Israel – Ekolkata24: Latest Hindi News Updates from Kolkata – Breaking Stories and More https://ekolkata24.com Stay updated with Ekolkata24 for the latest Hindi news, headlines, and Khabar from Kolkata, West Bengal, India, and the world. Trusted source for comprehensive updates Sun, 12 May 2024 07:41:04 +0000 en-US hourly 1 https://ekolkata24.com/wp-content/uploads/2024/03/cropped-ekolkata24-32x32.png Israel – Ekolkata24: Latest Hindi News Updates from Kolkata – Breaking Stories and More https://ekolkata24.com 32 32 Iran’s Nuclear Bomb Warning: तनाव के बीच ईरान की इजरायल को बड़े परमाणु बम की चेतावनी https://ekolkata24.com/uncategorized/iran-hints-at-change-in-nuclear-policy-if-israel-threatens-its-existence Sun, 12 May 2024 06:23:19 +0000 https://ekolkata24.com/?p=47366 सलाहकार कमल खर्राज़ी ने ईरान के परमाणु सिद्धांत में बदलाव का संकेत दिया (Iran’s Nuclear Bomb Warning), यदि ईरान का अस्तित्व इज़राइल द्वारा खतरे में माना जाता है।

ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के एक सलाहकार ने देश की परमाणु महत्वाकांक्षाओं पर चिंताएं फिर से जगा दी हैं, खासकर इजरायल के साथ बढ़ते तनाव के मद्देनजर। सलाहकार कमल खर्राज़ी ने ईरान के परमाणु सिद्धांत में बदलाव का संकेत दिया (Iran’s Nuclear Bomb Warning) , यदि ईरान का अस्तित्व इज़राइल द्वारा खतरे में माना जाता है।
खर्राज़ी ने कहा, “परमाणु बम बनाने का हमारा कोई निर्णय नहीं है, लेकिन अगर ईरान के अस्तित्व को खतरा होता है, तो हमारे सैन्य सिद्धांत को बदलने के अलावा कोई विकल्प नहीं होगा।”

अप्रैल की शुरुआत में सीरिया की राजधानी दमिश्क में ईरान के दूतावास पर बमबारी के जवाब में, ईरान और इज़राइल के बीच तनाव उस समय चरम बिंदु पर पहुंच गया जब इजरायल ने सीधे इजरायली क्षेत्र को निशाना बनाते हुए विस्फोटक ड्रोन और मिसाइलों की बौछार शुरू कर दी।

परमाणु हथियार विकास के खिलाफ अयातुल्ला खामेनेई के पिछले फतवे के बावजूद, ईरान के तत्कालीन खुफिया मंत्री ने 2021 में संकेत दिया था कि बाहरी दबाव, विशेष रूप से पश्चिमी देशों से, ईरान के परमाणु रुख के पुनर्मूल्यांकन के लिए प्रेरित कर सकते हैं।

खर्राज़ी ने कहा, “ज़ायोनी शासन (इज़राइल) द्वारा हमारी परमाणु सुविधाओं पर हमले की स्थिति में, हमारी प्रतिरोधक क्षमता बदल जाएगी।”

इस पृष्ठभूमि के बीच, अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) के साथ जुड़ने के प्रयासों के मिश्रित परिणाम मिले हैं। हालाँकि ईरान के परमाणु अधिकारियों और IAEA प्रतिनिधियों के बीच चर्चा को सकारात्मक और उत्पादक बताया गया है, लेकिन ठोस प्रगति मायावी बनी हुई है। आईएईए के प्रमुख राफेल ग्रॉसी ने ईरान की कथित सहयोग की कमी पर निराशा व्यक्त की और ईरान की परमाणु गतिविधियों के संबंध में बकाया चिंताओं को दूर करने के लिए ठोस उपायों की तात्कालिकता पर प्रकाश डाला।

पिछले साल, ईरान ने अघोषित स्थलों पर पाए गए यूरेनियम कणों की जांच में सहायता करने और निगरानी उपकरणों को फिर से स्थापित करने की प्रतिबद्धता जताई थी। हालाँकि, IAEA रिपोर्ट से संकेत मिलता है कि इन आश्वासनों के परिणामस्वरूप महत्वपूर्ण प्रगति नहीं हुई है।

समाचार एजेंसी एएफपी के हवाले से ग्रॉसी ने कहा, “मौजूदा स्थिति मेरे लिए पूरी तरह से असंतोषजनक है। हम लगभग गतिरोध में हैं और इसे बदलने की जरूरत है।”

ग्रॉसी और ईरानी अधिकारियों के बीच चर्चा के दौरान, दोनों पक्षों ने सहयोग के लिए संभावित ढांचे के रूप में 2023 समझौते को स्वीकार किया, लेकिन कार्यान्वयन धीमा रहा है। इसके अतिरिक्त, बाहरी हस्तक्षेप, विशेष रूप से इज़राइल से, के बारे में चिंताएँ व्यक्त की गईं, जिसे ईरान एक शत्रुतापूर्ण अभिनेता के रूप में देखता है।

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Israel Attack on Iran: ईरान पर इजरायल के हमले में S-300 एयर डिफेंस सिस्टम को निशाना बनाया गया https://ekolkata24.com/uncategorized/israels-attack-on-iran-targeted-s-300-air-defence-system Mon, 22 Apr 2024 12:05:03 +0000 https://ekolkata24.com/?p=47250 पिछले हफ्ते ईरान के इस्फ़हान प्रांत पर ड्रोन और मिसाइल हमले किए गए थे। यह हमला कथित तौर पर इज़राइल से शुरू हुआ (Israel Attack on Iran) और उस क्षेत्र को निशाना बनाया गया जहां ईरान की परमाणु सुविधा और वायु रक्षा प्रणालियाँ हैं।
अमेरिकी समाचार एजेंसियों ने कहा कि इज़राइल ने हमले किए, इस बीच, यहूदी राज्य न तो सहमत हुए और न ही हमले से इनकार किया। ये विस्फोट ईरान द्वारा क्षेत्र में अपने कट्टर प्रतिद्वंद्वी इजराइल पर लगातार ड्रोन, क्रूज और बैलिस्टिक मिसाइल हमले शुरू करने के एक हफ्ते बाद हुए। तेहरान की ओर से लक्षित हमले अभूतपूर्व थे और तनाव चरम पर पहुंचने के बाद हुए।

न्यूयॉर्क टाइम्स और बीबीसी ने उस क्षेत्र की उपग्रह छवियों का विश्लेषण किया है जहां ड्रोन और एक मिसाइल से हमला किया गया था, जिसे कथित तौर पर एक युद्धक विमान से लॉन्च किया गया था। उपग्रह चित्रों में रूसी मूल की एस-300 सतह-वायु एंटी-बैलिस्टिक मिसाइल रक्षा प्रणाली की बैटरी को इसाफान अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के उत्तर-पूर्व में स्थित दिखाया गया है।

बीबीसी द्वारा एक्सेस की गई सैटेलाइट तस्वीरें 15 अप्रैल को गुप्त सुविधा में स्थित एस-300 रक्षा प्रणाली को दिखाती हैं। Google Earth पर नवीनतम छवि उस स्थान को खाली दिखाती है, जिसमें एस-300 मिसाइल रक्षा प्रणाली का कोई निशान मौजूद नहीं है। नटान्ज़ परमाणु सुविधा हमले की जगह के उत्तर में स्थित है।

बीबीसी ने अपने विश्लेषण के आधार पर बताया कि इस प्रणाली में रडार, विशिष्ट मिसाइल लांचर और अन्य उपकरणों से लैस कई वाहन शामिल हैं। कथित तौर पर ड्रोन और मिसाइलों ने सिस्टम पर हमला किया, जिसका अर्थ है कि इजरायली हथियार ईरानी वायु रक्षा प्रणाली से बचने में कामयाब रहे और बिना पहचाने चले गए और एंटी-बैलिस्टिक मिसाइल रक्षा प्रणाली से लैस क्षेत्र पर हमला कर दिया।

न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, दोनों ईरानी अधिकारियों ने कहा कि ईरान की सेना ने शुक्रवार को ड्रोन, मिसाइलों और विमानों सहित ईरान के हवाई क्षेत्र में प्रवेश करने वाली किसी भी चीज़ का पता नहीं लगाया है। यह आकलन ईरान की राज्य मीडिया एजेंसी आईआरएनए द्वारा समर्थित है, जिसने कहा, कोई मिसाइल हमला नहीं हुआ था और ईरान की वायु रक्षा प्रणाली सक्रिय नहीं हुई थी। बीबीसी और न्यूयॉर्क टाइम्स द्वारा मूल्यांकन की गई उपग्रह छवियां सुविधा को नुकसान दिखाती हैं।
बीबीसी ने कहा कि एस-300 रक्षा प्रणाली का रडार क्षतिग्रस्त हो गया था लेकिन मिसाइल लांचर बरकरार थे। अग्नि नियंत्रण रडार मिसाइल को लक्ष्य की ओर निर्देशित करता है और प्रणाली में एक महत्वपूर्ण तत्व है। शासन की आलोचना करने वाली समाचार एजेंसी ईरान इंटरनेशनल ने कहा, “छवि स्पष्ट रूप से दिखाती है कि सिस्टम का रडार, जो सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलों का मार्गदर्शन करता है, नष्ट हो गया है,” वाशिंगटन इंस्टीट्यूट के एक वरिष्ठ फेलो फरज़िन नादिमी ने कहा। एजेंसी को बताया.

क्षति की सीमा अभी भी अज्ञात है और कथित तौर पर इज़राइल द्वारा किन हथियारों का इस्तेमाल किया गया था यह अभी भी स्पष्ट नहीं है क्योंकि दोनों पक्षों ने दावों का खंडन किया है। हालाँकि, न्यूयॉर्क टाइम्स ने पश्चिमी अधिकारियों के हवाले से बताया कि इज़राइल का हमला ईरान को एक संदेश देने के लिए किया गया था कि वह उसकी रक्षा प्रणालियों को बिना पहचाने ही दरकिनार कर सकता है, साथ ही यह भी कहा कि न तो मिसाइल और न ही उसे दागने वाला विमान जॉर्डन के हवाई क्षेत्र में प्रवेश किया, पश्चिमी अधिकारियों ने कहा.

रूस ने वर्षों की बातचीत के बाद 2016 में ईरान को S-300 वायु रक्षा प्रणाली की डिलीवरी पूरी की। सबसे दुर्जेय वायु रक्षा प्रणालियों में से एक की आपूर्ति ने इज़राइल के भीतर चिंता पैदा कर दी। 2010 में पश्चिम के दबाव के बाद रूस को ईरान के साथ समझौते को रद्द करने के लिए मजबूर होना पड़ा।

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Iran Israel Attack : वीकेंड से पहले इजराइल पर हमला कर सकता है ईरान, अमेरिका का बड़ा दावा https://ekolkata24.com/uncategorized/iran-israel-attack-benjamin-netanyahu-ex-mossad-officer-and-us-officials-statement Fri, 12 Apr 2024 18:27:28 +0000 https://ekolkata24.com/?p=47215 सीरिया की राजधानी दमिश्क में इजराइल ने ईरानी दूतावास पर हमला किया था. इस हमले के बाद ईरान ने सबक सिखाने का ऐलान कर दिया था. कहा जा रहा है कि वीकेंड से पहले वो हमला कर सकता है. इसके साथ ही प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अपने मंसूबे जाहिर कर दिए हैं. उन्होंने कहा कि हम डिफेंस और अटैक दोनों के लिए तैयार हैं. इसी बीच दो अमेरिकी अधिकारियों और मोसाद की एक पूर्व अधिकारी ने बड़ा दावा किया है.
सीबीएस न्यूज से बात करते हुए दो अमेरिकी अधिकारियों ने कहा, ईरान किसी भी समय इजराइल पर अटैक कर सकता है. इसमें 100 से ज्यादा ड्रोन के साथ ही मिसाइल अटैक भी हो सकते हैं. वो सैन्य अड्डों को भी निशाना बना सकता है. इजराइल के लिए ये काफी चुनौती पूर्ण होगा.

‘2019 की तरह अटैक कर सकता है ईरान’
इजराइली खुफिया एजेंसी मोसाद की पूर्व अधिकारी सिमा शाइन ने कहा कि इजराइल पर ईरान 2019 की तरह मिसाइल और ड्रोन अटैक कर सकता है. वो सेना और अन्य प्रतिष्ठानों को नुकसान पहुंचाना चाहेंगे. इससे काफी नुकसान भी होगा. बता दें कि सऊदी अरब पर मिसाइल अटैक हुआ था. सऊदी ने इसका आरोप ईरान पर लगाया था.
जो हमें नुकसान पहुंचाएगा…- इजराइली पीएम
उधर, प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने एयरबेस का दौरा भी किया है. हर बात की तरह उन्होंने अपने दुश्मनों से कहा है कि जो उन्हें नुकसान पहुंचाएगा, उसे वो नुकसान पहुंचाएंगे. हम रक्षात्मक और आक्रामक दोनों तरह से तैयार हैं. वहीं, तेहरान ने खुले मंच से अभी ये नहीं कहा है कि वो कब और कैसे हमले करेगा. मगर, इजराइल पर डायरेक्ट अटैक होता है तो डर है कि ईरानी समर्थक हमास के खिलाफ चल रहे इजराइल के युद्ध को विध्वसंक रूप दे सकते हैं.

ईरान ने समुद्र में उतार दिए अपने दो जहाज
ईरान दो टूक कह चुका है कि वो इजराइल को सबक सिखाएगा. उसने फारस की खाड़ी (पर्शियन गल्फ) और लाल सागर में अपने दो जहाजों को भी उतार दिया है. इन जहाजों की क्षमता को जानते हुए अमेरिकी और इजराइली एजेंसियां अलर्ट पर हैं. ये जहाज क्रूज मिसाइलों और यूएवी को लॉन्च करने की क्षमता रखते हैं.

उधर, इजराइल को ये जानकारी भी मिली है कि इन जहाजों के जरिए ईरान समुद्र से हमले का आगाज कर सकता है. साथ ही सैन्य अड्डों पर ड्रोन अटैक भी कर सकता है. इसको देखते हुए इजराइल के कोस्टल एरिया हाई अलर्ट पर हैं. इसके साथ ही ईरान ने अमेरिका के साथ ही मिडिल ईस्ट के देशों के लिए चेतावनी जारी की है. कहा है कि ईरान के खिलाफ जाने वालों को गंभीर परिणाम भुगतने होंगे.

‘ये तो तय है कि ईरान हमला करेगा, लेकिन…’
ईरानी सेना में कमांडर (नॉर्दन एयर डिंफेंस रीजन) ने कहा कि हम किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए तैयार हैं. अगर, एयरस्पेस में घुसपैठ की किसी भी कोशिश और साजिश का ऐसा जवाब देंगे, जो दुश्मनों के होश उड़ा देगा. अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद में प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि ईरान हमला करेगा, ये तो तय है. मगर हम इससे जुड़ी जानकारियों सार्वजनिक नहीं कर सकते. इन सबके बीच भारत और अमेरिका के बाद फ्रांस, रूस और यूके ने भी अपने नागरिकों के लिए ट्रेवल एडवाइजरी जारी की है.

अमेरिका ने नागरिकों के लिए जारी की एडवाइजरी
उधर, ईरानी के हमले की आशंका को देखते हुए अमेरिका ने इजराइल में अपने नागरिकों को यात्रा न करने की चेतावनी दी है. कहा है कि उन्हीं शहरों में रहें जो आयरन डोम सिस्टम से रॉकेट हमलों को बचा सकते हैं. इतना ही नहीं, इजराइल में अमेरिकी सरकारी कर्मचारियों की यात्रा पर पाबंदी भी लगाई जा सकती है.

ईरान-इजराइल में रह रहे नागरिकों से भारत की अपील
विदेश मंत्रालय ने ईरान और इजराइल में रह रहे अपने नागरिकों से कहा है कि अपनी सुरक्षा को लेकर विशेष सावधानी बरतें. भारतीय दूतावासों से संपर्क करें. अपना रजिस्ट्रेशन कराएं. इसके साथ ही देश के लोगों को सलाह है कि वो अगली सूचना तक ईरान या इजराइल की यात्रा न करें.

दमिश्क में हमले के बाद भारत ने कही थी ये बात
सीरिया की राजधानी दमिश्क में ईरानी राजनयिक परिसर पर हुए हमले पर भारत ने चिंता व्यक्त की थी. कहा था कि वो पश्चिम एशिया में बढ़ते तनाव को लेकर चिंतित है. बताते चलें कि 7 अक्टूबर को हमास ने इजरायल पर हमला किया था. इसमें 1,200 लोगों की हत्या की थी. साथ ही 220 से ज्यादा लोगों को बंधक बनाया था. हालांकि, इसमें से कुछ को सीजफायर के बाद रिहा किया था. उधर, हमास के हमले के बाद जंग का ऐलान करते हुए इजराइल ने हमले शुरू किए. इन हमलों में 30 हजार से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है.

कंस्ट्रक्शन इंडस्ट्री के जरिए फिलिस्तीन को झटका
एक रिपोर्ट में कहा गया था कि कंस्ट्रक्शन इंडस्ट्री के जरिए भी इजराइल फिलिस्तीन को बड़ा झटका देने की तैयारी कर रहा है. वो 90 हजार फिलिस्तीनियों को हटाकर उनकी जगह 1 लाख भारतीय श्रमिकों की भर्ती पर विचार कर रहा है. इस प्लान के तहत भारत से 6 हजार से ज्यादा श्रमिकों को अप्रैल और मई में इजराइल ले जाना था. अब ईरान के संभावित हमले को देखते हुए इजराइल ने बड़ा फैसला लिया है. अब तय किया है कि ‘एयर शटल’ के जरिए भारतीय श्रमिकों को ले जाने की व्यवस्था करेगा.

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সেনাবাহিনীর সামাজিক লাইফ ‘কাটছাঁটে’র ব্যবস্থা প্রতিরক্ষা মন্ত্রকের https://ekolkata24.com/uncategorized/now-the-defence-force-to-create-guidelines-for-soldiers-on-social-media Sun, 09 Jan 2022 05:53:17 +0000 https://ekolkata24.com/?p=18508 বড় সিদ্ধান্তের পথে হাঁটতে চলেছে ইসরায়েলের প্রতিরক্ষা মন্ত্রক। এবার সোশ্যাল মিডিয়ায় নিজেদের সেনাবাহিনীর গতিবিধির ওপর নজর রাখতে চলেছে প্রতিরক্ষা মন্ত্রক। এক রিপোর্ট অনুযায়ী, ইজরায়েল প্রতিরক্ষা বাহিনী (IDF) সোশ্যাল মিডিয়ায় সৈন্যদের জন্য আচরণবিধির ওপর নজর রাখার জন্য প্রস্তত হচ্ছে।

প্রতিরক্ষা মন্ত্রক সৈন্যদের জন্য সামাজিক প্রচার মাধ্যমের নির্দেশিকা নির্ধারণের জন্য সামরিক ও সোশ্যাল মিডিয়ার বিশেষজ্ঞদের নিয়ে একটি “টাস্ক ফোর্স” গঠন করা হয়। মেজর জেনারেল ইয়ানিভ আসোর-এর অনুরোধের ভিত্তিতে মাত্র ২ মাসের মধ্যে এই টাস্ক ফোর্সটি গঠন করা হয়। এই দলে বেশ কয়েকজন আইডিএফ জেনারেল রয়েছেন। এই রিপোর্টে আরও বলা হয়েছে, টুইটার, ইনস্টাগ্রাম, টিকটক এবং অন্যান্য সোশ্যাল মিডিয়া প্ল্যাটফর্মে সক্রিয় কর্তব্যরত কর্মীদের জন্য নিয়ম নির্ধারণের লক্ষ্যে এই পদক্ষেপ গ্রহণ করা হয়েছে। বর্তমানে, আইডিএফ সৈন্যদের তাদের ইউনিফর্ম সহ সামরিক সাইট এবং ঘাঁটিসহ তাদের ছবি সোশ্যাল মিডিয়ায় পোস্ট করতে নিষেধ করা হয়েছে। নাম প্রকাশে অনিচ্ছুক আইডিএফ-এর এক মুখপাত্র জানিয়েছেন, সেনাবাহিনীর একাংশ এখনও এই বিষয়ে কিছু জানেন না।

এছাড়া আইডিএফ ডিজিটাল স্পেসে তার কর্মীদের জন্য নতুন নিয়ম নির্ধারণের কাজ শুরু করায় নতুন নিয়মের সময়সীমা সম্পর্কে এখনও কিছু তেমন স্পষ্ট নয়। প্রশ্ন উঠছে, সোশ্যাল মিডিয়ায় সেনা জওয়ানদের বেশি ‘অ্যাক্টিভিটি’ দেশের প্রতিরক্ষাবাহিনীর ক্ষেত্রে বিপদের আশঙ্কা বাড়াচ্ছে? উল্লেখিত এই রিপোর্টে দাবি করা হয়েছে যে নতুন নিয়মগুলি সৈন্যদের স্বাধীনতা হ্রাস করার উদ্দেশ্যে নয়। তবে জাতীয় নিরাপত্তা নিশ্চিত করার লক্ষ্যে কার্যক্রমকে সুশৃঙ্খল করার জন্য ডিজাইন করা হবে।

শেষ পাওয়া খবর অনুযায়ী, ইতিমধ্যে ইজরায়েলের প্রতিরক্ষা দফতর বিশেষজ্ঞদের সঙ্গে পরামর্শ শুরু করেছে যাতে বর্তমানে প্রাথমিক পর্যায়ে এই উদ্যোগের পাশাপাশি নতুন পরিকল্পনা প্রণয়ন করা যায়।

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Turkey: দুরন্ত মোসাদ গুপ্তচরদের ষড়যন্ত্র বানচাল, আরব দুনিয়া সরগরম https://ekolkata24.com/uncategorized/15-mossad-agents-arrested-in-turkey Fri, 22 Oct 2021 14:01:46 +0000 https://www.ekolkata24.com/?p=8721 নিউজ ডেস্ক: ইজরায়েলের গোয়েন্দা সংস্থা মোসাদের সঙ্গে যোগাযোগ করে গোপন ফাইল হাতিয়ে নেওয়ার ষড়যন্ত্র বানচাল। তুরস্ক সরকার ১৫ জন মোসাদ এজেন্টকে গ্রেফতার করেছে। সাম্প্রতিক সময়ে এতবড় ধাক্কা খায়নি বিশ্ববিখ্যাত গুপ্তচর সংস্থাটি।

তুরস্কের জাতীয় সংবাদ সংস্থা আনাদোলু এজেন্সি জানাচ্ছে, সন্দেহভাজন এই ব্যক্তিরা ইসরায়েলের গোয়েন্দা সংস্থার কাছে গুরুত্বপূর্ণ তথ্য এবং দলিল পাচার করত। ধৃতদের  মধ্যে ফিলিস্তিন এবং সিরিয়ার নাগরিক রয়েছে। কুরিয়ার সার্ভিসের মাধ্যমে তথ্য পাচার করত এবং এর জন্য মোটা অঙ্কের অর্থ পেত তারা।

মোসাদের নজর ছিল যে ফাইলে :

সম্প্রতি তুরস্ক ও ইরান সরকার দুই দেশের নিরাপত্তা ইস্যুতে সহযোগিতা করার লক্ষ্যে  চুক্তি সই করেছে। এই চুক্তিতে দুপক্ষ কৌশলগত সম্পর্ক বিস্তার, যৌথভাবে সন্ত্রাসবাদের বিরুদ্ধে লড়াই ও চোরাচালান মোকাবিলায় পরস্পর সহমত হয়।

ইরানের স্বরাষ্ট্রমন্ত্রী আহমাদ ওয়াহিদি এবং তুরস্কের স্বরাষ্ট্রমন্ত্রী সোলায়মান সইলু তেহরানে বৈঠক করেন। সেখানেই  সমঝোতা হয়। এই ফাইলটির তথ্য সংগ্রহ করতে ইজরায়েলের গুপ্তচর সংস্থা মোসাদ নেমেছিল। তাদের এজেন্টদের খবর পায় তুরস্কের গুপ্তচর বিভাগ। শুরু হয় নজরদারি। সন্দেহ মিটতেই তাদের গ্রেফতার করা হয়।

আটকের পর এসব মোসাদ গুপ্তচরদের আদালতে হাজির করা হয়। তাদেরকে ইস্তাম্বুলের মালতেপে কারাগারে পাঠানোর নির্দেশ দেন বিচারক।

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অনু মালিকের চুরি করা গান ধরা পড়ল ভারত বন্ধু দেশের জাতীয় সংগীতে https://ekolkata24.com/entertainment/anu-malik-gets-trolled-for-copying-israels-national-anthem-hatikvah Tue, 03 Aug 2021 04:31:40 +0000 https://www.ekolkata24.com/?p=1787 টোকিও অলিম্পিকে আর্টিস্টিক জিমন্যাটিক্সে সোনা জিতেছিলেন ইজরায়েলের জিমন্যাস্ট আরতেম দোলপিয়াত। পোডিয়ামে তার সোনা পাওয়ার সময় বেজে উঠেছিল সে দেশের জাতীয় সংগীত। তা শুনেই হতবাক ভারতীয় নেটিজেনরা। কারণ এই সুর যে তাদের চেনা।

আরও পড়ুন সৌরভ শুধুই সহবাস সঙ্গী: বিস্ফোরক অভিনেত্রী অনিন্দিতা

নয়ের দশকে বলিউডে মুক্তি পেয়েছিল হ্যারি বাওয়েজা পরিচালিত ‘দিলজ্বলে’। মুখ্য ভূমিকায় অভিনয় করেছিলেন অজয় দেবগন, সোনালি বেন্দ্রে। সেই সিনেমার একটি গানের সঙ্গেই পড়শি দেশের জাতীয় জাতীয় সংগীতের মিল পেয়েছেন নেটিজেনরা। সিনেমার ‘মেরা মুল্ক মেরা দেশ’ গানটি যেন তার ফটোকপি।

https://youtu.be/oA3jor52HDE

১৯৯৬ সালে মুক্তি পাওয়া ওই সিনেমার আটটি গানেই সুর দিয়েছিলেন বলিউডের জনপ্রিয় সুরকার অনু মালিক। ‘মেরা মুলক মেরা দেশ’ গানের দু’টি ভার্সান তৈরি হয়েছিল। একটি গেয়েছিলেন কুমার শানু ও আদিত্য নারায়ণ। আরেকটি ভার্সান গেয়েছিলেন কবিতা কৃষ্ণমূর্তি। আর তা নিয়েই প্রায় আড়াই দশক পরে বেজায় ট্রোলড হলেন অনু মালিক, সুর চুরির অভিযোগ উঠল তাঁর বিরুদ্ধে।

ইজরায়ের জাতীয় সংগীতের সঙ্গে বলিউড সুরকারের গানের মিল খুঁজে পাওয়ার সঙ্গে সঙ্গেই ট্রোলে ভরে গিয়েছে সোশ্যাল মিডিয়া। এমনিতেই বিতর্ক অনু মালিকের ছায়াসঙ্গী। নেটনাগরিকদের একাংশ কটাক্ষ করে লিখেছেন, “ইজরায়েলের জাতীয় সংগীতকেও বাদ দেননি অনু মালিক। তা দিয়ে তাঁর সিনেমার গানও বানিয়ে ফেলেছিলেন। নেটদুনিয়াটা ছিল বলেই জানতে পারলাম ওর চুরির কথা।”

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