Tejaswi Yadav – Ekolkata24: Latest Hindi News Updates from Kolkata – Breaking Stories and More https://ekolkata24.com Stay updated with Ekolkata24 for the latest Hindi news, headlines, and Khabar from Kolkata, West Bengal, India, and the world. Trusted source for comprehensive updates Tue, 11 Jun 2024 06:09:38 +0000 en-US hourly 1 https://ekolkata24.com/wp-content/uploads/2024/03/cropped-ekolkata24-32x32.png Tejaswi Yadav – Ekolkata24: Latest Hindi News Updates from Kolkata – Breaking Stories and More https://ekolkata24.com 32 32 मंत्रालय बंटवारे पर बोले- बिहार को मिला झुनझुना : तेजस्वी यादव https://ekolkata24.com/uncategorized/%e0%a4%ae%e0%a4%82%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%b2%e0%a4%af-%e0%a4%ac%e0%a4%82%e0%a4%9f%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a5%87-%e0%a4%aa%e0%a4%b0-%e0%a4%ac%e0%a5%8b%e0%a4%b2%e0%a5%87 Tue, 11 Jun 2024 06:09:38 +0000 https://ekolkata24.com/?p=48183 पटना: नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर बड़ी आशंका जतायी है. उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बने हैं, लेकिन इस बार वो देश के सबसे कमजोर प्रधानमंत्री होंगे। उन्होंने कहा कि इस बार की जो सरकार है, वह बैसाखी पर है। वहीं मंत्रिमंडल में विभाग के बंटवारे पर बिहार को लेकर उन्होंने कहा कि यहां के लोगों को झुनझुना दे दिया गया है। वैसे मेरा मानना है मंत्रालय किसी को भी मिले काम होना चाहिए। तेजस्वी ने एक्स पर प्रतिक्रिया जाहिर की. साथ ही केंद्रीय मंत्रिमंडल के नवनियुक्त सदस्यों को शुभकामनाएं भी दीं।

तेजस्वी यादव ने जेडीयू भाजपा और एनडीए सहयोगियों को विभाग आवंटन को ‘झुनझुना’ बताया है और कहा है कि बिहार के नए मंत्रियों को दिए गए विभाग उतने महत्वपूर्ण नहीं थे जितना कि राज्य की भूमिका है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के गठन में सहयोगी दल अहम विभागों पर सौदेबाजी कर सकते थे। मुझे लगता है कि बिहार के मंत्रियों को सिर्फ झुनझुना दिया गया है। नई सरकार के गठन में बिहार ने बड़ी भूमिका निभाई है। बेशक, विभागों का बंटवारा करना प्रधानमंत्री का विशेषाधिकार है।

बिहार में महागठबंधन का नेतृत्व करनेवाले राजद नेता तेजस्वी ने कहा कि लोकसभा नतीजों के बाद विपक्ष मजबूत हो गया है, क्योंकि भाजपा संसद में बहुमत से पीछे रह गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली यह सरकार संकट में है क्योंकि भाजपा अपने दम पर बहुमत हासिल करने में विफल रही है। यह तीसरी बार पीएम मोदी के नेतृत्व वाली एक कमजोर सरकार है। तेजस्वी ने कहा कि जेडीयू जो 12 सांसदों के साथ एनडीए में एक प्रमुख सहयोगी है, उसे बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने के लिए आगे आना चाहिए।

तेजस्वी यादव ने एक बार फिर बिहार के विशेष दर्जे की मांग उठाई और कहा, बिहार इस बार मजबूत स्थिति में इसलिए मोदी जी से विशेष राज्य का दर्जा जैसे मुद्दे पर बात करनी चाहिए। तेजस्वी यादव ने देश में जाति गणना की मांग भी की। तेजस्वी ने कहा कि नरेंद्र मोदी 2019 के पहले बार-बार यह वादा करते रहे हैं। हालांकि इस चुनाव में उन्होंने एक बार भी इस मुद्दे पर कोई बात नहीं की, लेकिन बिहार इस बार मजबूत स्थिति में है, उसे केंद्र सरकार से इस मसले पर बात जरूर करनी चाहिए।

पार्टी और गठबंधन के लोकसभा चुनाव में प्रदर्शन पर तेजस्वी यादव ने कहा कि पिछले बार हमें जीरो सीट आया था। इस बार बढ़कर आया है और अगली बार चार गुना सीट बढ़ेगा। 2019 के चुनाव में बिहार से विपक्ष का मात्र एक सांसद था, लेकिन इस बार बिहार में 9-9 सांसद विपक्ष को दिए हैं। हम भी राज्य में विपक्षी दलों में सबसे बड़ी पार्टी हैं। उन्होंने कहा कि इस बार विपक्ष बहुत मजबूत है और सरकार को निष्पक्ष रहना पड़ेगा, नहीं तो पार्लियामेंट में इस बार ईंट से ईंट बजेगा।

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Tejashwi Yadav: রাজধানীতে লালু-রাবড়ির উপস্থিতিতে বাগদান তেজস্বীর https://ekolkata24.com/uncategorized/tejashwi-yadav-got-engaged-in-the-presence-of-lalu-rabri Thu, 09 Dec 2021 09:51:10 +0000 https://ekolkata24.com/?p=14213 নিউজ ডেস্ক: শুক্রবার সাত পাকে বাঁধা পড়তে চলেছেন বলিউড তারকা ক্যাটরিনা কাইফ ও ভিকি কৌশল। গ্ল্যামারওয়ার্ল্ডের এই হাইপ্রোফাইল বিয়ে নিয়ে ইতিমধ্যেই হৈচৈ শুরু হয়েছে সংবাদমাধ্যমে। এরই মধ্যে আরও এক ভিভিআইপি তরুণের (Tejashwi Yadav) বাগদানের পর্ব সামনে এল। এই এলিজেবল তরুণের বাগদানের খবরে খুশির হাওয়া রাজনৈতিক মহলে।

বৃহস্পতিবার, রাজধানীতে বাগদান সম্পন্ন হল লালু-পুত্র তেজস্বী যাদবের (Tejaswi Yadav)। ৩২ বছর বয়সি তেজস্বীর বাগদানের খবর টুইট (Tweet) করে জানিয়েছেন তাঁর দিদি রোহিণী আচার্য (Rohinini Acharya)। লালুর নয় ছেলে-মেয়ের মধ্যে একমাত্র তেজস্বীর বিয়েই বাকি ছিল। এবার সেই কাজটি সম্পন্ন হতে চলেছে। যাদব পরিবারের পক্ষ থেকে জানানো হয়েছে, বাগদান পর্ব মেটার অল্প কিছুদিনের মধ্যেই বিয়েও সেরে ফেলবেন তেজস্বী।

বর্তমানে বড় মেয়ে তথা রাজ্যসভার সাংসদ মিসা ভারতীর সঙ্গে দিল্লিতেই থাকেন লালুপ্রসাদ ও রাবড়ি দেবী (Laluprasad Yavad- Rabri Devi)। মিসার বাড়িতেই তেজস্বীর আশীর্বাদ মিটেছে বৃহস্পতিবার।

প্রশ্ন হল কার সঙ্গে বিয়ে হচ্ছে তেজস্বীর? দিদি রোহিণী জানিয়েছেন, দীর্ঘদিনের বন্ধু রাজশ্রীর সঙ্গেই সাত পাকে বাঁধা পড়তে চলেছেন বিহারের বিরোধী দলনেতা। তেজস্বী ও রাজশ্রী দুজনেই দিল্লির আর কে পুরম দিল্লি পাবলিক স্কুলে একসঙ্গে পড়তেন। রাজশ্রীরা (Rajarshree) হরিয়ানার বাসিন্দা। তবে হরিয়ানার পাট চুকিয়ে তাঁরা এখন থাকেন দিল্লির ফ্রেন্ডস কলোনিতে। তাঁদের পারিবারিক ব্যবসা রয়েছে।

২০১৬-তে আরজেডির তরুণ নেতা তেজস্বী যাদব যখন পূর্তমন্ত্রী ছিলেন তখন রাস্তা নিয়ে অভিযোগ জানানোর জন্য একটি হোয়াটস অ্যাপ নম্বর চালু করেছিলেন তিনি। কিন্তু সেখানে রাস্তা নিয়ে অভিযোগের তুলনায় তেজস্বীকে ফ্রেন্ডস রিকোয়েস্টই পাঠান হত বেশি। যার বেশিরভাগই আসত মেয়েদের কাছ থেকে। বেশিরভাগ মেয়েই বিয়ের প্রস্তাব পাঠাতেন তেজস্বীকে। দলীয় সূত্রে এমনটাই জানা গিয়েছে। বিষয়টি নিয়ে রীতিমতো চর্চা হত বিহারের রাজনীতিতে। যদিও তেজস্বী কখনও এ বিষয়ে কোনও কথা বলতেন না।

শেষ পর্যন্ত প্রায় পাঁচ পর বিয়ের কথা পাকা হল লালু পুত্রের। ২০২২-এর ফেব্রুয়ারিতেই বিয়ে হতে পারে তেজস্বীর। বাগদান পর্ব মিটেছে। এবার বিয়ের চূড়ান্ত দিন ঠিক করার পালা। জানা গিয়েছে, বৃহস্পতিবার লালু ও রাবড়ি দুজনে পুত্র তেজস্বী ও কন্যা রাজশ্রীকে সোনার অলঙ্কার দিয়ে আশীর্বাদ পর্ব সেরেছেন। বাগদান পর্বের অনুষ্ঠানে লালু-রাবড়ি ঘনিষ্ঠ জনা ৫০ আরজেডি নেতা উপস্থিত ছিলেন 

উল্লেখ্য, তেজস্বী রাঘোপুর কেন্দ্রের বিধায়ক। বিহার বিধানসভার বিরোধী দলনেতা তিনি। ২০১৫  থেকে ২০১৭ পর্যন্ত তিনি বিহারের উপমুখ্যমন্ত্রীও ছিলেন। রাজনীতির পাশাপাশি তিনি একজন রাজ্যস্তরের ক্রিকেটার। আইপিএলে দিল্লি ডেয়ার ডেভিলস দলের হয়ে খেলেওছেন। প্রসঙ্গত, ২০১৮ সালে লালু যাদবের বড়ছেলে তেজপ্রতাপ যাদবের খুব ঘটা করে বিয়ে হয়েছিল। কিন্তু তেজপ্রতাপের সেই বিয়ে বেশিদিন টেঁকেনি। এখন বিবাহ বিচ্ছেদের প্রক্রিয়া চলছে। এই পরিস্থিতিতে যাদব পরিবার তাই ছোট ছেলে তেজস্বীর বিয়ে নিয়ে খুব একটা হইচই করতে রাজি নয়। তবে তেজস্বীর বাগদান পর্ব সামনে আসতেই দেশের রাজনৈতিক মহল একটি বড়সড় ভোজের আশায় দিন গুনতে শুরু করেছে। তেজস্বীর বাগদানের খবর সামনে আসতেই আরজেডি নেতারা বিহারের বিভিন্ন এলাকায় মিষ্টি বিতরণ করেন।

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