गिरिडीह: गिरिडीह जिले के प्रसिद्ध हरिहर धाम में सैकड़ों चमगादड़ों की मौत से वहां से पुजारियों में हड़कंप मच गया है। पुजारियों को इलाके में किसी बीमारी के फैलने की आशंका सताने लगी है। लंबे समय से ये चमगादड़ मंदिर परिसर के एक पेड़ पर रह रहे थे।
जिले के बगोदर इलाके में इन दिनों भीषण गर्मी पड़ रही है। कुछ लोगों का कहना है कि भीषण गर्मी की वजह से चमगादड़ों की मौत हुई है, जबकि पंडितों को किसी अनहोनी की आशंका सता रही है।
जानकारी के अनुसार बगोदर-हजारीबाग रोड पर स्थित हरिहर धाम मंदिर के विशाल परिसर में एक बगीचा है, जिसमें पेड़ों पर लंबे समय से डेरा जमाये चमगादड़ों की मौत हुई है। 3 दिनों से गिरिडीह जिले के बगोदर इलाके में अधिकतम तापमान 45 डिग्री पहुंच गया है।
भीषण गर्मी का असर इंसानों के साथ-साथ पशु-पक्षियों पर भी पड़ने लगा है। इसी बीच बगोदर के हरिहर धाम मंदिर के बगीचे के पेड़ों पर रहने वाले सैकड़ों चमगादड़ों की मौत की मौत हो चुकी है. मरने के बाद चमगादड़ पेड़ से जमीन पर गिर रहे हैं।
मंदिर के प्रबंधक भीम यादव ने इस संबंध में बताया कि हरिहर धाम मंदिर में करीब एक हजार से अधिक चमगादड़ बगीचे के पेड़ों पर हैं। भीषण गर्मी की वजह से उनकी मौत हो रही है। ऐसा माना जाता है कि इन पक्षियों में गर्मी सहने की क्षमता बहुत कम होती है।
उधर, मंदिर के पुजारी विजय पाठक ने बताया कि बगीचे के पेड़ों पर रहने वाले चमगादड़ों (बादुल) की लगातार मौत हो रही है। हमें आशंका है कि किसी तरह की बीमारी फैल सकती है. बता दें कि मृत पक्षियों से कई तरह की बीमारी होने का खतरा बना रहता है।
मंदिर परिसर में रहने वाले पुजारी, प्रबंधक, सफाईकर्मी व अन्य लोगों ने इसे गंभीरता से लेते हुए स्वास्थ्य विभाग से इलाके में तत्काल ब्लीचिंग पावडर का छिड़काव करने और उक्त स्थान से मृत चमगादड़ों को जल्द से जल्द हटाने की स्थानीय प्रशासन से अपील की है।