जमशेदपुर: तीन युवाओं से लाखों रुपये लेकर फर्जी नौकरी देने वाले गिरोह के कोलकाता निवासी अरुण और शांतनु का पता रेल पुलिस खोज रही है। सीनी रेल पुलिस की टीम कोलकाता जाने को तैयार है, क्योंकि रेल एसपी प्रवीण पुष्कर ने कोलकाता में छापेमारी कर दोनों को गिरफ्तार करने का आदेश दिया है। दोनों के पता का सत्यापन कर रेल पुलिस अदालत से दोनों के गिरफ्तारी का वारंट लेगी।
दूसरी ओर, चेन्नई की शैलजा रानी का भी लोकेशन खंगाला जा रहा है। तीनों का नाम धनबाद और रांची से गिरफ्तार अंशुमन प्रसाद और उसकी साली सुमित्रा कुमारी के बयान में आया है। अंशुमन प्रसाद ने रेल पुलिस को अरुण एवं शांतनु का मोबाइल नंबर दिया था, लेकिन उसकी गिरफ्तारी के बाद से दोनों का मोबाइल बंद है।
मालूम हो कि दक्षिण पूर्व जोन की विजिलेंस टीम ने 16 अप्रैल को चक्रधरपुर मंडल के बीरबांस स्टेशन पर रेलवे में फर्जी नौकरी गिरोह का भंडाफोड़ किया था। इस दौरान तीन युवक व एक एजेंट को पकड़ा था, जिसे चांडिल रेल थाने के हवाले कर केस दर्ज कराया है।
इसके बाद से सीनी जीआरपी मामले की छानबीन करने के साथ अंशुमन प्रसाद और सुमित्रा कुमारी को गिरफ्तार कर जेल भेजा है, जबकि अदालत में दोनों को पूछताछ के लिए रिमांड पर लेने की अर्जी दी गई है। वहीं, युवकों को अदालत में बयान दर्ज कराने के बादा छोड़ दिया गया।