P Chidambaram – Ekolkata24: Latest Hindi News Updates from Kolkata – Breaking Stories and More https://ekolkata24.com Stay updated with Ekolkata24 for the latest Hindi news, headlines, and Khabar from Kolkata, West Bengal, India, and the world. Trusted source for comprehensive updates Mon, 11 Dec 2023 14:33:33 +0000 en-US hourly 1 https://ekolkata24.com/wp-content/uploads/2024/03/cropped-ekolkata24-32x32.png P Chidambaram – Ekolkata24: Latest Hindi News Updates from Kolkata – Breaking Stories and More https://ekolkata24.com 32 32 अनुच्छेद 370 सम्मान के लायक : चिदंबरम https://ekolkata24.com/uncategorized/article-370-deserves-respect-chidambaram Mon, 11 Dec 2023 14:33:11 +0000 https://ekolkata24.com/?p=46862 कांग्रेस ने सोमवार को जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 पर अपने फैसले पर सुप्रीम कोर्ट से असहमति जताते हुए कहा कि पूर्ववर्ती राज्य को विशेष दर्जा देने वाला कानून भारत के संविधान के अनुसार संशोधित होने तक सम्मान के योग्य है। वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने कहा कि उनकी पार्टी 2019 में भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार द्वारा अनुच्छेद 370 को रद्द करने के तरीके से सम्मानपूर्वक असहमत थी।चिदंबरम ने कहा कि हम इस बात से भी निराश हैं कि माननीय सुप्रीम कोर्ट ने राज्य को विभाजित करने और इसकी स्थिति को घटाकर 2 केंद्र शासित प्रदेशों तक सीमित करने के सवाल पर फैसला नहीं किया। उस सवाल को भविष्य में एक उपयुक्त मामले में निर्णय के लिए आरक्षित किया जा रहा है। हालाँकि, कांग्रेस ने जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा बहाल करने के पक्ष में सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी की सराहना की।

उन्होंने कहा कि जिस तरीके से अनुच्छेद 370 को निरस्त किया गया, हम उस फैसले से सम्मानपूर्वक असहमत हैं। हम सीडब्ल्यूसी के संकल्प को दोहराते हैं कि अनुच्छेद 370 का तब तक सम्मान किया जाना चाहिए जब तक कि इसे भारत के संविधान के अनुसार सख्ती से संशोधित नहीं किया जाता।

]]>
धनखड़ का चिदंबरम पर निशाना, लोगों की अज्ञानता को राजनीतिक समानता में बदलना शर्मनाक https://ekolkata24.com/uncategorized/dhankhar-takes-aim-at-chidambaram-criticizes-converting-ignorance-into-political-gains-as-shameful Sat, 30 Sep 2023 15:30:34 +0000 https://ekolkata24.com/?p=45957 उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) ने शनिवार को वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम पर निशाना साधा है। धनखड़ ने कहा कि लोगों की अज्ञानता को राजनीतिक समानता में बदलना शर्मनाक है। उन्होंने यह भी कहा कि उनके पास केंद्रीय मंत्री रह चुके राज्यसभा के एक वरिष्ठ सदस्य के महिला आरक्षण कानून पर की गई टिप्पणी पर अपनी पीड़ा जताने के लिए शब्द नहीं हैं.

चिदंबरम का नाम लिए बिना उनकी टिप्पणी उन्होंने इसे विकृत मानसिकता करार दिया और कहा कि क्या आज लगाया गया पौधा तुरंत फल देना शुरू कर देगा या क्या किसी व्यक्ति को संस्थान में प्रवेश के तुरंत बाद डिग्री मिल जाएगी। लोगों की अज्ञानता को राजनीतिक समानता में बदलना शर्मनाक है। उन्होंने कहा कि आज के युवाओं को इससे लड़ना होगा क्योंकि उनकी सूचना तक पहुंच है।

गौरतलब है कि धनखड़ की यह प्रतिक्रिया कांग्रेस नेता के उस बयान पर आई है जिसमें उन्होंने कहा था कि विधेयक भले ही कानून बन गया है लेकिन यह कई वर्षों तक असल में लागू नहीं हो पाएगा। यह सिर्फ सरकार द्वारा लाया गया, एक भ्रम है। पूर्व वित्त मंत्री चिदंबरम ने ट्वीट कर कहा था कि सरकार ने दावा किया है कि महिला आरक्षण विधेयक कानून बन गया है। ऐसे कानून का क्या फायदा, जो वर्षों तक लागू ही नहीं किया जाएगा। निश्चित रूप से यह कानून 2029 लोकसभा चुनाव से पहले लागू नहीं हो पाएगा। यह सिर्फ चिढ़ाने जैसा है। जैसे पानी के कटोरे में चांद की परछाई दिखती है। केंद्र सरकार द्वारा पेश किया गया यह कानून सिर्फ एक चुनावी जुमला है।

महिला आरक्षण से संबंधित 128वां संविधान संशोधन विधेयक 21 सितंबर को राज्यसभा में पारित किया गया था। बिल के पक्ष में 214 वोट पड़े, जबकि किसी ने भी बिल के खिलाफ वोट नहीं डाला था। इससे पहले 20 सितंबर को विधेयक को लोकसभा से मंजूरी मिल गई थी। लोकसभा ने भी इस बिल को दो तिहाई बहुमत के साथ पास किया था। इसके पक्ष में 454 और विरोध में दो वोट पड़े थे। एक दिन पहले, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बिल पर हस्ताक्षर किए, जिसके बाद से विधेयक कानून बन गया है।

]]>
God bless Goa! গোয়াকে মমতার হাত থেকে বাঁচাতে ভগবানের কাছে আর্জি পি চিদম্বরমের https://ekolkata24.com/uncategorized/god-bless-goa-chidambaram-on-trinamools-pre-poll-promise Sun, 12 Dec 2021 16:51:31 +0000 https://ekolkata24.com/?p=14609 নিউজ ডেস্ক, নয়াদিল্লি: ২০২২ বিধানসভা নির্বাচনে গোয়াতে (Goa) ক্ষমতা দখলের লক্ষ্যে মরিয়া হয়ে উঠেছে তৃণমূল কংগ্রেস (Ttrinamul congress)। ক্ষমতা দখলের জন্যই তারা মানুষকে অবাস্তব প্রতিশ্রুতি দিচ্ছে। যা করা সম্ভব নয়, সেটাই বলছে। আসলে এই দল মানুষকে বিভ্রান্ত করতে চাইছে। তারা জানে গোয়ার নির্বাচনে তারা একটি আঁচড়ও কাটতে পারবে না। কিন্তু এরই মধ্যে মানুষকে অবাস্তব কিছু প্রতিশ্রুতি দিয়ে সর্বতোভাবে বিভ্রান্ত করার চেষ্টা চালিয়ে যাচ্ছে। রবিবার এই ভাষাতেই মমতা বন্দ্যোপাধ্যায়ের (Mamata Banerjee) দলকে তীব্র কটাক্ষ করলেন দেশের প্রাক্তন অর্থমন্ত্রী ও প্রবীণ কংগ্রেস নেতা পি চিদম্বরম (P Chidanbaran)।

উল্লেখ্য, ২৪ ঘণ্টা আগে তৃণমূল কংগ্রেস প্রতিশ্রুতি দিয়েছে, তারা যদি গেয়ায় ক্ষমতা দখল করতে পারে তাহলে রাজ্যের প্রত্যেক মহিলাকে পাঁচ হাজার টাকা করে দেবে। অর্থাৎ একজন পরিবারের গৃহকর্তী বছরে ৬০ হাজার টাকা পাবেন। তৃণমূল এই প্রকল্পের নাম দিয়েছে গৃহলক্ষ্মী প্রকল্প। লক্ষ্মী ভাণ্ডার নামে এ ধরনের একটি প্রকল্প চালু হয়েছে পশ্চিমবঙ্গে। তবে সেখানে পরিবারের মহিলাদের মাসে ৫০০ টাকা করে দেওয়া হয়।

চিদম্বরম এদিন টুইট করে তৃণমূলের এই প্রতিশ্রুতির কড়া সমালোচনা করেন। তিনি বলেন, সাড়ে তিন লক্ষ পরিবারকে প্রতিমাসে ৫০০০ টাকা করে দিলে মাসে খরচ হবে ১৭৫ কোটি টাকা। বছরে খরচ হবে ২১০০ কোটি টাকা। ২০২০ সালের মার্চ পর্যন্ত গোয়ার মোট দেনার পরিমাণ প্রায় ২৩৫০০ কোটি টাকা। সেই রাজ্যের জন্য নতুন করে কিভাবে বছরে ২১০০ কোটি টাকা খরচ করা হবে। যে দল তাদের মূল জায়গা অর্থাৎ বাংলাতেই মাসে ৫০০ টাকা করে দিচ্ছে সেই দলই গোয়ায় বলছে ৫০০০ টাকা করে দেবে। শোনা যাচ্ছে বাংলায় তো সব মহিলা নিয়মিত সেই টাকাও পাচ্ছেন না। যে সরকার মাসে ৫০০ টাকা করে একজনকে দিতে পারে না, সেই সরকার কীভাবে ৫০০০ হাজার টাকা করে দেবে। এই প্রতিশ্রুতির জন্য কী বলব সেটাই বুঝতে পারছি না। ঈশ্বর মঙ্গল করুন, নাকি গোয়ার মানুষকে বাঁচান ভগবান, কী যে বলি! এই সহজ অংকের জন্য অর্থনীতিতে নোবেল পাওয়া উচিত।

চিদম্বরমের এই মন্তব্য প্রকাশ্যে আসতেই পাল্টা প্রতিক্রিয়া এসেছে তৃণমূলের পক্ষ থেকেও। গোয়ায় দলের দায়িত্বপ্রাপ্ত নেত্রী মহুয়া মৈত্র উত্তরে জানিয়েছেন, সাড়ে তিন লক্ষ পরিবারকে মাসে ৫০০০ টাকা করে দিলে ২১০০ কোটি টাকা খরচ হবে সেটা ঠিক। যেটা গোয়ার বাজেটের ৬-৮ শতাংশ। কিন্তু একটা বিষয় আপনারা ভুলে যাচ্ছেন, অর্থনীতিবিদরা বলেছেন, করোনা পরিস্থিতিতে দেশের অর্থনীতিকে চাঙ্গা করতে হলে মানুষের হাতে আরও বেশি করে নগদ অর্থ তুলে দিতে হবে।

অর্থনীতিবিদ ও বিশেষজ্ঞদের পরামর্শ মেনেই এই সিদ্ধান্ত নিয়েছেন আমাদের নেত্রী। তৃণমূল কংগ্রেস সরকার কখনও বেহিসেবি খরচ করে না। কোথাও কোনও বাহুল্যতা দেখায় না। আমাদের দলনেত্রী মমতা বন্দ্যোপাধ্যায়ের স্পষ্ট নির্দেশ আছে, সবার আগে মানুষের পাশে থাকতে হবে। মানুষের জন্য কাজ করতে হবে। সেই লক্ষ্য পূরণ করতেই এই আর্থিক সাহায্যের প্রতিশ্রুতি ঘোষণা করা হয়েছে। গোয়ায় ক্ষমতায় এলে দেখাব আমরা কোনও অবাস্তব কথা বলিনি। যেটা বাস্তব সেটাই বলেছি। পশ্চিমবাংলার মতই গোয়ার মহিলারাও প্রতিমাসে নিজেদের ব্যাংক অ্যাকাউন্টে নির্দিষ্ট পরিমাণ টাকা পেয়ে যাবেন।

]]>
অযোধ্যা নিয়ে সুপ্রিম কোর্টের রায় ঠিক ছিল না, চাঞ্চল্যকর দাবি চিদম্বরমের https://ekolkata24.com/uncategorized/chidambarams-sensational-claim-that-the-supreme-courts-verdict-on-ayodhya-was-not-correct Thu, 11 Nov 2021 17:25:10 +0000 https://www.ekolkata24.com/?p=11070 News Desk, New Delhi: ২০১৯ সালে অযোধ্যা মামলা নিয়ে চূড়ান্ত রায় ঘোষণা করেছিল সুপ্রিম কোর্ট। কংগ্রেসের প্রবীণ নেতা পি চিদম্বরমের (p chidambaram) দাবি, সুপ্রিম কোর্টের (supreme Court) ওই রায় ঠিক ছিল না। তবে, উভয় পক্ষই ওই রায় মেনে নেওয়ায় বিষয়টি মিটে গিয়েছে। উভয় পক্ষই সুপ্রিম নির্দেশ মেনে চলার প্রতিশ্রুতি দেওয়ায় মনে হচ্ছে, ওই রায় যথাযথ। কিন্তু আদৌ তা নয়।

অযোধ্যা মামলার রায় নিয়ে দেশের প্রাক্তন অর্থমন্ত্রী (finance minister) আরও বলেন, শীর্ষ আদালতের নির্দেশের পর আমাদের এটাই বলতে হবে যে, বাবরি মসজিদ (babri mosque) কেউ ভেঙে দেয়নি। সে কারণেই এই মামলায় অভিযুক্তরা সকলেই সুপ্রিম কোর্টের রায়ের এক বছরের মধ্যেই মুক্তি পেয়েছিলেন। ১৯৯২ সালে শুরু হওয়া এই মামলা ২০১৯ সালে সম্পুর্ণ অপ্রত্যাশিতভাবে শেষ হয়েছিল। উভয় পক্ষই সুপ্রিম নির্দেশ মেনে নেওয়ায় বিষয়টি হয়তো প্রাসঙ্গিক হয়েছে। কিন্তু সুপ্রিম কোর্ট অযোধ্যা মামলা নিয়ে যে রায় দিয়েছে তা ঠিক নয়।

অযোধ্যা মামলা নিয়ে সুপ্রিম কোর্টের রায় সম্পর্কে কোনও মন্তব্য না করলেও কংগ্রেস নেতা দ্বিগবিজয় সিং (digvijay sing) এদিন কড়া ভাষায় আক্রমণ করেছেন প্রবীণ বিজেপি নেতা এল কে আদবানিকে (lk advani)। দ্বিগবিজয় এদিন বলেন, আদবানি সমাজকে একত্রিত করার জন্য রথযাত্রা করেননি। বরং রথযাত্রা করে আদবানি সমাজকে বিভক্ত করেছিলেন। আদবানি দেশের যে সমস্ত অঞ্চলে গিয়েছিলেন সেখানেই ঘৃণা ছড়িয়েছিলেন। দেশে সাম্প্রদায়িকতার পরিবেশ সৃষ্টি করেছিলেন। আদবানি যতই নিজেকে একজন নিরপেক্ষ ব্যক্তি হিসেবে তুলে ধরার চেষ্টা করুন না কেন তিনি আসলে একজন উগ্র হিন্দুত্ববাদী।

]]>
নরেন্দ্র মোদি সরকারই পেগাসাস সফটওয়্যার কিনেছে: চিদাম্বরমের https://ekolkata24.com/uncategorized/narendra-modi-government-bought-the-pegasus-software-chidambaram Fri, 29 Oct 2021 14:29:35 +0000 https://www.ekolkata24.com/?p=9619 News Desk, New Delhi: ফের নরেন্দ্র মোদি সরকারের বিরুদ্ধে তোপ দাগলেন কংগ্রেস নেতা ও দেশের প্রাক্তন অর্থমন্ত্রী পি চিদম্বরম। ভারতে নিযুক্ত ইজরায়েলের রাষ্ট্রদূতের কথা উল্লেখ করে চিদাম্বরম বলেন, নরেন্দ্র মোদি সরকারই যে পেগাসাস সফটওয়্যার কিনেছে তাতে আর কোনও সন্দেহ নেই।

বৃহস্পতিবার ভারতে নিযুক্ত ইজরায়েলের রাষ্ট্রদূত নাওর গিলন বলেছিলেন, পেগাসাস সফটওয়্যার নির্মাতা সংস্থা এনএসও শুধুমাত্র কোনও দেশের সরকারকেই ওই সফটওয়্যার বিক্রি করতে পারে। যদিও সেই বিক্রির আগে ইজরায়েল সরকারের কাছ থেকে তাদের অনুমতি নিতে হয়।

গিলনের ওই মন্তব্যকে হাতিয়ার করে চিদম্বরম বলেন, ইজরায়েলের রাষ্ট্রদূতের কথায় এটা পরিষ্কার যে, নরেন্দ্র মোদি সরকারই পেগাসাস সফটওয়্যার কিনেছিল। মোদি সরকার কাউকেই বিশ্বাস করে না। সে কারণেই তারা এই সফটওয়্যার কিনে দেশের বিভিন্ন রাজনৈতিক দলের নেতা-নেত্রী এমনকী, বিচার বিভাগের ওপরেও নজরদারি চালিয়েছে। নরেন্দ্র মোদি সরকার এক চরম স্বৈরাচারী সরকার।

এই সরকার দেশের মানুষকে বিশ্বাস করে না। বিরোধী রাজনৈতিক দলের উপর নজরদারি চালাতেই এই সফটওয়্যার কেনা হয়েছে। ইজরায়েলি রাষ্ট্রদূত স্বীকার করে নিয়েছেন যে, সরকার ছাড়া এই সফটওয়্যার কাউকেই বিক্রি করা যায় না। তাহলে ভারতে যদি পেগাসাস এসে থাকে সেটা তো সরকারই এনেছে। এই মুহূর্তে তো সরকারের রয়েছেন নরেন্দ্র মোদি ও তাঁর দল। তাই পেগাসাস সফটওয়্যার দেশে আনার দায় মোদি সরকারের উপরেই বর্তায়।

চিদম্বরম আরও বলেন, পেগাসাস নিয়ে এই কারণেই নরেন্দ্র মোদি সরকার নীরব রয়েছে। সংসদেও তারা বিষয়টি নিয়ে কোন শব্দ খরচ করেনি। এমনকী, সুপ্রিম কোর্টে মামলা চলাকালীনও তারা খোলসা করে কোনও কিছুই জানায়নি। তাই পেগাসাস বিতর্কে সুপ্রিম কোর্ট যে রায় ঘোষণা করেছে তা যথাযথ। পেগাসাস সম্পর্কে জানতে শীর্ষ আদালত তিন সদস্যের একটি কমিটি গঠন করেছে।

ওই তদন্ত কমিটি তার কাজ শুরু করলেই মোদি সরকারের গোপন তথ্য প্রকাশ্যে আসবে। মোদি সরকার কিভাবে দেশের বিচার বিভাগ, প্রশাসনিক বিভাগ ও রাজনৈতিক নেতা-নেত্রীদের উপর পেগাসাস সফটওয়্যারের মাধ্যমে নজরদারি চালিয়েছে সে বিষয়টি স্পষ্ট হবে। দেশবাসীর সামনে মোদি সরকারের মুখোশ খুলে দেওয়া দরকার।

উল্লেখ্য বৃহস্পতিবার সন্ধ্যায় এক সাংবাদিক বৈঠকে ইজরায়েলের রাষ্ট্রদূতের গিলন বলেন, এনএসও নামে একটি বেসরকারি সংস্থা পেগাসাস সফটওয়্যার তৈরি ও বিক্রি করে থাকে। কিন্তু বিক্রি করার আগে তাদেরকে ইজরায়েল সরকারের অনুমতি নিতে হয়। শুধুমাত্র কোনও দেশের সরকারকেই এই সফটওয়্যার বিক্রি করতে পারে এনএসও। নরেন্দ্র মোদি সরকার কি এই সফটওয়্যার কিনেছে? এই প্রশ্নের সরাসরি কোনও উত্তর দেননি গিলন। তিনি বলেন, পেগাসাস নিয়ে ভারতে যে বিতর্ক চলছে সেটা একেবারেই এদেশের অভ্যন্তরীণ ব্যাপার। তাই তিনি এ বিষয়ে কোনও রকম বিতর্কে জড়াবেন না। এনএসও এপর্যন্ত কোন কোন দেশের সরকারকে এই সফটওয়্যার বেচেছে সেই তথ্য কি ইজরায়েল সরকারের কাছে আছে? এই প্রশ্নের অবশ্য কোনও উত্তর দেননি গিলন।

]]>
P Chidambaram: মোদি-সরকার তোলাবাজি করছে, কড়া ভাষায় কেন্দ্রকে আক্রমণ চিদম্বরমের https://ekolkata24.com/uncategorized/former-finance-minister-p-chidambarams-attack-on-modi-is-a-ploy-to-increase-fuel-prices-by-imposing-taxes Sat, 16 Oct 2021 10:18:54 +0000 https://www.ekolkata24.com/?p=7905 নিউজ ডেস্ক, নয়াদিল্লি: সরাসরি কেন্দ্রের নরেন্দ্র মোদি সরকারকে তোলাবাজ বলে উল্লেখ করলেন দেশের প্রাক্তন অর্থমন্ত্রী তথা কংগ্রেস নেতা পি চিদম্বরম (P Chidambaram)। এই প্রবীণ কংগ্রেস নেতা শনিবার বলেন, সাধারণ মানুষকে চরম দুর্বিপাকে ফেলে কেন্দ্রীয় সরকার প্রতিদিন পেট্রোল-ডিজেলের দাম বাড়িয়ে যাচ্ছে। এমনকী, মাসের শুরুতেই বাড়াচ্ছে রান্নার গ্যাসের দাম। আন্তর্জাতিক বাজারে পেট্রোপণ্যের দাম এখনও যথেষ্ট কম। তবুও মোদি সরকার পেট্রোল, ডিজেল, গ্যাসের উপর নিজেদের ইচ্ছামত কর চাপিয়ে কার্যত তোলাবাজি চালাচ্ছে।

নিজের দাবির সপক্ষে চিদাম্বরম পরিসংখ্যানও পেশ করেন। দেশের প্রাক্তন অর্থমন্ত্রী বলেন, এক লিটার পেট্রোলের দাম যদি ১০২ টাকা হয় তাহলে রাষ্ট্রায়ত্ত্ব সংস্থাগুলি প্রায় ৪২ টাকা। কিন্তু মোদি সরকার এক লিটার পেট্রোল থেকে নিজেদের কোষাগারের নিয়ে যাচ্ছে ৩৩ টাকা। পিছিয়ে নেই রাজ্যগুলিও। তারা প্রতি লিটার পেট্রোল থেকে ২৪ টাকা আয় করে। অর্থাৎ পেট্রোলের দামের উপরে ৩৩ শতাংশই রয়েছে কেন্দ্রের কর। এটা তোলাবাজি ছাড়া আর কি হতে পারে! মোদি সরকার এটা জানে না যে, পেট্রোপণ্যের উপর এভাবে কর চাপিয়ে দিয়ে আয় বাড়ানোর পশ্চাদমুখী পদক্ষেপ। তাদের এই পদক্ষেপের কারণে সবচেয়ে বেশি সমস্যায় পড়তে হয় গরিব মানুষকে কারণ দেশে গরিব ও বড়লোক সকলকেই সম পরিমাণ করে দিতে হয়।

চিদম্বরম পেট্রোল-ডিজেলের মূল্যবৃদ্ধির কথা বলতে গিয়ে টেনে আনেন প্রাক্তন প্রধানমন্ত্রী মনমোহন সিংয়ের জমানার কথা।প্রাক্তন অর্থমন্ত্রী বলেন, মনমোহন সিংয়ের আমলে আন্তর্জাতিক বাজারে পেট্রোলের দাম ১০০ ডলার ছাড়িয়ে গিয়েছিল। কিন্তু সে সময়েও পেট্রোল-ডিজেলের দাম দেশের বাজারে ৮০ টাকা ছাড়ায়নি। আন্তর্জাতিক বাজার থেকে অনেক চড়া দামে পেট্রোল কিনে মনমোহন সরকার দেশের মানুষের কাছে সস্তায় পৌঁছে দিত। কিন্তু সে সময়ও বিজেপি তেলের দাম কমানোর জন্য প্রচুর আন্দোলন করেছে। সেই বিজেপি এখন কোথায় গেল? এখন তো আন্তর্জাতিক বাজারে এক ব্যারেল তেলের দাম ৭০ ডলার। তাহলে কিভাবে দেশের বাজারে ১০০ টাকা ছাড়িয়ে যায় পেট্রোলের দাম। পেট্রোলের দাম এভাবে কেন বাড়ছে মোদি সরকার তার ব্যাখ্যা দিতে হবে। সরকারের উচিত সাধারণ মানুষকে সবকিছু জানানো।

মোদি সরকার এখন বলছে, আন্তর্জাতিক বাজারে দাম বাড়ার ফলে দেশের বাজারেও পেট্রোপণ্যের দাম বাড়ছে। এক্ষেত্রে তাদের কিছু করার নেই। কিন্তু গত বছর যখন পেট্রোল-ডিজেলের দাম মাইনাসে চলে গিয়েছিল সে সময়ও কেন দেশে একটি টাকাও দাম কমেনি পেট্রোল-ডিজেলের। মোদি সরকার আগে তার উত্তর দিক। আসলে মোদি সরকার অত্যন্ত লোভী।

এই সরকারের আমলে দেশের আর্থিক কর্মকাণ্ড থেমে গিয়েছে। তাই সরকারের আয়ের কোনও জায়গা নেই। আয় বাড়াতেই সরকার পেট্রোল ডিজেলের উপর কর চাপিয়ে চলেছে। এই একটিমাত্র উৎসের উপর এভাবে কর না চাপিয়ে সরকারের উচিত কিভাবে আয় বাড়ানো যায় সেদিকে দৃষ্টি দেওয়া। কিন্তু মোদি ও তাঁর অর্থমন্ত্রী নির্মলা সীতারমন অর্থনীতির এই প্রাথমিক সূত্রগুলো বোধহয় জানেন না।

অন্যদিকে আন্তর্জাতিক মহল মনে করছে, করোনা বিধি শিথিল হওয়ায় প্রায় প্রতিটি দেশেই যানবাহনের চলাচল বেড়েছে। স্বাভাবিকভাবেই বেড়েছে জ্বালানির চাহিদা। তাই আগামী কয়েক মাসে চাহিদার তুলনায় জোগান না বাড়লে পেট্রোল-ডিজেলের দাম আরও বাড়তে পারে।

]]>