बीजेपी बंगाल में आंदोलन के नाम पर अशांति फैला रही है। बांग्लादेश की अशांति को यहां आयात कर रही है। अगर हम सड़कों पर उतरें, तो इस साजिश के खिलाफ लड़ेंगे। बंगाल में शांति और बांग्लादेश में भी शांति बहाल होनी चाहिए। ये बयान सीपीआईएम नेता सूर्यकांत मिश्रा (Surjya Kanta Mishra) ने दिया।
गुरुवार को बर्दवान के संस्कृति लोकमंच में राज्य के दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य और पूर्व सीपीआईएम महासचिव सीताराम येचुरी की स्मृति सभा में सूर्यकांत मिश्रा उपस्थित थे। सभा के बाद पत्रकारों से बातचीत में मिश्रा ने कहा, “बीजेपी धर्म के नाम पर लोगों को गुमराह कर रही है। उनका असली उद्देश्य समाज को विभाजित करना है। अगर हम आंदोलन करेंगे, तो यह शांति के लिए होगा। हमारा लक्ष्य राज्य और पड़ोसी देश में शांति बनाए रखना है।”
टीएमसी पर निशाना
बांग्लादेश के मुद्दे पर तृणमूल कांग्रेस नेता अभिषेक बनर्जी की टिप्पणी को लेकर भी सूर्यकांत ने सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “तृणमूल का कोई सिद्धांत नहीं है। सत्ता में बने रहने के लिए वे आरएसएस का साथ देते हैं। जब आरएसएस प्रमुख बंगाल आते हैं, तो टीएमसी उन्हें खुश करने में लग जाती है। तृणमूल की यह दोहरी नीति जनता के सामने लानी चाहिए।”
बीजेपी पर गंभीर आरोप
सूर्यकांत मिश्रा ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा, “राजनीतिक फायदे के लिए बीजेपी बांग्लादेश की समस्याओं को पश्चिम बंगाल में लाने की कोशिश कर रही है। ये एक सोची-समझी साजिश है, लेकिन सीपीआईएम इसे सफल नहीं होने देगी।”
शांति और एकता का संदेश
स्मृति सभा में बोलते हुए सूर्यकांत ने कहा, “बुद्धदेव भट्टाचार्य और सीताराम येचुरी के आदर्शों पर चलते हुए हमें समाज में एकता और शांति को बढ़ावा देना होगा।”
सीपीआईएम नेताओं का मानना है कि साम्प्रदायिकता और समाज में विभाजन के खिलाफ सभी राजनीतिक दलों को जिम्मेदारी से काम करना चाहिए। हालांकि, बीजेपी और तृणमूल कांग्रेस की राजनीति इस दिशा में सकारात्मक नहीं दिख रही है।