Mumbra railway station – Ekolkata24: Latest Hindi News Updates from Kolkata – Breaking Stories and More https://ekolkata24.com Stay updated with Ekolkata24 for the latest Hindi news, headlines, and Khabar from Kolkata, West Bengal, India, and the world. Trusted source for comprehensive updates Mon, 09 Jun 2025 06:07:10 +0000 en-US hourly 1 https://ekolkata24.com/wp-content/uploads/2024/03/cropped-ekolkata24-32x32.png Mumbra railway station – Ekolkata24: Latest Hindi News Updates from Kolkata – Breaking Stories and More https://ekolkata24.com 32 32 ठाणे के मुम्ब्रा में भीड़ के कारण हुआ भयानक हादसा, 5 यात्रियों की मौत https://ekolkata24.com/top-story/mumbai-train-accident-in-mumbra-5-killed-due-to-overcrowding-in-local-train-near-thane Mon, 09 Jun 2025 06:07:10 +0000 https://ekolkata24.com/?p=51212 मुंबई (Mumbai) भारत का आर्थिक केंद्र और लाखों लोगों की रोजमर्रा की भागदौड़ का गवाह, एक बार फिर एक दुखद ट्रेन हादसे की खबर से सुर्खियों में है। 9 जून 2025 को ठाणे जिले के मुम्ब्रा रेलवे स्टेशन के पास एक स्थानीय ट्रेन से कई यात्री गिर गए, जिसमें कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। यह हादसा छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (CSMT) की ओर जा रही एक लोकल ट्रेन में अत्यधिक भीड़ के कारण हुआ। सेंट्रल रेलवे के अनुसार, भीड़भाड़ के चलते कुछ यात्रियों का संतुलन बिगड़ा और वे चलती ट्रेन से गिर गए। इस हादसे ने एक बार फिर मुंबई की उपनगरीय रेल प्रणाली में सुरक्षा और बुनियादी ढांचे की कमियों को उजागर किया है।

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हादसे का विवरण
9 जून 2025 की सुबह, मुम्ब्रा रेलवे स्टेशन के पास एक लोकल ट्रेन में अत्यधिक भीड़ के कारण यह दुखद हादसा हुआ। सेंट्रल रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि ट्रेन CSMT की ओर जा रही थी, जब भारी भीड़ के कारण कुछ यात्री दरवाजे के पास खड़े थे। इसी दौरान उनका संतुलन बिगड़ा और वे ट्रेन से गिर गए। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, इस हादसे में पांच यात्रियों की मौत हो गई, जबकि कई अन्य घायल हुए। घायलों को तुरंत नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है।

हादसे की खबर फैलते ही रेलवे पुलिस और रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (RPF) मौके पर पहुंची और बचाव कार्य शुरू किया गया। सेंट्रल रेलवे ने बयान जारी कर कहा कि हादसे की जांच शुरू कर दी गई है और भीड़भाड़ को इसकी मुख्य वजह माना जा रहा है। स्थानीय लोगों और यात्रियों ने इस हादसे पर गहरा दुख जताया है और रेलवे प्रशासन से सुरक्षा उपायों को मजबूत करने की मांग की है।

मुंबई की लोकल ट्रेनों में भीड़ और सुरक्षा की चुनौतियां
मुंबई की उपनगरीय रेल प्रणाली, जिसे शहर की “जीवनरेखा” कहा जाता है, प्रतिदिन लाखों यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाती है। हालांकि, अत्यधिक भीड़ और अपर्याप्त बुनियादी ढांचा इस प्रणाली की सबसे बड़ी चुनौतियां हैं। बॉम्बे हाई कोर्ट को हाल ही में दी गई एक रिपोर्ट के अनुसार, पिछले 20 वर्षों में मुंबई की उपनगरीय ट्रेनों में 51,000 से अधिक लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। इनमें से अधिकांश मौतें ट्रैक पार करने, चलती ट्रेन से गिरने, और भीड़भाड़ के कारण हुई हैं।

2023 में मुंबई की उपनगरीय रेलवे में 2,590 मौतें दर्ज की गईं, जिसमें 1,277 लोग ट्रैक पार करते समय मारे गए और 590 लोग चलती ट्रेन से गिरने के कारण जान गंवा बैठे। इस तरह के हादसे मुंबई में आए दिन होते रहते हैं, जिसके लिए रेलवे की भीड़ प्रबंधन प्रणाली और सुरक्षा उपायों पर सवाल उठते हैं।

हादसे के कारण और जांच
मुम्ब्रा हादसे की प्रारंभिक जांच में अत्यधिक भीड़ को मुख्य कारण बताया गया है। सेंट्रल रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि सुबह के व्यस्त समय में ट्रेनों में यात्रियों की संख्या उनकी क्षमता से कहीं अधिक होती है। एक ट्रेन कोच, जिसकी क्षमता 100 यात्रियों की है, में पीक आवर्स के दौरान 450 तक यात्री सवार होते हैं। इस भीड़भाड़ के कारण यात्री अक्सर दरवाजे के पास लटकते हैं, जिससे हादसों का खतरा बढ़ जाता है।

इसके अलावा, रेलवे ट्रैकों के पास बस्तियों का होना और कचरा जमा होने से भी समस्याएं बढ़ती हैं। बारिश के मौसम में जलभराव के कारण ट्रेनों का संचालन और प्रभावित होता है, जिससे यात्रियों को अतिरिक्त जोखिम का सामना करना पड़ता है।

राजनीतिक और सामाजिक प्रतिक्रियाएं
इस हादसे के बाद राजनीतिक दलों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने रेलवे प्रशासन पर निशाना साधा है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हाल ही में एक अन्य ट्रेन हादसे के संदर्भ में केंद्र सरकार की लापरवाही पर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा था, “रेलवे में बार-बार होने वाले हादसों को कब तक बर्दाश्त किया जाएगा? क्या सरकार इसकी गंभीरता को समझेगी?”

स्थानीय कार्यकर्ता और रेल यात्री संगठनों ने मांग की है कि रेलवे को बंद दरवाजों वाली ट्रेनें शुरू करनी चाहिए और प्लेटफॉर्म व ट्रैकों के बीच दीवारें और बाड़ बनाने चाहिए। इसके अलावा, ट्रेनों की संख्या बढ़ाने और भीड़ प्रबंधन के लिए तकनीकी उपायों को लागू करने की भी मांग उठ रही है।

रेलवे की प्रतिक्रिया और बचाव कार्य
सेंट्रल रेलवे ने हादसे के बाद तुरंत बचाव कार्य शुरू किए और घायलों को अस्पताल पहुंचाया। रेलवे ने हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं ताकि प्रभावित यात्रियों के परिवारजन जानकारी प्राप्त कर सकें। इसके अलावा, मृतकों के परिजनों के लिए मुआवजे की घोषणा की गई है। रेलवे ने कहा कि इस हादसे की गहन जांच की जाएगी और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कदम उठाए जाएंगे।

मुंबई की रेल प्रणाली में सुधार की जरूरत
मुंबई की उपनगरीय रेल प्रणाली में सुधार के लिए सरकार ने हाल के वर्षों में $30 बिलियन के आधुनिकीकरण कार्यक्रम की शुरुआत की है। इसके बावजूद, बार-बार होने वाले हादसे इस बात का संकेत हैं कि अभी और काम करने की जरूरत है। 2023 में ओडिशा में हुए तिहरे ट्रेन हादसे, जिसमें लगभग 300 लोग मारे गए थे, ने रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाए थे।

विशेषज्ञों का मानना है कि रेलवे को न केवल बुनियादी ढांचे में सुधार करना चाहिए, बल्कि यात्रियों की सुरक्षा के लिए तकनीकी नवाचारों को भी अपनाना चाहिए। इसमें स्वचालित दरवाजे, उन्नत सिग्नलिंग सिस्टम, और भीड़ प्रबंधन के लिए डिजिटल समाधान शामिल हैं।

मुम्ब्रा रेलवे स्टेशन के पास हुआ यह हादसा मुंबई की रेल प्रणाली में मौजूद खामियों को फिर से उजागर करता है। अत्यधिक भीड़, अपर्याप्त बुनियादी ढांचा, और सुरक्षा उपायों की कमी इस तरह के हादसों के लिए जिम्मेदार हैं। इस दुखद घटना ने पांच परिवारों को असहनीय नुकसान पहुंचाया है और समाज से यह सवाल पूछा है कि आखिर कब तक ऐसी त्रासदियां सहन की जाएंगी। रेलवे प्रशासन और सरकार को तत्काल कदम उठाने होंगे ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। उपभोक्ताओं को भी सलाह दी जाती है कि वे यात्रा के दौरान सावधानी बरतें और भीड़भाड़ वाली ट्रेनों में दरवाजे के पास खड़े होने से बचें।

 

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