आगरा: पिछले सप्ताह से आगरा में गर्मी का प्रचंड रुप दिख रहा है। इस वजह से धरती भट्टी की तरह तप रही है। आलम यह है कि 47.8 डिग्री के टेंप्रेचर ने शहर को तंदूर बना दिया है। इस भीषण गर्मी में पर्यटकों का बुरा हाल है। ताजमहल देखने आए 8 पर्यटक को बेहोश होकर गिर गए थे। मौसम विभाग के अनुसार आगामी दिनों में गर्मी का पारा और हाई होने वाला है। प्रदेश स्तर से आगरा में अलर्ट घोषित किया है। चिकित्सकों ने लोगों को घरों में रहने की सलाह दी है।
गर्मी ने पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। साल 1998 में 27 मई को 48.8 डिग्री तापमान रिकॉर्ड किया गया था। इस बार की गर्मी प्रचंड रुप दिखा रही है। सुबह 7.30 बजे से ही सूर्य देवता से तपिश निकलने लगती है। रात 9 बजे तक गर्म हवाएं लोगों को परेशान कर रही हैं। गर्मी के कारण जीव जंतु भी व्याकुल हो उठे हैं। ठंडी जगह तलाश कर अपनी जान बचा रहे हैं। लगातार बढ़ते तापमान के चलते मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया है। मंगलवार दोपहर 2 बजे आगरा का तापमान 47 डिग्री से अधिक रिकॉर्ड किया गया। जबकि न्यूनतम तापमान 32 डिग्री तक रहा। सूर्य की तपिश से राहगीरों के गले सूख रहे हैं।
पिछले सप्ताह 20 मई के दिन आगरा सूबे में सबसे गर्म शहर रिकॉर्ड किया गया था। 20 मई को आगरा का तापमान 47.7 डिग्री सेल्सियस रहा।। जबकि 27 मई को सूर्य की तपिश ने ये रिकॉर्ड तोड़ दिया। 27 मई को आगरा का तापमान 47.8 डिग्री पहुंच गया। मौसम विभाग के अनुसार हीट वेव के हालात बने हुए हैं। इस प्रचंड गर्मी में सुबह 10 से दोपहर 3 बजे तक घर से बाहर ना निकलने की एडवायजरी जारी की गई है।
भीषण गर्मी के कारण आम जनजीवन ही नहीं बल्कि जीव जंतु भी संकट से जूझ रहे हैं। सूर्य की तपिश के कारण दोपहर में एक भी पक्षी आसमान में उड़ता नजर नहीं आ रहा है। घोंसलों और छांव में पक्षी दिन बिता रहे हैं। दिन भर उछल कूद करने वाले बंदर भी नजर नहीं आ रहे हैं। वे भी ठंडक भरी जगह तलाश कर छिपे रहते हैं। स्ट्रीट डॉग, आवारा पशु पानी का स्रोत के सहारे अपने आप को ठंडक पहुंचा रहे हैं।