रांची : आज मोबाइल हर व्यक्ति की जरूरत बन गया है। इसके बिना आज के डिजिटल युग में रह पाना अब असंभव है। मोबाइल के बिना सरकारी योजनाओं का लाभ से लेकर छात्र हो या मजदूर, रेहड़ी वाल हो या ठेलावाला, दुकानदार हो या कोई आम व्यक्ति, हर किसी को मोबाइल एक आवश्यकता बन गई है।
ऐसे में जियो, एयरटेल, वोडाफोन जैसी निजी कंपनियों ने तीन जुलाई से मोबाइल रिचार्ज प्लान की कीमत में 20-25 प्रतिशत की बढ़ोतरी कर दी है, तो लोगों को एक बार फिर बीएसएनएल की याद आने लगी है।
निजी कंपनियों के मोबाइल रिचार्ज की रेट बढ़ाने से आम लोग परेशान हैं। खासकर निम्न आय वर्ग के लोग। ऐसे में मोबाइल उपभोक्ता अब सस्ता प्लान देने वाली सरकारी कंपनी भारत संचार निगम लिमिटेड की ओर रुख कर रहे हैं। बीएसएनएल के कार्यालय में अपना नंबर पोर्ट कराने वाले लोगों की भीड़ जुट रही है. इनमें निम्न व मध्यम वर्ग के लोगों की संख्या अधिक है।
देश के कई राज्यों में से झारखंड़ के बिष्टुपुर का बीएसएनएल कार्यालय में इन दिनों सिम लेने वाले लोगों की भीड़ जुट रही है। बीएसएनएल के एजीएम, मार्केटिंग हेड अजहर इमाम कहते है कि जुलाई महीने में बीएसएनएल में अपना नंबर पोर्ट कराने व नये सिम लेने वालों की संख्या चार गुना बढ़ी है। उन्होंने बताया कि बीएसएनएल अन्य कंपनियों के मुकाबले काफी बेहतर प्लान दे रही है। इससे लोगों का झुकाव बीएसएनएल की ओर बढ़ा है।
जानकारी के अनुसार जमशेदपुर सर्किल में बीएसएनएल के कुल 1.5 लाख उपभोक्ता हैं। निजी कंपनियों के मोबाइल रिचार्ज प्लान की रेट बढ़ाने से बीएसएनएल के यूजर की संख्या लगातार बढ़ रही है। जमशेदपुर में सिर्फ जुलाई के महीने में 974 उपभोक्ता बीएसएनएल से जुड़े हैं, जो अन्य दिनों की अपेक्षा चार गुना अधिक है। इनमें नये सिम लेनेवालों की संख्या 846 व पोर्ट करानेवालों क संख्या 128 है।
बीएसएनएल कर्मी ने बताया जुलाई महीने में पूरे राज्य में कंपनी में 7200 नये उपभोक्ता जुड़े हैं। इनमें नये सिम लेने वालों की संख्या 6500, जबकि पोर्ट करानेवालों की संख्या 700 है।
इलाके के कर्मचारी ही एक बीएसएनएल कर्मी ने बताया कि जबसे निजी कंपनियों ने मोबाइल रिचार्ज प्लान की दर बढ़ाने की घोषणा की है, तब से ही लोग अपने पुराने बंद पड़े बीएसएनएल के सिम की खोज खबर लेने कार्यालय पहुंच रहे हैं. जिनका सिम दूसरे को आवंटित नहीं किया गया है, उन्हें दिया जा रहा है। जिनका सिम पूरी तरह से बंद हो गया है, वे नये सिम ले रहे हैं। इन दिनों काउंटर पर काफी भीड़ जुट रही है. उपभोक्ता बीएसएनएल के टैरिफ प्लान की जानकारी ले रहे हैं।
निजी कंपनियों के टैरिफ प्लान की रेट बढ़ने से भारी संंख्या में लोग बीएसएनएल में शिफ्ट हो रहे हैं, तो कई असमंजस में भी हैं। लोगों का कहना है कि बीएसएनएल की सेवा ठीक नहीं है। कई स्थानों पर नेटवर्क नहीं रहता है। उपभोक्ताओं का कहना है कि अगर बीएसएनएल अपनी सेवा दुरुस्त कर दे, तो निजी कंपनियों की मोनोपॉली समाप्त हो जायेगी. साथ ही इससे देश को बेहतर राजस्व की भी प्राप्ति होगी।