नई दिल्ली: इजरायल ने हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह को मार गिराया है। इजराइली सेना ने बेरूत में हिजबुल्लाह के मुख्यालय पर मिसाइल हमला किया, जिसमें 6 लोगों की मौत हो गए। इस हमले में हसन नरसल्लाह की बेटी जैनब भी मारी गई।
इसराइल रक्षा बल (आईडीएफ) ने सोशल मीडिया एक्स पर इस जानकारी को कन्फर्म किया। आईडीएफ ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा,”हसन नसरल्लाह अब दुनिया को आतंकित नहीं कर पाएगा।”
इजरायली सेना ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, ‘हसन नसरल्लाह अब दुनिया को आतंकित नहीं कर पाएगा.’ हसन नसरल्लाह का मारा जाना इजरायल के लिए एक बड़ी कामयाबी है। साथ ही मिडिल ईस्ट में ईरान के लिए बड़ा झटका है। क्योंकि ईरान हिजबुल्लाह के बहाने ही इजरायल पर दबाव बनाता था। नसरल्लाह की मौत से पहले हिजबुल्लाह के कई टॉप कमांडर्स को इजरायल ने ढेर कर दिया था। वहीं लगभग दो महीने पहले हमास चीफ इस्माइल हानिया को भी ईरान में इजरायल ने मार डाला था।
शनिवार की सुबह तक हसन नसरल्लाह के मारे जाने की पुष्टि नहीं हो पाई थी। लेकिन इससे पहले इजरायल ने कई हिजबुल्लाह कमांडर्स के मारे जाने की पुष्टि की थी। IDF ने कहा था कि हवाई हमले में दक्षिणी लेबनान में हिजबुल्लाह की मिसाइल यूनिट के कमांडर, आतंकवादी मोहम्मद अली इस्माइल और उसका डिप्टी, आतंकवादी हुसैन अहमद इस्माइल मारा गया।
इसराइल रक्षा बल यह भी बताया कि कमांडर्स के अलावा अन्य ऑपरेटिव भी मारे गए हैं, जो बुधवार को मोसाद के मुख्यालय पर मिसाइल हमला करने से जुड़े थे। इजरायल ने मिसाइल हमले को एयर डिफेंस से नाकाम कर दिया था। लेकिन इसका बदला हिजबुल्लाह के हेडक्वार्टर पर हमला करके लिया है।
हसन नसरल्लाह से पहले हिजबुल्लाह का चीफ अब्बास अल-मुसावी था। मुसावी को भी इजरायल ने 1992 में एक एयर स्ट्राइक में मार डाला था, जिसके बाद सत्ता हसन नसरल्लाह को मिला। अब नसरल्लाह का मारा जाना इजरायली सेना के लिए एक बड़ी कामयाबी है। क्योंकि पिछले एक साल से गाजा का युद्ध चल रहा है। इजरायली पीएम जो मान कर चल रहे थे कि यह युद्ध कुछ ही दिनों में खत्म हो जाएगा, वह एक साल से ज्यादा समय से चलता रहा। ऐसे में हिजबुल्लाह चीफ को मार कर वह अपनी पब्लिक को एक बड़ी कामयाबी के रूप में दिखा सकते हैं। इसके अलावा वह बार-बार कहते रहे हैं इजरायल हिजबुल्लाह से इसलिए लड़ रहा है, क्योंकि वह उत्तरी इजरायल के लोगों को उनके गरों में वापस भेजना चाहते हैं।