एक्सेस पॉइंट: यह फीचर व्हाट्सएप के सेटिंग्स मेन्यू में Chat Theme सेक्शन के तहत उपलब्ध होगा। यहां से यूजर्स AI-जनरेटेड वॉलपेपर चुन सकते हैं।
कस्टमाइजेशन: यूजर्स चाहें तो सभी चैट्स के लिए एक ही थीम सेट कर सकते हैं या प्रत्येक चैट या ग्रुप के लिए अलग-अलग थीम चुन सकते हैं। इससे यूजर्स अपने व्यक्तिगत चैट्स या ग्रुप चैट्स को थीम-बेस्ड और आकर्षक बना सकते हैं।
टेक्स्ट प्रॉम्प्ट: Meta AI के जरिए यूजर्स टेक्स्ट प्रॉम्प्ट टाइप करके वॉलपेपर बना सकते हैं। उदाहरण के लिए, “जंगल का दृश्य” या “चांदनी रात” टाइप करने पर AI उस विवरण के आधार पर कई थीम-बेस्ड डिजाइन तैयार करेगा।
रिफाइनमेंट: यदि शुरुआती डिजाइन पसंद नहीं आता, तो यूजर्स प्रॉम्प्ट बदलकर नए डिजाइन बना सकते हैं। इस पूरी प्रक्रिया में यूजर्स थीम, रंग, और आर्ट स्टाइल पर पूरा नियंत्रण रख सकते हैं।
यह नया फीचर खास तौर पर ग्रुप चैट्स के लिए उपयोगी होगा, जैसे ट्रिप प्लानिंग, फेस्टिवल, या किसी खास इवेंट के लिए। उदाहरण के लिए, अगर आप किसी थीम-बेस्ड चैट ग्रुप बनाते हैं, तो उस थीम से मिलता-जुलता AI-जनरेटेड वॉलपेपर बनाकर चैट का माहौल बना सकते हैं। इससे ग्रुप की बातचीत का मूड और जीवंत हो जाएगा।
यह फीचर अभी केवल कुछ एंड्रॉयड बीटा यूजर्स के लिए उपलब्ध है, जो WhatsApp के लेटेस्ट बीटा अपडेट (2.25.19.11) का उपयोग कर रहे हैं।
Meta ने बताया है कि आने वाले हफ्तों में इसे और यूजर्स के लिए रोलआउट किया जाएगा, और जल्द ही iOS और व्हाट्सएप के स्टेबल वर्जन पर भी यह उपलब्ध होगा।
यह फीचर Meta AI के Llama 3 मॉडल द्वारा संचालित है, जिसका उपयोग पहले से व्हाट्सएप पर इमेज जनरेशन और बातचीत के लिए हो रहा है।
Meta ने स्पष्ट किया है कि यह AI फीचर पूरी तरह वैकल्पिक है और केवल तभी काम करेगा जब यूजर “@Meta
AI” टाइप करेगा या AI के साथ सीधे इंटरैक्ट करेगा। व्हाट्सएप के बाकी चैट्स एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड रहेंगे, और Meta AI को निजी बातचीत तक पहुंच नहीं होगी।
व्हाट्सएप का यह नया फीचर यूजर्स के लिए निजीकरण का एक नया स्तर लाता है, जो इसे Telegram या Signal जैसे प्रतिस्पर्धियों की तुलना में और आकर्षक बना सकता है। X पर यूजर्स पहले ही इस फीचर को लेकर उत्साहित हैं, जहां कई लोग इसे “चैटिंग के लिए क्रिएटिव अपग्रेड” बता रहे हैं। हालांकि, कुछ यूजर्स ने Meta AI के UI में प्रमुखता और इसे डिसेबल करने के ऑप्शन की कमी पर चिंता जताई है। फिर भी, यह फीचर व्हाट्सएप के विशाल यूजर बेस में लोकप्रिय होने की पूरी संभावना रखता है, खासकर उन लोगों में जो क्रिएटिव कस्टमाइजेशन पसंद करते हैं।
WhatsApp का AI-चालित चैट वॉलपेपर फीचर चैटिंग अनुभव को एक नए आयाम में ले जाएगा। यह यूजर्स को अपने चैट्स को और अधिक निजी, रचनात्मक, और जीवंत बनाने का मौका देता है। ग्रुप चैट्स के लिए थीम-बेस्ड वॉलपेपर बनाने की क्षमता इसे इवेंट प्लानिंग या फेस्टिवल्स के दौरान खास तौर पर लोकप्रिय बना सकती है। अगले कुछ हफ्तों में इस फीचर के व्यापक रोलआउट के बाद, व्हाट्सएप की चैटिंग और भी रंगीन और मजेदार हो जाएगी।
]]>इस नए फीचर के जरिए यूजर्स अब WhatsApp के माध्यम से आने वाले फोटो या वीडियो के ऑटो-डाउनलोड के समय स्टैंडर्ड और HD क्वालिटी के बीच चयन कर सकते हैं। स्टैंडर्ड क्वालिटी में फाइल कंप्रेस होकर कम स्टोरेज लेगी, जबकि HD क्वालिटी में हाई-रेजोल्यूशन इमेज या वीडियो मिलेगा, जिससे फोन का स्टोरेज ज्यादा इस्तेमाल होगा।
WhatsApp का यह नया फीचर डुअल अपलोड सिस्टम पर आधारित है। इसका मतलब है कि WhatsApp हर फोटो या वीडियो के दो अलग-अलग वर्जन – स्टैंडर्ड और HD – अपलोड करता है। चूंकि WhatsApp के मीडिया फाइल्स end-to-end encrypted होते हैं, इसलिए WhatsApp सर्वर इन फाइल्स को बदल नहीं सकता। इस वजह से रिसीवर का WhatsApp यह तय करता है कि कौन सा वर्जन ऑटो-डाउनलोड होगा।
यह फीचर खास तौर पर उन लोगों के लिए बहुत उपयोगी है, जो कई ग्रुप्स में शामिल हैं और रोजाना ढेर सारे मीडिया फाइल्स रिसीव करते हैं। कई यूजर्स नहीं चाहते कि हर मीडिया फाइल HD क्वालिटी में ऑटो-डाउनलोड हो, क्योंकि इससे डेटा और स्टोरेज दोनों ज्यादा खर्च होते हैं। इस नए फीचर के साथ, अगर स्टैंडर्ड वर्जन में मीडिया ऑटो-डाउनलोड होता है, तब भी यूजर्स बाद में चाहें तो HD वर्जन डाउनलोड कर सकते हैं।
WhatsApp अपडेट करें: सुनिश्चित करें कि आपके पास WhatsApp का लेटेस्ट वर्जन इंस्टॉल है (Google Play Store या Apple App Store से अपडेट करें)।
सेटिंग्स में जाएं: WhatsApp खोलें और सेटिंग्स में जाएं।
Storage and Data चुनें: सेटिंग्स में “Storage and Data” ऑप्शन पर टैप करें।
Media Upload Quality: इसके बाद “Media upload quality” या “Auto-download quality” ऑप्शन चुनें।
HD क्वालिटी सेट करें: यहां आपको स्टैंडर्ड और HD क्वालिटी के बीच चयन करने का विकल्प मिलेगा। HD क्वालिटी चुनें और सेटिंग्स सेव करें।
फिलहाल यह फीचर केवल बीटा यूजर्स के लिए उपलब्ध है। WhatsApp ने बताया है कि बीटा टेस्टिंग सफल होने पर जल्द ही इसका स्टेबल वर्जन सभी यूजर्स के लिए रोलआउट किया जाएगा। इस फीचर के साथ WhatsApp का उपयोग और भी डेटा-किफायती और कस्टमाइज्ड अनुभव में बदल जाएगा।
]]>WABetaInfo के अनुसार, यह नया फीचर WhatsApp के Android बीटा वर्जन 2.25.18.29 में देखा गया है। कंपनी ने हाल ही में एक स्क्रीनशॉट शेयर किया है, जिसमें दिखाया गया है कि यूजर्स चैट के डॉक्यूमेंट शेयरिंग ऑप्शन में जाकर ‘Scan Document’ नाम का एक नया विकल्प देख सकेंगे। यहां से WhatsApp का कैमरा शुरू करके डॉक्यूमेंट स्कैन किया जा सकता है और उसे PDF फॉर्मेट में भेजा जा सकता है।
इस फीचर की एक और खास बात यह है कि WhatsApp यूजर्स को स्कैनिंग के दौरान दो मोड्स – मैनुअल और ऑटोमैटिक – का ऑप्शन मिलेगा। मैनुअल मोड में यूजर्स खुद फ्रेम एडजस्ट करके स्कैन कर सकते हैं ताकि स्कैनिंग सटीक हो। वहीं, ऑटोमैटिक मोड में WhatsApp खुद ही डॉक्यूमेंट के बॉर्डर को पहचानकर बेहतरीन आउटपुट देगा। डॉक्यूमेंट की तस्वीर लेने के बाद WhatsApp उसे अपने आप PDF फॉर्मेट में कन्वर्ट कर देगा, जिसे आसानी से किसी भी चैट या ग्रुप में भेजा जा सकता है।
हालांकि यह फीचर अभी डेवलपमेंट स्टेज में है, लेकिन बीटा टेस्टिंग सफल होने पर WhatsApp जल्द ही इसे Android के स्टेबल वर्जन में रोलआउट करेगा। यानी बहुत जल्द दुनिया भर के WhatsApp यूजर्स इस स्कैनिंग फीचर का लाभ उठा सकेंगे। इस अपडेट से न केवल काम की गति बढ़ेगी, बल्कि ऐप की उपयोगिता भी और बढ़ जाएगी।
WhatsApp beta for Android 2.25.18.29: what’s new?
WhatsApp is working on a feature to scan documents with the camera, and it will be available in a future update!https://t.co/yOj364OgNK pic.twitter.com/EClV6fIbTZ
— WABetaInfo (@WABetaInfo) June 13, 2025
डॉक्यूमेंट स्कैनिंग के लिए अलग ऐप इस्तेमाल करने का दौर अब लगभग खत्म होने वाला है। WhatsApp का यह नया स्कैनिंग फीचर एक ओर समय बचाएगा, तो दूसरी ओर यूजर्स को एक अधिक एकीकृत और प्रभावी प्लेटफॉर्म का लाभ देगा। अब बस इंतजार है इस फीचर के ग्लोबल रोलआउट का।
]]>हर बार की तरह इस बार भी WABetaInfo ने इस नये फीचर के बारे में जानकारी दी है। इसके मुताबिक, वॉट्सऐप पर एक नया लाइव ट्रांसलेशन फीचर डेवलप किया जा रहा है, जो कि डिवाइस पर ही काम करेगा। इसका मतलब यह है कि डाटा को किसी क्लाउड सर्वर पर भेजने की बजाय डिवाइस पर लोकली स्टोर किया जा सकता है। यह फीचर वॉट्सऐप फॉर एंड्रॉयड वर्जन 2.24.15.9 में देखा गया है।
जानकारी के मुताबिक, यह फीचर शुरुआत में केवल हिंदी और अंग्रेजी भाषाओं में काम करेगा और बाद में इसे दूसरी भाषाओं का सपोर्ट दिया जा सकता है। फीचर को एक्सेस करने के लिए यूजर्स को लैंग्वेज पैक्स डाउनलोड करने पड़ सकते हैं। यह ट्रांसलेशन अपने आप चैट्स में हो जाएंगे और यूजर्स को किसी थर्ड पार्टी ऐप्स की मदद नहीं लेनी होगी।
स्क्रीनशॉट से पता चलता है कि किसी भी मैसेज को ट्रांसलेट करने के लिए यूजर्स को उसपर लॉन्ग टैप करना होगा। इसके बाद स्क्रीन पर दिखने वाले ऑप्शन्स में Translate ऑप्शन भी नजर आने लगेगा। इसक बाद यूजर्स इस पर टैप करेंगे और लाइव ट्रांसलेशन फीचर से कोई भी मैसेज ट्रांसलेट कर पाएंगे.सबसे बड़ी चीज यह है कि आप एक बार में ही कई मैसेजेस एक साथ सेलेक्ट कर ट्रांसलेट कर पाएंगे।
]]>যদি আপনিও নিজের হোয়াটসঅ্যাপ লোগোর রঙ বদলাতে চান, তবে মেনে চলুন এই পদ্ধতিগুলো।
পদ্ধতি ১: আপনার মোবাইলে ডাউনলোড করুন ‘Nova Launcher’ নামে একটি অ্যাপ। ডাউনলোড হয়ে গেলে এবার সেখানে গোল্ডেন হোয়াটসঅ্যাপ (WhatsApp) আইকন সিলেক্ট করুন।
পদ্ধতি ২ : গোল্ডেন হোয়াটসঅ্যাপ আইকনটি ডাউনলোড করুন। এরপর হোমস্ক্রিনে গিয়ে হোয়াটসঅ্যাপটি অনেকক্ষণ প্রেস করে থাকুন বা চেপে ধরে থাকুন। এরপর স্ক্রিনের উপর একটা ‘এডিট পেনসিল’ দেখতে পাবেন। ওটাতে ক্লিক করে ফোন গ্যালারিতে গিয়ে গোল্ডেন হোয়াটসঅ্যাপ লোগোটি সিলেক্ট করুন। দেখবেন মুহূর্তে আপনার হোয়াটসঅ্যাপ লোগো সবুজ থেকে সোনালী হয়ে যাবে।
]]>আপাতত হোয়াটসঅ্যাপের ভাষা পরিবর্তনের দুটি উপায় রয়েছে – প্রথমটি হল পুরো স্মার্টফোনের ভাষা পরিবর্তন করে এবং দ্বিতীয়টি কেবলমাত্র হোয়াটসঅ্যাপের ভাষা পরিবর্তন করে। তাই বিভিন্ন অপারেটিং সিস্টেমের স্মার্টফোনের ক্ষেত্রে কীভাবে হোয়াটসঅ্যাপের ভাষা পরিবর্তন করবেন তা নীচে উল্লেখ করা হল।
প্রথম পদ্ধতি: পুরো স্মার্টফোনের ভাষা পরিবর্তন করে :
হোয়াটসঅ্যাপ অটোমেটিক্যালি স্মার্টফোনের ডিফল্ট ভাষার যুক্ত থাকে। সুতরাং, আপনি যদি ফোনের ভাষা হিন্দি, বাংলা, তামিল বা অন্য কোনো ভাষায় পরিবর্তন করেন, তবে হোয়াটসঅ্যাপ সেই ভাষায় অটোমেটিক্যালি চলে আসবে।
Android ফোনের ক্ষেত্রে WhatsApp-এর ভাষা পরিবর্তনের পদ্ধতি
১. Settings ওপেন করুন→ System → Language & input → Languages
২. Add a language-এ ট্যাপ করে আপনার পছন্দের ভাষা নির্বাচন করুন।
iPhone-ফোনের ক্ষেত্রে WhatsApp-এর ভাষা পরিবর্তনের পদ্ধতি
১. iPhone Settings-এ যান →General → Language & Region → iPhone Language
২. পছন্দসই ভাষাটি চয়ন করুন এবং Change to (language)-এ ট্যাপ করুন।
KaiOS চালিত ফোনের ক্ষেত্রে WhatsApp-এর ভাষা পরিবর্তনের পদ্ধতি
১. Settings-এ যান→সাইডে স্ক্রোল করে Personalisation বেছে নিন → নীচে স্ক্রোল করুন এবং Language চয়ন করুন
২. আপনার পছন্দের ভাষা নির্বাচন করুন এবং Ok প্রেস করুন।
দ্বিতীয় পদ্ধতি: কেবলমাত্র হোয়াটসঅ্যাপের ভাষা পরিবর্তন করে
১. WhatsApp Settings ওপেন করুন।
২. Chats-এ ট্যাপ করুন→ App Language
৩. পছন্দসই ভাষা সিলেক্ট করুন।
দুই জেলার ৫ বিজেপি বিধায়ক পরপর দলীয় হোয়াটসঅ্যাপ গ্রুপ ছাড়লেন। তাঁরা কিছুতেই মুখ খুলতে চাইছেন না। দলীয় সংশ্রব ত্যাগের পথে উত্তর ২৪ পরগনার বনগাঁ উত্তর, গাইঘাটা, হরিণঘাটার বিধায়করা। একইভাবে নদিয়ার কল্যাণী ও রানাঘাটের বিধায়করা ছেড়েছেন হোয়াটসঅ্যাপ গ্রুপ।
হিমশৈলের মতো বিপদ সংকেত পাচ্ছেন রাজ্য বিজেপি নেতারা। তাঁদের আশঙ্কা, আরও অন্তত ডজন খানেক বিধায়ক বিদ্রোহী হতে চলেছেন।
কী বলছেন বিদ্রোহীরা ? সরাসরি মুখ না খুললেও দুই জেলার এই দলীয় হোয়াটসঅ্যাপ ত্যাগী বিধায়কদের অভিযোগ, মতুয়া প্রতিনিধি নেই কেন বিজেপি রাজ্য কমিটিতে? মতুয়া রাজনীতির কারণেই উত্তর ২৪ পরগনায় বিরাট শক্তি নিয়ে এসেছে বিজেপি। অথচ তাদের প্রতি ন্যুনতম সহানুভূতি নেই এখন।
তবে দুই জেলার রাজনৈতিক অন্দরমহলের গুঞ্জন, কলকাতা পুরনিগমের ভোটে বিজেপির ভরাডুবি ও বামফ্রন্টের উত্থানে বিভিন্ন জেলার রাজনীতিতে লেগেছে ধাক্কা। আসন্ন ৫টি পুরনিগম ও পৌর ভোটে এর প্রভাব পড়তে চলেছে। বিধায়কদের সঙ্গে তৃণমূলের খাতির বেশ বলেই গুঞ্জন।
বিধানসভায় বিরোধী দল বিজেপি যে অচিরেই প্রান্তিক দলে পরিণত হবে তার ইঙ্গিত দিয়েছেন তথাগত রায়। সেই বিস্ফোরক টুইটের পর রাজ্য জুড়ে বিজেপি শিবির সরগরম। প্রথমে হোয়াটসঅ্যাপ গ্রুপ ছাড়েন রাজ্য নেতা সায়ন্তন বসু। তাঁর সঙ্গে টিএমসির ঘনিষ্ঠতা বেড়েছে। এবার পাঁচ বিধায়ক একই পথে।
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