केंद्र सरकार, सीबीआई और एनटीए ने नीट-यूजी मामले में हलफनामा दााखिल कर दिया है। केंद्र सरकार की ओर से दायर हलफनामे में कहा गया कि नीट-यूजी 2024 के नतीजों का डेटा एनालिसिस भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास ने किया और विशेषज्ञों के निष्कर्षों के अनुसार अंक वितरण में अनियमितता के संकेत नहीं मिले।
केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में दाखिल अतिरिक्त हलफनामे में कहा कि 2024-25 के लिए स्नातक सीटों के वास्ते काउंसिलिंग की प्रक्रिया जुलाई के तीसरे सप्ताह से शुरू हो रहे चार चरणों में की जाएगी। जबकि एनटीए ने अपने हलफनामे में बड़े पैमाने पर कदाचार से इनकार कर दिया है. एनटीए ने कोर्ट को प्रश्न पत्रों की गोपनीय छपाई, उसे लाने-ले जाने और वितरण के लिए स्थापित व्यवस्था की भी जानकारियां दी।
सुप्रीम कोर्ट ने 8 जुलाई को नीट-यूजी मामले में सुनवाई की थी। जिसमें कड़ी टिप्पणी करते हुए कहा था कि यदि मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट-यूजी 2024 की शुचिता ‘नष्ट’ हो गई है तो दोबारा परीक्षा का आदेश देना होगा. कोर्ट ने एनटीए और केंद्र सरकार से कई सवाल पूछे और उसकी जानकारी मांगी।
सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के दौरान कहा था कि यदि मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट-यूजी 2024 की शुचिता ‘नष्ट’ हो गई है और यदि इसके लीक प्रश्नपत्र को सोशल मीडिया के जरिये प्रसारित किया गया है तो दोबारा परीक्षा कराने का आदेश देना होगा. कोर्ट ने कहा था कि यदि प्रश्नपत्र लीक टेलीग्राम, व्हाट्सऐप और इलेक्ट्रॉनिक माध्यमों से हो रहा है, तो यह जंगल में आग की तरह फैलेगा. पीठ ने कहा था कि यदि परीक्षा की शुचिता नष्ट हो जाती है, तो दोबारा परीक्षा का आदेश देना होगा. यदि हम दोषियों की पहचान करने में असमर्थ हैं, तो दोबारा परीक्षा का आदेश देना होगा. पीठ ने कहा, जो हुआ, हमें उसे नकारना नहीं चाहिए.
नीट-यूजी 2024 में कुल 67 छात्रों ने 720 अंक प्राप्त किए, जो राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) के इतिहास में पहली बार हुआ. इस सूची में हरियाणा के एक केंद्र के छह छात्र शामिल हैं, जहां परीक्षा में अनियमितताओं को लेकर संदेह उत्पन्न हुआ. यह आरोप लगाया गया है कि ग्रेस मार्क्स के चलते 67 छात्रों को टॉप रैंक प्राप्त करने में मदद मिली.
]]>नीट पेपर लीक मामले पर सीबीआई ने आज बड़ी कार्रवाई करते हुए गुजरात में सात जगहों पर छापेमारी की। सीबीआई ने गुजरात के चार जिलों आणंद, खेड़ा, अहमदाबाद और गोधरा में सात ठिकानों पर शनिवार सुबह छापा मारा। इससे पहले सीबीआई ने शुक्रवार को झारखंड में एक स्कूल पर छापा मारकर स्कूल के प्रधानाचार्य और उप-प्रधानाचार्य को भी गिरफ्तार किया था।
सीबीआई के अधिकारियों ने बताया कि हजारीबाग स्थित ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल एहसानुल हक को 5 मई को राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) द्वारा आयोजित मेडिकल प्रवेश परीक्षा के लिए हजारीबाग का सिटी-कोऑर्डिनेटर बनाया गया था। वहीं स्कूल के उप-प्रधानाचार्य इम्तियाज आलम को एनटीए का पर्यवेक्षक और ओएसिस स्कूल का केंद्र समन्वयक नियुक्त किया गया था। नीट पेपर लीक मामले में सीबीआई ने जिले के पांच और लोगों से भी पूछताछ की। अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि पत्रकार जमालुद्दीन अंसारी को कथित तौर पर प्रधानाचार्य और उप-प्रधानाचार्य की मदद करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
सीबीआई ने नीट के कथित पेपर लीक मामले में छह एफआईआर दर्ज की हैं। इनमें से एक एफआईआर सीबीआई ने केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की शिकायत पर खुद दर्ज की है। वहीं पांच एफआईआर राज्य सरकारों ने दर्ज की थीं, जिनकी जांच भी अब सीबीआई द्वारा की जा रही है। सीबीआई ने नीट पेपर लीक से जुड़े बिहार, गुजरात के एक-एक मामले और राजस्थान के तीन मामलों की जांच कर रही है। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा का आयोजन एनटीए द्वारा कराया जाता है। जिसके आधार पर सरकारी या निजी कॉलेजों में मेडिकल में एमबीबीएस, बीडीएस और आयुष संबंधी कोर्सों में दाखिला दिया जाता है।
इस साल 5 मई को देशभर के 571 शहरों में 4,750 केंद्रों पर नीट की परीक्षा का आयोजन किया गया था। 23 लाख से ज्यादा छात्रों ने यह परीक्षा दी थी, जिनमें 14 विदेशी छात्र भी शामिल हैं। नीट प्रवेश परीक्षा को लेकर पेपर लीक जैसे गंभीर आरोप लग रहे हैं। हालांकि सरकार इससे इनकार कर रही है। मामला सुप्रीम कोर्ट में भी गया, लेकिन सर्वोच्च अदालत ने भी काउंसलिंग पर रोक लगाने से इनकार कर दिया है। विपक्ष इस मुद्दे पर संसद में हंगामा कर रहा है और नीट पेपर लीक की जांच की मांग कर रहा है। बढ़ते विरोध के बाद सरकार ने बीती 23 जून को नीट पेपर लीक मामले में पहली एफआईआर दर्ज कराई।
]]>उन्होंने यह दावा भी किया कि शिक्षण संस्थाओं पर भारतीय जनता पार्टी और उसके मातृत्व संगठन से जुड़े लोगों ने कब्जा कर लिया है और जब तक इस स्थिति को बदला नहीं जाता तब तक पेपर लीक होना बंद नहीं होंगे।
राहुल गांधी ने संवाददाताओं से कहा कि विपक्ष संसद के आगामी सत्र में इस मुद्दे को उठाएगा। उन्होंने कहा, “कहा जा रहा था कि नरेंद्र मोदी जी रूस और यूक्रेन के बीच लड़ाई रोक दी थी… लेकिन हिंदुस्तान में पेपर लीक को रोक नहीं पा रहे हैं या रोकना नहीं चाहते।”
राहुल गांधी ने दावा किया कि युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि मध्य प्रदेश में हुए ‘व्यापम’ घोटाले को पूरे देश में फैलाने की कोशिश की जा रही है। कांग्रेस नेता ने कहा, “मामले की जांच की जा रही है…कोई न कोई जिम्मेदार है। उन्हे पकड़ा जाना चाहिए।”
मेडिकल प्रवेश परीक्षा ‘नीट’ को लेकर उपजे विवाद के बीच, शिक्षा मंत्रालय ने राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) द्वारा आयोजित यूजीसी-नेट परीक्षा रद्द करने का बुधवार को आदेश दिया और मामले को गहन जांच के लिए केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को सौंपा है।
]]>एनटीए ने यूजीसी-नेट की इस परीक्षा को दो शिफ्ट में कराया था। गौरतलब है कि एनटीए ने इस बार ऑफलाइन तरीके से ओएमआर शीट पर परीक्षा का आयोजन किया था। देशभर में 317 केंद्रों पर 11.21 लाख छात्रों ने परीक्षा दी थी। शिक्षा मंत्रालय ने बयान में कहा ‘परीक्षा प्रक्रिया की सर्वोच्च स्तर की पारदर्शिता और पवित्रता बनाए रखने के लिए भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय ने फैसला किया है कि यूजीसी-नेट जून 2024 की परीक्षा को रद्द किया जाता है।
एएमयू के छात्र शाहिद अली ने बताया कि यह मैं अपना परिवार छोड़कर तैयारी कर रहा हूं, ईद की खुशियां भी हम लोग नहीं मना पाए। उसके बाद में यह सुना है कि पेपर कैंसिल हो गया। नीट के पेपर लीक को छुपाने के लिए नेट की अफवाह फैलाई और यह अफवाह है तो उसको क्लेयर करें। यूजीसी इतनी बड़ी ब्रांड है अपने आप में क्यों जिम्मेदारी लेती है जब एग्जाम नहीं कंडक्ट कर सकती। उसको यह जिम्मेदारी लेनी नहीं चाहिए.कितने बच्चों के साथ खिलवाड़ हुआ है।
एएमयू छात्र मिस्बाह में बताया कि नेट की परीक्षा बकरीद के अगले दिन थी. काफी छात्र अपने घर भी नहीं गए और इस परीक्षा में धांधली होती है और वह कैंसिल होती है दोबारा हमको मेहनत करनी पड़ेगी। फिर टेस्ट सेंटर तक जाने के लिए अपना पैसा सब चाहिए, यह बहुत गलत है इस तरीके से जो भी चीज हो रही है उसको सरकार पर एक तगड़ा कानून बनना चाहिए और इस पर प्रतिबंध लगाना चाहिए कि आगे कोई ऐसी चीज ना हो
]]>
67 छात्रों को 720 में से 720 मार्क्स मिलने पर जब NTA से सवाल पूछा गया था तो NTA इसके पीछे की वजह ग्रेस मार्क्स बताया था। NTA ने अपनी सफाई में कहा था कि कुछ एग्जाम सेंटर्स पर लॉस ऑफ टाइम की वजह से कुल 1563 छात्रों को ग्रेस मार्क्स दिए गए हैं जिसकी वजह से 44 छात्रों के मार्क्स 720 हुए। हालांकि आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के बाद NTA को ग्रेस मार्क्स रद्द करने का निर्देश दिया गया।
NEET रिजल्ट के बाद दाखिल की गई याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई करते हुए कहा कि ग्रेस मार्क्स पाने वाले 1563 छात्रों का ही री-एग्जाम कराया जाएगा। इससे पहले एनटीए ने कहा था करीब 24 लाख छात्रों में से केवल 1563 छात्रों के परीक्षा परिणाम तक समस्या सीमित है। बाकी स्टूडेंट्स को कोई परेशानी नहीं है।
सुप्रीम कोर्ट ने आज फिर दोहराया है कि NEET UG की काउंसलिंग पर कोई रोक नहीं लगाई जाएगी। स्टूडेंट्स काउंसलिंग राउंड में शामिल हो सकते हैं। 23 जून को दोबार नीट एग्जाम होगा और 30 जून को इसका रिजल्ट घोषित होने की उम्मीद है। ताकि जुलाई में नीट की काउंसलिंग शुरू हो सके। NTA की तरफ से कहा गया कि छात्रों का डर दूर करने के लिए यह निर्णय लिया जा रहा है। जिन स्टूडेंट्स को NTA की तरफ से ग्रेस मार्क्स दिए गिए हैं उनको एनटीए ने दो ऑप्शन दिए हैं। यह छात्र री-एग्जाम में बैठ सकते हैं या फिर अपने पुराने स्कोर के साथ ही काउंसलिंग की तरफ आगे बढ़ सकते हैं लेकिन उनके स्कोरकार्ड से ग्रेस मार्क्स हटा दिए जाएंगे। जिन कैंडिडेट को कॉन्फिडेंस है कि वे दोबारा परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं तो वे री-एग्जाम में शामिल होने का फैसला ले सकते हैं।
दरअसल, 5 मई को देशभर में हुई नीट परीक्षा कराने वाली NTA ने 4 जून को जब रिजल्ट जारी किया तो देश भर में हंगामा खड़ा हो गया। वजह 67 बच्चों को जहां 720 में 720 नंबर मिले थे, वहीं इससे भी ज्यादा 1563 बच्चों को ग्रेस मार्किंग दी गई थी। यह ग्रेस मार्किंग 10, 20 या 30 नंबर की नहीं 100 से 150 नंबर तक की दी गई थी, जिसकी वजह से कई बच्चे जो मेरिट में बाहर थे वो मेरिट में आ गए और जो मेरिट वाले बच्चे थे उनके लिए गवर्नमेंट कॉलेज में एडमिशन पाना मुश्किल हो गया।
]]>परीक्षण एजेंसी ने छात्रों को अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करने और आगामी परीक्षाओं की तैयारी करने की सलाह दी।
विभिन्न कारणों से राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा (स्नातक) (एनईईटी-यूजी) 2024 के लिए आवेदन करने का अवसर चूक चुके छात्रों को एक बड़ी राहत देते हुए, राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) ने आज पंजीकरण विंडो फिर से खोल दी।
एप्लिकेशन विंडो आज खुली और 10 अप्रैल को रात 11.50 बजे बंद हो जाएगी। इच्छुक और योग्य उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन कर सकते हैं।
NEET (UG) 2024 5 मई को दोपहर 2 बजे से शाम 5.20 बजे तक देशभर में और देश के बाहर 14 शहरों में पेन और पेपर (ऑफ़लाइन) मोड में आयोजित किया जाएगा।
NEET (UG) – 2024 परीक्षा के संबंध में अधिक प्रश्नों के लिए, उम्मीदवारों को 011-40759000 पर संपर्क करने या [email protected] पर ईमेल करने की सलाह दी जाती है।
इस साल 19 अप्रैल से 1 जून के बीच होने वाले लोकसभा चुनाव के कारण विभिन्न परीक्षाओं का कार्यक्रम पुनर्निर्धारित किया गया है। चुनावों के कारण यूपीएससी सिविल सेवा प्रारंभिक और एनईईटी पीजी सहित विभिन्न प्रतियोगी और प्रवेश परीक्षाओं को पुनर्निर्धारित किया गया है। अन्य प्रभावित परीक्षाओं में महाराष्ट्र हेल्थ एंड टेक्निकल कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (एमएचटी सीईटी), द तेलंगाना स्टेट इंजीनियरिंग, एग्रीकल्चर एंड फार्मेसी कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (टीएस ईएपीसीईटी), द तेलंगाना स्टेट पॉलिटेक्निक कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (टीएस पॉलीसेट), और चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) शामिल हैं। ) परीक्षा।
यहां कुछ परीक्षाओं की संशोधित तिथियां दी गई हैं:
एमएचटी सीईटी (पीसीएम और पीसीबी): मूल रूप से 16-30 अप्रैल को होने वाली परीक्षा अब भौतिकी, रसायन विज्ञान और गणित (पीसीएम) के लिए 2-17 मई और भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीवविज्ञान (पीसीबी) के लिए 22-30 अप्रैल को आयोजित की जाएगी। ). परीक्षा से 10 दिन पहले एडमिट कार्ड जारी किए जाएंगे.
जेईई मेन 2024: प्रवेश परीक्षा अब 4-15 अप्रैल के पूर्व कार्यक्रम के बजाय 4-12 अप्रैल को होगी।
टीएस ईएपीसीईटी 2024: तेलंगाना राज्य इंजीनियरिंग, कृषि और फार्मेसी कॉमन एंट्रेंस टेस्ट-2024 (टीएस ईएपीसीईटी-2024) 9-12 मई तक दो पालियों में आयोजित किया जाएगा। परीक्षा दो सत्रों में होगी, पहला सुबह 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक और दूसरा दोपहर 3 बजे से शाम 6 बजे के बीच।
टीएस पॉलीसेट: तेलंगाना स्टेट पॉलिटेक्निक कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (टीएस पॉलीसेट) को 17 मई से 24 मई तक पुनर्निर्धारित किया गया है। प्रवेश परीक्षा दो घंटे 30 मिनट तक चलेगी, जो सुबह 11 बजे से दोपहर 1.30 बजे तक आयोजित की जाएगी।
एपी ईएपीसीईटी 2024: आंध्र प्रदेश इंजीनियरिंग, कृषि और फार्मेसी कॉमन एंट्रेंस टेस्ट, जो पहले 13-19 मई के लिए निर्धारित था, अब 16-22 मई के बीच होगा।
यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2024: यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा अब 26 मई के बजाय 16 जून को आयोजित की जाएगी।
NEET PG 2024: NEET PG परीक्षा 23 जून को पुनर्निर्धारित की गई है। परिणाम 15 जुलाई तक घोषित किए जाएंगे, और प्रवेश के लिए काउंसलिंग 5 अगस्त से 15 अक्टूबर तक निर्धारित है।
आईसीएआई सीए मई परीक्षा 2024: आईसीएआई सीए इंटरमीडिएट ग्रुप 1 की परीक्षाएं 7 मई के बजाय 3, 5 और 9 मई को होंगी, जबकि ग्रुप 2 की परीक्षाएं 9 मई के मूल कार्यक्रम के बजाय 11, 15 और 17 मई को होंगी। 11, और 13