Remal – Ekolkata24: Latest Hindi News Updates from Kolkata – Breaking Stories and More https://ekolkata24.com Stay updated with Ekolkata24 for the latest Hindi news, headlines, and Khabar from Kolkata, West Bengal, India, and the world. Trusted source for comprehensive updates Tue, 28 May 2024 07:12:38 +0000 en-US hourly 1 https://ekolkata24.com/wp-content/uploads/2024/03/cropped-ekolkata24-32x32.png Remal – Ekolkata24: Latest Hindi News Updates from Kolkata – Breaking Stories and More https://ekolkata24.com 32 32 पश्चिम बंगाल में चक्रवात रेमाल ने उजाड़े हजारों घर, 6 की मौत https://ekolkata24.com/top-story/remal-destroys-thousands-of-houses-in-wb Tue, 28 May 2024 07:12:16 +0000 https://ekolkata24.com/?p=47636 कोलकाता : पश्चिम बंगाल में चक्रवाती तूफान रेमल तबाही के निशान छोड़ गया। इस तूफान के
कहर में छह लोगों की जान चली गई। राज्य के 24 प्रखंड और 79 नगरपालिका वार्ड में करीब 29 हजार 500 घर
आंशिक या पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। इनमें से अधिकतर दक्षिणी तटीय इलाकों में हैं। आपदा प्रबंधन विभाग के
एक अधिकारी ने आज यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि इसके अलावा राज्य के विभिन्न हिस्सों में दो हजार 140 से अधिक पेड़ उखड़ गए और लगभग
एक हजार 700 बिजली के खंभे गिर गए। शुरुआती आकलन है कि 27 हजार घर आंशिक रूप से और दो हजार
500 पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। अभी आकलन जारी है। इसलिए यह आंकड़े बढ़ सकते हैं। उन्होंने बताया
कि प्रशासन ने दो लाख सात हजार 60 लोगों को एक हजार 438 सुरक्षित आश्रयों में पहुंचाया। वर्तमान में वहां 77
हजार 288 लोग हैं। इस समय 341 रसोई के माध्यम से उन्हें खाना पहुंचाया जा रहा है। तटीय और निचले इलाकों
में प्रभावित लोगों को 17 हजार 738 तिरपाल वितरित किए गए हैं।

प्रभावित क्षेत्रों में काकद्वीप, नामखाना, सागर द्वीप, डायमंड हार्बर, फ्रेजरगंज, बक्खली और मंदारमनी शामिल हैं।
चक्रवात के कारण तटबंधों में मामूली दरारें आ गई थीं। उनकी मरम्मत कर दी गई। इस अधिकारी ने कहा कि अब
तक तटबंध टूटने की कोई सूचना नहीं मिली है। चक्रवात के कारण अब तक छह लोग जान गंवा चुके हैं।

कोलकाता में एक, दक्षिण 24 परगना जिले में दो महिलाएं, उत्तर 24 परगना जिले में एक और पूर्व मेदिनीपुर में
पिता-पुत्र की मौत हो चुकी है। तटीय क्षेत्रों में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। पश्चिम बंगाल और पड़ोसी बांग्लादेश
दोनों जगहों पर महत्वपूर्ण बुनियादी संरचनाओं को क्षति पहुंची है।

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चक्रवात ‘रेमल’ के पश्चिम बंगाल तट से टकराने से पहले भारतीय नौसेना मुकाबले को तैयार https://ekolkata24.com/top-story/indian-navy-ready-for-combat-before-cyclone Sun, 26 May 2024 11:11:07 +0000 https://ekolkata24.com/?p=47594 कोलकाता : बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना गहरा दबाव अब चक्रवाती तूफान रेमल’ में तब्दील हो गया है। इसके रविवार आधी रात को पश्चिम बंगाल के सागर द्वीप तथा बांग्लादेश के खेपुपारा के बीच समुद्र तट से टकराने की संभावना है। बंगाल की खाड़ी में इस मानसून सीजन के पहले चक्रवाती तूफान का मुकाबला करने के लिए भारतीय नौसेना ने व्यापक तैयारी की है। नौसेना ने त्वरित प्रतिक्रिया के लिए अपने दो जहाजों के साथ कई तरह के हेलीकॉप्टरों को स्टैंडबाय पर रखा है।

मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर गहरा दबाव चक्रवाती तूफान रेमल’ में तब्दील हो गया है। रेमल के भयंकर चक्रवात में तब्दील होने के बाद पश्चिम बंगाल के सागर द्वीप और बांग्लादेश के खेपुपारा के बीच टकराने का पूर्वानुमान है। चक्रवात की चेतावनी के कारण सियालदह और दक्षिण 24 परगना के नामखाना, काकद्वीप, सियालदह-उत्तर 24 परगना के हसनाबाद के बीच कई स्थानीय उपनगरीय ट्रेन सेवाएं रविवार आधी रात से सोमवार की सुबह के बीच रद्द कर दी गई हैं। अनुमान है कि चक्रवात 26/27 मई की मध्यरात्रि तट को पार कर जाएगा।

भारतीय नौसेना ने चक्रवात रेमल’ से मुकाबला करने को मानवीय सहायता और आपदा राहत के लिए मौजूदा मानक संचालन प्रक्रियाओं का पालन करते हुए प्रारंभिक कार्रवाई शुरू कर दी है। नौसेना मुख्यालय में स्थिति पर बारीकी से नजर रखी जा रही है। साथ ही पूर्वी नौसेना कमान मुख्यालय ने व्यापक तैयारी की है। भारतीय नौसेना ने चक्रवात से प्रभावित होने वाले लोगों की सुरक्षा और उन्हें राहत पहुंचाने के लिए चिकित्सा आपूर्ति से लैस दो जहाजों को तैनात किया है। इसके अलावा भारतीय नौसेना के सी किंग और चेतक हेलीकॉप्र के साथ-साथ डोर्नियर विमानों को त्वरित प्रतिक्रिया के लिए स्टैंडबाय पर रखा गया है।

बंगाल की खाड़ी में समुद्र तट से टकराने की संभावना के चलते कोलकाता में विशेष गोताखोर दल को उपकरणों के साथ तैनात किया गया है, ताकि तत्काल सहायता प्रदान की जा सके। इसके अलावा विशाखापत्तनम में आवश्यक उपकरणों के साथ गोताखोर दल स्टैंडबाय पर हैं, ताकि आवश्यकता पड़ने पर त्वरित तैनाती की जा सके। कोलकाता में बाढ़ राहत दल के साथ-साथ राहत एवं बचाव और चिकित्सा आपूर्ति दल को भी तैनात किया जा रहा है। इसके अलावा नौसेना ने आईएनएस विशाखापत्तनम और आईएनएस चिल्का जहाजों को तैनात किया है, जिन पर दो-दो बाढ़ राहत दलों को अल्प सूचना पर तैनाती के लिए तैयार रखा गया है।

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आधी रात को सागर से टकराएगा ‘रेमल’ चक्रवात https://ekolkata24.com/top-story/remal-will-hit-the-ocean-at-midnight Sun, 26 May 2024 06:34:53 +0000 https://ekolkata24.com/?p=47562 कोलकाता :बंगाल की खाड़ी के ऊपर बनी निम्न दबाव प्रणाली चक्रवाती तूफान ‘रेमाल’ में तब्दील हो गया है। इसके रविवार आधी रात को पश्चिम बंगाल के सागरद्वीप तथा बांग्लादेश के खेपुपारा के बीच समुद्र तट से टकराने की आशंका है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आइएमडी) ने इस बात की जानकारी दी।

रेमाल के चलते कोलकाता एयरपोर्ट प्रबंधन ने रविवार दोपहर से 21 घंटे के लिए उड़ानों का परिचालन निलंबित करने का फैसला किया है। वहीं  कोलकाता के श्यामा प्रसाद मुखर्जी बंदरगाह पर रविवार शाम छह बजे से 12 घंटे के लिए सभी ‘कार्गो और कंटेनर हैंडलिंग’ कार्य निलंबित रहेंगे।

रेमाल से निपटने के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) ने 12 टीमों को तैनात किया है।पांच टीमें स्टैंडबाय पर रखी गयी हैं। जहाजों और विमानों के साथ सेना, नौसेना और तटरक्षक बल बचाव और राहत के लिए तैयार
विद्युत विभाग द्वारा तत्काल बिजली बहाली के लिए आपातकालीन टीमों को तैनात किया गया है।

इस मानसून पूर्व सीजन में बंगाल की खाड़ी में यह पहला चक्रवाती तूफान है। मौसम विभाग ने बताया कि तूफान खेपुपारा से लगभग 360 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिणपूर्व और सागरद्वीप से 350 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिणपूर्व में केंद्रित है।

राजधानी कोलकाता के अलीपुर मौसम कार्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि चक्रवाती तूफान 110-120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तटों पर दस्तक दे सकता है। यह 135 किलोमीटर प्रति घंटे तक की रफ्तार पकड़ सकता है।

मौसम विभाग ने 26-27 मई को पश्चिम बंगाल और उत्तरी ओड़िशा के तटीय जिलों में अत्यधिक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है. पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों में 27-28 मई को अत्यधिक भारी वर्षा हो सकती है।

तूफान के दस्तक देने के समय समुद्र में 1.5 मीटर ऊंची लहरें उठने की आशंका है, जिससे तटीय पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के निचले इलाके डूब सकते हैं। मौसम विभाग ने मछुआरों को 27 मई की सुबह तक बंगाल की खाड़ी के उत्तरी भाग में समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है।

मौसम विभाग ने 26 और 27 मई को पश्चिम बंगाल के तटीय जिलों (दक्षिण और उत्तर 24 परगना) के लिए रेड अलर्ट जारी किया है. यहां कुछ स्थानों पर भारी बारिश होने का अनुमान है।

इस बीच चक्रवात के दौरान तटवर्ती क्षेत्र में रहने वाले लोगों को संबंधित जिला प्रशासन द्वारा सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। वहीं, चक्रवात से निबटने की तैयारियों की समीक्षा के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन समिति के कैबिनेट सचिव राजीव गौबा की अध्यक्षता में बैठक हुई है. कैबिनेट सचिव ने पश्चिम बंगाल सरकार को आश्वासन देते हुए कहा कि इस स्थिति से निपटने के लिए सभी केंद्रीय एजेंसियां पूरी तरह अलर्ट पर हैं और सहायता के लिए उपलब्ध रहेंगी।

इस बीच, मुख्य सचिव ने तटवर्ती जिलों के जिलाधिकारियों से लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने का आदेश दिया। साथ ही पर्याप्त मात्रा में राहत सामग्री भी एकत्रित रखने को कहा है, ताकि लोगों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो।

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