लोकसभा की सदस्यता खत्म होने के बाद टीएमसी नेता महुआ मोइत्रा ने सरकार को कटघरे में खड़ा किया. महुआ ने कहा कि यह सब पहले से ही तय था. उन्होंने कहा कि एथिक्स कमेटी का जिस तरह से दुरुपयोग किया गया है, यह बहुत कुछ दिखाता है. यह बहुत ही दुख की बात है कि जिस पुनीत उद्देश्य को ध्यान में रखकर एथिक्स कमेटी को बनाया गया था, उससे एक नैतिकता का नया पैमाना स्थापित होना था, लेकिन हुआ कुछ और. इसका उद्दश्य यह है कि विरोधी पक्ष को ठोक दो. कमेटी ने जो भी निष्कर्ष निकाले हैं वह दो लोगों के लिखित बयान पर आधारित है.प. बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने अपनी नेता का साथ दिया. ममता ने कहा कि स्पीकर ने जल्दीबाजी में फैसला लिया. ममता ने कहा कि आज संविधान की हत्या कर दी गई है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने महुआ मोइत्रा को लोकसभा की सदस्यता से निष्कासित करने के फैसले को देश के संसदीय लोकतंत्र के साथ विश्वासघात करार दिया.
ममता बनर्जी ने कहा कि यह हमारे संसदीय लोकतंत्र के लिए शर्म की बात है, जिस तरह से महुआ को लोकसभा से निकाला गया, वह सही नहीं था और हमारी पूरी पार्टी उनके साथ खड़ी है. ममता ने कहा कि क्योंकि भाजपा हमें हरा नहीं सकती है, इसलिए वह बदला निकाल रही है. टीएमसी सपीमो ममता ने कहा कि महथा फिर सेसंसद पहुचेंगी और वह भी बड़े जनमत के साथ, लेकिन जो पार्टियां ऐसा कर रहीं हैं, उन्हें याद रखना चाहिए कि एक दिन ऐसा आएगा.