯ ফুটবল মরসুমে ৩২ টি গেমের জন্য ডেপুটি হিসাবে কাজ করেছেন। ওই অভিঞ্জতা থেকেই চলতি আইএসএলে মারিও রিভেরার নিযুক্তি হেডকোচ হিসেবে। রিভেরা আইএসএলে কোভিড-১৯ প্রটোকল অনুসারে বাধ্যতামূলক কোয়ারেন্টাইন সময়কালের মধ্য দিয়ে যাবেন এবং তার পরে দায়িত্ব নেবে। এই সময়কালে এসসি ইস্টবেঙ্গলের অন্তবর্তীকালীন হেডকোচ হিসেবে আগেই দায়িত্ব দেওয়া হয়েছে রেনেডি সিং’কে।
𝐀𝐍𝐍𝐎𝐔𝐍𝐂𝐄𝐌𝐄𝐍𝐓
We would like to announce the appointment of Mario Rivera as the head coach for the remainder of the 2021-22 Hero Indian Super League season.
For more, read: https://t.co/qumwRU0Pb6#WelcomeMario #WeAreSCEB #JoyEastBengal pic.twitter.com/8O2k2r81R2
— East Bengal FC (@eastbengal_fc) January 1, 2022
চিরপ্রতিদ্বন্দ্বী ATK মোহনবাগান লিগ টেবিলে ৮ ম্যাচ খেলে তিন নম্বরে লিগ টেবিলে।আর লাল হলুদ শিবির সম সংখ্যক ম্যাচ খেলে লিগ টেবিলে লাস্ট বয়। দু’ম্যাচে হার, দু’ম্যাচে ড্র করেছে এসসি ইস্টবেঙ্গল। টানা তিন ডার্বি ম্যাচ জিততে পারেনি লাল হলুদ বিগ্রেড। গত আইএসএলের দুই ডার্বি ম্যাচ এবং চলতি আইএসএলের প্রথম ডার্বি ম্যাচ গত বছর নভেম্বরের ২৭ তারিখ হয়, যার ফলাফল ৩-০ গোলে জেতে ATK মোহনবাগান, এসসি ইস্টবেঙ্গলের বিরুদ্ধে। এই ডার্বি ম্যাচ ছিল ১১ তম রাউন্ডে লাল হলুদ শিবিরের কাছে দ্বিতীয় ম্যাচ।
চলতি টুর্নামেন্টের ফিরতি ডার্বি ম্যাচ নতুন এই বছরের ২৯ জানুয়ারি, গোয়ার ফতোদরা স্টেডিয়ামে। হায়দ্রাবাদ এফসির বিরুদ্ধে তাদের শেষ ম্যাচ ১-১ গোলে ড্র করেছে। এই নতুন বছরে হাইভোল্টেজ ডার্বি ম্যাচ খেলার আগে ১১ তম রাউন্ডে লাল হলুদ শিবিরের পরের ম্যাচ ৪ জানুয়ারি, বেঙ্গালুরু এফসির বিরুদ্ধে, বাম্বোলিম্ব স্টেডিয়ামে।
]]>আরও পড়ুন ATK-নাম মোছার দাবিতে এবার বিক্ষোভের পথে সবুজ-মেরুন জনতা
বিদেশী নির্বাচনের দায়িত্বে ছিলেন রবি ফাউলার। ঠিক ছিল তিনি দু’জন কিংবা তিনজন ফ্রি প্লেয়ারকে (বিদেশি) নিয়ে আসবেন। তবে শ্রী সিমেন্ট কর্তৃপক্ষ ব্রাইট এনোবাখারেকে কভেন্ট্রি সিটি থেকে লিয়েনে নিতে চাইছে। এফসি গোয়ার হয়ে গত মরশুমে খুব বেশি ম্যাচ খেলেননি ঈশান পাণ্ডিতিয়া, যদিও বেশিরভাগ ম্যাচেই শেষ মুহুর্তে নেমে গোল পেয়েছিলেন। তাকেও চাইছে ইস্টবেঙ্গল।
সেপ্টেম্বরের শেষে ফাউলারের দলের সঙ্গে যোগ দেওয়ার কথাও পাকা হয়ে গিয়েছিল। যদিও তারপরেই ফাউলারকেই ছেঁটে ফেলেছে ইস্টবেঙ্গল। ফাউলারের জায়গায় নতুন হেডস্যার হয়েছেন রিয়াল মাদ্রিদের দায়িত্ব সামলানো মানেলো দিয়াজ। ইস্টবেঙ্গল ম্যানেজমেন্ট জানিয়ে দেয়, দু’পক্ষের মধ্যে আলোচনার পরই সিদ্ধান্ত হয়েছে, আগামী মরশুমে লাল-হলুদের কোচের পদে আর থাকছেন না রবি ফাউলার।
এর মধ্যেই বিদেশি বাছাই প্রায় চূড়ান্ত ইস্টবেঙ্গলে। ৪৮ ঘন্টা আগেই নতুন কোচের নাম ঘোষণা করেছে ইস্টবেঙ্গল। তাঁর সম্মতিতেই প্রায় চূড়ান্ত করে ফেলা হয়েছে লাল হলুদের ছয় বিদেশি। দু’জন ক্রোয়েশিয়ান, একজন নাইজেরীয়, একজন স্লোভাক, একজন ডাচ ফুটবলার চূড়ান্ত হয়ে গিয়েছেন ইন্ডিয়ান সুপার লিগের জন্য নির্বাচিত দলে।
চুক্তি অনুযায়ী চলতি সরশুমেও দল গড়ার দায়িত্ব ইনভেস্টরদের। তবে ক্লাব কর্তারা ফুটবলার বাছাইয়ের কাজে প্রয়োজনে সবরকম সাহায্য করবেন বলে জানিয়েছিলেন বিনিয়োগকারী সংস্থাকে। দেবব্রত সরকার (নীতু) জানিয়ে দিয়ে ছিলেন, ‘আমাদের তরফেও ফুটবলারদের একটি তালিকা তৈরি করা রয়েছে। দল গড়ার দায়িত্ব বিনিয়োগকারীদের হলেও ওরা যদি আমাদের থেকে কোনওরকম সাহায্য চায়, আমরা প্রস্তুত আছি।’ প্রায় শেষ মূহুর্তে দল গড়তে হলেও দ্বিতীয় আইএসএলে বাজিমাত করতে চাইছে এসসি ইস্টবেঙ্গল।
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আরও পড়ুন শেষ প্রহরী নিশ্চিত, ইস্টবেঙ্গলে অরিন্দম
অন্যদিকে সেপ্টেম্বরের শেষদিকে ভারতে আসছেন রবি ফাউলার। ৩০ সেপ্টেম্বর আসতে পারেন ইস্টবেঙ্গল কোচ। সরাসরি গোয়ায় শিবিরে দলের সঙ্গে যোগ দেবেন তিনি। তারপর বাধ্যতামূলক কোয়ারেন্টাইন পিরিয়ড কাটিয়ে অক্টোবরের মাঝামঝিতে নেমে পড়বেন দলের প্র্যাকটিসে।

আরও পড়ুন উৎসবের মন্তব্যে আবার ভাইরাল #RemoveATK, আন্দোলনের পথে সবুজ-মেরুন সমর্থকরা
আরও পড়ুন কলকাতা লিগে নেই ইস্ট-মোহন, বাংলার ফুটবল বাঁচাতে এবার মুখ্যমন্ত্রীর দ্বারস্থ আইএফএ কর্তারা
রবি ফাউলার দু’জন কিংবা তিনজন ফ্রি প্লেয়ারকে (বিদেশি) নিয়ে আসবেন। ইতিমধ্যেই পাঁচজন পছন্দের বিদেশির তালিকা ক্লাবকে পাঠিয়ে দিয়েছেন ইস্টবেঙ্গল কোচ। কর্মকর্তারা তাঁদের সঙ্গে কথাবার্তা চালাচ্ছে। তবে এখনও কিছু চূড়ান্ত হয়নি। শ্রী সিমেন্ট কর্তৃপক্ষ ব্রাইট এনোবাখারেকে কভেন্ট্রি সিটি থেকে লিয়েনে নিতে চাইছে। এফসি গোয়ার হয়ে গত মরশুমে খুব বেশি ম্যাচ খেলেননি ঈশান পাণ্ডিতিয়া, যদিও বেশিরভাগ ম্যাচেই শেষ মুহুর্তে নেমে গোল পেয়েছিলেন। তাকেও চাইছে ইস্টবেঙ্গল।
আরও পড়ুন বাতিল হয়ে গেল আইএফএ-র শৃঙ্খলারক্ষা কমিটির বৈঠক
প্রায় শেষ মূহুর্তে দল গড়তে হলেও বেশ কয়েকজন খেলোয়াড় ইতিমধ্যেই দলে নিয়েছেন লাল-হলুদ অফিশিয়ালরা। মহম্মদ রফিক, শঙ্কর রায়, মির্শাদ, জেজে, অঙ্কিত মুখোপাধ্যায়রা গত মরশুমে ইস্টবেঙ্গলের হয়ে খেলেছিলেন। তাঁদের সঙ্গে চুক্তি করা হয়েছে। অরিন্দম ভট্টাচার্য, শুভ ঘোষ, আদিল খান, রোমিও ফার্নান্দেজ, নওরেম সিংহর মতো একঝাঁক খেলোয়াড় যোগ দিয়েছেন লাল-হলুদ শিবিরে। যাদের নিয়েই দ্বিতীয় আইএসএলে বাজিমাত করতে চাইছে এসসি ইস্টবেঙ্গল।
]]>আরও পড়ুন কলকাতা লিগে নেই ইস্ট-মোহন, বাংলার ফুটবল বাঁচাতে এবার মুখ্যমন্ত্রীর দ্বারস্থ আইএফএ কর্তারা
তারপরেই আইএসএলেরই আরেক গোলরক্ষক অমরিন্দর সিংকে দলে নিয়েছে এটিকে মোহনবাগান। ফলে এএফসি কাপের প্রথম তিন ম্যাচে অ্যান্তোনীয় হাবাসের দলে জায়গা হয় নি অরিন্দমের। দলের শেষ প্রহরীর দায়িত্ব সামলেছেন অমরিন্দর। ফলে দল ছেড়েছিলেন অরিন্দম। জল্পনার অবসান ঘটিয়ে অবশেষে এসসি ইস্টবেঙ্গলের (East Bengal) পথেই পা বাড়ালেন তিনি।
আরও পড়ুন শুভ ঘোষ-আদিল খানকে দলে নিয়ে চমক দিল এসসি ইস্টবেঙ্গল
আরও পড়ুন মোহনবাগানেই আছি জানিয়ে দিলেন প্রবীর দাস
মোহনবাগান ছাড়ার পর থেকেই তাঁর ভবিষ্যতের দল নিয়ে গুঞ্জন শুরু হয়। তাঁর ভবিষ্যতের ক্লাব হিসেবে উঠে এসেছিল একাধিক নাম। শোনা গিয়েছিল তিনি কেরালা ব্লাস্টার্স কিংবা মুম্বই সিটি এফসিতেও যেতে পারেন। অন্যদিকে অরিন্দম মোহনবাগান ছাড়ার পরেই তাঁকে সই করাতে ঝাঁপিয়ে পড়েছিল এসসি ইস্টবেঙ্গল। কিন্তু শ্রী সিমেন্ট তাঁর সঙ্গে একবছরের চুক্তির প্রস্তাব দেওয়ায় সমস্যা হচ্ছিল অরিন্দমের পক্ষ থেকে। চুক্তির অঙ্ক নিয়েও দুপক্ষের মধ্যে মতভেদ ছিল। অবশেষে সমস্ত সমস্যা মিটিয়ে ইস্টবেঙ্গলে যোগ দিলেন তিনি।
Big Breaking : Arindam Bhattacharya has signed for SC East Bengal.
Welcome HOME Arindam
#JoyEastBengal #SCeastBengal #EBRP pic.twitter.com/SRLGpXFFtM
— EAST BENGAL the REAL POWER (EBRP)
(@EBRPFC) September 6, 2021
কয়েকদিন আগেই কার্যত পয়েন্ট অফ নো রিটার্নের ইঙ্গিত দিয়ে ইস্টবেঙ্গল ক্লাব কর্তৃপক্ষের কাছে স্পোর্টিং রাইট ফিরিয়ে দিয়েছিল লগ্নিকারী সংস্থা। রাজ্যের মুখ্যমন্ত্রী মমতা বন্দ্যোপাধ্যায়ের হস্তক্ষেপে বিনিয়োগকারী সংস্থা শ্রী সিমেন্টের সঙ্গে ইস্টবেঙ্গল ক্লাবের চুক্তি নিয়ে সমস্যা মিটে গিয়েছে। আর তার পরেই দল গড়ার কাজে নেমে পড়েছে লাল-হলুদ ব্রিগেড। দলবদলের ব্যাপারে লাল-হলুদের ওপর যে নিষেধাজ্ঞা জারি করেছিল ভারতীয় ফুটবল ফেডারেশন, সেই নিষেধাজ্ঞাও তারা তুলে নিয়েছে।
#teamaikya #ChhilamAchiThakbo #WeAreSCEB #JoyEastBengal #IndianFootball #TorchBearers pic.twitter.com/MY915qY3PF
— 𝐋𝐚𝐥 𝐇𝐨𝐥𝐮𝐝 𝐀𝐢𝐤𝐲𝐚 (@EB_LHA) September 6, 2021
মহম্মদ রফিক, শঙ্কর রায়, মির্শাদ, জেজে, অঙ্কিত মুখোপাধ্যায়রা গত মরশুমে ইস্টবেঙ্গলের হয়ে খেলেছিলেন। তাঁদের সঙ্গে চুক্তি করা হয়েছে। সাইড ব্যাকে খেলা হীরা মণ্ডলকেও সই করিয়েছে দল। শুভ ঘোষ-আদিল খান-রোমিও ফার্নান্দেজরাও ইতিমধ্যে সই করে ফেলেছেন। এবার অরিন্দমকে দলে নিয়ে চমক দিল শতাব্দীপ্রাচীন ইস্টবেঙল (East Bengal)।
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আরও পড়ুন কলকাতা লিগে নেই ইস্ট-মোহন, বাংলার ফুটবল বাঁচাতে এবার মুখ্যমন্ত্রীর দ্বারস্থ আইএফএ কর্তারা
এবার এটিকে-মোহনবাগান এএফসি কাপে খেলছে। গ্রুপ চ্যাম্পিয়ন হয়ে পরের পর্বেও পৌঁছেছে। সবই সম্ভব হয়েছে গত বছর কিবু ভিকুনার কোচিংয়ে ‘মোহনবাগান’ আই লিগ চ্যাম্পিয়ন হওয়ায়। কিন্তু তারমাঝেই বিতর্ক তৈরি করলেন এটিকের বোর্ড মেম্বার উৎসব পারেখ। একটি সাক্ষাৎকারে হঠাৎই বলে বসেন, ‘মোহনবাগানের নিজেদের ক্ষমতায় এএফসি কাপে খেলার যোগ্যতা নেই। ওদের কখনও পরিকল্পনাতেও ছিল না যে মোহনবাগান এএফসি কাপে খেলতে পারবে। মোহনাবাগন তো নিজস্ব গায়ের জোরে আজ পর্যন্ত খেলল না। এতদিন সেই কারণেই এএফসি কাপে খেলেনি তারা। এটিকে আসাতেই সেই সুযোগ পেয়েছে তারা। ফলে মোহনবাগান সমর্থকদের এটিকে মোহনবাগানকেই সমর্থন করা উচিত। মোহনবাগান এখন অতীত।’
Utter disrespect
#MohunBagan is much bigger than than ATK
Mr. Utsav Parekhhttps://t.co/5JQzCMamHX
— Wolves India (@IndiaWolves) September 2, 2021
যদিও, ঘটনার পরেই মোহনবাগান অ্যাথলেটিক ক্লাবের পক্ষ থেকে এটিকে-মোহনবাগানের অন্যতম ডিরেক্টর দেবাশীষ দত্ত এবং সৃঞ্জয় বসু জানিয়ে দেন, সমর্থকদের আবেগকে গুরুত্ব দিতেই হবে। উৎসব পারেখের বক্তব্য অপমান করেছে মোহনবাগানের শতাব্দীপ্রাচীন আবেগকে। তারপরেই এটিকের পক্ষ থেকে ক্ষমা চাওয়া হয় মোহনবাগান ক্লাবে সভ্য-সমর্থকদের কাছে। জানিয়ে দেওয়া হয়, উৎসব পারেখের বক্তব্যকে সমর্থন করেন না তাঁরা।
Official Statement of Mohun Bagan Athletic Club pic.twitter.com/nCWf0jixVX
— Mohun Bagan (@Mohun_Bagan) September 2, 2021
যদিও তাতেও কমছে না সবুজ-মেরুন সমর্থকদের রাগ। মার্জারের বিরুদ্ধে আবার টুইটারে ঝড় তোলার পরিকল্পনা করেছেন সবুজ-মেরুন জনতা। ট্রেন্ড করার চেষ্টা করা হচ্ছে #RemoveATK এবং #BreakTheMarger কে। ফলে এএফসি কাপে দুর্দান্ত পারফর্ম্যান্সের পরেও মাঠের বাইরে সমস্যা কমছে না মোহনবাগানের।
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কিবু ভিকুনার কোচিংয়ে না খেললেও একসময় মোহনবাগানের অন্যতম ভরসা ছিলেন প্রবীর দাস। পরে চলে আসেন এটিকেতে। এটিকের সঙ্গে মার্জ করে গত বছর আইএসএলে খেলেছিল মোহনবাগান। সেই দলেও ছিলেন প্রবীর। ফিজির রয় কৃষ্ণার সঙ্গে জুটি বেঁধে একাধিক ম্যাচে সবুজ-মেরুণকে জিতিয়েছেন তিনি। শুধু মাঠেই নয়, মাঠের বাইরেও দারুণ সম্পর্ক দুই খেলোয়াড়ের।

চলতি আইএসএলেও প্রবীর-কৃষ্ণা জুটির ম্যাজিক দেখার অপেক্ষায় মেরিনার্সরা।
সম্প্রতি রয় কৃষ্ণার জন্মদিনে সোশ্যাল মিডিয়ায় একটি ভিডিও পোস্ট করেন প্রবীর। ভিডিয়ো বার্তায় তিনি বলেন, ‘জানি না আর একসঙ্গে খেলব কি না। তবে রয়ের জন্মদিনে ওর সঙ্গে দেখা করতে চলে এলাম।’ অনেকে বলছিলেন, গত মরশুমে হাবাসের দলে নিয়মিত জায়গা পাননি তিনি। ফলে দলে নিয়মিত সুযোগ না পাওয়ায় এটিকে মোহনবাগান থেকে ‘রিলিজ’ চাইতে পারেন প্রবীর। মোহনবাগান ছেড়ে জামশেদপুর এফসিতে যোগ দিয়েছেন প্রণয় হালদার। দলে সু্যোগ পেয়ে না পেয়ে ইতিমধ্যেই মোহনবাগান ছেড়েছেন অরিন্দম। শোনা যাচ্ছিল মোহনবাগান ছেড়ে লাল-হলুদে আসতে পারেন প্রবীর।
এবার সমস্ত জল্পনার অবসান ঘটিয়ে ‘পিডি৩৩’ জানালেন, মোহনবাগানেই থাকছেন তিনি। সোশ্যাল মিডিয়ায় পোস্ট করা ভিডিও বার্তায় প্রবীর জানিয়েছেন যে অনেকদিন ধরেই তাঁর দলবদলের কথা শোনা যাচ্ছে। কিন্তু মোহনবাগানেই থাকছেন তিনি। শুধু এই মরশুম নয়, মোহনবাগানে ২০২৩ অবধি তাঁর চুক্তি রয়েছে, সেকথাও জানাতে ভোলেননি প্রবীর। ব্যাকগ্রাউন্ড মিউজিকে শোনা যাচ্ছে দেসপাসিতোর আদলে করা মোহনবাগানের গান, প্রবীর বলছেন ‘মোহনবাগানেই’ থাকছি। সব মিলিয়ে বুধবারের দুপুরে জলে নয়, আনন্দে ভাসছেন মেরিনার্সরা।
]]>চুক্তিজট কাটার পর ইস্টবেঙ্গলের নজর আপাতত নতুন মরশুমের দল গঠনে। চুক্তি অনুযায়ী চলতি সরশুমেও দল গড়ার দায়িত্ব ইনভেস্টরদের। তবে ক্লাব কর্তারা ফুটবলার বাছাইয়ের কাজে প্রয়োজনে সবরকম সাহায্য করবেন বিনিয়োগকারী সংস্থাকে। দেবব্রত সরকার (নীতু) জানিয়েছেন, ‘আমাদের তরফেও ফুটবলারদের একটি তালিকা তৈরি করা রয়েছে। দল গড়ার দায়িত্ব বিনিয়োগকারীদের হলেও ওরা যদি আমাদের থেকে কোনওরকম সাহায্য চায়, আমরা প্রস্তুত আছি।’ প্রায় শেষ মূহুর্তে দল গড়তে হলেও বেশ কয়েকজন খেলোয়াড় রয়েছেন লাল-হলুদ অফিশিয়ালদের তালিকায়। যাদের নিয়েই দ্বিতীয় আইএসএলে বাজিমাত করতে চাইছে এসসি ইস্টবেঙ্গল।

শুভ ঘোষ।

আদিল খান।
কিবু ভিকুনার কোচিংয়ে গত বছর মোহনবাগানের হয়ে আই লিগ জিতেছিলেন শুভ ঘোষ। পরের মরসুমে এটিকে মোহনবাগানে যোগ দিলেও হাবাসের দলে জায়গা হচ্ছিল না এই বঙ্গতনয়ের। পরে কেরলে চলে আসেন এই বাঙালি স্ট্রাইকার। সোশ্যাল মিডিয়ায় শুভর এসসি ইস্টবেঙ্গলে যোগ দেওয়ার খবর জানিয়েছে কেরল ব্লাস্টার্স। যদিও এখনও এসসি ইস্টবেঙ্গলের তরফ থেকে সরকারী ভাবে কিছু ঘোষণা করা হয়নি। ইস্টবেঙ্গল সই করিয়েছে আদিল খানকেও। ফুটবল বিশেষজ্ঞদের আশা, আদিল খান আসায় ডিপ ডিফেন্সের সমস্যা অনেকটাই মিটবে।
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রবি ফাউলার দু’জন কিংবা তিনজন ফ্রি প্লেয়ারকে (বিদেশি) নিয়ে আসবেন। তবে শ্রী সিমেন্ট কর্তৃপক্ষ ব্রাইট এনোবাখারেকে কভেন্ট্রি সিটি থেকে লিয়েনে নিতে চাইছে। এফসি গোয়ার হয়ে গত মরশুমে খুব বেশি ম্যাচ খেলেননি ঈশান পাণ্ডিতিয়া, যদিও বেশিরভাগ ম্যাচেই শেষ মুহুর্তে নেমে গোল পেয়েছিলেন। তাকেও চাইছে ইস্টবেঙ্গল।
]]>গতবার তেকাঠির তলায় সবুজ-মেরুনের অন্যতম ভরসা ছিলেন অরিন্দম ভট্টাচার্য (Arindam Bhattacharya)। ফাইনালে তাঁর ভুলে মোহনবাগান গোল খেলেও গোটা টুর্নামেন্টেই ধারাবাহিকতা দেখিয়েছিলেন এই বাঙালি গোলরক্ষক৷ গোল্ডেন গ্লাভসও উঠেছিল তাঁর হাতেই।
কিন্তু তারপরেই আইএসএলেরই আরেক গোলরক্ষক অমরিন্দর সিংকে দলে নিয়েছে এটিকে মোহনবাগান। ফলে এএফসি কাপের প্রথম তিন ম্যাচে অ্যান্তোনীয় হাবাসের দলে জায়গা হয় নি অরিন্দমের। দলের শেষ প্রহরীর দায়িত্ব সামলেছেন অমরিন্দর। শোনা গিয়েছিল, লোনে লাল-হলুদে আসতে পারেন তিনি। প্রণয় হালদারকেও প্রস্তাব দিয়েছিলেন ইস্টবেঙ্গল অফিসিয়ালরা৷ কিন্তু এই মূহুর্তে দু’জনেরই লাল-হলুদে আসার সম্ভাবনা কার্যত নেই বললেই চলে।
মোহনবাগান ছেড়ে জামশেদপুর এফসিতে যোগ দিয়েছেন প্রণয় হালদার। দলে সু্যোগ পেয়ে না পেয়ে ইতিমধ্যেই মোহনবাগান ছেড়েছেন অরিন্দম। যদিও লাল-হলুদে আসার সম্ভাবনা অত্যন্ত ক্ষীন।
হাতে সময় কম, ৩১ আগস্ট দলবদলের সময়সীমা শেষ হচ্ছে। হাতে মাত্র ৫ দিন সময়, তার আগেই দলগঠন সম্পূর্ন করতে হবে লাল-হলুদকে। নয়তো বড় অঙ্কের ট্রান্সফার ফি দিয়ে অন্য দল থেকে ফুটবলার নিতে হবে। যদিও নতুন ফুটবলার নেওয়ার ব্যাপারে প্রাথমিক কাজ কিছুটা সেরে ফেলেছেন ক্লাব অফিসিয়ালরা। ইতিমধ্যেই বেশ কিছু ফুটবলারকে প্রস্তাব দিয়েছেন ক্লাবের তরফ থেকে। মহম্মদ রফিক, শঙ্কর রায়, মির্শাদ, জেজে, অঙ্কিত মুখোপাধ্যায়রা গত মরশুমে ইস্টবেঙ্গলের হয়ে খেলেছিলেন। তাঁদের সঙ্গে চুক্তি করা হচ্ছে।
দলবদলের ব্যাপারে লাল-হলুদের ওপর যে নিষেধাজ্ঞা জারি করেছিল ভারতীয় ফুটবল ফেডারেশন, বৃহস্পতিবার সেই নিষেধাজ্ঞা তুলে নিয়েছে। ফলে নতুন ফুটবলার সই করাতে আর কোনও বাধা রইল না এসসি ইস্টবেঙ্গলের সামনে।
]]>সমর্থকেরা বলছেন, আইএসএল খেলা নিয়ে টানাপোড়েন থাকলেও স্রেফ টার্মশিটের ভিত্তিতেই মে-জুন মাস থেকে অনায়াসে এসসি ইস্ট বেঙ্গলের আধিকারিকরা ফুটবলার রিক্রুট করতে পারতেন। কিন্তু অত্যন্ত আগ্রাসী মনোভাব নিয়ে ক্লাবের দখলদারি নেওয়াই ছিল তাঁদের লক্ষ্য। কিন্তু মুখ্যমন্ত্রী মমতা বন্দ্যোপাধ্যায়ের হস্তক্ষেপে এখন সেই টার্মশিটের ভিত্তিতেই দল গড়তে নেমেছেন লগ্নিকারী সংস্থাটির কর্তারা।
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তাই যত দিন যাবে ততই প্রমাণ হবে, মে-জুন মাসে টিম করার ক্ষেত্রে না নেমে চরম ভুল করেছেন তাঁরা। যার প্রভাব প্রবলভাবে পড়তে বাধ্য আইএসএলে। কারণ, ভালো খেলোয়াড়দের আইএসএলেত অন্যান্য দলগুলো আগেই নিজেদের দলে নিয়ে নিয়েছে।
সূত্রের খবর, আইএসএল খেলা নিশ্চিত হতেই আলোচনায় বসেছিলেন শ্রী সিমেন্টের আধিকারিকরা। এই সভায় বাজেট নিয়ে কথাবার্তা হয়েছে। ঠিক হয়েছে, এবার দল গঠনের বাজেট কমবে।
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রবি ফাউলার দু’জন কিংবা তিনজন ফ্রি প্লেয়ারকে (বিদেশি) নিয়ে আসবেন। তবে শ্রী সিমেন্ট কর্তৃপক্ষ ব্রাইট এনোবাখারেকে কভেন্ট্রি সিটি থেকে লিয়েনে নিতে চাইছে। এফসি গোয়ার হয়ে গত মরশুমে খুব বেশি ম্যাচ খেলেননি ঈশান পাণ্ডিতিয়া, যদিও বেশিরভাগ ম্যাচেই শেষ মুহুর্তে নেমে গোল পেয়েছিলেন। তাকেও চাইছে ইস্টবেঙ্গল।
মহম্মদ রফিক, শঙ্কর রায়, মির্শাদ, জেজে, অঙ্কিত মুখোপাধ্যায়রা গত মরশুমে ইস্টবেঙ্গলের হয়ে খেলেছিলেন। তাঁদের সঙ্গে চুক্তি করা হচ্ছে। মোহনবাগান থেকেও কয়েকজনকে নেওয়া হবে বলে খবর। প্রবীর দাস, অরিন্দম ভট্টাচার্যকেও প্রস্তাব দেওয়ার কথা ভাবছেন তাঁরা। সাইড ব্যাকে খেলা হীরা মণ্ডলকেও সই করাতে চলেছে এসসি ইস্টবেঙ্গল।
]]>আরও পড়ুন দেখে নিন আইএসএল জিততে মরিয়া ইস্টবেঙ্গলের নজরে রয়েছেন কোন ফুটবলাররা
আর দু’দিন পরেই স্বস্তির খবর লাল-হলুদের কাছে। দলবদলের ব্যাপারে লাল-হলুদের ওপর যে নিষেধাজ্ঞা জারি করেছিল ভারতীয় ফুটবল ফেডারেশন, বৃহস্পতিবার সেই নিষেধাজ্ঞা তুলে নিয়েছে। শুক্রবার থেকে ফুটবলার সই করাতে আর কোনও বাধা রইল না এসসি ইস্টবেঙ্গলের সামনে।
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আগের মরশুমের বেতন সম্পূর্ণ মেটায়নি ইস্টবেঙ্গল, এই অভিযোগ জানিয়ে সর্ব ভারতীয় ফুটবল ফেডারেশনের দ্বারস্থ হয়েছিলেন তিন ফুটবলার। পিন্টু মাহাত, রক্ষিত ডাগার ও আভাস থাপার অভিযোগে ভারতীয় ফুটবল ফেডারেশন ইস্টবেঙ্গলের ওপর দলবদলের ব্যাপারে নিষেধাজ্ঞা জারি করে। এই তিন ফুটবলারের মোট ১২ লাখ টাকা বাকি ছিল। ক্লাবকে জানানো হয়েছিল যতক্ষণ পর্যন্ত ওই তিন ফুটবলারের বকেয়া মেটানো না হবে, ততক্ষণ পর্যন্ত নতুন ফুটবলার সই করানো যাবে না। মুখ্যমন্ত্রীর হস্তক্ষেপে আইএসএল খেলা নিশ্চিত হতে বৃহস্পতিবারই ওই ফুটবলারদের বকেয়া বেতন মিটিয়ে দিয়েছে ইস্টবেঙ্গল ক্লাব।

যদিও হাতে সময় কম, ৩১ আগস্ট দলবদলের সময়সীমা শেষ হচ্ছে। হাতে মাত্র ৫ দিন সময়, তার আগেই দলগঠন সম্পূর্ন করতে হবে লাল-হলুদকে। নয়তো বড় অঙ্কের ট্রান্সফার ফি দিয়ে অন্য দল থেকে ফুটবলার নিতে হবে। যদিও নতুন ফুটবলার নেওয়ার ব্যাপারে প্রাথমিক কাজ কিছুটা সেরে ফেলেছেন ক্লাব অফিসিয়ালরা। ইতিমধ্যেই বেশ কিছু ফুটবলারকে প্রস্তাব দিয়েছেন ক্লাবের তরফ থেকে।
মহম্মদ রফিক, শঙ্কর রায়, মির্শাদ, জেজে, অঙ্কিত মুখোপাধ্যায়রা গত মরশুমে ইস্টবেঙ্গলের হয়ে খেলেছিলেন। তাঁদের সঙ্গে চুক্তি করা হচ্ছে। মোহনবাগান থেকেও কয়েকজনকে নেওয়া হবে বলে খবর। প্রবীর দাস, অরিন্দম ভট্টাচার্যকেও প্রস্তাব দেওয়ার কথা ভাবছেন তাঁরা। সাইড ব্যাকে খেলা হীরা মণ্ডলকেও সই করাতে চলেছে এসসি ইস্টবেঙ্গল। পিয়ারলেসের জার্সিতে ভাল পারফরম্যান্সের সৌজন্যেই ইস্টবেঙ্গল বছর তিনেক আগে তাঁকে সই করিয়েছিল। যদিও দার্জিলিং গোল্ড কাপে ভালো পারফর্ম্যান্সের পরেও দলে জায়গা হয়নি হীরার। এবার মহমেডানের হয়ে স্বপ্নের মরশুম কাটিয়ে ফের লাল-হলুদ জার্সি গায়ে চাপাতে চলেছেন তিনি। সব ঠিকঠাক থাকলে শুক্রবারই হয়তো সই করবেন বাঙালি প্রতিভাবান এই সাইড ব্যাক।
]]>অবশেষে চুক্তিজট কাটার পর ইস্টবেঙ্গলের নজর আপাতত নতুন মরশুমের দল গঠনে। চুক্তি অনুযায়ী চলতি সরশুমেও দল গড়ার দায়িত্ব ইনভেস্টরদের। তবে ক্লাব কর্তারা ফুটবলার বাছাইয়ের কাজে প্রয়োজনে সবরকম সাহায্য করবেন বিনিয়োগকারী সংস্থাকে। দেবব্রত সরকার (নীতু) জানিয়েছেন, ‘আমাদের তরফেও ফুটবলারদের একটি তালিকা তৈরি করা রয়েছে। দল গড়ার দায়িত্ব বিনিয়োগকারীদের হলেও ওরা যদি আমাদের থেকে কোনওরকম সাহায্য চায়, আমরা প্রস্তুত আছি।’ প্রায় শেষ মূহুর্তে দল গড়তে হলেও বেশ কয়েকজন খেলোয়াড় রয়েছেন লাল-হলুদ অফিশিয়ালদের তালিকায়। যাদের নিয়েই দ্বিতীয় আইএসএলে বাজিমাত করতে চাইছে এসসি ইস্টবেঙ্গল।

১. করণজিৎ সিং: চেন্নাইয়ান এফসির গোলকিপারকে সম্প্রতি ম্যানেজমেন্ট ছেড়ে দিয়েছে। অভিজ্ঞ এই গোল্পকিপার সাফ কাপ এবং বায়ার্ন মিউনিখের বিপক্ষে প্রীতি ম্যাচে ভারতের প্রতিনিধিত্ব করেছেন। তাকে দলে নিতে পারে ইস্টবেঙ্গল। সেক্ষেত্রে গোটা টুর্নামেন্টে টানা না খেলিয়ে বিশ্রাম দেওয়া যাবে দেবজিত মজুমদারকে।

২. শিলটন ডি সিলভা: প্রাক্তন মোহনবাগান আই লিগ-বিজয়ী মিডফিল্ডার ইতিমধ্যেই গত বছর মহমেডান এসসি-র হয়ে দারুণ মরশুম কাটিয়েছেন। তাঁর গতি আইএসএলের অনেক দলের স্কাউটকেই মুগ্ধ করেছিল। ইস্টবেঙ্গল ম্যানেজমেন্ট তাকে দলে নিলে মাঝমাঠের সমস্যা কমবে লাল-হলুদের।

৩. থোই সিং: ৩০ বছর বয়সী রাইট-উইঙ্গার ইস্টবেঙ্গল অফিশিয়ালদের রাডারে অন্যতম হাই প্রোফাইল নাম। গত ৫ বছরে চেন্নাইয়ান এফসির হয়ে বহু ম্যাচে থই তাঁর দক্ষতা প্রমাণ করেছেন।

৪. আব্দুল হাক্কু: এই কম বয়সী ইউটিলিটি ডিফেন্ডার ইস্টবেঙ্গলের টার্গেট লিস্টের অন্যতম নাম। হাক্কু সেন্টার ব্যাক এবং ফুলব্যাক দুই পজিশনেই স্বচ্ছন্দ। ইস্টবেঙ্গল গত বছর ডিপ ডিফেন্স নিয়ে সমস্যায় পড়েছিল। আব্দুল হাক্কু টিমে এলে রবি ফাউলারের ডিফেন্স নিয়ে দুশ্চিন্তা কমতে পারে।
৫. তন্ময় ঘোষ: গত বছর ২৯ বছর বয়সী তন্ময় আইএফএ শিল্ডে জর্জ টেলিগ্রাফের হয়ে খেলার সময়ই ইস্টবেঙ্গল স্কাউটদের নজরে পড়েছিলেন।

৬. মাইকেল রেজিন: গত বছর ইস্টবেঙ্গল গোটা টুর্নামেন্ট জুড়েই একজন ভালো মানের ডিফেন্সিভ মিডফিল্ডারের অনুপস্থিতি অনুভব করেছে। আই লিগে চেন্নাই সিটি এফসি -র হয়ে খেলার সময় তাঁর ডিফেন্সিভ ক্ষমতা যথেষ্ঠ প্রশংসা পেয়েছিল। তাঁকে এবার টার্গেট করেছে ইস্টবেঙ্গল।
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প্রসঙ্গত, ঠিক গত বছরের আইএসএলের আগেও মুখ্যমন্ত্রীর মধ্যস্থতাতেই মুশকিল আসান হয়েছিল ইস্টবেঙ্গলের। সবথেকে বড় স্বস্তিটা পেয়েছেন লাল-হলুদ সমর্থকরা। তাদের প্রিয় ক্লাব যে আইএসএলে খেলবে, এটা শেষ মুহূর্তে ফের একবার নিশ্চিত হয়েছে মুখ্যমন্ত্রীর মধ্যস্থতায়।
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অবশেষে চুক্তিজট কাটার পর ইস্টবেঙ্গলের নজর আপাতত নতুন মরশুমের দল গঠনে। চুক্তি অনুযায়ী চলতি সরশুমেও দল গড়ার দায়িত্ব ইনভেস্টরদের। তবে ক্লাব কর্তারা ফুটবলার বাছাইয়ের কাজে প্রয়োজনে সবরকম সাহায্য করবেন বিনিয়োগকারী সংস্থাকে। দেবব্রত সরকার (নীতু) জানিয়েছেন, ‘আমাদের তরফেও ফুটবলারদের একটি তালিকা তৈরি করা রয়েছে। দল গড়ার দায়িত্ব বিনিয়োগকারীদের হলেও ওরা যদি আমাদের থেকে কোনওরকম সাহায্য চায়, আমরা প্রস্তুত আছি।’
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অন্যদিকে তড়িঘড়ি শক্তিশালী দল গড়ার কাজে ঝাঁপাতে চাইছে লাল-হলুদ শিবির। গতবারের মতো ভুল আর করতে চান না লাল-হলুদ অফিশিয়ালরা। উল্লেখযোগ্য বিষয় হল, শুধু আইএসএলের জন্যই নয়, দল গড়ার কথা উল্লেখ করা হয়েছে কলকাতা ফুটবল লিগকে সামনে রেখেও। এএফসি কাপে খেলার জন্য সম্ভবত আসন্ন কলকাতা লিগে দল নামাবে না মোহনবাগান। ফলে সেই সুযোগকেই কাজে লাগিয়ে লাল-হলুদ তাবুতে কাপ আনতে মরিয়া ইস্টবেঙ্গল।
]]>১. ট্রান্সফার অব রিয়াল প্রপার্টি: ইস্টবেঙ্গল ক্লাবের তাঁবু-মাঠ-গ্যালারি সবকিছু শ্রী সিমেন্টকে দিতে হবে। ক্লাবের তরফ থেকে বলা হয়েছে, এই সব কিছু ব্যবহারের জন্য সেনার অনুমতি প্রয়োজন। বিনিয়োগকারী সংস্থার বক্তব্য, সেনার কাছে নো অবজেকশন লেটার (এনওসি) দিতে হবে ক্লাবকে। তা মানতে নারাজ লাল-হলুদ কর্তারা।
২. মেম্বারশিপ: সদস্যদের সংখ্যা ইনভেস্টরকে জানাতে রাজি ইস্টবেঙ্গল ক্লাব। কিন্তু সদস্যদের যাবতীয় তথ্য (নাম, ঠিকানাসহ সঠিক পরিচয়পত্র) জানাতে নারাজ তারা। তবুও এই বিষয়টি নিয়ে যথেষ্টই নরম সুর কর্তাদের। কিন্তু প্রথম বিষয়টি মানতে তারা অনড়।

ইস্টবেঙ্গল- আইএসএলের দূরত্ব ক্রমশ বাড়ছে।
উপরোক্ত বিষয়গুলো না মিটলে চুক্তি জট আদৌ সমাধান হবে কিনা, তা নিয়ে ধোঁয়াশা থেকেই যাচ্ছে। অন্যদিকে ইনভেস্টরের দাবি, চুক্তি মধ্যস্থতাকারীর মাধ্যমেই পরিমার্জিত চুক্তির খসড়া ও চূড়ান্ত চুক্তিপত্র তৈরি হয়েছে। ক্লাব যদি এখন বেঁকে বসে তাহলে চূড়ান্ত চুক্তিপত্র পাঠানো সম্ভব নয়। ফলে আসন্ন ইস্টবেঙ্গল আদৌ ভারতের প্রিমিয়ার ফুটবল টুর্নামেন্ট আইএসএল খেলবে কিনা তা নিয়ে সন্দেহ থেকেই গেল। আগামী ১৬ অগাস্ট ক্লাব লাইসেন্সিংয়ের শেষ দিন। ফলে তার আগে ঝামেলা না মিটলে ইস্টবেঙ্গলের আইএসএল খেলা অনিশ্চিত।
শ্রী সিমেন্টের কর্ণধার হরিমোহন বাঙুর অবশ্য স্পষ্ট করে জানিয়েছেন যে গত পাঁচদিন আগেই যে চুক্তিপত্র পাঠানো হয়েছিল সেটাই চূড়ান্ত চুক্তিপত্র হিসেবে গন্য হবে । চুক্তিপত্রে নতুন করে আর বদল সম্ভব নয়। ফলে ইস্টবেঙ্গল কর্তারা শর্ত শিথিল করার আর্জি জানালেও তা একপ্রকার অসম্ভব বলেই ধরে নেওয়া যায়।
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