नई दिल्ली : बागबानी करना सिर्फ एक अच्छी हॉबी ही नहीं है बल्कि एक बेहद शानदार एक्सरसाइज भी है। इससे सेहत को कई चौंकाने वाले फायदे भी मिल सकते हैं। इसलिए दिन का कुछ समय निकालकर गार्डनिंग जरूर करनी चाहिए। इससे एक्सरसाइज होती है, जिससे हमारी हड्डियां मजबूत बनती हैं। गार्डनिंग करने से आपकी मेंटल हेल्थ भी बेहतर रहती है।
गार्डनिंग एक ऐसी एक्टिविटी है, जो आज भले ही हॉबी की तरह देखी जाती है, लेकिन एक जमाने में जीवनयापन के लिए यह एक जरूरी कला मानी जाती थी। पहले लोग अपने घरों में खुद ही सब्जियां, फल आदि उगाते थे और उन्हीं से अपना और अपने परिवार का पेट भरते थे।
इससे उन्हें न केवल ऑर्गेनिक फूड मिलते थे, बल्कि उनके स्वास्थ्य को भी कई लाभ मिलते थे। इसलिए आपको जब भी मौका मिले, आपको इस एक्टिविटी को जरूर करना चाहिए। इससे आपको कई ऐसे हैरान करने वाले फायदे मिल सकते हैं।
हमारे रोजमर्रा के जीवन में तनाव हमारा कॉनस्टेंट साथी बन चुका है। ऑफिस से लेकर घर की चिंताओं के कारण हम अक्सर ही तनाव से घिरे रहते हैं, जो हमारी मेंटल और फिजिकल, दोनों ही सेहत के लिए काफी नुकसानदेह होता है। ऐसे में गार्डनिंग की मदद से तनाव को कम करने में मदद मिल सकती है। पौधों को पानी देना, खरपतवार हटाना या सिर्फ अपने गार्डन में थोड़ी देर बैठकर पौधों को देखने से भी आपका तनाव कम होगा। इससे आपका मूड अच्छा होता है और हैप्पी हार्मोन्स रिलीज होते हैं, जिनके कारण स्ट्रेस कम होता है। इससे आपकी दिमागी सेहत को भी बढ़ावा मिलता है और आपका फोकस बढ़ता है।
गार्डनिंग करने से आपके शरीर की एक्सरसाइज होती है। घास उखाड़ना, अलग-अलग औजारों से खुदाई करना, पानी देना, बार-बार उठने और बैठने से आपकी मांसपेशियों और हड्डियों की एक्सरसाइज होती है, जिससे वे मजबूत बनते हैं। इससे जोड़ों में दर्द की समस्या कम होती है और हड्डियों को मजबूती भी मिलती है।
गार्डनिंग करने के लिए आपको कुछ समय धूप में भी बिताना पड़ता है, जिससे विटामिन डी मिलता है। वैसे भी हम अब धूप में न के बराबर ही निकलना पसंद करते हैं, जिसके कारण विटामिन डी की कमी हो जाती है। इसकी वजह से आपकी सेहत को काफी नुकसान हो सकते हैं। इसलिए गार्डनिंग करने से इस समस्या से बचने में मदद मिलती है।
हमारी लाइफस्टाइल ऐसी हो चुकी है कि हम नेचर में काफी समय बिताते हैं। इसके कारण हमारी मेंटल पर सबसे अधिक दुष्प्रभाव पड़ता है। इसलिए गार्डनिंग करने से आपको पेड़-पौधों के साथ समय बिताने का मौका मिलता है और आपको प्रकृति के समीप रहने से फायदा मिलता है। इससे एंग्जायटी और स्ट्रेस कम होते हैं।