तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के नेताओं ने शनिवार को सांसद महुआ मोइत्रा को लोकसभा से निष्कासित करने की आचार समिति (एथिक्स पैनल) की सिफारिश पर चर्चा कराने की मांग की। आचार समिति ने ‘सवाल के बदले पैसा’ मामले में मोइत्रा को निष्कासित करने की सिफारिश की है।टीएमसी नेता के निष्कासन की सिफारिश करने वाली लोकसभा समिति की रिपोर्ट सत्र के पहले दिन सदन में पेश करने के लिए सूचीबद्ध है। तृणमूल कांग्रेस के प्रतिनिधियों ने शनिवार को सरकार द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में दावा किया कि समिति की रिपोर्ट को सदन में पेश किए जाने से पहले सार्वजनिक किया गया।
लोकसभा और राज्यसभा में टीएमसी के संसदीय दल के नेता सुदीप बंद्योपाध्याय और डेरेक ओ ब्रायन ने बैठक में पार्टी का प्रतिनिधित्व किया। सूत्रों के मुताबिक,बैठक के दौरान उन्होंने कहा कि कुछ सांसद पहले से ही संदेह में हैं। उन्होंने मीडिया में खबरें देखी हैं कि टीएमसी के एक सदस्य को जल्द ही निष्कासित किया जा रहा है।उन्होंने कहा कि चर्चा के बाद सदन को फैसला करना चाहिए। नियमों के मुताबिक मोइत्रा को तभी निष्कासित किया जा सकता है जब सदन समिति की सिफारिश के पक्ष में मतदान करे।सूत्रों के मुताबिक, बैठक में बंद्योपाध्याय और ओ’ब्रायन ने सरकार पर समय की बर्बादी के लिए सर्वदलीय बैठकें कम करने का भी आरोप लगाया।