इस सूची में सबसे पहले हैं कांग्रेस नेता संजय गांधी, (plane-crashes) भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, और अब गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी। ये दुर्घटनाएं न केवल व्यक्तिगत क्षति हैं, बल्कि भारतीय राजनीति और समाज पर गहरा प्रभाव डालती हैं। हैरानी की बात यह है कि इन दुर्घटनाओं पर विशेष चर्चा नहीं हुई। इस रिपोर्ट में हम इन तीन उल्लेखनीय विमान दुर्घटनाओं का विवरण और उनके पीछे के कारणों पर चर्चा करेंगे।
23 जून 1980 को (plane-crashes) भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के छोटे बेटे और कांग्रेस नेता संजय गांधी एक विमान दुर्घटना में मारे गए। वे दिल्ली के सफदरजंग हवाई अड्डे के पास एक पिट्स एस-2ए ग्लाइडर को उड़ा रहे थे। संजय, जो एक प्रशिक्षित पायलट थे, ने विमान का नियंत्रण खो दिया, संभवतः खतरनाक युद्धाभ्यास (एक्रोबैटिक मैन्युवर) करते समय।
यह दुर्घटना भारतीय राजनीति के लिए एक बड़ा झटका मानी जाती है, क्योंकि संजय को गांधी परिवार के राजनीतिक उत्तराधिकारी के रूप में देखा जाता था। इस घटना के पीछे प्रारंभिक कारण के रूप में पायलट की गलती और संभवतः विमान में यांत्रिक खराबी को चिह्नित किया गया। यहां यह सवाल उठाया जा सकता है कि संजय गांधी जैसे व्यक्तित्व द्वारा उड़ाए जा रहे विमान में खराबी कैसे नहीं पकड़ी गई।
8 दिसंबर 2021 को (plane-crashes) भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत तमिलनाडु के कुन्नूर में एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मारे गए। वे भारतीय वायुसेना के एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर से सुलूर से कुन्नूर जा रहे थे। इस दुर्घटना में उनकी पत्नी मधुलिका रावत सहित 14 में से 13 लोग मारे गए।
जांच में पाया गया कि प्रतिकूल मौसम और संभवतः कोहरे के कारण पायलट का दृष्टिभ्रम (स्पेशियल डिसोरिएंटेशन) इस दुर्घटना का कारण हो सकता है। जनरल रावत की मृत्यु भारतीय सशस्त्र बलों के लिए एक बड़ा नुकसान थी, क्योंकि उन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक और म्यांमार मिशन जैसे महत्वपूर्ण अभियानों का नेतृत्व किया था। इस दुर्घटना ने भारत के सैन्य विमानों की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए।
पिछली इन दो घटनाओं को साक्षी मानते हुए आज गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी अहमदाबाद से लंदन जाने वाली एयर इंडिया की उड़ान एआई171 के दुर्घटनाग्रस्त होने से मारे गए। यह बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान टेकऑफ के कुछ मिनट बाद अहमदाबाद के मेघानी नगर क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
विमान में 242 यात्री (plane-crashes) और चालक दल के सदस्य थे, जिनमें 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और 1 कनाडाई नागरिक शामिल थे। विजय रूपाणी, जो 2016 से 2021 तक गुजरात के मुख्यमंत्री रहे, अपनी बेटी से मिलने लंदन जा रहे थे। दुर्घटना का कारण अभी जांच के अधीन है, लेकिन प्रारंभिक रिपोर्ट में फ्लैप की खराबी या यांत्रिक समस्या की संभावना जताई जा रही है। इस दुर्घटना में केवल एक भारतीय नागरिक जीवित बचा है। गुजरात बीजेपी अध्यक्ष सीआर पाटिल ने इस घटना को पार्टी के लिए “बड़ा नुकसान” बताया।
विमान दुर्घटनाओं के पीछे मुख्य रूप से दो कारण होते हैं: शक्ति की हानि (लॉस ऑफ पावर) और उन्नति की हानि (लॉस ऑफ लिफ्ट)। (plane-crashes) शक्ति की हानि आमतौर पर इंजन की विफलता के कारण होती है, जैसे ईंधन आपूर्ति में समस्या, यांत्रिक खराबी या पक्षी टक्कर। उन्नति की हानि स्टॉल, पंखों पर बर्फ जमना, फ्लैप की गलत कॉन्फिगरेशन या विंड शीयर के कारण हो सकती है।
उदाहरण के लिए, संजय गांधी के मामले में पायलट की गलती और बिपिन रावत की दुर्घटना में मौसम और दृष्टिभ्रम संभावित कारण थे। विजय रूपाणी की दुर्घटना में यांत्रिक खराबी की संभावना सामने आई है। इसके अलावा, भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव के परिप्रेक्ष्य में तोड़फोड़ की साजिश को भी नकारा नहीं जा सकता।
रोकथाम के उपाय
ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए विमानों का नियमित रखरखाव, पायलटों के लिए उन्नत प्रशिक्षण और आधुनिक सुरक्षा प्रणालियां अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। स्टॉल चेतावनी प्रणाली, विंड शीयर डिटेक्शन और मौसम पूर्वानुमान पर निर्भरता जरूरी है। अहमदाबाद दुर्घटना के बाद डीजीसीए और बोइंग ने जांच शुरू की है, और ब्लैक बॉक्स के डेटा का विश्लेषण किया जा रहा है।
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संजय गांधी, (plane-crashes) बिपिन रावत और विजय रूपाणी जैसे विख्यात व्यक्तियों की विमान दुर्घटनाओं में मृत्यु भारत के लिए बड़ा नुकसान है। ये घटनाएं विमानन सुरक्षा प्रणालियों को मजबूत करने की आवश्यकता पर बल देती हैं। एक पूर्व एयरलाइन कैप्टन के रूप में मैं कह सकता हूं कि प्रौद्योगिकी, प्रशिक्षण और सतर्कता के समन्वय से ऐसी दुर्घटनाओं को काफी हद तक कम किया जा सकता है। शोकाकुल परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं और आशा करता हूं कि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं होगी।
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সাংবাদিকদের সঙ্গে কথা বলার সময় রুপানি এই ঘোষণা করেন। কিন্তু কী কারণে তিনি পদত্যাগ করেছেন তা বিস্তারিত জানাননি। সাংবাদিকদের তিনি জানান, “গুজরাটের মুখ্যমন্ত্রী হিসেবে আমাকে এই সুযোগ দেওয়ার জন্য আমি বিজেপিকে ধন্যবাদ জানাতে চাই। আমি প্রধানমন্ত্রী নরেন্দ্র মোদীর নেতৃত্বে রাজ্যের উন্নয়নে সামিল হওয়ার সুযোগ পেয়ে নিজেকে ভাগ্যবান মনে করছি।”
Breaking : While Indian Media kept on targetting Congress party over Chhattisgarh leadership, BJP changed CM in Gujarat.
Gujarat CM Sh. Vijay Rupani resigns amid massive infighting in the party.
— Anshuman Sail Nehru (@AnshumanSail) September 11, 2021
Its there something big going on inside house…? #brakingnews#Vijayrupani sudden Resign as CM. pic.twitter.com/0oL8OfrpgJ
— Yagnesh
(@YaganeshD) September 11, 2021
https://twitter.com/MrSinha_/status/1436631721995243521?s=20
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