Sunil Chhetri – Ekolkata24: Latest Hindi News Updates from Kolkata – Breaking Stories and More https://ekolkata24.com Stay updated with Ekolkata24 for the latest Hindi news, headlines, and Khabar from Kolkata, West Bengal, India, and the world. Trusted source for comprehensive updates Sun, 01 Dec 2024 17:45:35 +0000 en-US hourly 1 https://ekolkata24.com/wp-content/uploads/2024/03/cropped-ekolkata24-32x32.png Sunil Chhetri – Ekolkata24: Latest Hindi News Updates from Kolkata – Breaking Stories and More https://ekolkata24.com 32 32 ओडिशा ने बेंगलुरु को हराया, छेत्री के गोल बेअसर https://ekolkata24.com/sports-news/sunil-chhetris-goal-falls-short-as-odisha-fc-secures-another-win Sun, 01 Dec 2024 17:45:35 +0000 https://ekolkata24.com/?p=50430 ओडिशा एफसी (Odisha FC) ने रविवार को इंडियन सुपर लीग के रोमांचक मुकाबले में बेंगलुरु एफसी को 4-2 से हराकर अपनी जीत का सिलसिला जारी रखा। भुवनेश्वर के कलिंगा स्टेडियम में खेले गए इस मुकाबले में ओडिशा की तरफ से जे माउइह्मिंगथांगा, मोर्तज़ा फॉल और डिएगो मॉरिसियो (2 गोल) ने गोल किए। वहीं, बेंगलुरु के लिए सुनील छेत्री और एडगर मेंडेज़ ने गोल दागे।

मैच का विश्लेषण
मैच की शुरुआत से ही ओडिशा एफसी ने आक्रामक खेल दिखाया। सिर्फ 10 मिनट में जे माउइह्मिंगथांगा ने शानदार गोल कर टीम को बढ़त दिलाई। इसके बाद 30वें मिनट में डिफेंडर मोर्तज़ा फॉल ने हेडर के जरिए दूसरा गोल किया।

पहले हाफ के अंत में डिएगो मॉरिसियो ने तीसरा गोल करके ओडिशा को मजबूत स्थिति में ला दिया। 3-0 की बढ़त के साथ ओडिशा ने पहले हाफ का समापन किया। बेंगलुरु के कोच जेरार्ड जरागोजा ने दूसरे हाफ में रणनीति बदलने की कोशिश की, लेकिन ओडिशा के मजबूत डिफेंस और तेज़ आक्रमण के सामने उनकी रणनीति नाकाम रही।

बेंगलुरु की वापसी की कोशिश
दूसरे हाफ में सुनील छेत्री ने टीम के लिए पहला गोल किया, जिससे टीम के खिलाड़ियों का आत्मविश्वास बढ़ा। हालांकि, 60वें मिनट में डिएगो मॉरिसियो ने अपना दूसरा गोल दागकर बेंगलुरु की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। एडगर मेंडेज़ ने अंत में एक गोल करके अंतर कम किया, लेकिन ओडिशा की जीत को रोक नहीं सके।

ओडिशा की लगातार सफलता
इस सीज़न में सर्जियो लोबेरा की कोचिंग में ओडिशा एफसी बेहतरीन प्रदर्शन कर रही है। पिछले मैच में हैदराबाद एफसी के खिलाफ बड़ी जीत ने टीम को आत्मविश्वास से भर दिया था। मिडफील्ड में ह्यूगो बौमस और अटैक में डिएगो मॉरिसियो की अगुवाई में ओडिशा लीग में शीर्ष स्थान पर बने रहने के लिए प्रतिबद्ध है।

फैंस की प्रतिक्रिया
कलिंगा स्टेडियम में ओडिशा के फैंस अपनी टीम की इस शानदार जीत से बेहद खुश थे। वहीं, बेंगलुरु के समर्थक सुनील छेत्री के प्रदर्शन से संतुष्ट दिखे, लेकिन टीम की हार ने उन्हें निराश किया।

इस जीत के साथ ओडिशा एफसी ने यह साबित कर दिया कि वह इस सीज़न की सबसे मजबूत टीमों में से एक है। दूसरी ओर, बेंगलुरु को अपने प्रदर्शन में सुधार करने की सख्त ज़रूरत है। आगामी मैचों में दोनों टीमों से और बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद की जा रही है।

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ISL 2024: लीग में शीर्ष पर बेंगलुरु, सुनील की तारीफ में बोले कोच जेरार्ड जरागोजा https://ekolkata24.com/sports-news/bengaluru-fc-tops-league-standings-gerard-zaragoza-hails-sunil-chhetris-leadership Wed, 27 Nov 2024 20:23:03 +0000 https://ekolkata24.com/?p=50345 इंडियन सुपर लीग (ISL 2024) में चैंपियन बेंगलुरु एफसी ने बुधवार को मोहम्मडन स्पोर्टिंग क्लब के खिलाफ एक रोमांचक मैच में जीत हासिल कर ली। इस जीत के साथ बेंगलुरु ने लीग तालिका में अपनी शीर्ष स्थिति बनाए रखी है।

मैच की शुरुआत में बेंगलुरु को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा। पहले हाफ में डिफेंस की कुछ गलतियों की वजह से मोहम्मडन स्पोर्टिंग ने गोल कर 1-0 की बढ़त बना ली। इस गोल के बाद बेंगलुरु ने लगातार अटैक किया, लेकिन पहला हाफ खत्म होने तक मोहम्मडन की टीम बढ़त बनाए रखने में सफल रही।

दूसरे हाफ का खेल
दूसरे हाफ में बेंगलुरु एफसी ने अपने खेल की लय बदली। कप्तान सुनील छेत्री के नेतृत्व में टीम ने दबाव बढ़ाया। मैच के अंतिम क्वार्टर में बेंगलुरु को पेनल्टी का मौका मिला। सुनील छेत्री ने इस पेनल्टी को बेहतरीन तरीके से गोल में बदलकर टीम को बराबरी पर ला दिया।

इसके बाद अतिरिक्त समय में सुनील ने शानदार खेल दिखाया। उन्होंने लगातार विपक्षी डिफेंस पर दबाव बनाया। उनके आक्रामक खेल के कारण मोहम्मडन के डिफेंडर फ्लोरेंट ओगियर ने आत्मघाती गोल कर दिया, जिससे बेंगलुरु ने 2-1 से मैच अपने नाम कर लिया।

कोच जरागोजा की प्रतिक्रिया
मैच के बाद बेंगलुरु के कोच जेरार्ड जरागोजा ने टीम के प्रदर्शन की सराहना की। खासकर सुनील छेत्री के फॉर्म में लौटने पर उन्होंने कहा,

“सुनील के लिए मैं बेहद खुश हूं। वह हर प्रैक्टिस सेशन में खुद को बेहतर बनाने का प्रयास करते हैं। पिछले कुछ मैचों में उनका प्रदर्शन उतना अच्छा नहीं था, लेकिन आज उन्होंने दिखा दिया कि वह बड़े मैचों के खिलाड़ी हैं।”

टीम की मानसिकता में बदलाव
जरागोजा ने इस जीत को टीम की मानसिकता के लिए अहम बताया। उन्होंने कहा,

“हमारी टीम में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। लेकिन विपक्षी टीमों की शुरुआती बढ़त कभी-कभी हमारे खेल को प्रभावित करती है। आज की तरह का मैच जीतना टीम को आत्मविश्वास देता है और मानसिकता को बदलता है। यह हमारे आने वाले मैचों में मदद करेगा।”

मोहम्मडन स्पोर्टिंग का प्रदर्शन
मोहम्मडन स्पोर्टिंग ने भी इस मैच में अच्छा प्रदर्शन किया। उनके डिफेंडर्स ने पहले हाफ में बेंगलुरु के अटैक को रोकने में शानदार काम किया। हालांकि, दूसरे हाफ में बेंगलुरु के दबाव के कारण वे लय खो बैठे।

लीग तालिका में स्थिति
इस जीत के साथ बेंगलुरु एफसी ने लीग तालिका में पहला स्थान बनाए रखा है। टीम अपने अगले मैचों में इस फॉर्म को बरकरार रखने के इरादे से उतरेगी। दूसरी ओर, मोहम्मडन स्पोर्टिंग के लिए यह हार उनके अभियान पर असर डाल सकती है, लेकिन उनका प्रदर्शन सकारात्मक संकेत देता है।

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किशोर भारती में छेत्री का जलवा, पिछड़ने के बाद बेंगलुरु की शानदार जीत https://ekolkata24.com/sports-news/bengaluru-fc-triumphs-2-1-over-mohun-bagan-with-sunil-chhetris-magic Wed, 27 Nov 2024 17:36:02 +0000 https://ekolkata24.com/?p=50330 किशोर भारती स्टेडियम में बुधवार शाम बेंगलुरु एफसी (Bengaluru FC) ने अपने अनुभव और स्टार खिलाड़ियों के दम पर मोहम्मडन स्पोर्टिंग क्लब (Mohammedan SC) को हराकर एक शानदार जीत दर्ज की। इंडियन सुपर लीग (ISL) के नौवें मैच में बेंगलुरु ने 2-1 से जीत हासिल की। यह मुकाबला बेहद रोमांचक रहा, जिसमें बेंगलुरु के कप्तान और भारतीय फुटबॉल के दिग्गज सुनील छेत्री (Sunil Chhetri) ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

मैच का पहला हाफ: मोहम्मडन की तेज शुरुआत
मैच की शुरुआत से ही मोहम्मडन स्पोर्टिंग आक्रामक खेल दिखा रही थी। खेल के आठवें मिनट में लबी मंजोकी ने एक शानदार गोल कर अपनी टीम को बढ़त दिलाई। मोहम्मडन के मिडफील्डर फ्रांका और एलेक्सिस गोमेज़ ने कई आक्रामक मूव बनाए, लेकिन बेंगलुरु के गोलकीपर गुरप्रीत सिंह संधू ने उन्हें गोल करने से रोकने में कामयाबी पाई।

पहले हाफ के खत्म होने तक मोहम्मडन 1-0 की बढ़त बनाए हुए थी। घरेलू दर्शकों की उत्साहवर्धक उपस्थिति ने सुभाषिश बोस की अगुवाई वाली मोहम्मडन टीम को ऊर्जा दी।

दूसरे हाफ में बेंगलुरु की वापसी
दूसरे हाफ में बेंगलुरु एफसी ने अपनी रणनीति में बदलाव किया। कोच गेरार्ड जरागोजा ने मैदान पर स्टार स्ट्राइकर सुनील छेत्री को उतारा। छेत्री के मैदान पर आते ही बेंगलुरु का खेल पूरी तरह बदल गया। उनके अनुभव और नेतृत्व ने टीम को ऊर्जा दी।

मैच के 81वें मिनट में बेंगलुरु को पेनल्टी किक मिली, जब मोहम्मडन के एक डिफेंडर ने बॉक्स के अंदर फाउल कर दिया। इस मौके को भुनाते हुए सुनील छेत्री ने शानदार पेनल्टी गोल किया और अपनी टीम को बराबरी पर ला दिया।

निर्णायक आत्मघाती गोल
मैच का नाटकीय मोड़ अतिरिक्त समय में आया। बेंगलुरु ने आक्रामक खेल जारी रखा, और सुनील छेत्री ने विपक्षी डिफेंडरों पर दबाव बनाना शुरू किया। अतिरिक्त समय के नौवें मिनट में मोहम्मडन के डिफेंडर फ्लोरेंट ओगियर ने गलती से गेंद को अपने ही गोल पोस्ट में मार दिया, जिससे बेंगलुरु को 2-1 की बढ़त मिल गई।

बेंगलुरु की रणनीति का कमाल
बेंगलुरु की जीत में उनकी रणनीति और सुनील छेत्री की उपस्थिति निर्णायक रही। छेत्री ने न केवल गोल किया, बल्कि अपने अनुभव का उपयोग कर टीम को संकट से बाहर निकाला। गुरप्रीत सिंह संधू की गोलकीपिंग भी प्रशंसनीय रही, जिन्होंने पहले हाफ में मोहम्मडन के कई आक्रमणों को नाकाम किया।

मोहम्मडन की कोशिशें बेकार
मोहम्मडन स्पोर्टिंग ने मैच के शुरुआती मिनटों में शानदार प्रदर्शन किया, लेकिन दूसरे हाफ में उनकी रक्षात्मक कमजोरियां उजागर हो गईं। कोच आंद्रे चेरनिशेव की टीम ने बेंगलुरु के आक्रमण को रोकने की पूरी कोशिश की, लेकिन सुनील छेत्री जैसे अनुभवी खिलाड़ी को रोक पाना उनके लिए मुश्किल साबित हुआ।

जीत के मायने
इस जीत के साथ बेंगलुरु एफसी ने महत्वपूर्ण तीन अंक अर्जित किए। यह जीत न केवल उन्हें अंक तालिका में ऊपर ले जाएगी, बल्कि टीम का आत्मविश्वास भी बढ़ाएगी। दूसरी ओर, मोहम्मडन स्पोर्टिंग को अपनी रक्षात्मक रणनीति पर फिर से काम करना होगा।

छेत्री का प्रदर्शन: उम्र को चुनौती
सुनील छेत्री ने एक बार फिर साबित कर दिया कि उम्र उनके लिए सिर्फ एक संख्या है। उन्होंने मैदान पर जिस ऊर्जा और कौशल का प्रदर्शन किया, वह युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा है।

फैंस का उत्साह
किशोर भारती स्टेडियम में दर्शकों की भारी भीड़ मौजूद थी। हालांकि घरेलू टीम की हार से स्थानीय प्रशंसक निराश हुए, लेकिन सभी ने सुनील छेत्री की खेल भावना और कौशल की तारीफ की।

अगले मुकाबलों पर नजर
बेंगलुरु एफसी अब अपनी इस जीत की लय को बरकरार रखना चाहेगी। वहीं, मोहम्मडन स्पोर्टिंग को अपनी कमजोरियों पर ध्यान देकर अगले मैचों में सुधार करना होगा।

सुनील छेत्री की लीडरशिप और बेंगलुरु एफसी की रणनीति ने एक बार फिर उन्हें विजेता बना दिया। मोहम्मडन स्पोर्टिंग ने शुरुआती बढ़त तो हासिल की, लेकिन सुनील छेत्री के अनुभव के आगे उनकी चुनौती कमजोर पड़ गई।

हाइलाइट्स:
लबी मंजोकी ने मोहम्मडन को शुरुआती बढ़त दिलाई।
सुनील छेत्री ने 81वें मिनट में पेनल्टी के जरिए बराबरी का गोल किया।
फ्लोरेंट ओगियर के आत्मघाती गोल ने बेंगलुरु को जीत दिलाई।

क्या कहते हैं आंकड़े:
मैच का स्कोर: बेंगलुरु एफसी 2-1 मोहम्मडन स्पोर्टिंग
बेंगलुरु के लिए छेत्री का गोल निर्णायक रहा।
आत्मघाती गोल ने मैच का पासा पलटा।

बेंगलुरु एफसी अब अपनी नजरें आगामी मैचों पर टिकाए हुए है, जबकि मोहम्मडन को अपनी गलतियों से सीखने की जरूरत है।

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ভারত অধিনায়ক সুনীল ছেত্রী নিয়ে বিস্ফোরক মন্তব্য প্রাক্তন ফুটবলার স্বপন সেনগুপ্তর https://ekolkata24.com/sports-news/ex-footballer-swapan-sengupta-makes-explosive-remarks-about-india-captain-sunil-chhetri Mon, 11 Oct 2021 17:25:44 +0000 https://www.ekolkata24.com/?p=7354 স্পোর্টস ডেস্ক: সাফ কাপে ভারত সাত বারের চ্যাম্পিয়ন। কিন্তু চলতি এই টুর্নামেন্টে ভারত কোনও মতে নিজের আশা জিইয়ে রেখেছে। ১০ জনের বাংলাদেশকে হাতের নাগালে পেয়েও ১-১ গোলে ড্র। শ্রীলঙ্কার বিরুদ্ধে গোলশূন্য ড্র। এরপর নেপালের বিরুদ্ধে ৮১ মিনিট পর্যন্ত মেন ইন ব্লু’রা আটকে ছিল।

৮২ মিনিটে ভারত অধিনায়ক সুনীল ছেত্রী’র (Sunil Chhetri) করা একমাত্র গোলে ভারত জিতে সাফ কাপে বুদবুদ করে অক্সিজেন পেয়ে চলেছে। ভারতীয় ফুটবল দলের হেড কোচ ইগর স্তিমাচের ট্র‍্যাকট্রিক্স নিয়েও প্রশ্ন উঠে গিয়েছে। এই নিয়ে সোজা সাপ্টা কথা প্রাক্তন ফুটবলার স্বপন সেনগুপ্ত’র।

ভারতীয় ফুটবল দলের হেড কোচ ইগর স্তিমাচের ট্র‍্যাকট্রিক্স প্রসঙ্গে ১৯৭০ সালের ইস্টবেঙ্গলের আইএফএ শিল্ড জয়ী প্রাক্তন ফুটবলার স্বপন সেনগুপ্ত বলেন,”প্রথমত মিলোভানের পর কোনও ভাল বিদেশি কোচ আসেনি। সর্বভারতীয় ফুটবল ফেডারেশনের(AIFF) কর্মকর্তারা অযোগ্য। একটা ম্যাচ জিততে পারেনি।” এরই সঙ্গে বর্তমান ভারতীয় ফুটবল দলের হেড কোচের সমালোচনা করে তিনি বলেন,”টিমকে মোটিভেট করতে পারছে না কোচ। Attack (এই শব্দের বাংলা টাইপ আসছে না দাদা) ইজ দ্য বেস্ট ডিফেন্স, বল পায়ে আক্রমণ। এই শ্রীলঙ্কা একটা ফুটবল দল। ফুটবলে পাকিস্তান ভাল শক্তি।কিন্তু সাফ কাপে পাকিস্তান টিম নেই,চ্যালেঞ্জের মুখোমুখি হতো ভারত।” এরই সঙ্গে ১৯৭৩ ইস্টবেঙ্গল অধিনায়ক বলেন, “আমাদের সময়ে শ্রীলঙ্কার বিরুদ্ধে আমরা ৪-৫ গোলের বড় ব্যবধানে জিততাম।”

ভারত অধিনায়ক সুনীল ছেত্রী ফুটবল সম্রাট পেলের ৭৭ গোলের রেকর্ড স্পর্শ করেছেন। সুনীল ছেত্রীকে নিয়ে প্রাক্তন ফুটবলার স্বপন সেনগুপ্ত’র অকপট স্বীকারোক্তি,”সুনীল ছেত্রী’র এখন ৩৯ বছর বয়স। এই বয়সে সুনীল স্ট্রাইকার হিসেবে খেলছে, লড়ে চলেছে, হেড কোচ ইগর স্তিমাচের ভুল পরিকল্পনা। জাতীয় দলে বিকল্প স্ট্রাইকার নেই।” ফুটবলার সুনীল ছেত্রী নিয়ে বলতে গিয়ে এও বলেন,”একটা সময়ে রিটারমেন্ট দরকার। কিছু থাকে না। সুনীল ছেত্রী’র উচ্চতা একটা ফ্যাক্টর।” “চিন্তাভাবনায় ভুল আছে,সেন্টিমেন্ট দিয়ে খেলা চলছে। ভারতের ফিফা র‍্যাঙ্কিং ১০৭, আর ২০০ ওপর র‍্যাঙ্কিং’এ থাকা দলকেও ভারত হারাতে পারছে না।AIFF কর্মকর্তারা ঠিকভাবে চলছে না, অত্যন্ত আক্ষেপের সুর শোনা গেল প্রাক্তন ফুটবলার স্বপন সেনগুপ্ত’র গলায়।

ভারতীয় ফুটবলের বর্তমান হাল হকিকৎ নিয়ে যখন আলোচনা স্বাভাবিক নিয়মে ইন্ডিয়ান সুপার লিগ (ISL) প্রসঙ্গ উঠে আসতে বাধ্য। আইএসএল নিয়ে প্রাক্তন ফুটবলার স্বপন সেনগুপ্ত ইন্ডিয়ান প্রিমিয়ার লিগে’র ( IPL) উদাহরণ টেনে বলেন,”আইপিএল খেলে ভারতের জাতীয় ক্রিকেট দল সমৃদ্ধ হয়ে উঠছে। নতুন নতুন ক্রিকেটার উঠে আসছে। জাতীয় দলের ক্রিকেটের প্রথম একাদশে ঢোকার লড়াই চলছে, রিজার্ভ বেঞ্চে পর্যন্ত লড়াই চলছে। আর আইএসএল থেকে ভারতের জাতীয় ফুটবল দলের কোনও লাভ হচ্ছে না। শুধুমাত্র আইএসএল খেললেই অর্থ, এমনটা সঠিক নয়, দেশের জার্সি গায়ে খেললেও অর্থ পাওয়া যায়।” আইএসএলে ভারতীয় ফুটবলের কোনও লাভ হয়নি, সঙ্গে বাংলার ফুটবলের কোনও লাভ হয়নি। লাভ হয়েছে শুধুমাত্র স্পনসরের পরিষ্কার বক্তব্য প্রাক্তন লাল হলুদ ফুটবলার স্বপন সেনগুপ্ত’র।

এসসি ইস্টবেঙ্গলের পড়শি ক্লাব এটিকে মোহনবাগান ক্লাবে সমর্থকদের বিক্ষোভ কলকাতা প্রেস ক্লাবের বাইরে থেকে স্টেডিয়ামে ফুটে উঠছে।#ATKRemove, #Breakthemerger দাবি উঠেছে সবুজ মেরুন সমর্থকদের। ফুটবলে কর্পোরেট জগৎ এর মেলবন্ধন এই নিয়েও মুখ খুলেছেন প্রাক্তন ফুটবলার স্বপন সেনগুপ্ত। এই প্রসঙ্গে গত বছর এসসি ইস্টবেঙ্গলের প্রসঙ্গ টেনে স্বপন সেনগুপ্ত’ বলেন,”মোহনবাগান ক্লাবে স্বপন সাধন বসু (টুটু বাবু) পাশে আছেন। হরিমোহন বাঙ্গুর হরির লুট করতে আসেননি। আমরা তাকে কাজ করতে দিইনি।”

নিজের ফুটবল জীবন নিয়ে জানতে চাইলে বেশ নস্টালজিয়া প্রাক্তন ফুটবলার স্বপন সেনগুপ্ত। ১৯৭০ সালের ঐতিহাসিক আইএফএ শিল্ড জয় ইরানের পাস ক্লাবের বিরুদ্ধে। এই ফাইনাল ম্যাচের স্মৃতিচারণা করতে গিয়ে বলেন,”৪ বছর ইস্টবেঙ্গলে খেলেছি।সেই সময়ে ইস্টবেঙ্গল দলে সিনিয়র ফুটবলার বেশি ছিল। জুনিয়র ফুটবলার কম ছিল,আমিও জুনিয়র ফুটবলার ছিলাম। শিল্ডের সেমিফাইনাল ম্যাচ আমি খেলিনি, হ্যামস্ট্রিং’র চোটের কারণে। ফাইনাল ম্যাচে প্রথম একাদশে সুযোগ পাই। প্রথম একাদশে নিজের নাম জানতে পেরে নিজেকে মানসিকভাবে তৈরি করে মাঠে নামি। কাজল মুখার্জী, কানন ঘোষদের আগে থেকেই বলে রেখেছিলাম পাস ক্লাবের ফুটবলারেরা উচ্চতা বেশি, তাই বল উচুতে না বাড়িয়ে মাটিতে রেখে পাস বাড়াতে। ফাস্ট হাফ ড্র ছিল। সেকেন্ড হাফে নঈম ভাল একটা ডাক চিপ তোলে, বলের কাছে এসেও পিছনে বিপক্ষ দলের ফুটবলার ছিল।বল নিয়ে চকিতে ঘুরে গিয়ে বল পায়ে আমি আর পাস ক্লাবের গোলকিপার মুখোমুখি। কিন্তু আমি জানতাম পরিমল দে’র টাচ ভালো। বল বাড়িয়ে দিই পরিমল দে’কে লক্ষ্য করে।আর তাতেই গোল। ইডেন গার্ডেনে ওই ফাইনাল ম্যাচ হয়েছিল। চ্যাম্পিয়ন হতেই মশাল জ্বলে ওঠে। ১ লক্ষ দর্শক স্টেডিয়ামে সেদিন। ইস্টবেঙ্গল সমর্থকদের ঘাড়ে চেপে সেদিন ক্লাব তাঁবুতে এসেছিলাম। মানুষ আজও ভোলেনি। যেখানেই যাই ওই ম্যাচের প্রসঙ্গ উঠবেই। মানুষ ভুলে যায়নি।” ফুটবলার হিসেবে নিজের কেরিয়ারে আক্ষেপ প্রসঙ্গে লাল হলুদের ১৯৭৩ প্রাক্তন অধিনায়ক স্বপন সেনগুপ্ত বলেন,”ফুটবলের ঈশ্বর পেলের বিরুদ্ধে খেলতে পারিনি, এই আফশোস রয়েই যাবে। ১৯৭৫ হ্যামস্ট্রিং’র চোট, আক্ষেপটা থাকবে।”

২০২১’র আগামী নভেম্বর মাস থেকে শুরু হতে চলেছে ইন্ডিয়ান সুপার লিগ (ISL)। আইএসএ’লে এসসি ইস্টবেঙ্গলের সম্ভাবনার দিকে ইঙ্গিতপূর্ণ মন্তব্য শোনা গিয়েছে প্রাক্তন ইস্টবেঙ্গল অধিনায়ক স্বপন সেনগুপ্ত’র মুখে। আসন্ন আইএসএ’লে এসসি ইস্টবেঙ্গলের প্রথম ম্যাচ জামেশেদপুর এফসি’র বিরুদ্ধে, ২১ নভেম্বর। “আগামী তিন ম্যাচে ৫ পয়েন্ট না পেলে ইস্টবেঙ্গল সমস্যায় পড়তে পারে। প্রথম ম্যাচটা ভাইটাল। জামশেদপুরের বিরুদ্ধে জিততেই হবে,” স্পষ্ট কথা প্রাক্তন এই লাল হলুদ অধিনায়কের। আইএসএলে এসসি ইস্টবেঙ্গলের দ্বিতীয় ম্যাচ চিরপ্রতিদ্বন্দ্বী মোহনবাগানের বিরুদ্ধে, বলা ভালো এটিকে মোহনবাগানের বিপক্ষে,২৭ নভেম্বর। কেন আইএসএলে প্রথম ম্যাচ ভাইটাল এই বক্তব্যের ব্যাখা প্রসঙ্গে প্রাক্তন ফুটবলার স্বপন সেনগুপ্ত বলেন,”জামশেদপুরের বিরুদ্ধে জিতে গেলে, ডার্বি ম্যাচের আগে টিম আত্মবিশ্বাসে থাকবে, টিম এগোবে।”

এসসি ইস্টবেঙ্গলে এখন স্প্যানিশ কোচ ম্যানুয়েল মানোলো ডিয়াজ। বিদেশি কোচ প্রসঙ্গে স্বপন সেনগুপ্ত বলেন,”বিদেশি কোচ, বিদেশি ফুটবলার হচ্ছে মোহ।হাতের কাছে সফল কোচ রয়েছে। সফল কোচের তালিকায় জহর দাস, খালিদ জামিল রয়েছে। খালিদ জামিল আই লিগ চ্যাম্পিয়ন টিমের কোচ সঙ্গে আইএসএল চ্যাম্পিয়ন টিমের কোচ। আমি নিজে খুব জোরের সঙ্গে কোচ জহর দাসকে নিয়ে সওয়াল করেছিলাম। কোচ যত বেশি বয়সের হবে,অভিঞ্জতায় পরিপক্কতা আসবে। বয়স কখনই ফ্যাক্টর নয় কোচিং কেরিয়ারে। ফুটবল কোচ জহর দাস সবদিক দিয়ে বেস্ট চয়েস হয়ে উঠতে পারেনি। জহর দাসকে নেয়নি।” সঙ্গে জুড়ে দিয়ে বলেন,”বড় বড় ম্যাচ খেলে এসেছেন। বিদেশে খেলা আর ভারতে খেলা এক নয়।”

আসন্ন আইএসএল গোয়ার মাটিতে খেলা হবে। অর্থাৎ সমুদ্রতীর মাটির তলায় বালি থাকবে। এসসি ইস্টবেঙ্গলের ফুটবলারদের চোট আঘাতের সম্ভাবনার দিকটিও প্রাক্তন লাল হলুদ অধিনায়ক স্বপন সেনগুপ্ত’কে ভাবাচ্ছে। বলেন,”গোয়ার মাটিতে খেলার অসুবিধা আছে। বল স্লো চলে,ঘাসের তলায় বালি আছে। হ্যামস্ট্রিং’র এবং কাফ মাসেলের চোট ফুটবলারদের ভোগাতে পারে।”

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