पिछले साल जून में रक्षा मंत्रालय ने अमेरिका से हवा से सतह पर मार करने वाली मिसाइलों और लेजर-गाइडेड बमों से लैस MQ-9B स्काई गार्जियन और सी गार्जियन सशस्त्र ड्रोन की खरीद को मंजूरी दी थी।
मोदी और बाइडेन ने इंडिया-अमेरिका डिफेंस इंडस्ट्रियल को-ऑपरेशन रोडमैप को सराहा. इस रोडमैप के तहत जेट इंजन, गोला-बारूद और ग्राउंड मोबिलिटी सिस्टम जैसे भारी इक्वीपमेंट्स और हथियारों का निर्माण शामिल है. इस अहम सहयोग में लिक्विड रोबोटिक्स और भारत के सागर डिफेंस इंजीनियरिंग, मेरिटाइम सुरक्षा को बढ़ाने के लिए मानवरहित सतही वाहनों के प्रोडक्शन पर भी जोर दिया गया.
क्वाड सम्मेलन के बाद दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय बैठक की। इस बैठक में दोनों नेताओं ने भारत-अमेरिका साझेदारी को काफी मजबूत बताया। दोनों नेताओं ने आपसी हित के क्षेत्रों में द्विपक्षीय साझेदारी को और गहरा करने के तरीकों पर चर्चा की। बैठक में हिंद-प्रशांत क्षेत्र सहित वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों पर बातचीत की। द्विपक्षीय बैठक में रूस यूक्रेन युद्ध और मोदी की हालिया यूक्रेन यात्रा पर चर्चा हुई।
बैठक में दोनों लीडर्स ने यूएस-इंडिया सीईओ फोरम की सह-अध्यक्षता करने वाली दो कंपनियों लॉकहीड मार्टिन और टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड के बीच सी-130जे सुपर हरक्यूलिस विमान पर टीमिंग समझौते की सराहना की।
यह समझौता भारतीय बेड़े और सी-130 सुपर हरक्यूलिस विमान संचालित करने वाले वैश्विक भागीदारों की तैयारी का समर्थन करने के लिए भारत में एक नई रखरखाव, मरम्मत और ओवरहाल (MRO) सुविधा स्थापित करेगा। अमेरिका-भारत रक्षा और एयरोस्पेस सहयोग में यह एक महत्वपूर्ण कदम है। यह दोनों पक्षों की गहरी होती रणनीतिक और प्रौद्योगिकी साझेदारी संबंधों को दर्शाता है।
]]>मंगलवार को प्रधानमंत्री कार्यालय और रेलवे मंत्रालय की संयुक्त टीम ने टाटानगर स्टेशन क्षेत्र का दौरा किया। टीम ने इलाके का ड्रोन से सर्वे किया। पीएम मोदी के मूवमेंट को लेकर क्षेत्र की तस्वीरें लीं। इस दौरान आरपीएफ और रेलवे पुलिस की टीम भी थी।
टाटानगर स्टेशन के आगे वाले हिस्से में स्टेज और करीब 500 लोगों के बैठने तथा वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था होगी। तैयारियों का जायजा लेने के लिए रेलवे के जीएम अनिल मिश्रा बुधवार को टाटानगर स्टेशन का दौरा करेंगे और तैयारियों को अंतिम रूप देने के लिए निर्देश देंगे।
]]>प्रधानमंत्री मोदी ने जलगांव में कहा कि मोदी सरकार ने महिलाओं के लिए जो काम 10 साल में किया है वह आजादी के बाद से कोई सरकार नहीं कर पाई। महिला स्वयं सहायता समूहों को 2014 तक 25,000 करोड़ रुपये से कम ऋण दिया गया जबकि पिछले 10 वर्षों में उन्हें नौ लाख करोड़ रुपये दिए गए।
कोलकाता में हुई घटना के बीच प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हम महिलाओं के खिलाफ अपराध करने वालों को कड़ी सजा दिलाने के लिए कानूनों को मजबूत कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि नए कानूनों में नाबालिगों के खिलाफ यौन अपराधों के लिए मृत्युदंड और आजीवन कारावास का प्रावधान किया गया है। बेटियों के साथ शादी के नाम पर धोखाधड़ी के कई मामले सामने आए हैं. पहले इसके लिए कोई स्पष्ट कानून नहीं था। अब भारतीय न्याय संहिता में शादी के झूठे वादे और धोखे को भी स्पष्ट रूप से परिभाषित किया गया है। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं, महिलाओं के खिलाफ अत्याचार रोकने के लिए केंद्र सरकार हर तरह से राज्य सरकारों के साथ है. प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि हमें भारतीय समाज से इस मानसिकता को खत्म करना ही होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को महाराष्ट्र के जलगांव में ‘लखपति दीदियों’ से बातचीत की. ‘लखपति दीदी’ स्वयं सहायता समूहों की उन महिलाओं को कहा जाता है जो सालाना एक लाख रुपये कमातीं हैं। प्रधानमंत्री ने 11 लाख नई लखपति दीदियों को सम्मानित करने के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लिया। जलगांव में महिलाओं के एक समूह ने प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत किया, जिसके बाद उन्होंने कुछ स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) की सदस्यों से बात की।
]]>दरअसल, पीएम मोदी ने 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान की शुरुआत की थी और भारत एवं दुनियाभर के सभी लोगों से मां को श्रद्धांजलि के रूप में एक पेड़ लगाने का आग्रह किया था। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी इस अभियान में भाग लिया और अपनी मां की स्मृति में पौधारोपण किया। उन्होंने लोगों से प्रकृति की रक्षा के अभियान में शामिल होने तथा पर्यावरण संरक्षण के आंदोलन को और अधिक प्रभावी एवं गतिशील बनाने में सक्रिय योगदान देने का आह्वान किया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान की शुरुआत की है। इस दौरान पीएम ने दिल्ली के बुद्ध जयंती पार्क में एक पीपल का पेड़ लगाया। उन्होंने सभी से हमारे ग्रह को बेहतर बनाने में योगदान देने का भी आग्रह किया है और बताया कि पिछले दशक में भारत ने कई सामूहिक प्रयास किए हैं, जिसके कारण पूरे देश में वन क्षेत्र में वृद्धि हुई है।
]]>प्रधानमंत्री ने कहा, “कल दुनिया भर में बाघ दिवस मनाया जाएगा। भारत में तो ‘बाघ’, हमारी संस्कृति का अभिन्न हिस्सा रहा है। हम सब बाघों से जुड़े किस्से-कहानियाँ सुनते हुए ही बड़े हुए हैं। जंगल के आसपास के गाँव में तो हर किसी को पता होता है कि बाघ के साथ तालमेल बिठाकर कैसे रहना है। हमारे देश में ऐसे कई गाँव है, जहां इंसान और बाघ के बीच कभी टकराव की स्थिति नहीं आती।” प्रधानमंत्री ने कहा, “मुझे खुशी है कि जन-भागीदारी बाघों के संरक्षण में बहुत काम आ रही है। ऐसे प्रयासों की वजह से ही भारत में बाघों की आबादी हर साल बढ़ रही है। आपको ये जानकर खुशी और गर्व का अनुभव होगा कि दुनियाभर में जितने बाघ हैं, उनमें से 70 प्रतिशत बाघ हमारे देश में हैं और देश के अलग-अलग हिस्सों में कई बाघ अभयारण्य हैं।
मोदी ने कहा कि भारत में जहाँ भी बाघ और मानव में टकराव की स्थिति आती है, वहाँ बाघों के संरक्षण के लिए
अभूतपूर्व प्रयास हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस काम में जन भागीदारी प्रोत्साहित की जाती है और राजस्थान के
रणथंभौर जिले में “कुल्हाड़ी बंद पंचायत” अभियान इसका एक नमूना है। प्रधानमंत्री ने कहा कि रणथंभौर का “कुल्हाड़ी बंद पंचायत” अभियान बहुत दिलचस्प है। स्थानीय समुदायों ने स्वयं इस बात की शपथ ली है कि जंगल में कुल्हाड़ी के साथ नहीं जाएंगे और पेड़ नहीं काटेंगे। इस एक फैसले से यहाँ के जंगल, एक बार फिर से हरे-भरे हो रहे हैं, और बाघों के लिए बेहतर वातावरण तैयार हो रहा है।
मोदी ने महाराष्ट्र के तादोबा-अंघेरीबाघ अभयारण्य के आस पास के समुदायों, विशेषकर गोंड और माना जनजाति
के लोगों द्वारा ईको-टूरिज्म (नैसर्गिक पर्यटन) के कार्य की ओर तेजी से प्रगति का उल्लेख भी किया। उन्होंने कहा कि
इससे वहां के समुदायों की जंगल पर अपनी निर्भरता को कम हुई है और बाघों को विचरण का अधिक मौका मिला है।
उन्होंने इसी तरह आंध्र प्रदेश में नल्लामलाई की पहाड़ियों पर रहने वाली ‘चेन्चू’ जनजाति के प्रयास का भी उल्लेख
किया जो ‘टाइगर ट्रैकर’ (बाघ पर आंख रखने वाले) के तौर पर जंगल में वन्य जीवों की गतिविधियों की हर जानकारी
जमा की है और वे क्षेत्र में, अवैध गतिविधियों की निगरानी भी करते रहे हैं।
इसी तरह उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में चल रहा ‘बाघ मित्र कार्यक्रम’ भी बहुत चर्चा में है। इसके तहत स्थानीय लोगों को
‘बाघ मित्र’ के रूप में काम करने का प्रशिक्षण दिया जाता है ताकि बाघों और इंसानों के बीच टकराव की स्थिति ना
बने। देश के अलग-अलग हिस्सों में इस तरह के कई प्रयास जारी हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारतीय क्रिकेट टीम को टी 20 विश्व कप जीतने पर बधाई दी है और कहा कि क्रिकेटरों ने विश्व कप के साथ-साथ करोड़ों लोगों का दिल भी जीत लिया है। इस जीत के बाद प्रधानमंत्री ने रविवार को कॉल कर टीम इंडिया के खिलाड़ियों से व्यक्तिगत रूप से बात की और उन्हें बधाई दी।
प्रधानमंत्री ने रोहित शर्मा को उनकी शानदार कप्तानी के लिए बधाई दी और उनके टी20 करियर की सराहना की। उन्होंने फाइनल में विराट कोहली की पारी और भारतीय क्रिकेट में उनके योगदान की सराहना की। प्रधानमंत्री ने हार्दिक पांड्या के अंतिम ओवर और सूर्य कुमार यादव के कैच की भी तारीफ की और जसप्रीत बुमराह के योगदान को भी जमकर सराहा। इसके अलावा प्रधानमंत्री ने भारतीय क्रिकेट में शानदार योगदान के लिए टीम के कोच राहुल द्रविड़ का भी आभार जताया।
इसके साथ ही इस बीच प्रधानमंत्री मोदी ने ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत लोगों से मां के नाम पर पेड़ लगाने का भी आग्रह किया। “अगर मैं आपसे पूछूं कि दुनिया का सबसे अनमोल रिश्ता कौन सा है, तो आप जरूर कहेंगे- मां। हम सभी के जीवन में मां का दर्जा सबसे ऊंचा होता है। एक मां हर दर्द सहकर भी अपने बच्चे का पालन-पोषण करती है। हर मां हर तरह का स्नेह लुटाती है।” पीएम मोदी ने कहा, “जन्म देने वाली मां का ये प्यार हम सब पर कर्ज की तरह है, जिसे कोई नहीं चुका सकता।”
उन्होंने कहा, “हम धरती माँ को कुछ नहीं दे सकते, लेकिन क्या हम कुछ और कर सकते हैं? इसी विचार को ध्यान में रखते हुए, इस वर्ष विश्व पर्यावरण दिवस पर एक विशेष अभियान शुरू किया गया है। इस अभियान को ‘एक पेड़ माँ के नाम’ कहा जाता है। माँ का नाम) मैंने अपनी माँ के नाम पर एक पेड़ भी लगाया है। ”
]]>पीएम मोदी ने योग दिवस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि मुझे कश्मीर आने का सौभाग्य मिला है। हमें योग से जो शक्ति मिलती है, मैं श्रीनगर में उसे महसूस कर रहा हूं। मैं देश के सभी लोगों और दुनिया के कोने-कोने में योग करने वालों को कश्मीर की धरती से योग दिवस की बधाई देता हूं। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 10 वर्ष की ऐतिहासिक यात्रा पूरी कर चुका है।
उन्होंने कहा कि मैं अब दुनिया में जहां भी जाता हूं, वैश्विक नेता अब योग की बातें करते हैं। जिसे भी मौका मिलता है, वह योग की चर्चा शुरू कर देता है। दुनियाभर से लोग ऑथेंटिक योग सीखने भारत आते हैं। आज पूरी दुनिया में योग करने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। लोगों में योग के प्रति आकर्षण बढ़ा है। योग अब लगातार नए रिकॉर्ड बना रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने 10वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर कहा कि जम्मू कश्मीर योग-साधना की भूमि है। इससे उत्पादकता और सहनशक्ति बढ़ती है। योग से नए अवसर पैदा हुए हैं। योग केवल विद्या नहीं बल्कि विज्ञान है। योग से एकाग्रता बढ़ती है। योग पर अब रिसर्च हो रही है। योग टूरिज्म का नया ट्रेंड बन गया है।
उन्होंने कहा कि इस साल भारत में फ्रांस की 101 साल की महिला योगा शिक्षिका को पद्मश्री से सम्मानित किया गया। वह कभी भारत नहीं आई लेकिन उन्होंने पूरा जीवन योग को लेकर जागरूकता फैलाने में लगा दिया। आज देश-दुनिया की प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटीज और संस्थानों में योग पर रिसर्च हो रही है। योग पर रिसर्च पेपर पब्लिश हो रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दुनियाभर के लोग भारत सिर्फ इसलिए आते हैं क्योंकि उन्हें ऑथेंटिक योग सीखना है। जर्मनी में इस समय डेढ़ करोड़ योग ट्रेनर हैं। आज दुनिया एक नई योग इकोनॉमी को आगे बढ़ती देख रही है। ऋषिकेश से लेकर केरल तक योग टूरिज्म का नया ट्रेंड देखने को मिल रहा है। आज एयरपोर्ट से लेकर होटलों तक योग के लिए विशेष सुविधाएं दी जा रही हैं।
बाजारों में योग से जुड़े परिधा और उपकरण बडे़ पैमाने पर मिल रहे हैं। लोग अपनी फिटनेस के लिए पर्सनल योग ट्रेनर तक रख रहे हैं. कंपनियां भी अपने कर्मचारियों के लिए योग और माइंडफुलनेस प्रोग्राम शुरू कर रही हैं। इससे रोजगार के नए मौके मिल रहे हैं।
]]>पत्र में ममता बनर्जी ने पीएम मोदी और सरकार पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि आपकी पिछली सरकार ने तीन अहम विधेयकों को बिना किसी बहस के सदन में पारित कर दिया। पीएम पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि लोकसभा में कुल 100 सांसदों को निलंबित कर के कानून को पास किया गया।
वहीं दोनों सदनों को मिलाकर कुल 146 संसद सदस्यों को बाहर निकाला गया. पीएम पर तानाशाही का आरोप लगाते हुए कहा कि लोकतंत्र के लिए वह काला दिन था जिस दिन ये तीनों विधेयक सदन में पास किए गए।
ममता ने पीएम से आग्रह किया है कि नए सांसदों को इसपर चर्चा करने का मौका मिलना चाहिए. उन्होंने चिंता व्यक्त करते हुए जल्दबाजी से इन कानूनों को पास किया गया है जिससे बड़ी संख्या में आपत्ति व्यक्त की गई है. इसे देखते हुए नए सिरे से समीक्षा होनी चाहिए जिससे कि लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति प्रतिबद्धता और पारदर्शिता बनी रहेगी.
]]>उन्होंने यह दावा भी किया कि शिक्षण संस्थाओं पर भारतीय जनता पार्टी और उसके मातृत्व संगठन से जुड़े लोगों ने कब्जा कर लिया है और जब तक इस स्थिति को बदला नहीं जाता तब तक पेपर लीक होना बंद नहीं होंगे।
राहुल गांधी ने संवाददाताओं से कहा कि विपक्ष संसद के आगामी सत्र में इस मुद्दे को उठाएगा। उन्होंने कहा, “कहा जा रहा था कि नरेंद्र मोदी जी रूस और यूक्रेन के बीच लड़ाई रोक दी थी… लेकिन हिंदुस्तान में पेपर लीक को रोक नहीं पा रहे हैं या रोकना नहीं चाहते।”
राहुल गांधी ने दावा किया कि युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि मध्य प्रदेश में हुए ‘व्यापम’ घोटाले को पूरे देश में फैलाने की कोशिश की जा रही है। कांग्रेस नेता ने कहा, “मामले की जांच की जा रही है…कोई न कोई जिम्मेदार है। उन्हे पकड़ा जाना चाहिए।”
मेडिकल प्रवेश परीक्षा ‘नीट’ को लेकर उपजे विवाद के बीच, शिक्षा मंत्रालय ने राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) द्वारा आयोजित यूजीसी-नेट परीक्षा रद्द करने का बुधवार को आदेश दिया और मामले को गहन जांच के लिए केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को सौंपा है।
]]>कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने 10.06.2024 से प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव के रूप में डॉ पीके मिश्रा, आईएएस (सेवानिवृत्त) की नियुक्ति को मंजूरी दे दी है. उनकी नियुक्ति प्रधानमंत्री के कार्यकाल के साथ या अगले आदेश तक जो भी पहले हो, तक रहेगी। अपने कार्यकाल के दौरान, उन्हें वरीयता तालिका में कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया जाएगा।
अमित खरे और तरुण कपूर को प्रधानमंत्री कार्यालय में प्रधानमंत्री के सलाहकार के रूप में नियुक्त किया गया है, उन्हें भारत सरकार के सचिव के पद और वेतनमान में 10.06.2024 से दो वर्ष की अवधि के लिए या अगले आदेशों तक, जो भी पहले हो, नियुक्त किया गया है।
अजीत कुमार डोभाल आईपीएस अधिकारी रहे हैं। 30 मई 2014 से वो राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के पद पर हैं। डोभाल भारत के पांचवे राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार हैं। इससे पहले शिवशंकर मेनन भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार थे। अजित डोभाल का जन्म उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल में 1945 में हुआ था। उनका जन्म एक गढ़वाली परिवार में हुआ। उन्होंने अजमेर के मिलिट्री स्कूल से अपनी प्रारम्भिक शिक्षा ली। उसके बाद आगरा से इकोनॉमिक्स में एमए की डिग्री हासिल की। पोस्ट ग्रेजुएशन करने के बाद उन्होंने आईपीएस की तैयारी की और 1968 में केरल कैडर से आईपीएस बने। उसके बाद 2005 में आईबी के चीफ पद से रिटायर हुए। वो मिजोरम, पंजाब और कश्मीर में उग्रवाद विरोधी अभियान में लगे रहे। डोभाल ने 1972 में अरुणी डोभाल के साथ शादी की। उनके दो बेटे हैं, शौर्य डोभाल और विवेक डोभाल।
ऑपरेशन ब्लैक थंडर से अजीत डोभाल की पहचान और बढ़ गई। बताया जाता है कि जब चरमपंथी स्वर्ण मंदिर के अंदर घुसे हुए थे, तब डोभाल भी वहां घुस गए थे। 1988 में स्वर्ण मंदिर के आस-पास रहने वाले लोगों और खालिस्तानियों ने एक रिक्शावाले को देखा था। उस रिक्शावाले ने सभी को विश्वास दिलाया कि वह आईएसआई का सदस्य है और उसे उनकी मदद के लिए भेजा गया है। बाद में रिक्शावाला स्वर्ण मंदिर के अंदर गया और पूरी जानकारी लेकर बाहर निकला। बाद में पता चला की रिक्शा वाला कोई और नहीं अजीत डोभाल ही थे।
]]>प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखा है और बताया है कि भारतीय दूतावास मदद के लिए पहुंच चुका है. मरने वालों में अधिकतर भारतीय हैं। आग लगने की घटना पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शोक जताया है और हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया है।
उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया है कि इतने लोगों के मारे जाने की सूचना से सदमे में हूं। 40 लोगों की मौत हुई है और 50 से अधिक घायल हैं. हम विस्तृत जानकारी की प्रतीक्षा कर रहे हैं और मारे गए लोगों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं.
जानकारी के अनुसार यह इमारत भारतीय मजदूरों की थी और मरने वाले सभी भारतीय हैं। कुवैत टाइम्स की खबरों के अनुसार भारतीय दूतावास ने बताया कि कुवैत में भारतीय राजदूत आदर्श स्वाइका ने अल-अदान अस्पताल का दौरा किया, जहां आग लगने की घटना में घायल हुए 30 से अधिक भारतीय श्रमिकों को भर्ती कराया गया है। राजदूत ने कई मरीजों से मुलाकात की और उन्हें दूतावास से पूरी सहायता का आश्वासन दिया। बताया जा रहा है कि अस्पताल में भरती पीड़ितों की हालत स्थिर है.
कुवैत के अधिकारियों की ओर से जो जानकारी सामने आई है उसके अनुसार आग पर काबू पा लिया गया है. आग लगने की यह घटना भारतीय समयानुसार सुबह छह बजे के आसपास की है। अधिकतर लोगों की मौत दम घुटने से हुुई है. घायलों को अस्पताल में भरती कराया गया है और इमारत के मालिक को गिरफ्तार करने का आदेश दे दिया है। घटना की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। कुवैत के मंत्री फवाद ने बताया कि वे घटनास्थल पर गए थे और घटना के कारणों का पता लगाने के आदेश दिए हैं। शुरुआती जांच में ये नियमों के उल्लंघन का मामला प्रतीत होता है।
]]>उन्होंने इस बार सबसे बड़ी टीम चुनी है। इस 30 कैबिनेट मंत्री, 5 स्वतंत्र प्रभार मंत्री और 36 राज्यमंत्री शामिल हैं। 43 मंत्री ऐसे हैं जो कम से कम तीन बार सांसद रह चुके हैं। 39 मंत्री ऐसे हैं जो मोदी सरकार में पहले भी काम कर चुके हैं। 6 मंत्री ऐसे हैं जो मुख्यमंत्र चुके हैं। शिवराज चौहान जैसे अनुभवी दिग्गज और चिराग पासवान जैसे युवा भी इस बार मोदी टीम में शामि हैं। इस बीच सभी नए मंत्रियों को इस हफ्ते के गुरुवार तक दिल्ली नहीं छोड़ने के लिए कहा गया है। यानी सभ मंत्री अपने दफ्तर में रहेंगे।
कैबिनेट मंत्री बनाए गए जीतनराम मांझी ने कहा कि इस बार पहले से कठिन कदम उठाना है। पीएम का दृढ़ संकल्प है कि अगले पांच सालों में भारत को दुनिया की तीसरी अर्थव्यवस्था में लाना है इसके लिए मंत्रियों को
टास्क दिया गया है। वहीं आज (10 जून) शाम पांच बजे PM आवास, लोक कल्याण मार्ग, पर कैबिनेट की पह बेहक होगी। इसके बाद सभी मंत्री जेपी नडा की ओर ये दिए गए डिनर में शामिल होंगे।
इसके साथ ही पुराने चेहरों को भी नई कैबिनेट में जगह दी गई है। कई विदेशी राष्ट्राध्यक्ष और मेहमान भी मोदी 3.0 के शपथ ग्रहण समारोह के गवाह बने।
मोदी 3.0 कैबिनेट में शामिल होने वाले अधिकांश सांसदों को पहले ही फोन आने शुरू हो गए थे। सूत्रों के अनुसार, मंत्रिपरिषद की सूची में एक दर्जन से अधिक भाजपा सांसदों के नाम हैं। इसमें सहयोगी दलों के सांसदों के नाम हैं। सूत्रों के अनुसार, लखनऊ लोकसभा सीट से जीतने वाले वरिष्ठ भाजपा नेता राजनाथ सिंह के केंद्रीय रक्षा मंत्री बने रहने की संभावना है। वहीं अमित शाह के पास ही गृह मंत्रालय का जिम्मा रह सकता है।
]]>शपथ ग्रहण से पहले नरेंद्र मोदी ने आज सुबह पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि दी।बीजेपी नेता अमित शाह, जेपी नड्डा, बीएल वर्मा, पंकज चौधरी, शिवराज सिंह चौहान, अन्नपूर्णा देवी, अर्जुन राम मेघवाल चाय पार्टी में शामिल होने के लिए नरेंद्र मोदी के आवास 7, एलकेएम पहुंचे।
आपको बता दें कि नरेंद्र मोदी आज शाम 7.15 बजे लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे।
]]>जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता केसी त्यागी ने एक न्यूज चैनल को दिए अपने इंटरव्यू में बताया कि चुनाव परिणाम आने के बाद इंडी गठबंधन की ओर से नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री पद का ऑफर मिला था। लेकिन हमलोगों ने उसे ठुकरा दिया। उन्होंने कहा कि जब हम साथ थे तो नीतीश कुमार को ये संयोजक बनाने के लिए तैयार नहीं हुए। आज प्रधानमंत्री पद का प्रस्ताव दे रहे हैं। केसी त्यागी ने एनडीए में मजबूती से होने की बात कही।
गौरतलब है कि शुक्रवार को एनडीए संसदीय दल की बैठक हुई जिसमें एनडीए के सभी जीते हुए सांसद व पार्टी के दिग्गज नेता शामिल हुए। नरेंद्र मोदी को एनडीए संसदीय दल का नेता चुना गया। सभी ने प्रधानमंत्री पद के नरेंद्र मोदी के नाम पर अपनी सहमति दी। इस दौरान अपने संबोधन में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि वो मजबूती से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का साथ देते रहेंगे। नीतीश कुमार ने कहा कि जदयू प्रधानमंत्री पद के लिए नरेंद्र मोदी के नाम पर सहमत है और देश में लगातार तीसरी बार एकजुट रहकर सभी एनडीए की सरकार चलाएंगे।
सीएम नीतीश कुमार ने संसद के सेंट्रल हॉल में शुक्रवार को आयोजित एनडीए की बैठक में कहा कि नरेद्र मोदी की अगुवाई मे बनने वाली एनडीए की नयी सरकार से बिहार और देश को बड़ी उम्मीदें है। नयी सरकार देश और बिहार के
सभी बाकी कामो को पूरा करेगी। सीएम नीतीश ने कहा कि हम सब इस सरकार और इसके नेता नरेद्र मोदी के साथ रहेंगे। पीएम के कामकाज की तारीफ भी नीतीश कुमार ने की। बता दें कि इसबार लोकसभा चुनाव परिणाम में जनादेश एनडीए को जरूर मिला है लेकिन नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पहली बार अकेले भाजपा को बहुमत नहीं मिल सका। जिसके बाद विपक्ष की ओर से तरह-तरह के दावे किए जाने लगे।
बता दें कि पीएम मोदी की इस ध्यान प्रक्रिया में शुरुआत ‘सूर्य को अर्घ्य’ देने से किया जो आध्यात्मिक अभ्यास से जुड़ा एक अनुष्ठान है जिसमें भगवान सूर्य के रूप में प्रकट सर्वशक्तिमान को नमस्कार करना भी शामिल है। जिसे लेकर एक अधिकारी ने बताया कि पीएम ने एक पारंपरिक छोटे से बर्तन में समुद्र का पानी अर्घ्य के रूप में भरा और जप माला का उपयोग करके प्रार्थना की।
इस दौरान पीएम मोदी ने भगवा वस्त्र पहने हुए थे और उन्होंने स्वामी विवेकानन्द की प्रतिमा पर पुष्पांजलि भी अर्पित की थी। उन्होंने अपने हाथों में ‘जप माला’ लेकर मंडपम के चारों तरफ परिक्रमा भी की। बता दें कि दरअसल कन्याकुमारी अपने सूर्योदय और सूर्यास्त के लिए प्रसिद्ध है और यह रॉक मेमोरियल तटरेखा के पास एक छोटे से टापू पर बनाया गया है।
]]>प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शाम सवा पांच बजे कन्याकुमारी पहुंचेंगे। वे पहले भगवती अम्मान मंदिर में दर्शन और पूजा करेंगे। इसके बाद शनिवार दोपहर तक पीएम वहीं रहेंगे। इस दौरान वह विवेकानन्द रॉक मेमोरियल में मेडिटेशन करेंगे। जानकारी के मुताबिक पीएम मोदी शनिवार दोपहर तीन बजे पास ही में स्थित एक शिला पर बनी महान कवि तिरुवल्लुवर की प्रतिमा का दर्शन करेंगे और माल्यार्पण करेंगे।
पीएम मोदी के विवेकानंद रॉक मेमोरियल में 45 घंटे के प्रवास के लिए भारी सुरक्षा समेत सभी इंतजाम किए गए हैं. शनिवार तक समुद्र तट पर्यटकों के लिए बंद रहेगा और निजी नौकाओं को भी चलने की अनुमति नहीं होगी. देश के दक्षिणी छोर पर स्थित इस जिले में 2 हजार पुलिसकर्मियों का दल तैनात रहेगा और विभिन्न सुरक्षा एजेंसियां प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के दौरान कड़ी निगरानी रखेंगी।
]]>प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी में मेगा रोड शो कर रहे हैं. प्रधानमंत्री कल मंगलवार को नामांकन दाखिल करेंगे. इससे पहले आज सोमवार शाम को मोदी वाराणसी के ओलीगली में रोड शो कर रहे हैं. प्रधानमंत्री के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हैं। रोड शो शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री ने समाज सुधारक मदनमोहन मालवीय की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया.
सूत्रों के मुताबिक, रोड शो खत्म होने के बाद मोदी गंगा में डुबकी लगाएंगे. वाराणसी में लोकसभा चुनाव के सातवें चरण यानी 1 जून को मतदान होगा. गेरुआ वस्त्र पहने महिलाओं का एक समूह मोदी की कार के आगे मार्च कर रहा है. इन्हें नाम दिया जा रहा है- ‘मंत्रशक्ति’. यह रोड शो काशी विश्वनाथ धाम तक होगा. यह संत रविदास गेट, शिबला, सोनारपुरा, जंगमबाड़ी और गोदौलिया से होकर गुजरेगा।
सूत्रों के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज रात बीएलडब्ल्यू गेस्ट हाउस में रुकेंगे. काशी विश्वनाथ धाम से गेस्ट हाउस तक जाते समय मोदी का काफिला मैदागिन चौराहा, कबीरचौरा, लहुराबीर, तेलियाबाग तिराहा, चौकाघाट चौराहा, लकड़ी मंडी, कैंट ओवरब्रिज, लहरतारा चौराहा, मंडुवाडीह चौराहा और ककरमत्ता ओवरब्रिज से गुजरेगा।
बीजेपी सूत्रों के मुताबिक, प्रधानमंत्री 11 जोन के 100 प्वाइंट से मराठी, गुजराती, बंगाली, माहेश्वरी, मारवाड़ी, तमिल, पंजाबी समेत विभिन्न समुदायों के लोगों का स्वागत करेंगे. ढोल-नगाड़े बजाकर उनका स्वागत किया जाएगा. वह बाबा विश्वनाथ के दर्शन करेंगे. यात्रा मार्ग पर वाराणसी के विख्यों में लोगों के कटआउट लगाए गए हैं।
वाराणसी में लोकसभा चुनाव के सातवें चरण यानी 1 जून को मतदान होगा. इस केंद्र से बीजेपी उम्मीदवार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं. अजय राय कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं. संयोग से देशभर में सात चरणों में लोकसभा चुनाव हो रहे हैं. 19 अप्रैल, 26 अप्रैल और 7 मई को तीन चरणों का मतदान पहले ही संपन्न हो चुका है। आज 13 मई को चौथे चरण का मतदान हो रहा है.
Kashi is special… The warmth and affection of the people here is unbelievable!
https://t.co/Al6lu5mOJI
— Narendra Modi (@narendramodi) May 13, 2024
पांचवें चरण का मतदान 20 मई, छठे चरण का मतदान 25 मई और सातवें चरण का मतदान 1 जून को होगा. चुनाव प्रक्रिया कुल 43 दिनों तक चलेगी. चुनाव के नतीजे 4 जून को घोषित किए जाएंगे।
]]>प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को दावा किया कि लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2024) में कांग्रेस ५० सीटें भी नहीं जीत पाएगी और चुनाव के बाद विपक्षी दल का दर्जा भी नहीं पा सकेगी।
कंधमाल और बोलांगीर लोकसभा सीटों पर चुनावी रैलियों को संबोधित करते हुए, मोदी ने दावा किया कि ओडिशा की ‘अस्मिता’ (गौरव) खतरे में है और भाजपा इसकी रक्षा करेगी, साथ ही उन्होंने कहा कि राज्य में भगवा पार्टी की “डबल इंजन” सरकार बनेगी। और “मिट्टी का बेटा या बेटी जो उड़िया भाषा और संस्कृति को समझता है” को मुख्यमंत्री बनाया जाएगा।
बीजद पर मौखिक हमला करते हुए उन्होंने राज्य में प्रचुर प्राकृतिक संसाधन होने के बावजूद लोगों को गरीब बनाए रखने के लिए जिम्मेदार लोगों को सत्ता से बाहर करने का आह्वान किया।
मोदी ने दावा किया, “लोकसभा में प्रमुख विपक्ष बनने के लिए कांग्रेस को 10 प्रतिशत सीटें भी नहीं मिल पाएंगी। वे ५० सीटें भी नहीं जीत पाएंगी।”
राहुल गांधी के स्पष्ट संदर्भ में उन्होंने कहा, “कांग्रेस के ‘शहजादे’ 2014 के चुनावों के बाद से वही स्क्रिप्ट पढ़ रहे हैं…मेरे शब्दों पर ध्यान दें, एनडीए सभी रिकॉर्ड तोड़ देगा और इस बार 400 से अधिक सीटें जीतेगा।” केंद्र में अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली पिछली भाजपा सरकार की उपलब्धियों को याद करते हुए उन्होंने कहा कि 26 साल पहले आज ही के दिन पोखरण परीक्षण ने दुनिया भर में देश की छवि को बढ़ाया था।
उन्होंने ने कहा कि उनकी सरकार ने अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण करके लोगों के ५०० वर्षों के इंतजार को समाप्त कर दिया।
उन्होंने जोड़ा , ”भाजपा ने ओडिशा की एक आदिवासी बेटी को भारत का राष्ट्रपति बनाया, जो सशस्त्र बलों की कमांडर-इन-चीफ है।”
उन्होंने राज्य की बीजेडी सरकार पर मौखिक हमला बोलते हुए कहा कि ओडिशा एक अमीर राज्य है लेकिन ज्यादातर लोग गरीब हैं।
]]>सुश्री ठाकुर उन 24 प्रभावशाली लोगों में शामिल थीं जिन्हें पिछले महीने “एक आत्मविश्वासी, मुखर नए भारत के कहानीकारों” को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा आयोजित पहले राष्ट्रीय रचनाकार पुरस्कार में पुरस्कार दिए गए थे।
सुश्री ठाकुर ने कहा, “ऐसे कई प्रभावशाली लोग हैं जो वर्तमान सत्तारूढ़ सरकार के साथ सहयोग कर रहे हैं और वीडियो बना रहे हैं,” जिनके फेसबुक पर 14 मिलियन फॉलोअर्स हैं, और इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर 4.5 मिलियन से अधिक फॉलोअर्स हैं।
लेकिन आलोचकों का कहना है कि भाजपा के साथ सहयोग करके अपने अनुयायियों और सामाजिक पदों से आय को अधिकतम करने का मौका प्रभावशाली लोगों को सत्तारूढ़ पार्टी का समर्थन करने के लिए प्रोत्साहित कर सकता है, जिसके जीतने की व्यापक रूप से उम्मीद है।
‘प्रोत्साहन राशि’
23 वर्षीय सुश्री ठाकुर, जो पहले से ही अपने शास्त्रीय गायन के लिए एक लोकप्रिय रियलिटी टीवी स्टार हैं, ने तब और भी अधिक ध्यान आकर्षित किया जब पीएम मोदी ने जनवरी में अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन के दौरान उनके भक्ति गीत को सोशल प्लेटफॉर्म एक्स पर साझा किया।
सुश्री ठाकुर, जिन्हें क्रिएटर्स अवार्ड्स में वर्ष की सांस्कृतिक राजदूत नामित किया गया था, ने कहा, “इतनी चर्चा पैदा हुई – जहां उन्होंने पीएम मोदी से मुलाकात के वीडियो साझा किए।”
सरकार और प्रमुख सोशल मीडिया सितारों के बीच घनिष्ठ संबंध डिजिटल अधिकार संगठन इंटरनेट फ्रीडम फाउंडेशन के प्रतीक वाघरे को चिंतित करते हैं।
श्री वाघरे ने कहा, “इन सहयोगों की प्रकृति के बारे में चिंतित होने के लिए काफी कुछ है,” उन्होंने कहा कि प्रभावशाली लोग अपने पोस्ट से पैसा कमाना और नए फॉलोअर्स हासिल करना चाहते हैं।
“विशुद्ध रूप से प्रोत्साहन के सवाल पर, आप देख सकते हैं कि यह उन्हें ऐसे प्रवचन में शामिल होने के लिए कैसे प्रेरित करेगा जो अत्यधिक सकारात्मक है, या कम से कम गैर-महत्वपूर्ण है।”
जबकि सभी राजनीतिक दल सोशल मीडिया का उपयोग करते हैं, आलोचक प्रभावशाली लोगों के साथ सरकार के संबंधों को भाजपा की परिष्कृत सॉफ्ट-पावर अभियान नीति के हिस्से के रूप में देखते हैं।
श्री वाघरे ने कहा कि उन्हें यह भी डर है कि नकदी या ध्यान देने की पेशकश प्रभावशाली लोगों को “उनकी अपनी राजनीतिक मान्यताओं के बावजूद” किसी पार्टी का समर्थन करने के लिए आकर्षित कर सकती है।
सुश्री ठाकुर ने कहा कि सरकारी स्वास्थ्य आंकड़ों के अनुसार, भारत की 1.4 अरब आबादी में से आधे से अधिक लोग 30 वर्ष से कम उम्र के हैं, युवा मतदाताओं तक पहुंचने के लिए सोशल मीडिया का उपयोग एक “रणनीति” है।
सरकार के ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म, MyGov पर भी पीएम मोदी की प्रशंसा करने वाले पुरस्कार विजेता प्रभावशाली लोगों के साक्षात्कार हुए।
मार्केट ट्रैकर स्टेटिस्टा के अनुसार, भारत के 462 मिलियन यूट्यूब उपयोगकर्ता देश के हिसाब से इस प्लेटफॉर्म के सबसे बड़े दर्शक वर्ग हैं।
‘प्रभाव’
सुश्री ठाकुर ने अपने नई दिल्ली स्थित घर के एक कमरे से एएफपी से बात करते हुए कहा, “युवाओं से संपर्क करके, आप भारत की बड़ी आबादी को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं, जिसे वह एक रिकॉर्डिंग स्टूडियो के रूप में उपयोग करती है, इसकी दीवारें रंगीन पारंपरिक चित्रों से सजी हैं।
लेकिन सुश्री ठाकुर को चुनाव आयोग के राजदूत के रूप में भी नियुक्त किया गया है, जिसका अर्थ है कि वह केवल लोगों को चुनाव में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित कर सकती हैं, किसी पार्टी का प्रचार नहीं कर सकती हैं।
अन्य अधिक प्रत्यक्ष हैं।
राष्ट्रीय फिटनेस क्रिएटर पुरस्कार के विजेता पूर्व पहलवान अंकित बैयानपुरिया ने अपने आठ मिलियन इंस्टाग्राम प्रशंसकों से भाजपा को वोट देने का आग्रह किया।
व्यापार मंत्री पीयूष गोयल और विदेश मंत्री एस. जयशंकर सहित भाजपा के दिग्गज सोशल मीडिया स्टार रणवीर अल्लाहबादिया के चैनलों पर भी दिखाई दिए हैं – वीडियो के साथ “@MyGov के साथ सहयोग” टैग किया गया है।
20 वर्षीय जान्हवी सिंह, जो हिंदू धर्मग्रंथों की व्याख्या करने से लेकर पारंपरिक पोशाक का प्रदर्शन करने तक संस्कृति और धर्म पर पोस्ट करती हैं, को हेरिटेज फैशन आइकन पुरस्कार दिया गया।
उन्होंने सरकार के साथ अपने सहयोग को एक “अवसर” बताया, और कहा कि वह हिंदू धर्म पर भाजपा के फोकस को महत्व देती हैं क्योंकि उन्हें डर है कि भारत “अपनी जड़ों और संस्कृति को भूल रहा है”।
उन्होंने कहा कि उन्होंने अपने अनुयायियों को सीधे तौर पर यह नहीं बताया कि किसे वोट देना है।
उन्होंने कहा, ”मैं ऐसे किसी भी राजनीतिक विचार को सोशल मीडिया पर खुले तौर पर साझा नहीं करती हूं।” “लेकिन मुझे लगता है कि यह संदेश फैलाना ज़रूरी है कि आपको मतदान करना चाहिए।”
लेकिन वह स्पष्ट थीं कि उनकी वफादारी पीएम मोदी के साथ है।